RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
अब तक आपने पढ़ा की डॉली ने अपने पति कौशल की मौत के बाद अपने ससुर आरके का भरोसा जीतने और उनकी कुर्सी हथियाने के प्लान के तहत उसके साथ चुदवाने को रेडी हो गयी. अब आगे..
आरके: “तेरी और कौशल की शादी मे तेरी मा ने मुझसे कहा था की वो मुझे पूरा नंगा होकर सिर्फ़ ज्वेलरी पहने मेरे उपर आकर चोदेगी. उसने तो धोखा दे दिया. अब वो काम तुम पूरा करोगी”
डॉली ने अपना दुपट्टा निकाला. फिर अपनी चोली और लहंगा निकाल दिया. जैसे जैसे डॉली के कपड़े खुल रहे थे और उसका नंगा बदन दिखने लगा था, बुड्ढे आरके का लंड और कड़क होकर कठोर होने लगा और रह रह कर हवा मे ही झटके मारने लगा.
आरके के सामने उसकी बहू बिना कपड़ो के सिर्फ़ गहनो मे खड़ी थी. माथे, नाक, कान, गले, हाथों, पैरो और कमर मे गहने पहने हुए थे. बाकी का शरीर पूरा नंगा.
उस चाँदनी रात मे गहनो के साथ डॉली का बदन चमक रहा था. बिस्तर पर लेटे हुए आरके की आँखों मे चमक आ गयी थी.
खनकते गहनो के साथ डॉली आकर आरके के लंड पर बैठ गयी. आरके की धड़कने तेज हो गयी. दुनिया मे मुश्किल से ऐसे लोग होंगे जिनको मा और बेटी दोनो को चोदने का मौका मिला हो और वो भी दोनो गजब के खूबसूरत.
आरके के लंड को डॉली ने पकड़ा और आरके को ठरक चढ़ गयी. इतनी सॉफ्ट उंगलिया थी डॉली की, और फिर वो उंगलिया आरके के लंड को चूत के मूह तक ले जाने लगी.
जैसे ही आरके का लंड डॉली की चूत के छेद मे जाने लगा तो आरके का बदन कड़ा हो गया और मूह से एक लंबी सी हााआ निकली.
आरके का लंड अब डॉली की चूत की गर्मी की शरण मे था. इसके पहले की आरके उस खुशी को महसूस कर पाता उसके लंड पर डॉली की कसी हुई चूत की रगड़ होने लगी.
आरके अब पागल हो उठा. मूह खोले वो ज़ोर ज़ोर से “ऑश .. ओह .. ऑश” की आवाज़े करने लगा. डॉली बहुत धीरे धीरे से उपर नीचे होते हुई अपनी चूत मे आरके का लंड रगड़ रही थी.
आरके उस असहनिय मज़े का पूरा आनंद ले रहा था और सिसकिया मार रहा था. उस शांत रात मे बीच बीच मे डॉली की कभी चूड़िया तो कभी कमरबन्द पर लगे घुंघरू बज उठते.
आरके की आँखों के सामने डॉली के बूब्स थे और उन पर मक्खी जैसे छोटे से निपल थे. डॉली के उपर नीचे होने के साथ ही हल्के धक्के के साथ वो बूब्स हिल रहे थे.
उस चुदाई के नशे मे आरके की आँखें बंद हो रही थी पर बंद आँखों से भी डॉली का नंगा नशीला बदन ही दिख रहा था और वो फिर आँखें खोलकर डॉली के बदन को देखने लगता.
थोड़ी देर बाद तो आरके बुरी तरह से कराहने लगा था. डॉली ने अपने उपर नीचे होकर चुदने की स्पीड बढ़ा दी थी.
डॉली को ऐसा अहसास हो रहा था जैसे कोई उसकी चूत मे अंगूठा अंदर बाहर कर रहा हो. वो तो सिर्फ़ आरके का चेहरा और आवाज़ सुनकर पता कर रही थी की आरके को कैसा लग रहा हैं.
डॉली की स्पीड बढ़ते ही आरके बुरी तरह से आहें भरने लगा. तेज उछलने की वजह से डॉली के पहने हुए गहने अब ज़्यादा आवाज़ करने लगे थे.
उस शांत रात मे सिर्फ़ डॉली के गहनो की खनक थी और आरके की तेज आहें. डॉली के बूब्स और भी तेज़ी से उपर नीचे उछल रहे थे.
आरके अब अपना सर दाएँ बाए पटकता हुआ छटपटाने लगा था. वो अपने लंड के पानी को निकलने से थोड़ी देर और रोकना चाहता था.
मगर डॉली ने जो स्पीड पकड़ रखी थी उसके सामने आरके का ज़्यादा देर टिकना नामुमकिन था. आरके ने अपना शरीर कड़ा कर लिया पर फिर भी उसके लंड से जूस की एक धार निकल ही गयी.
आरके की एक चीख निकल पड़ी. मगर उसने फिर से कंट्रोल किया. डॉली ने उपर नीचे होने के साथ ही नीचे बैठते वक़्त थोड़ा आगे पीछे रगड़ना शुरू किया.
आरके की चीख निकल पड़ी और मूह फाडे हुए उसके लंड का सारा जूस निकल गया और डॉली की चूत मे इकट्ठा होने लगा. आरके का बदन पूरा कड़क हो चुका था.
जब आरके के लंड का सारा जूस ख़त्म हुआ तो उसका शरीर नरम पड़ा और वो सीधा लेट गया. डॉली ने अब उपर नीचे होना बंद कर दिया.
आरके: “मा तो मा, उसकी बेटी भी किसी कयामत से कम नही. मेरी तो जान ही निकाल दी. इधर आओ तुम्हारी चूत चाटनी हैं मुझे”
डॉली ने उठ कर आरके के लंड को अपनी चूत से बाहर निकाला. फिर उठ कर आरके के चेहरे पर बैठने लगी. डॉली की गीली चूत आरके के होंठो पर लगी.
आरके अपना मूह खोल कर डॉली की चूत को चाटता उसके पहले ही डॉली फिर उठ खड़ी हुई.
डॉली: “नही ससुर जी, बात सिर्फ़ प्रेग्नेंट होने की हुई थी, आपको मैं कोई मज़ा दिलाने नही आई हूँ. थोड़ी शर्म करो, आपके मर चुके बेटे की बीवी हूँ”
आरके अपने होंठ पर लगे गीलेपन पर ज़ुबान फेरता रह गया. डॉली ने अपने कपड़े उठाए और गहने खानकते हुए उसी नंगी हालत मे छत से नीचे अपने कमरे मे चली गयी.
आरके वही छत पर नंगी हालत मे लेटा रहा. सुबह उठा तो उसको अहसास हुआ की कल रात उसको कैसी चुदाई मिली थी.
नहा धोकर वो फिर डॉली से मिलने उसके रूम मे गया.
आरके: “एक बार चुदाई से बच्चा नही होगा तो. हमें और चुदाई करनी होगी”
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