RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
में,"मा तुम तो जानती हो की लड़की वादकी में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं."
"लेकिन मेरा तो आजकल तुम बहुत ही ध्यान रख रहे हो." यह कह मा भी मेरे पास मेरे बेड पर बैठ गई और में भी बेड पर टाँगें पसार बैठ गया.
में,"पर मा तुम कोई लड़की थोड़े ही हो." ऐसा कह कर मेने डबल बेड पर बैठी हुई मा को अपने आगोश में भर लिया और कहा,"और अगर तुम लड़की होती तो ज़रूर पाटाता और यदि नहीं पट्टी तो ज़बरदस्ती भगा के ले जाता."
"पर में तो कोई लड़की नहीं. में तो 46 साल की एक ढलती उमर की पूरी औरत हूँ. मुझे भगा के तू क्या करेगा?" मा ने मेरी आगोश में ही मेरे सीने पर सर टिकाते हुए कहा. मा मेरी और देख कर हंस रही थी. मेने मा को आगोश से मुक्त कर दिया और उसके घने बालों पर हाथ फेरने लगा.
में,"मा मुझे तो शुरू से ही तुम्हारे जैसी बड़ी उमर की औरतें ही अच्छी लगती है. स्टोर में एक से एक नौजवान लड़कियाँ मेरे पर मारती है, पर में उनकी तरफ देखता तक नहीं."
मा: "तो क्या मेरे जैसी किसी से शादी करेगा? मेरा इतना सजीला नौजवान बेटा है, ऐसे गतीले मर्द को तो एक से एक सुंदर और मॉडर्न लड़की मिल जाएगी. कहीं कोई चक्कर वाककर चल रहा है तो बता, उसे कल ही तेरी बाहू बना ले आती हूँ."
में: "नहीं मा, ऐसा सोचना भी मत. अभी तो तुम जैसी मान मिलने वाली मा के रूप में मुझे दोस्त मिली है. अभी तो मेरा पूरा ध्यान इसी बात पर है की तुझे हर प्रकार का सुख डून, तेरी जी भर के सेवा करूँ. मुझे तेरे ही साथ सिनिमा जाने में , होटेलों में खाने में, पार्कों की शायर करने में मज़ा आता है. फिर अजय जैसा प्यारा भाई मिला है की अपने बड़े भैया की खुशी के लिए कुच्छ भी करने को हरदम तैयार रहता है. इतने दिन तो में शहर में अकेला था, अब इतनी प्यारी मा और भाई का साथ मिला है तो तू कह रही है की कोई मॉडर्न लड़की को तेरी बाहू बना के ले अओन. जानती हो ऐसी लड़की आते ही सबसे पहले तेरी और अजय की यहाँ से च्छुतटी करेगी. जो घर प्यार का स्वर्ग बना हुवा है उसे नरक बना देगी. मुझे तो तेरे जैसी कोई चाहिए जिसने पति की सेवा में, घर को जोड़े रखने में अपने सारे सुख चैन छ्चोड़ दिए."
मा: "तो क्या म्र्स. केपर चाहिए? उसकी तो बड़ी प्रशंसा कर रहे थे. लगता है उसके तो पुर दीवाने हो. तेरे जैसे गबरू गतीले जवान को पाके तो वा निहाल हो जाएगी. यदि उसे दुबारा शादी नहीं भी करनी है तो तेरे जैसे मस्त जवान की बात आते ही वा शादी के लिए मचल जाएगी. तू कहे तो बात चला के देखूं."
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