RE: XXX Kahani नागिन के कारनामें (इच्छाधारी नागिन )
"लेकिन यार, तुम यह भी तो सोचो कि तुम उम्र में भी उससे पांच-छः साल छोटे हो।"
"अरे मेरे दोस्त । मोहब्बत मोहब्त उम्रों का फर्क नहीं देखा करती। सुना नहीं, अभी अमरीका में बीस साल के एक लड़के ने पैंतालीस साल के औरत से शादी की है?" सतीश ने हंस कर जवाब दिया।
"तो तुमने शादी का पक्का फैसला कर लिया है?" राज ने उसे गौर से देखते हुए पूछा।
"बिल्कुल सॉलिड फैसला।"
"अफसोस सतीश! मैं तुम्हें कैसे समझाऊं कि तुम तबाही की खाई की तरफ भाग रहे हो....।'' राज ने हाथ मलते हुए कहा-"यकीन करो, मैं इस शादी के सख्त खिलाफ हूं। मैं ज्योति को बिल्कुल पसन्द नहीं करता। तुम्हारी पत्नी के रूप में तो मैं उसे बिल्कुल भी बर्दाशत नहीं कर सकता।"
"तुम किसी गलतफहमी का शिकार हो गए हो राज ।” सतीश ने उठ कर राज का हाथ थाम लिया और सोफे पर ला बिठाया, फिर खुद भी उसके करीब बैठते हुए बोला, "तुम फिक्र न करो। जब ज्योति तुम्हारी भाभी बन जाएगी तो मैं तमाम गलतफहमियां दूर करवा दूंगा।"
"मेरी गलतफहमी दूर नहीं हो सकती, क्योंकि यह गलत फहमी नहीं हकीकत है, जो मुझे मजबूर कर रही है कि मैं तुम्हें इस शादी से रोकू।"
"लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता राज।' सतीश ने गहन गम्भीर लहजे में कहा, "मैं ज्योति को वचन दे चुका हूं। तुम मेरे दोस्त हो। तुम अगर हुकम करो तो मैं शादी से मना कर सकता हूं। लेकिन मुझे यकीन है कि तुम मुझे बचन-भंग करने वाले अपराधी के रूप में उस हसीन औरत के सामने शार्मिदा नहीं होने दोगे।"
वो कुछ सोच कर फिर आगे बोला
"चलो, तुम्हारे कहने पर मैं उसे ख़तरनाक भी मान लेता हूं राज, लेकिन तुम्हारी कसम कि ज्योति मेरे दिल और दिमाग पर बुरी तरह छा गई है। अब उसका ख्याल दिल से निकाल देना नामुमकिन है। उसकी निगाहों में न जाने क्या सम्मोहन है....कि वो थोड़े से अर्से में ही मेरी रंग-रंग में रच-बस गई है। मुझे याद नहीं कि जिन्दगी में कभी किसी औरत या लड़की ने मेरे ऊपर ऐसा असर डाला हो। राज, भगवान के लिए मेरी हालत पर दया करो और खुशी-खुशी मुझे शादी करने दो। तुमने मुझे शादी ने करने दी तो मैं उससे भी खौफनाक हालात का शिकार हो जाऊंगा, जिसका कि तुम्हें खौफ सता रहा है।" अब राज इस हालात में ने कुछ कह सकता था, न कर सकता था। उसे सतीश की जिद माननी पड़ी। राज ने सोचा था कि अगर ज्योति इस तरह सतीश के होशो-हवास पर छा चुकी है तो फिर ज्योति इस तरह सतीश के होशो-हवास पा छा चुकी है तो फिर ज्योति की जुदाई भी सतीश के लिए उतनी ही खतरनाक साबित होगी। वो पागल भी हो सकता था। हो सकता है सतीश के इन्कार से ज्योति ही उसकी दुश्मन बन जाए....और उसे कोई नुकसान पहुंचा दे।
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