RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
अपडेट-32
मुन्ना: "क्यों भैया मज़ा आ रहा है ना? ऐसा छ्होटा भाई नहीं मिलेगा जो अपने बड़े भैया का मूसल सा लॉडा पूरा का पूरा इतने शौक से अपनी गांद में ठुकवा लेता है. आप ऐसे ही मेरी गांद में अपना लंड छापते रहिए. आज आप मेरी गांद माके सामने बहुत मस्त हो कर मारिएगा, मुझे बोल बोल कर आपसे मरवाने में बहुत मज़ा आता है. देख मा में कैसे भैया से गांद मरवा रहा हूँ. में भैया के लंड का पक्का शौकीन हूँ. भैया मेरे सैंया है और में अपने जानू भैया की लुगाई हूँ. देख में अपने प्यारे भैया से गांद मरवा कर कितना खुश हूँ." में मुन्ना का जोश देख कर पूरा उत्तेजित हो गया और मेने अजय की कमर दोनो हाथों से जाकड़ ली. मेने उसकी पीठ अपनी छ्चाटी से दबानी शुरू कर दी. में माके सामने गांडू भाई की गांद ताबड़तोड़ तरीके से मार रहा था. अब मुन्ना रह रह गांद कुच्छ आयेज खींचता जिससे टीन चोथाई लंड बाहर आ जाता और फिर पिच्चे कस के ज़ोर का धक्का देता जिससे मेरा लंड जड़ तक वापस उसकी गांद में समा जाता. इस प्रकार वा कई देर मरवाता रहा और में भी उसकी गांद में लंड छापता रहा. तभी मेने भाई के होंठ अपने होंठों में कस लिए और सिसकते हुए बहुत कमतूर हो भाई का चुंबन लेने लगा. मेने अपनी ज़ुबान भाई के मुख में डाल दी जिसे अजय चूसने लगा. उधर मेरा लंड उसकी गांद में एक पिस्टन की तरह आयेज पिच्चे हो रहा था. मा हम दोनो भाइयों की यह लीला बहुत ही आश्चयचकित हो कर देख रही थी.
कुच्छ देर इस प्रकार तेज़ी से गांद मरवाने के बाद वा बेड पर घुटनों के बाल चोपाया बन गया और अपनी गांद मेरे लंड के सामने उभार दी. उसकी फूली हुई बड़ी सी गोरी गांद मेरे सामने पूरी उभरी हुई बड़ी मस्त लग रही थी. गांद का बड़ा सा गोल च्छेद बिल्कुल खुला हुवा साफ दिख रहा था. में भी अब घुटनों के बाल बेड पर मुन्ना के पिच्चे बैठ गया. तब मुन्ना ने वापस अपनी गांद का च्छेद मेरे लंड से भिड़ा दिया और अपनी गांद जब तक मेरे लंड पर दबाता चला गया तब तक की वापस मेरा पूरा लंड उसकी गांद में ना समा गया. एक बार फिर सतसट गांद मरवाने की क्रिया शुरू हो गई.
मुन्ना: "हाय मेरे गंदू भैया आपसे गांद मारा कर मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. आप अपने छ्होटे भाई की फूली फूली गांद मारने के शौकीन है तो आपका यह छ्होटा भाई भी अपने भैया के हल्लाबी लॉड का दीवाना है. भैया में तो तेरी रखैल हूँ. तुझसे अपनी गांद की खुजली मिटाने में मुझे बहुत मज़ा आता है." में बेड पर घुटनों के बाल चोपाया बने भाई पर सांड़ की तरह चढ़ा हुवा था और उसकी गांद में दनादन लंड पेल रहा था.
में: "अरे भाई तू मेरे लंड का शौकीन है तो में भी तेरी गांद का दीवाना हूँ. में मा जैसी मस्त और कड़क औरत को छोड़ता हूँ पर जब तक तेरी गांद नहीं मार लेता तब तक ऐसा लगता है जैसे की कहीं कुच्छ कमी रह गई है. देखो मा में कैसे तेरे छ्होटे बेटे की तेरे सामने ही गांद मार रहा हूँ और तेरा छ्होटा बेटा कैसे खुशी खुशी मेरे से मरवा रहा है. यह तेरा देवर है क्योंकि तू मेरी लुगाई है और साथ ही तेरी सौत भी है क्योंकि जैसे तुम मेरे से चुड़वति है वैसे ही यह मेरे से मरवाता है."
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