RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
जय ने अपने हाथ हटाए और एक हाथ से डॉली को गर्दन के पीछे से पकड़ा और अपने चेहरे के पास उसका चेहरा लाया.
जय फिर एक झटके मे अपने होंठ को डॉली के होंठो के नज़दीक ले आया. दोनो के होंठ सिर्फ़ 1 इंच की दूरी पर थे. दोनो की सासें एक दूसरे से टकराने लगी.
जय: “क्या यह करना ग़लत हैं?”
डॉली: “हा”
जय थोड़ा पीछे हट गया.
जय: “तो फिर आपके होंठ अभी भी खुले क्यू हैं, किसका इंतेजार हैं”
डॉली: “ह्म्म्म्मम .. किसी का नही”
जय: “तो होंठ बंद करो”
डॉली: “नही करूँगी, देखती हूँ तुम क्या करोगे”
जय: “मैं आपके होंठ चूम लूँगा”
डॉली: “हिम्मत हैं तो चूम कर बताओ”
जय ने अपना टीशर्ट निकाल लिया और टॉपलेस हो गया. उसकी नज़रे एक बार फिर डॉली के बूब्स पर थी. वाइट टीशर्ट मे डॉली के निपल नुकीले होकर दिख रहे थे.
डॉली: “क्या देख रहे हो?”
जय: “एक खूबसूरत चीज़”
डॉली: “कब तक देखोगे?”
जय: “जब तक मेरे मूह मे नही आ जाती”
डॉली: “तो ले लो मूह मे”
जय ने डॉली की कमर से उसका टीशर्ट फिर पकड़ लिया. इस बार डॉली ने उसको नही रोका.
जय: “खोल दूं?”
डॉली: “मम्मी को क्या जवाब दोगे?”
जय ने अपना एक हाथ उठाया और दो उंगलियो के बीच टीशर्ट के उपर से ही डॉली का एक निपल पकड़ कर हल्का सा दबा कर छोड़ दिया.
डॉली: “आआअहह”
जय: “क्या हुआ दर्द हुआ?”
डॉली: “हा, मीठा वाला दर्द”
जय: “और दूं?”
डॉली ने शर्म से सिर्फ़ पलके झपकई. जय ने दूसरे निपल को भी उसी तरफ दो उंगलियो मे हल्का सा दबा दिया. डॉली की फिर से आ निकल गयी.
वो दोनो एक दूसरे को स्माइल करते हुए देखने लगे. दोनो के होंठ धीरे धीरे पास मे आने लगे. और फिर इतने पास गये की आपस मे टच हो गये.
एक बाअर टच होने के बाद दोनो ने एक दूसरे को कस कर पकड़ लिया और एक दूसरे के होंठो पर टूट पड़े और चूमने और चूसने लगे.
उपर से बारिश हो रही थी पर उन दोनो भाई बहन के बदन मे लगी आग पर वो बूँदें पेट्रोल का काम रही थी. कभी पीठ, तो कभी गर्दन के पीछे तो कभी सर मे हाथ फेराए दोनो एक दूसरे से चिपक कर चूमे जा रहे थे जैसे बरसो के प्यासे थे.
थोड़ी ही देर मे वो चूम चूम कर तक चुके थे और होंठो को दूर किया. जय एक कदम पीछे हट गया. दोनो एक दूसरे की आँखों मे झाँक रहे थे.
डॉली ने अपना टीशर्ट उपर कर सर से बाहर निकाल दिया. डॉली अब टॉपलेस जय के साआँने भीगी हुई खड़ी थी. डॉली के बूब्स और नंगे शरीर पर पानी की बूँदें जमी थी.
डॉली के निपल तन कर उपर की तरफ खड़े थे. डॉली ने गर्दन उपर नीचे कर जय को इशारा किया और जय ने आगे बढ़ कर डॉली के निपल को अपने मूह मे भर लिया और पागलो की तरह चूसने लगा.
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