RE: XXX Kahani नागिन के कारनामें (इच्छाधारी नागिन )
बम्बई। आज सुबह प्लाजा होटल के एक कमरे में कलकत्ता के एक अमीरजादे की लाश पाई गई। बाद में तफ्तीश से मालू नौजवान पिछले तीन-चार महीनों से प्लाजा में ही ठहरा हुआ था। वो काफी दौलतमंद शख्स था और कलकत्ता में उसका कारों का बहुत बड़ा कारोबार था। बम्बई वो सैर सपाटे के लिए आया था। लेकिन यहां किसी क्लब में उसकी मुलाकात शिंगूरा नाम की एक सुन्दरी से हुइ और सलीम तथा शिंगूरा आपस में मोहब्बत कर बैठे और दोनों शादी की प्लानिंग करने लगे।
शिंगूरा के भाई को भी इस शादी पर कोई एतराज नहीं था। इसलिए शिंगूरा हर रोज सलीम से मिलने प्लाजा होटल आया करती थी। इसी तरह तीन-चार महीने गूजर गए थे और शिंगूरा के ब्यान के मुताबिक अगले हफ्ते उनकी शादी की रस्म पूरी होने वाली थी, कि रात को उस बदकिस्मत नौजवान को सांप ने डस लिया।
हर रोज की तरह ग्यारह बजे सलीम सोने के लिए अपने कमरे में चला गया था। लेकिन सुबह जब फ्लोर वेटर उसके लिए बेडा टी लेकर गया था तो उसने दरवाजा बन्द पाया था। उसने दरवाजा खटखटाया, लेकिन अन्दर से उसे कोई जवाब नहीं मिला।
काफी देर खटखटाने के बाद भी जब उसे कोई जवाब नहीं मिला था तो वेटर वापिस चला गया था। आठ बजे वो फिर नाश्ता लेकर पहुंचा था तो दरवाजा तब भी बन्द था। वेटर के लिए क्योंकि यह नई बात थी, इसलिए वो होटल मैनेजर को बुला लाया था और दो चार होटल के स्टाफ के लोग जमा हो गए थे। सबने मिल कर आवाजें दी थीं और दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोई जवाब नहीं आया था । आखिर डुप्लीकेट चाबी से दरवाजा खोला गया तो सलीम अनवर ईवनिंग ड्रेस पहने बिस्तर पर मृत पड़ा पाया गया था। कमरे की स्थिति और लक्षणों से पता चलता है कि वो बिस्तर पर सोने के लिए नहीं लेटा था, बल्कि वो अचानक गिर पड़ा था।
मैनेजर ने फौरन पुलिस को फोन किया था। कुछ देर बात ही इंस्पेक्टर बसंत पाटेकर पुलिस पार्टी और मैडिकल स्टॉफ के साथ वहां पहुंच गए थे।
डॉक्टर ने लाश का मुआयना करके बताया कि उसके मरे सात-आठ घंटे से ज्यादा हो चुके हैं।
डॉक्टर ने लाश का अच्छी तरह मुआयना किया था कि शायद कोई चोट वगैरह के निशान दिखाई दे जाएं। लेकिन इस तरह का कोई निशान लाश पर नहीं था। उसके दाएं हाथ की पीठ पर एक ऐसा निशान जरूर पाया गया जैसे किसी नोकीली चीज से रगड़ लग गई हो। खरोंच के आसपास की जगह कुछ सूज गई थी और खरोंच से हल्के नीले रंग को पानी रिस रहा था।
उस दौरान जब बसंत पाटेकर कमरे की तलाशी ले रहा था, उस कमरे में कालीन के नीचे करीब एक फुट लम्बा सांप नजर आया था, जिसके दांत और जहर की थैली सही सलामत थी। कमरे में सांप पाए जाने से सारी पहेली हल हो गई थी। डॉक्टर ने स्वीकार कर लिया कि सलीम को वाकई सांप ने काटा है और उसी से उसकी मौत हुई हैं वो सांप इतना जहरीला है कि उसका काटा दो मिनट से ज्यादा जिन्दा नहीं रह सकता।
सांप और सलीम की लाश पर तहरीर डॉक्टर सावंत के सुपुर्द की दी गई है, जो पुलिस के डॉक्टर हैं और सांपों तथा जहरों के स्पेशलिस्ट समझे जातें हैं। आशा है कि आज लाश का पोस्टमार्टम करने के बाद वो शाम तक पूरी जानकारी दे देंगे। विवरण की प्रतीक्षा है।
खबर खत्म हो गई थी । लेकिन आखिरी पेज पर लेट न्यूज के शीर्षक में खबर थी
होटल में मृत पाए गए सलीम अनवर नाम के नौजवान के बारे में छपते-छपते खबर मिली है कि वो बुम्बई में कोई काम कर रहा था या करना चाहता था, क्योंकि पिछले दिनों वो करीब पैंतीस-चालीस लाख रूपये कलकत्ता बैंक से मंगवा चुका था लेकिन यह अभी नहीं मालूम कि उसने यह रुपया किसको दिया है या किस काम में लगाया है।
कमरे की तलाशी के दौरान ही, खबर पाक शिंगूरा भी वहां पहुंच गई थी और सलीम की लाश देखकर बेहोश हो गई थी। उसका भाई जमाल पाशा उसके साथ ही था। दोनों ने ही स्वीकार किया है कि सलीम और शिंगूरा की अगले हफ्ते शादी होने वाली थी।
बैंक से इतना रुपया बिना किसी वजह के नहीं निकाला गया होगा, इसके अलावा इतने बड़े और साफ-सुथरे होटल में किसी सांप का पाया जाना भी कम हैरतअंगेज नहीं है। इसलिए आशा है कि कुछ और सनसनीखेज रहस्यों से जल्दी ही पर्दा उठ सकता है।
पूरी खबर पढ़ कर राज के हाथ से अख़बार छुट गया और हैरत से उसकी आंखें खुल गईं।
कई मिनट तक वो खामोश बैठे रहे, उनके मुंह से एक शब्द भी न निकल सका। लेकिन उनके ख्याल ने जाने कहां-कहां भटकते रहे।
मेज पर रखा नाश्ता ठण्डा हो रहा था। देर बाद नौकर ने आकर उन्हें चौंका दिया और वो ख्यालों से निकल कर हकीकत में लौट आए।
''मेरा ख्याल है सलीम को कत्ल किया गया है....।" सतीश ने खामोशी तोड़ी।
"मेरा ख्याला है सलीम को कत्ल किया गया है...।" सतीश ने खामोशी तोड़ी।
"मेरा भी यही ख्याल है।" राज ने सहमति में गर्दन हिलाई-"बल्कि यहां तक कि इसमें शिंगूरा का ही हाथ हैं"
"यकीनन!" सतीश ने मेज पर हाथ माकर कहा-"इसका मतलब है, एक बार फिर हमारा जहर के स्पेशलिस्ट कातिलों से वास्ता पड़ गया है।"
"ऐसा ही लगता है।” राज ने ठण्डी कॉफी का बूंट लेकर, ठण्डी आहर भर कर कहा।
बड़े बेमन से उन्होंने नाश्ता किया। उसके बाद राज ने सतीश ने कहा
"मेरा ख्याल है कि मुझे डॉक्टर सावंत के पास जातना चाहिए।"
"क्यों?"
"क्योंकि मैं चाहता हूं कि सलीम का पोस्टमार्टम करते समस मैं भी डॉक्टर सावंत के साथ रहूं।" राज बोला।
"इससे क्या फायदा?" सतीश ने पूछा।
"सिर्फ अपनी तसल्ली करना चाहता हूं मैं।"
सतीश ने सहमति में सिर हिला दिया था और राज उसी वक्त डॉक्टर सावंत के पास जाने के लिए चल पड़ा।
|