RE: Rishton mai Chudai - दो सगे मादरचोद
मुन्ना: "मा तुम हम दोनो भाइयों की गांद मारामारी देखना चाहती थी ना तो देख. हन में तेरी सौत हूँ और रहूँगा. जब तक भैया मेरी गांद मारना चाहेंगे में उनसे मरवाता रहूँगा. तू जलती हो तो जलती रहना पर में तो अपने राजा भैया से मस्त हो कर मार्व्ौनगा.
मा: "यह छ्होटा तो पक्का गान्डू है. देख तो तेरा हल्लाबी लॉडा कितने आराम से बिना चूं छापद किए इसने पूरा अपनी गांद में ले लिया है. जितना मस्त हो कर आज यह अपनी मारा रहा है कल इतना ही मस्त हो कर इसने मेरी छोड़ी भी थी." यह कह मा उठी और अजय के खड़े लंड के सामने डॉगी स्टाइल के पोज़ में आ गई. माने पिच्चे अपनी गांद उठा दी और अपनी रस छ्चोड़ती छूट उसके लंड से सताने लगी. अजय माकी मनसा को समझ गया और उसने हाथ के सहारे से लंड ठीक छूट के च्छेद पर टीका दिया. उसने अपनी बाँहें माकी कमर में कस ली और चार पाँच करारे धक्के मार पूरा लंड माकी छूट में दे दिया. अब अजय आराम से अपनी चुदसी माको डॉगी स्टाइल में छोड़ने लगा. मेने भी वापस अजय की गांद में अपना लंड दे दिया. उधर अजय माको पिच्चे से छोड़ रहा था और इधर में अजय की गांद मार रहा था. हम तीनों पुर जोश में थे. मा अपनी छूट अजय के लंड पर दबाती हुई बहुत मस्त हो कर छुड़ा रही थी. अब अजय ने माकी दोनो लटकती चूचियाँ थाम ली और उन्हें रसीले आमों की तरह दबाने लगा. अजय बहुत ही जोरदार धक्के छूट में मार रहा था. छूट में धक्का मारने से सुपारे तक मेरा लंड उसकी गांद से बाहर निकल जाता और उसके फ़ौरन बाद अजय माकी छूट से लंड वापस बाहर खींचते हुए अपनी गांद मेरे लंड पर दबा देता जिसके कारण मेरा पूरा लंड उसकी गांद में समा जाता. यह प्रक्रिया एक ले बद्ध तरीके से हो रही थी और हम तीनों अपना अपना पार्ट बखूबी निभा रहे थे. जब माकी छूट में अजय का पूरा लंड होता तब गांद से मेरा लंड लगभग निकल जाता और जब मेरा पूरा लंड गांद में होता तब अजय का लंड छूट से लगभग बाहर आ जाता. यह सिलसिला कई देर यूँ ही चलता रहा और आख़िर में झड़ने की कगार पर आ गया.
मुन्ना: "क्यों भैया मज़ा आ रहा है ना? ऐसा छ्होटा भाई नहीं मिलेगा जो अपने बड़े भैया का मूसल सा लॉडा पूरा का पूरा इतने शौक से अपनी गांद में ठुकवा लेता है. आप ऐसे ही मेरी गांद में अपना लंड छापते रहिए. आज आप मेरी गांद माके सामने बहुत मस्त हो कर मारिएगा, मुझे बोल बोल कर आपसे मरवाने में बहुत मज़ा आता है. देख मा में कैसे भैया से गांद मरवा रहा हूँ. में भैया के लंड का पक्का शौकीन हूँ. भैया मेरे सैंया है और में अपने जानू भैया की लुगाई हूँ. देख में अपने प्यारे भैया से गांद मरवा कर कितना खुश हूँ." में मुन्ना का जोश देख कर पूरा उत्तेजित हो गया और मेने अजय की कमर दोनो हाथों से जाकड़ ली. मेने उसकी पीठ अपनी छ्चाटी से दबानी शुरू कर दी. में माके सामने गांडू भाई की गांद ताबड़तोड़ तरीके से मार रहा था. अब मुन्ना रह रह गांद कुच्छ आयेज खींचता जिससे टीन चोथाई लंड बाहर आ जाता और फिर पिच्चे कस के ज़ोर का धक्का देता जिससे मेरा लंड जड़ तक वापस उसकी गांद में समा जाता. इस प्रकार वा कई देर मरवाता रहा और में भी उसकी गांद में लंड छापता रहा. तभी मेने भाई के होंठ अपने होंठों में कस लिए और सिसकते हुए बहुत कमतूर हो भाई का चुंबन लेने लगा. मेने अपनी ज़ुबान भाई के मुख में डाल दी जिसे अजय चूसने लगा. उधर मेरा लंड उसकी गांद में एक पिस्टन की तरह आयेज पिच्चे हो रहा था. मा हम दोनो भाइयों की यह लीला बहुत ही आश्चयचकित हो कर देख रही थी.
कुच्छ देर इस प्रकार तेज़ी से गांद मरवाने के बाद वा बेड पर घुटनों के बाल चोपाया बन गया और अपनी गांद मेरे लंड के सामने उभार दी. उसकी फूली हुई बड़ी सी गोरी गांद मेरे सामने पूरी उभरी हुई बड़ी मस्त लग रही थी. गांद का बड़ा सा गोल च्छेद बिल्कुल खुला हुवा साफ दिख रहा था. में भी अब घुटनों के बाल बेड पर मुन्ना के पिच्चे बैठ गया. तब मुन्ना ने वापस अपनी गांद का च्छेद मेरे लंड से भिड़ा दिया और अपनी गांद जब तक मेरे लंड पर दबाता चला गया तब तक की वापस मेरा पूरा लंड उसकी गांद में ना समा गया. एक बार फिर सतसट गांद मरवाने की क्रिया शुरू हो गई.
मुन्ना: "हाय मेरे गंदू भैया आपसे गांद मारा कर मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. आप अपने छ्होटे भाई की फूली फूली गांद मारने के शौकीन है तो आपका यह छ्होटा भाई भी अपने भैया के हल्लाबी लॉड का दीवाना है. भैया में तो तेरी रखैल हूँ. तुझसे अपनी गांद की खुजली मिटाने में मुझे बहुत मज़ा आता है." में बेड पर घुटनों के बाल चोपाया बने भाई पर सांड़ की तरह चढ़ा हुवा था और उसकी गांद में दनादन लंड पेल रहा था.
में: "अरे भाई तू मेरे लंड का शौकीन है तो में भी तेरी गांद का दीवाना हूँ. में मा जैसी मस्त और कड़क औरत को छोड़ता हूँ पर जब तक तेरी गांद नहीं मार लेता तब तक ऐसा लगता है जैसे की कहीं कुच्छ कमी रह गई है. देखो मा में कैसे तेरे छ्होटे बेटे की तेरे सामने ही गांद मार रहा हूँ और तेरा छ्होटा बेटा कैसे खुशी खुशी मेरे से मरवा रहा है. यह तेरा देवर है क्योंकि तू मेरी लुगाई है और साथ ही तेरी सौत भी है क्योंकि जैसे तुम मेरे से चुड़वति है वैसे ही यह मेरे से मरवाता है."
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