RE: XXX Kahani नागिन के कारनामें (इच्छाधारी नागिन )
पटेल नामक उस आदमी ने दस मिनट के अन्दर-अन्दर वो दोनों चीजें उन्हें ला दीं।
सलीम अनवर को मेरे चूंकि काफी देर हो चुकी थी, इसलिए लाश का खून जम गया था, लेकिन डॉक्टर पटेल ने उसमें कोई दवा मिलाकर खून फिर पतला कर लिया था। उसके बाद दोनों चीजें उन्हें मिल गई थीं और वो उन्हें लेकर घर वापस लौट आए थे।
उस दिन क्योंकि वो पहले ही काफी थक चुके थे, इसलिए प्रयोग
का काम उन्होंने अगले दिन पर टाल दिया था और राज वापस अपने घर चला गया था।
अगले दिन निश्चित समय पर राज डॉक्टर सावंत की लेब्रॉटरी में पहुंच गया।
प्रयोग इस तरह शुरू किया गया कि राज ने लेब्रॉटरी के खतरनाक हिस्स में से एक खरगोश मंगवाया और उस सांप का थोड़ा सा जहर लेकर इंजेक्शन के जरिये खरगोश के जिस्म में उतार दिया।
जहरीला इंजेक्शन लगाये जाने के आधे घंटे बाद ही खरगोश ने दम तोड़ दिया। उन दोनों ने फौरन खरगोश की लाश खोल कर उसका दिल चेक किया तो उन्होंने देखा कि उसके दिल पर छाले से उभर आए हैं और वो इस तरह सिकुड़ गया था जैसे उसे खौलते हुए तेल में डालकर निकाल लिया गया हो।
सलीम अनवर की लाश का पोस्टमार्टम करने के बाद उन्हें पता चला था कि उसका दिल बिल्कुल सही शक्ल में था। जहर का असर अन्दरूनी हिस्से में था, जिसकी वजह से धीरे-धीरे दिल कमजोर होता गया था और अंत में रूक गया था।
इसका मतलब था कि सलीम अनवर की मौत सांप के काटने के तुरंत बाद नहीं हो गई थी, बल्कि छःसात घंटे में वो धीरे-धीरे फैलने वाल जहर से असर से मरा था। हालांकि होटल के कमरे में पाए गए सांप का जहर इतना तेज था कि उसके एक मिनट के अन्दर-अन्दर सलीम को मर जाना चाहिए था। उसके दिल की हालत भी ऐसी ही हो जानी चाहिए थी, जैसी कि खरगोश के दिल की हुई थी।
डॉक्टर सावंत भी इस भिन्नता को देखकर हैरान रह गया था। उसने कहा
"इसमें कोई शक नहीं डॉक्टर राज कि आपकी जिज्ञासु प्रवृति बहुत फायदेमंद साबित हुई है। मैंने तो लाश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भेज दी थी और मेरा काम खत्म हो गया था।"
"जी हां।" राज ने माईक्रोस्कोप में खरगोश के खून में मिले जहर के कणों का मुआयना करते हुए कहा
"अब जरा यह भी देख लीजिए कि खरगोश के जिस्म से मिले खून में जहर के कण और सलीम अनवर के खून में पाए गए जहर के कणों में कितनी भिन्नता है।"
"हां। वाकई आप सही कह रहे हैं। इसका मतलब है।" डॉक्टर सावंत कुछ देर मुआयना करके खड़ा हो गया और बोला, "सलीम अनवर को उस सांप ने नहीं काटा, जो कमरे में से पकड़ा गया है ?"
"जी, और यही मेरा मकसद थी था।"
"मैं समझा नहीं कि आपको सन्देह क्यों था?" डॉक्टर सावंत ने पूछा।
"सीधी सी बात थी। प्लाजा एक फाइव स्टार होटल है जिसकी सफाई दिन में चार-चार बार होती है। उसके किसी कमरे में ऐसे जहरीले सांप का पाया जाना ही सन्देह पैदा करने के लिए काफी था।" राज ने कहा-''और जब हम पर खंजर से हमला किया गया था तो हमने जांच में पाया था कि वो खंजर एक सांप के जहर में बुझा हुआ है....और खंजर फेंकने वाले आदमी को उस रहस्यमयी हसीना शिंगूरा से कोई-न-कोई सम्बंध जरूर है। इसका मतलब यह है कि शिंगूरा से कोई-न-कोई सम्बंध जरूर है। इसका मतलब यह है कि शिंगूरा का सम्बंध या सम्पर्क सांपों के जहर के किसी स्पेशलिस्ट से जरूर है, या फिर वो खुद ही इस काम में एक्सपर्ट हैं।"
डॉक्टर सावंत ने सोचपूर्ण ढंग से सिर हिला दिया। राज
आगे बोला
"और जब मुझे मालूम हुआ कि वहीं खतरनाक हसीना शिंगूरा उस नौजवान से शादी करने वाली है, जो कतलत्ते को बहुत बड़ा दौलतमंद था, तो उसी दिन से मुझे उस नौजवान की जान खतरे में महसूस होने लगी थी। अब आप की बताइए, क्या ऐसी स्थिति में, मेरी जगह आप होते तो क्या आपको शक नहीं हो
जाता?"
"बिल्कुल हो जाता।" डॉक्टर सावंत ने स्वीकार कर लिया।
" और इससे यह भी जाहिर होता है कि शिंगूरा ने किसी तरह उसे बहका कर, फुसलाकर उससे पैंतीस-चालीस लाख रूपया ले लिया और उसे मार डाला, ताकि वो रूपये के मामले में तकाजा
न कर सके। यह यह भी हो सकता है कि सलीम अनवर को शिंगरा पर किसी किस्म का शक हो गया हो और बात खुलने के भय से शिंगूरा ने उसे रासते से हटा दिया हो। बहरहाल, वो मर गया है और अपने राज अपने साथ ले गया...."
"तो हमारे प्रयोग का अब यह नतीजा निकला!'' डॉक्टर सावंत ने कहा-"कि सलीम अनवर की मौत उस सांप के काटने से नहीं हुई?"
"जी हां।' राज बोला, " बल्कि यह हुआ होगा कि शाम के वक्त उसके जिस्म में किसी तहर किसी दूसरे सांप का जह दाखिल कर दिया गया, तो धीरे-धीरे असर करता रहा, जहां तक कि सात-आठ घंटे बाद सलीम अनवर मर गया। उसी दौरान शिंगूरा या कोई और, यह खतरनाक सांप लेकर वहां पहुंचा और उसे उसके कमरे में छोड़ दिया। ताकि सुबह जब पुलिस तलाशी ले तो सारी जिम्मेदारी उसी सांप पर डाल दी जाए और शिंगूरा पर किसी किस्म का सन्देह न किया जा सके..."
"लेकिन सवाल यह है कि दूसरे सांप का जहर उसके जिस्म में कैसे दाखिल किया गया?" डॉक्टर सावंत ने कहा, "जाहिर है सलीम इतना बेवकूफ तो नहीं था तो आसानी से जहरीला इंजेक्शन लगवा लेता। इसके अलावा उसके जिस्म पर उसके सिवा कोई निशान नहीं है जो उसकी हथेली के पीछे पाया गया
था।"
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