RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
डॉली ने प्रधान को बस्ती की सफाई का निर्देश दिया और स्कूल मे क्या प्राब्लम हैं वो भी देखने को कहा. डॉली फिर वहाँ से चली गयी.
कुच्छ समय बाद प्रधान के कहने पर डॉली फिर से उस बस्ती मे देखने गयी की उसके कहे अनुसार सारी व्यवस्त ठीक से हुई हैं या नही.
वहाँ पर उसको शमित फिर से मिल गया. मगर इस बार शमित ने सॉफ सुथरे अच्छे कपड़े पहने हुए थे. बहुत ही सुंदर और आकर्षक लग रहा था. किसी अच्छे घर का मालूम पड़ रहा था.
डॉली: “अब तो खुश हो तुम, तुमने बताया वैसा काम हो चुका हैं”
शमित: “थॅंक्स. उस दिन बुरा लगा हो तो सॉरी, पर यहा के पॉलिटीशियन को लेकर मेरे मन मे कोई अच्छे विचार नही हैं”
डॉली: “मेरे बारे मे क्या ख्याल हैं?”
शमित: “क्या मतलब!”
डॉली: “शादी का प्रपोज़ल नही दे रही, मेरे काम के बारे मे बात कर रही थी”
डॉली और शमित मे अच्छे से बात हुई. डॉली को शमित पसंद आ गया था. मगर अपने दिल की बात वो कह नही पाई. डॉली ने शमित को नौकरी की पेशकश दी पर शमित ने माँग त्हुकरा दी.
डॉली ने शमित को अपने घर कॉफी पर बुलाया, थोड़ी रिक्वेस्ट के बाद शमित मान गया. शमित अगले सनडे के दिन डॉली के घर पहुच गया.
डॉली: “तुम्हारे घर मे कौन हैं?”
शमित: “घर मे सिर्फ़ पापा हैं. मेरी मा तो जनम देते ही चल बसी. ग़रीब लोगो की हेल्प करना मेरी हॉबी हैं”
डॉली फिर शमित के करीब गयी और उसके कंधे पर हाथ रख दिया. शमित चौंक गया. डॉली ने फिर अपनी हथेली शमित के शर्ट पर सीने पर रगडी.
शमित थोड़ा घबराया और डॉली का हाथ दूर किया और खड़ा हो गया. डॉली अपनी उंगली शमित के चिकने चेहरे पर घुमाते हुए उसके चेहरे के पास अपना चेहरा लाकर उसको सूंघने लगी.
शमित ने “एक्सक्यूस मी” कहा और डॉली से दूर हुआ. डॉली फिर शमित के चिपकने लगी.
शमित: “मैं इस टाइप का लड़का नही हूँ”
डॉली: “मतलब तुम लड़के तो हो. मैं बहुत ज़िद्दी हूँ, जो चीज़ पसंद आ जाती हैं वो पाकर रहती हूँ”
शमित: “मैं कोई चीज़ नही हूँ”
डॉली ने वही खड़े खड़े अपना सफेद कुर्ता सर से होते हुए बाहर निकाल दिया और दोनो हाथ अपने शरीर से चिपकाते हुए अपनी छाती को आगे कर दिया.
डॉली के ब्रा से उसके बूब्स और भी फूलकर बाहर निकल गये. डॉली ने एक नज़र अपने बूब्स पर डाली तो दूसरी नज़र आश्चर्य मे पड़े शांति पर डाली.
डॉली: “यह देखने के बाद भी तुम्हारी ना हैं?”
शमित: “इसमे कोई शक नही हैं की तुम बहुत खूबसूरत हो. मगर मैं इस तरह लड़कियो के साथ हुक अप नही करता”
डॉली फिर सामने की तरफ़ झुक गयी और अपने दोनो बूब्स के बीच की गली भी दिखाते हुए उसने अपनी लेगिंग निकाल दी. शमित गंभीर चेहरा बनाए डॉली की हरकत देख रहा था.
डॉली ने सीधा खड़े होकर शमित को हल्का सा धक्का दिया और वो पीछे पड़ी कुर्सी पर धडाम से बैठ गया.
डॉली ने अपनी चिकनी टाँग को शमित की चेयर पर रख दिया. शमित की आँखों के सामने डॉली की गोरी, चिकनी और पतली टांगे थी.
डॉली: “इसको पाने के लिए लोग मरते हैं और मैं खुद तुमको यह सब देना चाहती हूँ और तुम मना कर रहे हो!”
शमित ने डॉली के गोरे चिकने टखने पकड़े. शमित की उस च्छुअन से डॉली खुश हो गयी. शमित ने डॉली की टाँग को उठाते हुए अपनी कुर्सी से नीचे ज़मीन पर रख दिया. फिर शमित उठ खड़ा हुआ
शमित: “कॉफी के लिए थॅंक यू, अब मैं चलता हूँ”
डॉली दंग रह गयी. आज तक उसके हुस्न का जादू कभी फैल नही हुआ था, मगर शमित पर इसका की असर ही नही था.
डॉली: “कही ऐसा तो नहीं की तुम मर्द ही नही हो. ज़रा अपनी पैंट खोल कर दिखाओ”
शमित ने यह सुनकर स्माइल करते हुए अपना सर ना मे हिलाया.
शमित: “तुम मुझे नही बहला सकती. अगर तुम्हे लगता हैं की मैं मर्द नही तो यह ही सही. बाइ”
शमित वहाँ से निकलने लगा. डॉली उसके पीछे दौड़ती हुई गयी और उसको धक्का देते हुए दीवार के पास लाई. फिर शमित को दीवार से पीठ के सहारे चिपका दिया.
डॉली ने शमित के शर्ट के दोनो हिस्सो को खींचा जिससे उपर का बटन खुल गया और डॉली ने शमित के नंगे दिखते सीने को चूमना शुरू किया.
शमित ने डॉली को अपने से दूर किया. डॉली ने शमित की पैंट सहित उसका लंड पकड़ लिया. उसका लंड ठंडा पड़ा था. शमित ने अपना लंड डॉली की पकड़ से छुड़ाया.
डॉली: “इतना कुच्छ किया फिर भी तुम्हारा लंड कड़क नही हुआ”
शमित: “जिसको दिल से चाहो उसी के लिए लंड उठता हैं. मैं किसी और को प्यार करता हूँ, उसके अलावा किसी के साथ चुदाई नही कर सकता”
डॉली ने अपना ब्रा निकाल दिया और अपने गोरे बड़े से बूब्स बाहर निकाल दिए और शमित का चेहरा पढ़ने लगी. डॉली फिर शमित के पास गयी और उसकी हाथ पकड़ कर अपने बूब पर रख दिया.
डॉली का वो बूब शमित ने दबा दिया और अगले ही पल धक्के के साथ डॉली दो कदम पीछे चली गयी. शमित ने डॉली को पीछे हटाने के लिए जो धक्का दिया था उसकी वजह से बूब दब गया था.
डॉली: “नाम तो बता दो वो कौन खुशनसीब लड़की हैं”
शमित ने पीछे मुड़कर देखा और बिना जवाब दिए ही वहाँ से चला गया. डॉली खड़ी की खड़ी ही रह गयी. उसको शमित चाहिए था पर वो उसके चंगुल मे फसा नही.
थोड़े दिन बाद कार से जाते हुए डॉली ने रोड के किनारे थोड़ी दूर राज को शमित और एक और लड़की से बात करते देखा.
डॉली सोचने लगी की क्या राज और शमित एक दूसरे को जानते हैं! साथ मे जो लड़की थी कही वो शमित की गर्लफ्रेंड तो नही!
डॉली आगे कभी राज से कॉंटॅक्ट नही करना चाहती थी पर शमित को पाने के लालच मे उसने मन मार कर राज से कॉंटॅक्ट करने की सोची.
डॉली ने अपनी कार वहाँ रुकवाई और थोड़ा वेट किया. जैसे ही शमित और वो लड़की वहाँ से गये तो डॉली ने अपने ड्राइवर को भेज कर राज को बुलाया.
अगले एपिसोड मे पढ़िए क्या राज और डॉली एक साथ मिलकर काम करेंगे!
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