RE: XXX Kahani नागिन के कारनामें (इच्छाधारी नागिन )
करीब बीस मिनट बाद वो मेडिकल सेन्टर की तरफ चल पड़े रास्ते में डॉक्टर सावंत ने बताया कि वो पुलिस का सरकारी डॉक्टर होने के साथ-साथ मेडिकल रिसर्च सेन्टर का अध्यक्ष भी
मेडीकल सेन्टर के हाल में डॉक्टर सावंत ने दो-तीन असिस्टेंट उसका इन्तजार कर रहे थें डॉक्टर सावंत ने उनसे पूछा
"क्या तैयारी पूरी कर ली गई है?"
"जी हां।" उनमें से एक बोला-"सिर्फ आपका इन्तजार था।"
"बहुत अच्छा।" डॉक्टर सावंत ने कहा।
वो दोनों पोस्टमार्टम रूम में पहुंचे। कमरे के मध्य में एक सफेद रंग की मेज पर सलीम अनवर की लाश पड़ी हुई थी।
डॉक्टर सावंत ने अपना एप्रिन पहने हुए कहा
"कितना बदनसीन था यह नौजवान...।"
"जी हां।" राज भी अफसोस भरे लहजे में बोला, "करोड़ो का मालिक और ऐसी जवान मौत! भगवान जाने, कोई इसका वारिस भी है या नहीं....।" ।
राज ने भी एक साफ एप्रिन बांध लिया और दोनों अपने काम में व्यस्त हो गए।
निरंतर तीन घंटे की मेहनत चीर-फाड़ में लगाने के बाद उन्हें जो कुछ मालूम हुआ, वो यह था कि सलीम का मौत वाकई सांप के
काटने से हुई थी। सांप का जहर बहुत घातक था। खून में जहर के कण पाए गए थे। और दिल पर उनका असाधारण असर पाया गया था, जिसकी वजह से उसके दिल की धड़कने बंद हो गई थीं।
पोस्टमार्टम से फारिंग होने के बाद डॉक्टर सावंत ने अपनी रिपोर्ट तैयार करके पुलिस को भेज दी, जिसका संक्षेप में सार यह था कि मृतक की मृत्यु सांप के जहर से हुई है।
लेकिन जिस वक्त वो मैडीकल कॉलेज से वापस जाने की तैयारी कर रहे थे, उस वक्त अचानक राज के दिल में एक ख्याल आया और उसने डॉक्टर सावंत से कहा
"क्या आप उस सांप को यहां से अपने घर, अपनी लेब्रॉटरी में ले जा सकते हैं?"
"हां, ले जा सकता हूं। लेकिन क्यों ?"
"मैं एक एक्सपेरीमेंट करके देखना चाहता हूं।"
"बहुत अच्छा, ले चलूंगा।" डॉक्टर सावंत ने हामी भरते हुए
कहा।
"और इसके साथ ही सलीम अनवर का थोड़ा सा खून भी ले चलिएगा, सैम्पल के तौर पर।"
"वो क्यों?" डॉक्टर सावंत ने हैरत से पूछा।
राज ने उसके सवाल को नजरअन्दाज करते हुए कहा
"क्या आपने उसके खून का विश्लेषण किया था?"
"हां भाई, किया था।”
"तो क्या आपने खून में जहर का अंश नहीं पाया?" राज ने पूछा।
"पाया था।" डॉक्टर सावंत ने जवाब दिया।
"मैं खून में पाए गए जहर की, उस सांप के जहर से तुलना करना चाहता हूं।"
"लेकिन उससे क्या फायदा ?"
"बस, मेरी तसल्ली हो जाएगी। आपके कहे अनुसार मैं कुछ ज्यादा ही जिज्ञासु जो हूं....।" राज मुस्कराया।
"ओक्रकेक। आप कहते हैं तो दोनों चीजें ले चलूंगा। लेकिन...”
बात अधूरी छोड़कर वो अपेन एक असिस्टेंट की तरफ मुड़ा और बोला
"पटेल साहब, आप उस सांप वाल ट्यूब और उस मृतक का थोड़ा सा खून में हमें ला दीजिए।"
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