RE: Indian Sex Kahani चूत लंड की राजनीति
अब तक आपने पढ़ा की ज्योति के पहले नाजायज़ बच्चे शमित ने उसको नंगा कर खूब मज़े लिए और बिना चोदे ही चला गया.
अब आगे…
उसके बाद शमित अचानक से गायब ही हो गया. डॉली ने शमित को ढूँडने की कोशिश की पर वो नही मिला. कुच्छ दीनो बाद खुद शमित ने डॉली को फोन लगाया जो कोई इंटरनॅशनल नंबर था.
डॉली: “अर्रे तुम हो कहा? अपनी मा की चूत के मज़े लेकर गायब ही हो गये!”
शमित: “मुझे पता था तेरी चूत भी मेरे लंड के लिए तड़प रही होगी, इसलिए फोन किया. मैं तुमसे बहुत दूर आ गया हूँ”
डॉली: “तुमने अपनी मम्मी के साथ जो भी किया वो ठीक नही था. जैसी भी हैं, वो तुम्हारी मा हैं, वो मजबूर थी. उनको इस तरह जॅलील नही करना चाहिए था. वो अगर तुमसे प्यार नही करती तो तुम्हे अपने साथ इतनी ज़्यादती नही करने देती”
शमित: “तुम्हे बड़ा प्यार आ रहा हैं मेरी मम्मी पर”
डॉली: “भले ही उन्होने मुझे जनम नही दिया हैं पर उन्होने मुझे पाला हैं और मैं उनको अपनी मा मानती हूँ. एक बेटा अपनी मा को कैसे चोद सकता हैं!”
शमित: “वो मेरी मा नही हैं”
डॉली: “तुमने उनकी कोख से जनम लिया हैं और यह बात कोई नही बदल सकता हैं”
शमित: “मैने जितना सोचा नही था तुम उस से ज़्यादा बेवकूफ़ निकली. लड़के अपने लंड से सोचते हैं यह सुना था पर तुम्हे देखकर यकीन हुआ की लड़किया भी चूत से सोचती हैं. सिर्फ़ मेरा नाम शमित हैं यह सुनकर तुमने यह डिसाइड कर लिया की मेरे मा बाप का नाम शांतनु और ज्योति हैं!”
डॉली: “क्या मतलब?“
शमित: “मुझे तो पता भी नही था की तुम्हारी मम्मी ज्योति की कोई नाजायज़ औलाद भी थी जिसको उन्होने बचपन मे ही छोड़ दिया था. तुमने खुद मुझे वो स्टोरी सुनाई, यह समझ कर की मैं ही उनका खोया हुआ बेटा हूँ. क्या मैने एक भी बार कहा की मेरे पापा और मम्मी का नाम शांतनु और ज्योति हैं?”
डॉली: “तो फिर तुमने मेरी हा मे हा क्यू मिलाई?”
शमित: “मैं तो तुम्हे सबक सिखाने आया था.”
डॉली: “कैसा सबक! कौन हो तुम?”
शमित: “सुहानी याद हैं या भूल गयी?”
डॉली: “तुम सुहानी को कैसे जानते हो?”
शमित: “सुहानी तुम्हारे पति कौशल की बहन थी, फिर भी तुमने उसके साथ इतना बुरा सलूक किया. मैं सुहानी का बाय्फ्रेंड हूँ. तुमने उसके साथ जो भी किया उस से वो डिप्रेशन मे चली गयी. उसी का बदला तुमसे लेने आया था”
डॉली: “क्या! तो फिर तुमने मेरी मा को बीच मे क्यू घसीटा”
शमित: “यह मा बेटे वाला आंगल तुमने मुझे बोनस मे दे दिया तो मैने भी सोचा थोड़ा फ़ायदा उठा लिया जाए. मेरा असली प्लान तो कुच्छ और ही था”
डॉली: “तुम्हे पता भी हैं उस सुहानी के बाप आरके ने मेरे परिवार के साथ क्या किया था?”
शमित: “तुम्हारे परिवार के साथ जो भी बुरा हुआ वो आरके ने किया, पर सज़ा तुमने बेकसूर सुहानी को भी दी”
डॉली: “मैने सुहानी को मोहरा बना कर आरके को दर्द दिया था”
शमित: “ठीक वैसे ही तुमको दुख पहुचाने के लिए मैने तुम्हारी मा ज्योति का इस्तेमाल किया. याद हैं तुमने सुहानी को उसके बाप के सामने चुदने को मजबूर किया, फिर आरके को उसकी बेटी सुहानी की चूत चाटने पर मजबूर किया था”
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