RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
डॉली: “मैं आपके फ़ैसले का सम्मान करती हूँ, पर मुझे आपको मा बाप मानने मे कोई हर्ज नही हैं. आप लोग जब चाहे मेरे साथ रह सकते हैं”
राजेश: “हम अभी जाते हैं. ज्योति मेडम और सतीश साब का हम पर बहुत अहसान हैं, इसकी खातिर इस राज को राज ही रहने दो. हमें ख़ुसी हैं की हमारी बेटी आज यहा तक पहुच गयी हैं”
राजेश और शांति वहाँ से चले गये. डॉली एमोशनल होकर वही कुर्सी पर बैठ गयी और पाव लंबे कर टेबल पर रख दिए.
बाहर खड़े राज ने सारी बातें सुन ली थी. उसका शैतानी दिमाग़ फिर से चलने लगा. वो अंदर आया और डॉली की कुर्सी के पास नीचे ज़मीन पर बैठ गया.
राज: “पाव दबा दूं मेडम?”
डॉली: “चल दबा दे, बहुत ज़रूरत हैं”
राज अब डॉली के पाजामे के उपर से ही डॉली की लचीली जाँघो को दबाने लगा.
राज: “कौन थे यह लोग?”
डॉली: “तुझे क्या करना हैं. मेरे एरिया के लोग थे, अपनी कोई प्राब्लम लेकर आए थे”
राज: “तो आअप इतनी टेन्षन मे क्यू हैं! मैं जाकर इनकी प्राब्लम सॉल्व कर दूं?”
डॉली: “तू क्या हेल्प करेगा?”
राज: “यह ग़रीब लग रहे हैं. इनके यहा राशन का खाने पीने का सामान पहुचा दे?”
डॉली: “हा ठीक हैं, काभ कभी अच्छी बातें भी करता हैं तू”
राज खुश होकर और ज़ोर ज़ोर से डॉली की जांघे दबाने लगा. डॉली और भी रिलॅक्स होकर आराम से कुर्सी पर आधा लेट गयी और पाव आगे की टेबल पर और भी लंबे का दिए.
डॉली की चूत का हिस्सा अब राज की आँखों के सामने था. राज अब डॉली की जांघे दबाते हुए हाथ कुच्छ ज़्यादा ही उपर लाने लगा और लगभग चूत के आस पास दबाने लगा.
डॉली एक टेन्षन मे थी और उसने ज़्यादा ध्यान नही दिया. राज के हौंसले बढ़ गये और डॉली की चूत के उपर और नाभि के निचले हिस्से पर पाजामे के उपर हाथ फेरने लगा.
डॉली ने आँख खोली और एक थप्पड़ राज को लगाया. राज पाव की तरफ गिरा और डॉली ने 2-3 लाते राज पर चला दी.
डॉली: “साले हरामी, अपनी हरकतों से बाज नही आएगा तू! मौका मिलते ही यहा वहाँ हाथ लगाने की कोशिश करता रहता हैं”
राज: “मैं तो मसाज कर रहा था”
डॉली: “अभी तेरी मसाज करती हूँ”
डॉली उठ गयी और एक के बाद एक लात चलाते हुए राज को धो कर रख दिया. एक बार तो लात मारते अनबॅलेन्स भी होगई और धडाम से राज के उपर ही गिर गयी.
राज ने बचने को हाथ आगे किया और डॉली का एक बूब्स अपने हाथ से दबोच लिया. डॉली तुरंत खड़ी हुई और 1-2 लाते जमा कर दूर हटी.
डॉली ने अपना बूब पकड़ कर थोड़ा सहलाया, वोही बूब जो राज के दबाने से थोड़ा दर्द करने लगा था.
राज: “दर्द हो रहा हैं! मैं मालिश कर दूं?”
डॉली: “मालिश करेगा? चल कर”
राज अब उठ खड़ा हुआ और डॉली के सामने आया. उसको थोड़ा दर्द भी लग रहा था की डॉली कही गुस्से मे तो नही बोली थी.
डॉली दोनो हाथ अपने कमर पर रखे खड़ी थी. राज उसके आगे आया और डरते हुए अपने हाथ आगे करने लगा.
डॉली ने अपने हाथ कमर से नीचे किए तो राज डर गया और अपने हाथ पीछे खींच लिए. फिर एक बार उसने हिम्मत की.
डॉली ने एक शर्ट पहना था. राज अब शर्ट के बटन को खोलने लगा. शर्ट के सारे बटन खोल दिए और फिर शर्ट के दोनो हिस्सो को एक दूसरे से दूर कर डॉली के शरीर का आगे का हिस्सा नंगा किया. अंदर से डॉली का ब्रा और उसमे छिपे हुए गोरे गोरे मम्मे थोड़े से दिखे.
राज की मन मे लालच आ गया और आखें चमक उठी. उसने हाथ आगे बढ़ा कर डॉली के बूब्स के उपर से ही ब्रा को टच किया. डॉली के बूब्स थोड़ा दब गये.
डॉली ने का एक और दंडानता हुआ थप्पड़ आकर राज के गाल पर पड़ा. राज ने अपना हाथ को पीछे कर लिया और हाथ अपने गाल को सहलाने लगा.
डॉली: “लगा फिर से हाथ”
राज ने फिर से हाथ आगे बढ़ाया पर इस बार वो ब्रा को छू पता उसके पहले ही एक और थप्पड़ उसके गाल पर पड़ा और वो वहाँ से भाग खड़ा हुआ.
राज के जाते ही डॉली हँसने लगी.
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