RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
डॉली ने उनसे वो इलेक्शन टिकेट माँगा जो आरके को मिलने वाला था. उस पार्टी को भी डॉली मे जीतने की संभावना नज़र आई.
ज्योति को जब पता चला तो उसका दिल टूट गया. ज्योति उदास होकर अपने बेडरूम मे बेड पर रुआसी सी बैठी थी. तभी राज उस से मिलने आया.
राज: “ज्योति, चिंता मत करो. तुम्हारी बेटी बहक गयी हैं, धीरे धीरे ठीक हो जाएगी. लाओ मैं तुम्हे थोड़ा आराम देता हूँ”
ज्योति राज की तरफ पीठ किए हुए बैठी थी. राज पीछे से आया और ज्योति के कंधे को मसाज करने लगा.
ज्योति को थोड़ा सुकून मिला. राज ने थोड़ा सा और मसाज दिया. फिर ज्योति के कंधे पर सारी को बाँधे हुए पिन को खोल दिया और पल्लू नीचे गिरा दिया.
ज्योति अपने दुख मे खोई हुई थी. इतने सालों से पाल पॉश कर बड़ी की हुई बेटी जो चली गयी थी. राज अब आराम से अपनी थोड़ी उंगलिया ज्योति के ब्लाउस मे भी घुसा कर कंधे की मसाज कर रहा था.
राज खड़ा था और ज्योति बैठ इति, जिस से उपर से वो ज्योति के ब्लाउस मे से झाँकते क्लीवेज़ को भी देख पा रहा था.
ज्योति को अहसास ही नही रहा की कब राज ने पीछे से ज्योति के ब्लाउस को खोल दिया था. ज्योति फिर संभली मगर राज ने उसको शांत किया.
राज: “तुम चुपचाप बैठी रहो, मैं सिर्फ़ मसाज दे रहा हूँ. ब्लाउस उतार कर अच्छे से मसाज दूँगा”
ज्योति फिर शांत हुई और राज ने ज्योति का ब्लाउस निकाल दिया. अब ज्योति ब्रा मे बैठी थी. राज ने ज्योति के नंगे कंधे और पीठ की मसाज कर दी.
पीठ की मसाज करते उसने ज्योति की ब्रा का हुक खोल दिया. ज्योति ने आगे से अपने ब्रा को पकड़ लिया और ब्रा गिरने नही दिया.
राज: “कम ओंन. तुम्हारा दुख थोड़ा कम हो जाएगा. खोलने दो अपना ब्रा. अच्छा ठीक हैं पकड़े रहो पर लेट जाओ.”
राज ने ज्योति को वही बेड पर लेटा दिया और ज्योति अपना ब्रा अपनी छाती से चिपकाए उदास लेटी रही.
राज ने ज्योति का पेटीकोट का नाडा खोल दिया और पेटीकोट नीचे खिच कर निकालने लगा पर ज्योति ने एक हाथ से पेटीकोट पकड़ लिया.
ज्योति: “क्या कर रहे हो?”
राज: “खोलने दो, मसाज कर रहा हूँ पाव की. अच्छा लगेगा… चलो छ्चोड़ो .. ”
राज ने ज्योति का पेटीकोट और उसके साथ पैंटी को खींच कर टाँगो से बाहर निकाल दिया. ज्योति अब नीचे से नंगी थी.
राज अब ज्योति की दोनो टाँगो के बीच बिस्तर पर बैठ गया और आगे झुक कर ज्योति की नंगी नाभि और पेट पर चूमने लगा.
ज्योति थोड़ी थोड़ी आहें भरने लगी. राज कभी पेट तो कभी कमर पर चूमते हुए ज्योति की चूत तक आ गया और चूमने लगा.
ज्योति छत की तरफ ताक रही थी. राज ने ज्योति के हाथ से उसका खुला हुआ ब्रा भी च्छुदाया और साइड मे कर दिया. अब ज्योति पूरा नंगा बिस्तर पर लेटी थी.
राज ने ज्योति को खोया हुआ देखकर अपने नीचे के कपड़े निकाले. उसका लंड कड़क होकर तैयार था.
राज ज्योति की दोनो टाँगो के बीच आया और ज्योति की जांगो को अपनी मूडी जाँघो पर रखा और अपने लंड को ज्योति की चूत के करीब लाया.
राज ने अपने लंड को ज्योति की चूत के छेद पर सेट कर दिया. ज्योति अभी भी खोई हुई लेटी थी.
तभी राज के लंड ने ज्योति की चूत मे प्रवेश किया. मोटे लंड के चूत मे जाते ही ज्योति की एक आ निकली और उसको अहसास हुआ की वो पूरा नंगी हैं और राज ने उसको चोदना चालू कर दिया हैं.
राज का लंड ज्योति की चूत मे धक्के मार रहा था. ज्योति हल्के दर्द के साथ विरोध करते हुए राज को रुकने को बोल रही थी.
कुच्छ धक्को के बाद राज आगे झुक कर अपने दोनो हाथो से ज्योति के बूब्स को दबोचने लगा. ज्योति ने एक ज़ोर का थप्पड़ राज के गाल पर मार दिया.
ज्योति ने राज को अपने उपर से गिरा दिया और अपना पेटीकोट पहन लिया और सारी से अपना सीना धक दिया.
ज्योति: “बाहर निकल हरामी. आइन्दा से अपनी शकल मत दिखना वरना पोलीस मे शिकायत कर दूँगी”
राज: “नही चुदवाना तो ना सही, पर गाली तो मत दो”
ज्योति: “चुप साले भद्वे. भाग यहा से”
राज: “तू खुद आई थी मुझसे चुदवाने के लिए, भूल गयी! तब तेरी गरज थी. पता नही कितने लोगो से चुदवाया होगा और मेरे सामने सती सावित्री का ढोंग कर रही हैं”
ज्योति ने राज को एक और थप्पड़ मार दिया और घर से बाहर निकलने को बोला.
राज: “बहुत पछताएगी तू ज्योति. अब देख तू”
ज्योति: “भाग साले!”
राज वहाँ से चला गया.
नेक्स्ट एपिसोड मे पढ़िए क्या राज अपनी बेज़्जती का बदला ज्योति से लेगा!
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