RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
अपडेट-29
में: "देखा मुन्ना माके साथ मस्ती करने का मज़ा. देखो, मा कितनी खुल के मस्ती करवाती है. चलो हम तीनों साथ साथ नहाते हैं. आइस्क्रीम से बदन चिपचिपा हो गया है." यह कह हम सब मेरे बड़े बातरूम में आ गये. हम तीनों शवर के नीचे थे तभी मेने फुल फोर्स में शवर खोल दिया. ठंडे पानी की तेज़ धार हम तीनों के नंगे बदन पर पड़ने लगी. हम दोनों भाइयों ने माको हमारे बीच में लेकर बाँहों में जाकड़ लिया. मेने अपना लंड माकी गांद से भिड़ा रखा था और अजय ने झांतदार छूट से. हम कसमसाते हुए शवर में नहा रहे थे. तभी मेने एक बड़ी सी शॅमपू की बॉटल ली और ढेर सारा शॅमपू माके, अजय के और मेरे माथे पर गिरा दिया और शवर बंद कर दिया. में माके घने बालों को रग़ाद रग़ाद शॅमपू का झाग पैदा करने लगा, मा अजय के सर पर और अजय मेरे सर पर. यह बहुत ही फोम पैदा करनेवाला शांपू था इसलिए हम तीनों के सर, चेहरा और पूरा बदन फोम से भर गया. अब हम तीनों आपस में एक दूसरे के बदन रग़ाद रहे थे. मा मेरा लंड, गोतियाँ और झाँटेन रग़ाद रही थी, में अजय का लंड और उसकी गांद रग़ाद रहा था और अजय माकी छूट, चूचियाँ और गांद रग़ाद रहा था. हम एक दूसरे को रग़ाद रग़ाद कई देर नहलाते रहे. फिर मेने वापस शवर खोल दिया और कई देर फिर शवर के नीचे गुत्थम गुत्था होते हुए नहाते रहे.
कुच्छ देर बाद मेने शवर बंद कर दिया. हमारे बदन से पानी चू रहा था. अजय बातरूम के टीले लगे फ्लोर पर बैठ गया और मेरे खड़े लंड को मुख में ले चूसने लगा. उसकी देखादेखी मा भी नीचे बैठ गई और मेरी गोटियों से खेलने लगी. माने भी मेरे लंड पर मुख लगा दिया. कभी अजय उसे मुख में ले लेता और कभी मा. मा मेरी गांद दबा रही थी. तभी मुझे पेशाब करने की शंका महसूस हुई और मान में एक शरारत भरा ख़याल आया. माके मूतने का दृश्या मेरी आँखों के आयेज आने लगा. मेने सोचा की क्यों ना आज माके मुख में मूट की धार छ्चोड़ दूं. अभी यह पूरी मस्त है और एक बार इसके मुख में मेरे मूट की धार चली गई तो यह भी बिना हिचक के अपना मूत्रपान हम दोनो भाइयों को करवाएगी. यह सोच मेने अपना लंड माके मुख में पूरा तेल दिया और मूतने के लिए ज़ोर लगाया. ज़ोर लगाते ही हल्के हल्के मुत्रा धार निकल माके हलाक में गिरने लगी. पहले तो पूरी भीगी हुई माके समझ में ही नहीं आया की क्या हो रहा है पर फिर उसने मेरा लंड मुख से बाहर निकाल दिया. अब मेरे मुत्रा का वेग बढ़ गया था और मोटी धार के रूप में लंड से फोर्स के साथ निकल रहा था. माने ओर अजय दोनोने देखा की में मूट रहा हूँ. अजय यह देख पुर जोश में आ गया और उसने मेरे लंड को झट से अपने मुख में ले लिया और वा मेरा मूट गतगत पीने लगा. तोड़ा मूट अजय को पीला मेने लंड अजय के मुख से निकाल लिया और मुत्रा धार छ्चोड़ते हुए लंड को माके बंद होंठों से च्छुवा लंड मुख में देने के लिए ज़ोर लगाने लगा. मेरा मूट माके होंठों और पुर चेहरे को तार कर रहा था. मेने मा का चेहरा पकड़ उसे अपने लंड पर दबा दिया और माने मुख खोल दिया. मेने माके मुख में लंड दे दिया और तब तक माके मुख में मूटता रहा तब तक की मेरे मूट रुक नहीं गया और माने भी मेरे मूट की एक भी बूँद व्यर्थ नहीं जाने दी.
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