RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
डॉली: “ऐसे ही राजा महाराजा की तरह बैठा रहेगा की चुदाई शुरू भी करेगा”
राज: “चल तू मेरी गोद मे आकर बैठ और मम्मों को मेरे मूह मे डाल”
डॉली अब उठ खड़ी हुई और सोफे पर बैठे राज की तरफ मूह करके उसकी गोद मे पॅव मोड़ते हुए बैठ गयी. डॉली की चूत से राज का लंड टकरा गया.
डॉली को एक कड़क मोटे लंड की च्छुअन का अहसास हुआ. डॉली की छाती राज की आँखों के सामने थी.
राज अपना मूह थोड़ा खोला डॉली ने घुटनो के बल थोड़ा उपर उठते हुए अपने निपल को राज के मूह मे डालने की कोशिश की.
शुरू मे राज ने अपना मूह इधर उधर करते हुए डॉली को तरसाया और फिर रुक गया तो डॉली ने अपना निपल उसके मूह मे डाल दिया.
एकदम कड़क तना हुआ निपल अब राज के मूह मे था और वो होंठ बंद किए उस निपल को चूसने लगा. डॉली के मोटे बूब्स को अपने होंठो से रगड़ता हुए राज आवाज़ निकाल रहा था.
फिर डॉली ने अपने दूसरे मम्मे के निपल को भी राज के मूह मे भर दिया. राज ने दोनो निपल्स और मम्मों को बहुत देर तक चूसा.
अपने होंठो से डॉली के बूब्स को इतना ज़्यादा दबाया की डॉली के बूब्स भी गोरे रंग से बदल कर लाल हो गये.
राज ने कभी बूब्स की मोटाई को चूसा तो कभी दोनो बूब्स के बीच की गली मे अपनी ज़ुबान रगडी और चूमा. फिर मम्मों के साइड से होंठह चला कर चूमा और चूसा. अपने हाथों से भी बूब्स को भॉम्पू की तरह बार बार दबा कर मज़े लिए.
डॉली की पूरी छाती अब राज की लार से गीली हो गयी थी. डॉली घुटनो के बल सोफे पर थोड़ा खड़ी थी और राज ने अपना हाथ नीचे ले जाकर अपनी उंगलिया एक साथ डॉली की चूत पर रगडी.
इस बीच उसकी ज़ुबान लगातार डॉली के निपल और बूब्स को चूस रही थी. डॉली की चूत मे भी अपना पानी छोड़ना शुरू कर दिया था जो की आकर राज की उंगलियो को लग रहा था.
राज की उंगलिया अब चूत से निकले पानी से चिकनी हो चुकी थी. राज ने डॉली के बूब्स चूसना छोड़ा और डॉली उस से थोड़ा पीछे हटी.
राज ने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली और डॉली ने भी अपनी ज़ुबान बाहर निकाल कर ज़ुबान आपस मे लड़ाई. डॉली नीचे उतर गयी तो राज ने अपनी उंगली पर लगी चूत के पानी की चिकनाई को अपने लंड पर रगड़ा.
राज: “चल अब कुतिया बनकर मेरा लंड चूस”
डॉली फिर से नीचे ज़मीन पर घोड़ी की तरह खड़ी हुई और राज की दोनो टाँगो के बीच आकर उसका लंड पकड़े अपने मूह मे लेने लगी.
राज का लंड बहुत मोटा था और डॉली का छोटा सा मूह पूरा भर गया. डॉली ने अपने होंठो को राज के लंड पर रगड़ते हुए उसका लंड अपने मूह मे अंदर बाहर किया.
राज अब आहें भरते हुए सिसकिया मारने लगा. डॉली एक हाथ की नैल्पोलिश लगी उंगलियो से राज के लंबे लंड को नीचे से पकड़े हुए अपने मूह मे अंदर बाहर कर रही थी.
डॉली के लाल लिपस्टिक मे रंगे होंठ लंड के चारो तरफ घिस कर आगे पीछे हो रहे थे. राज की सिसकिया और आहें अब और गहरी होने लगी.
राज के लंड से थोड़ा पानी भी छूट गया था जिसको अपनरना अपने मूह मे दबाए हुए थी. डॉली के होंठ जब राज के लंड पर रगड़ खा रहे थे तो मूह से थोड़ा लंड का पानी भी निकल कर बाहर होंठो पर आ गया था.
लाल लिपस्टिक के होंठो पर अब सफेद गाढ़ा पानी थोड़ा आकर कर लग गया था. पर डॉली ने लंड को मूह मे रगड़ना जारी रखा.
राज: “बंद कर कुतिया, लंड का सारा पानी अपने मूह मे ही ले लेगी तो चूत मे क्या लेगी!”
राज ने डॉली के माथे पर हाथ रखा और उसको पीछे पुश करते हुए अपना लंड डॉली के मूह से बाहर निकाला.
राज का लंड गंदे पानी से भीग का गीला और चिकना हो चुका था. डॉली के खुले मूह मे भी वो पानी थोड़ा जमा था. डॉली अपना मूह बंद नही कर पा रही थी.
राज: “जा कुल्ला करके आ”
अगले एपिसोड मे पढ़िए राज और डॉली की चुदाई जारी रहेगी
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|