RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
"मेरा मतलब इस रूप में तुम ओर तो किसी के सामने जाने से रही तो केवल मेरी ओर एक्सक्लूसिव्ली मेरी सुहागन हुई की नहीं. बड़ी बात यह है की इस प्रकार सुहागन की तरह रहने से तुम्हारे मान में विधवा वाली नेगेटिव भावना नहीं रहेगी ओर जीवन की हर वह खुशी, मौज मस्ती जो तुम पिच्छले 15 साल से नहीं ले सकी अब यहाँ बहुत ही एंजाय करते करते ले सकोगी. जितनी सोच सकारात्मक और खुली हुई होगी जिंदगी जीने का मज़ा भी उतना ही आता है." मेने मा को इशारों इशारों में कह दिया की अब सारी लाज शर्म छ्चोड़ दो और अपने सगे बेटे के साथ खुल के रंगरेलियाँ मनाओ.
"यहाँ आने के बाद तुमने तो मेरी पूरी सोच ही बदल दी. गाँव के उस माहॉल में में कई बार सोचती थी की कभी मेरे जीवन में भी ऐशो आराम लिखा है या नहीं." मा ने मेरे सीने में मुँह च्छूपाते हुए कहा.
"मा गाँव का वा महॉल अब बहुत पिच्चे च्छुत गया. अब में तुम्हारे जीवन में खुशियाँ ही खुशियाँ भर दूँगा. सबसे बड़ी बात यह है की तुम ऐश करने की, रंगीन जिंदगी जीने की रंगीन और शौकीन तबीयत की औरत हो वहीं में शुरू से ही बहुत खुले विचारों का हूँ. वैसे में हर किसी के साथ कम खुलता हूँ पर जिससे एक बार खुल जाता हूँ उसके साथ अपना सब कुच्छ खुल के बाँटता हूँ." अब मेने इस उन्मुक्त बहती गंगा में डुबकी लगाने का फ़ैसला कर लिया. मेने एक हाथ से मा की ठुड्डी उपर उताली और दूसरे हाथ की उंगली मा के होंठों पर फेरने लगा और साथ ही अपनी जीभ अपने होंठों पर फेरने लगा.
मा ने मेरी ओर देखते हुए मुस्करा कर आँखें बंद कर ली और मेने अपना मुख नीचे करते हुए मा के यौवन से भरे मदभरे गुलाबी होंठों पर अपने होंठ रख दिए. मेने मा के होंठ अपने होंठ में जाकड़ लिए और मस्त होके अपनी मस्त जवान मम्मी के होंठों का रस पॅयन करने लगा. रस पॅयन करते करते एक हाथ मा के दाएँ पुस्त स्तन पर रख दिया ओर उसे हल्के हल्के दबाने लगा.
"मम्मी अब तुम मेरी सुहागन हो. सुहागन का मतलब जिसका सुहाग हो ओर अब बताओ तुम्हारा सुहाग कौन हुवा?" मेने मम्मी की चूची कस के दबाते हुए कहा.
"तुम हुए और कौन हुवा और सुहाग होने का पूरा अधिकार जमा तो रहे हो. मान तो सदा से ही तुमको दिया हुवा था. धन की कोई बात ही नहीं; जो मेरा था वा सदा ही तुम्हारा था. जो टन बचा था उसके भी मुझे अपनी सुहागन बना के अधिकारी बन गये. इतने से मान नहीं भरा तो और कुच्छ भी चाहिए क्या?" मा ने शरारत भरे अंदाज़ में कहा.
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