RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
डॉली: “चोदना हैं तो चोद ले मगर मेरी मा को बीच मे मत ला”
राज: “चल कुतिया बन जा, और कुतिया की तरह मेरे पास आकर मेरी गोटियो को चाट”
डॉली अपने घुटनो और हाथ के पंजो के बाल गाय की तरह बैठ गयी और चलते हुए राज की दोनो खुली टाँगो के बीच पहुचि.
राज का लंड कड़क होकर उपर उठा हुआ था और उसके लंड की गोटिया नीचे लटकी हुई थी.
राज: “चल कुतिया मेरी गोटियो को चाट”
डॉली ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और राज की काली गोटियो पर ज़ुबान रगड़ने लगी. राज की सिसकिया निकलने लगी. थोड़ी ही देर मे राज की गोटिया भी कड़क हो चुकी थी.
राज के लंड और गोटियो पर बाल उघे हुए थे और डॉली ने गोटियो पर उघे बालो को गीला कर दिया था. राज अभी भी आहें भर रहा था और उसकी गोटियो मे उत्तेजना मे वीर्य बनना शुरू हो चुका था.
राज: “अब रुक भी जा, मेरी गोटिया चाटने मे इतनी स्वादिष्ट लग रही हैं तुझे. चल अपनी गान्ड मेरी तरफ कर”
डॉली ऐसे ही गाय की तरह खड़े पलट गयी. डॉली की गोरी चिकनी गान्ड अब सोफे पर बैठे हुए राज की तरफ थी.
राज ने अपने एक हाथ की हथेली फेलाइ और एक ज़ोर का चांटा डॉली की गोरी गान्ड पर मारा. डॉली की एक ज़ोर की चीख निकली.
डॉली: “कुत्त्त्त्त्त्त्त्ते .. धीरे मार, वरना अभी उठ कर तुझको मारूँगी”
डॉली की गान्ड का गाल पूरी तरह लाल हो चुका था. राज हँसने लगा और फिर उतनी ही तेज़ी से गान्डके दूसरे गाल पर भी एक चांटा मारा.
डॉली: “आययययए .. हरामी … रुक मैं बताती हूँ”
राज: “ऐसे ही कुतिया बन कर बैठी रह. मेरी शर्त याद हैं ना. मेरी हेल्प चाहिए ना शमित को पाने के लिए या खोना हैं”
डॉली उठना चाहती थी पर मान मार कर फिर से पहले की तरह गाय की तरह खड़ी हो गयी. डॉली की गान्ड के दोनो पार्ट्स अब लाल हो चुके थे और राज की उंगलियो के निशान वहाँ पड़ गये.
राज ने फिर अपनी उंगलियो से डॉली की गान्ड को सहलाया. फिर हर कुच्छ सेकेंड्स सहलाने के बाद एक चांटा डॉली की गान्ड पर मार “चतत्त” की आवाज़ निकाल देता.
यह चान्टे पहले जीतने तेज नही थे पर फिर भी डॉली की एक सिसकी निकल जाती. डॉली की गान्ड अब जलने लगी थी.
राज ने फिर गान्ड सहलाना बंद किया और अपनी एक उंगली को गान्ड की दरार मे फेरता हुआ चूत तक फेरने लगा. राज की उंगली डॉली की चूत और गान्ड के छेद के आस पास ही रगड़ खा रही थी.
दोनो गान्ड के गाल के बीच से डॉली की चूत के होंठ देख कर राज तरस रहा था. राज फिर सोफे से उठ कर डॉली के साइड मे आया.
अपना एक हाथ डॉली की गर्दन से लेकर नंगी पीठ और पतली कमर और गान्ड तक फेरता गया, उपर से नीचे और फिर नीचे से फिर गर्दन तक.
साइड से उसको डॉली के बड़े से बूब्स लटके हुए दिख रहे थे और उसने अपनी एक हथेली की प्याली बनाई और उसमे डॉली का एक मम्मा भर लिया.
और फिर हल्के हल्के से उंगलिया बंद कर और खोलते हुए मम्मा दबाने लगा. फिर अचानक से अपनी उंगलिया तेज़ी से बंद करते हुए डॉली के मम्मे को मसल सा दिया.
डॉली की फिर से एक चीख निकली और राज ने मम्मा छोड़ दिया और दूसरे मम्मे को सहलाने लगा. दूसरे मम्मे को भी उसने इसी तरह मसल दिया और डॉली की चीख निकाल दी.
राज फिर जाकर सोफे पर बैठ गया और अपने पाव सामने की तरफ फेला कर डॉली की कमर पर रख दिए जो की घोड़ी की तरह खड़ी थी.
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