RE: Antarvasna Sex Story - जादुई लकड़ी
अध्याय 13
सुबह मैं बहुत बेचैन सा मेडम के पास पहुचा ,वो मुझे कुछ बोल पाती उससे पहले ही मैंने उनका हाथ पकड़कर बाहर चलने को कहा..
“अरे ये क्या बत्तमीजी है …….”
“मुझे साफ साफ बताइये की आप कौन है ..??”
“वाट क्या बोल रहे हो ??”
“क्या आप चन्दू पर नजर रखे हुए हो …”
“मलतब ???”
वो मेरी बात सुनकर बौखला गई थी
“मेडम देखिए प्लीज् मुझे सच सच बताइये की ये लकड़ी क्या है ..और आप कौन हो,आप कल विवेक अंगिहोत्री से मिली थी राइट ..”
इस बार काजल मेडम शांत थी …
“तो उस वकील ने तुम्हे मेरे बारे में भी बता दिया “
“जब उसने कहा की वो लड़की कोई सुंदर सी फाइटर थी तो मेरे दिमाग में पहला नाम आपका ही आया था “
मेडम हल्के से हंसी
“अब प्लीज आप बताने का कष्ट करेंगी की ये हो क्या रहा है,आप मेरी रक्षा क्यो कर रही है ,और क्या इन सबमे बाबा जी या इस लकड़ी का कोई लेना देना है “
“इस लकड़ी के साथ क्या किया तुमने “
“कल रात मैंने इसे चांटा था जैसा बाबा जी ने कहा था की जब भी किसी मुसीबत में होंगे तो इसे चांट लेना “
वो हल्के से हंसी
“फिर क्या हुआ “
“मैंने एक अजीब सा सपना देखा की मैं ……….”
मैंने उन्हें सब कुछ बता दिया ….
“ओ माय गॉड ,मैंने सोचा नही था की ये हो जाएगा ,डॉ इज़ सच अ जीनियस “
“वाट???? कौन डॉ और क्या हो जाएगा ???“
“न्यूरोगिला ट्राय बेसाईल फास्फेट शार्ट में बोले तो NTBF ..”
“मतलब…”
मैं बुरी तरह से कन्फ्यूज़ था
“मतलब उन्होंने ये बना दिया “
“किन्होंने “
“डॉ ने, डॉ चूतिया …”
मेडम की बात से मैं बुरी तरह से झल्ला गया था
“कौन डॉ चूतिया…”
मैं झल्ला कर बोला
“तुम्हारे बाबा ..और हमारे डॉ साहब ,हमारे मार्शल आर्ट के ग्रेंड मास्टर ,इस संस्था के प्रमुख ...डॉ चुन्नीलाल तिवारी यरवदा वाले ,उर्फ डॉ चूतिया……..”
मैं बुरी तरह से चौक गया था,मुझे समझ नही आ रहा था की ये हो क्या रहा है …
“लेकिन वो तो एक सिद्ध संत है …”
“हा बिल्कुल ,वो जंगलो में इस दवाई को बनाने के लिए तपस्या ही तो कर रहे थे इतने दिनों से ,जो तुम्हारे गले में है वो उनके 5 सालो की मेहनत का नतीजा है….एक खास फार्मूले में कई महीने से डूबी हुई चंदन की एक लकड़ी का टुकड़ा ...ये जादुई लकड़ी है …”
अब मुझे कुछ कुछ समझ में आ रहा था की आखिर यंहा हो क्या रहा है …
“तो आपको बाबा जी ने भेजा है मेरी मदद के लिए “
“हा वो देखना चाहते थे की आखिर उनके शिक्षा का तुमपर क्या असर होता है ,और ये भी की इस ड्रग का तुमपर क्या असर होता है,लेकिन तुमने कभी इसे चाटा ही नही “
“लेकिन इसे चाटने के बाद तो मैं सो गया था…”
“वो इसलिए क्योकि ये पहली बार था,तुम्हारे दिमाग के चलने की स्पीड अचानक से कई गुना तेज हो गई जिसकी तुम्हे आदत ही नही है इसलिए तुम्हरे दिमाग ने शरीर के डिफेंस सिस्टम के तहत तुम्हे बेहोश कर दिया जैसे कोई बेहद डरावनी चीज देखने के बाद या फिर किसी बहुत बड़े सदमे के बाद लोग बेहोश हो जाते है क्योकि उसे जागते हुए वो सह नही पाते तो दिमाग का डिफेंस सिस्टम आपकी चेतना को खत्म कर देता है ताकि आप पागल ना हो जाए …..”
“लेकिन वो सपना …”
“शायद तुमने जब इसे चाटा था तो तुम निशा के बारे में ही सोच रहे थे राइट…या तुम्हारे दिमाग मे उसे लेकर कुछ द्वंद चल रहा होगा..तो तुम्हारे दिमाग ने तुम्हे वंहा पहुचा दिया ,तुम्हारी ही यादों का सहारा, तुम्हे सपना दिखाने के लिए लिया गया ,जो चीज तुम्हारे साथ बीती थी लेकिन तुम उसे सच समझने लगे और उसे अपने हिसाब से चलाने की कोशिस करने लगे ,इसे विज्ञान की भाषा में लुसिड ड्रीमिंग कहा जाता है(आप अधिक जानकारी के लिये lucid dreaming गूगल कर सकते है) ,जब आप सपने में होते हो लेकिन उस सपने को कंट्रोल कर सकते हो ,असल में आपको पता चल जाता है की आप सपना देख रहे हो ,इसके लिए बहुत प्रेक्टिस करनी पड़ती है ,कभी कभी ये अचानक भी हो जाता है,लेकिन तुम्हारे केस में तुम भूल गए की ये सपना है तुम्हे वो सब सच ही लगने लगा फिर भी तुम इसे कंट्रोल कर पाए इस दवाई के कारण …”
“अगर मैं अब इसे चाट लू तो ..”
“नही मेरे ख्याल से तुम्हारा दिमाग अभी तैयार नही हो पाया है .इससे पहले तुम्हे कुछ दूसरी ड्रग्स देनी होगी ताकि तुम इसके शक्ति को कंट्रोल कर सको ,तुम सोच नही सकते की डॉ ने तुम्हे क्या दे दिया है “
“मैं सच में नही सोच सकता की ये मेरे साथ क्या हो रहा है कहि ये भी सपना तो नही है “
काजल मेडम जोरो से हसने लगी और मेरे गालो में एक जोर की चिकोटी काट दी …
“आउच ..”
“अब समझ आया ,चलो जब तुम्हे ये पता चल ही गया तो कही बैठकर बात करते है तुमसे बहुत सारी बात करनी है ……..”
******
हम एक आरामदायक जगह में बैठे थे ये वही जगह थी जन्हा बैठकर मैंने उनसे आकर्षण के बारे में गुरुज्ञान लिया था …
“मुझे शुरू से जानना है “
मैंने रिक्वेस्ट की
“हम्म असल में हम ये संस्था चलाते है ,सेल्फ डिफेंस सिखाते है और साथ ही कई और विज्ञान,और समाज सेवा के कार्य भी करते हैं, हमारे कई स्कूल कालेज और हॉस्पिटल भी हैं,इसकी शुरुवात हमारे गुरुदेव डॉ साहब ने की थी ,हमसे कई लोग जुड़ते गए जिसमे कई वैज्ञानिक थे,कुछ दार्शनिक,मनोवैज्ञानिक,फाइटर्स ,आदि आदि ..
ये एक चैन सा बन चुका है,पूरे देश और विदेशो में फैल चुका है ..
खैर छोड़ो …
हुआ ये की उन्हें ये आईडिया किसी वैज्ञानिक के अधूरे प्रयोग से आया की एक ऐसी दवाई बनाई जा सकती है जिससे मानव मस्तिष्क की क्षमता को बहुत ज्यादा बड़ा दिया जाए,जैसा तुम्हे पता होगा की हम अपने दिमाग का कुछ ही परसेंट यूज़ कर पाते है ,बाकी दिमाग निष्क्रिय भी चला जाता है,वही कई वैज्ञानिक ये भी मानते है की जितना परसेंट बताया जाता है वो भी गलत है क्योकि अभी तक कभी तक किसी ने पूरा दिमाग यूज़ ही नही किया,मतलब की दिमाग की क्षमता का कोई ओर छोर ही अभी तक नही पता तो इसे परसेंट मे कैसे बताया जाय की अभी मनुष्य कितने परसेंट तक इस्तमाल करता है राइट...दिमाग की एक ख़ासियत ये भी है की इसे जितना उपयोग किया जाए वो उतना ही तेज होता जाता है,इन सब को सोचकर प्रयोग किये गए,और डॉ साहब सब कुछ छोड़ कर जंगलो में चले गए,हम कुछ लोगो को ही पता है की वो आखिर कहा है,हम उनसे सेटेलाइट फोन के मध्यम से संपर्क में है और उन्हें जरूरी चीजे उपलब्ध करवाते है…”
“लेकिन अगर वो कोई पहुचे हुए संत नही है तो फिर उहोने शंख बजाकर चीते को कैसे भगा दिया ..”
मेरा एक स्वाभाविक सा प्रश्न था ……
“अगर वो चीता रहा ही नही हो तो ..”
“क्या??????????”
मैं चौका
“लेकिन मैंने तो उसे अपनी आंखों से देखा था ,उसकी दहाड़ भी सुनी थी “
काजल मेडम हंस पड़ी ..
“हा बिल्कुल सुनी थी ,लेकिन ……..क्या तुमने कभी प्रोजेक्शन टेक्निक का नाम सुना है “
“हा थोड़ा बहुत ..”
“बस वो लाइट का प्रोजेक्शन था जो हमने डॉ की सेफ्टी के लिए लगाया था ,साथ में ही कुछ स्पीकर्स जिसकी दहाड़ तुमने सुनी “
मैं आंखे फाड़े उन्हें देख रहा था ….
“डॉ साहब ने उसी समय तुम्हारे भीतर छुपे हुए फाइटर को पहचान लिया था,जब उन्होंने तुम्हे निडर उस चीते के सामने देखा तो वो समझ गए थे की तुम जीवन को खोने के डर से मुक्त हो चुके हो ,तुम्हारे अंदर की निडरता और साहस को वो पहचान चुके थे,लेकिन फिर जब तुमने उन्हें अपनी कहानी सुनाई तो उनके दिल में तुम्हारे लिए एक दया का भाव जागा,वो चाहते थे की तुम खुद को पहचानो की तुम वो नही हो जो तुमन खुद को सोच रखा है….तुम ताकतवर भी हो ,और निडर भी ,बस जरूरत थी तुम्हारे भीतर की ताकत और साहस का तुम्हे अहसास दिलाने की ,तो उन्होंने तुम्हे मनोवैज्ञानिक तरीके से ट्रेन किया,उसके लिए तुम्हे भरोसा दिलाने के लिए ये लकड़ी तुम्हे दे दी ,और इसकी ताबीज बना कर तुम्हे पहना दिया,ताकि तुम्हे यही लगे की तुम्हारे भीतर से जो आ रहा है वो असल में एक सिद्ध बाबा के ताबीज का कमाल है …
साथ ही उन्होंने तुम्हे और भी कई गुर अनजाने में ही सीखा दिए जैसे पहाड़ो में चढ़ना ,दूर तक दौड़ना,ये तुम्हारे स्ट्रेंथ और कंफीडेंस को बढाता है,तुम चीते के सामने खड़े हो गए इससे तुम्हारे अंदर का फाइटर जागा जो किसी भी कंडीसन में हार नही मानता...तुम्हे योग ,आसन ,प्राणायाम और ध्यान सिखाया जिससे तुम हर दिन और बेहतर बनते जाओ,और सबसे बड़ी बात उन्होंने जो तुम्हे दे दी वो थी खुद पर विस्वास करने की कला …..
तुम जब वापस आये तो तुमने सब कुछ किया लेकिन अपनी शक्ति का गलत उपयोग करने की कोशिस नही की ,कोई और होता तो कब का इस लकड़ी को चाट चुका होता,डॉ को तुमपर यकीन था की तुम ऐसा नही करोगे इसलिए इसे तुम्हारे साथ लाने दिया,जब तुम पहली बार उनसे मिले तभी से उन्होंने हमे इस काम में भिड़ा दिया था की तुम्हारे बारे में पता कीया जाए,तुम्हारे आने तक हमारे पास तुम्हारी सभी बायोडेटा मौजूद थी ,हम तब से ही चन्दू और एडवेकेट अग्निहोत्री पर नजर रखे थे ,हमने दोनो का फोन भी टेप किया जिससे आगे हमे ये पता चला की वो तुम्हे फसाने के फिराक में है ,मुझे तुम्हे ट्रेन करना था क्योकि डॉ ने कह रखा था की मैं तुम्हारी हिफाजत भी करू और साथ ही तुम्हे आने वाली मुश्किलों को के लिए तैयार भी रखु,क्योकि …..”
वो इतना कह कर चुप हो गई
“क्योकि क्या मेडम ..”
काजल ने एक बार करवट बदली थोड़ी बेचैन हो गई ..
“क्योकि ये अब सिर्फ तुम्हारे और चन्दू की बात नही रह गई है,हमारे समान्तर एक और ग्रुप भी एक्टिव है जिसका प्रमुख है डागा ,डेनिश चरण डागा जो DCD के नाम से फेमस है, या ये कहु की अंडरवर्ड में बदनाम है ...वो एक कातिल है ,स्मगलर है ,और एक ग्रुप का लीडर है जो हमारे ग्रुप की सबसे बड़ी दुश्मन है …..
उनके एजेंट भी जगह जगह फैले हुए है ,और वो अभी डॉ को ढूंढने में अपनी पूरी ताकत लगा रहे है,यही कारण है की डॉ एक ऐसी जगह में छिपे है जिसका किसी को अंदाज भी नही हो सकता,वो भी इस दवाई की शक्ति को जानते है और इसे पाना चाहते है…….
अब मुद्दे की बात करे तो उन्हें ये पता चल गया है की हमारा ग्रुप तुम्हे प्रोटेक्ट कर रहा है,और मैं तुम्हे ट्रेन कर रही हु ,लेकिन उन्हें इस लकड़ी के बारे में नही पता ….हा उनके पास एक दूसरी थ्योरी जरूर है...वो है तुम्हारा पैसा …
तुम्हारे नाम पर अरबो की प्रोपर्टी है जिसका तुम्हे ढंग से पता भी नही है,उस ग्रुप को ये नही पता की तुम असल में डॉ के पास रह कर आये हो इसलिए तुम्हे हम प्रोटेक्ट कर रहे है बल्कि उन्हें ये लगता है की हम तुम्हारी दौलत के पीछे है ,सोचो अगर तुम हमारे साथ हो तो तुम हमे कितनी वित्तीय मदद कर सकते हो ,और इससे हमारा ग्रुप और भी ताकतवर हो जाएगा,और इसके लिए हम तुम्हे तुम्हारी प्रोपर्टी दिलाने में मदद करेंगे ….अब अगर ऐसा है तो उन्हें कोई ऐसा चाहिए था जो हमारे मंसूबो को नाकाम करे ,और उन्होंने चन्दू को खोज लिया,वो चन्दू के जरिये वो प्रोपर्टी पाना चाहते है ताकि वो पैसा जो हमारे ग्रुप को मिलना था वो अब डागा को मिल जाए ,वो उससे तबाही मचा देगा….हथियार खरीदेगा ..उन्हें वसीयत की कमजोरियों के बारे में पता चल गया है और इसीलिए उन्होंने पहले वकील को ही मार दिया,मैं नही चाहती थी की तुम्हे मेरे बारे में पता चले इसलिए मैंने तुम्हे काल नही किया बल्कि विवेक से करवाया….अब मुश्किल और बढ़ गई है क्योकि तुम मुझे पहचानते हो,और तुम्हे हमारी और अपनी हकीकत भी पता चल चुका है ,ये तुम्हारे लिए मुश्किल पैदा करने वाली है तो तुम्हे अब अपने ट्रेनिंग को अलग लेवल तक ले जाना होगा...ऐसा ना हो की बाबा के सिद्ध ना होने की बात सुनकर तुम्हारा कंफीडेंस गिर जाए और तुम पहले वाले राज बन जाओ ..”
मेडम की बात सुनकर मैं मुस्कुराया ..
“नही मेडम ,बाबाजी ने सॉरी डॉ ने जिस तरह से मेरे अंदर की ताकत का मुझे अहसास दिलाया है मैं इसे कभी नही खो सकता,और आपकी बात से और सच्चाई जानकर मैं और भी आत्मविस्वास से भर गया हु,आपके लिए वो शायद डॉ हो लेकिन मेरे लिए तो वो मेरे बाबा ही है,वो सिद्ध जिसने मुझे अपनी पहचान दिलाई ,मुझे जहन्नुम से निकाल कर जन्नत का रास्ता बताया..मैं उनकी दी शिक्षाओं को भूल नही सकता ..”
ये बोलते बोलते मेरा गला भर गया था ,मेरे दिल में बाबाजी उर्फ डॉ साहब के लिए सम्मान और भी गहरा हो गया था,उन्होंने मुझपर इतना भरोसा किया था की अपनी सालो की मेहनत मेरे हवाले कर दिया था,जब उन्होंने मुझ में कुछ देखा था तो मुझे भी खुद को साबित करना होगा,मैं उनका विस्वास नही तोड़ सकता था…..
“मेडम मैं तैयार हु ,मैं कठिन से कठिन ट्रेनिंग करूँगा “
मेरी बात सुनकर मेडम मुस्कुराई
“तुम्हे एक ही चीज की सबसे ज्यादा ट्रेनिंग की जरूरत है ,वो है इस दवाई को झेलने की शक्ति ,और इसकी ताकत का सही उपयोग करने का दिमाग ,वो शांत दिमाग से ही पॉसिबल हो पायेगा ...आगर तुम्हे ये कर लिया तो तुम अकेले सबपर भारी पड़ोगे…हम तुम्हे आज से ही कुछ अलग अलग दवाइयों के डोस देना शुरू करेंगे ..”
“मैं तैयार हु मेडम “
मेडम फिर से मुस्कुराई
“अब समय आ गया है की तुम रश्मि को आई लव यू बोल दो “
मैं उनके अचानक से टॉपिक बदलने पर चौका
“वाट अब रश्मि बीच में कहा से गई “
वो हँसने लगी
“क्योकि तुम्हे उसकी जरूरत पड़ने वाली है जो मेडिसिन तुम्हारे ऊपर चलेंगी और साथ ही ये लकड़ी का असर ये तुम्हारे सभी तरह के ताकत को बड़ा देगा...समझ रहे हो “
मैंने ना में सर हिलाया
“ये तुम्हारे शारीरिक ताकत ,मानसिक ताकत को बढ़ाएगा..तुम्हारी इमेजिनेशन की ताकत बहुत ज्यादा हो जाएगी जिसका उदाहरण तुम देख ही चुके हो ,सपना वो इमेजिनेशन ही तो है...साथ ही तुम्हारे cognation की ताकत,तुम्हरा perseption ,बैलेंसिंग ,कंसन्ट्रेशन सब कुछ ,तुम्हारे मसल्स की पवार तुम्हारी लर्निंग अब्लीटी ...और रश्मि की तुम्हे जन्हा जरूरत पड़ेगी..तुम्हारा टेस्टोस्टेरॉन लेवल,और तुम्हारी सेक्सुअल पॉवर…..राज इसे सम्हाल पाना बहुत मुश्किल होने वाला है तुम्हारे लिए...बाकी सब के लिए हमारे पास एक्सरसाइज है ,योग है ,ध्यान है लेकिन इसके लिए तो तुम्हे एक रियाल लड़की की ही जरूरत है ..”
मेडम हल्के हल्के मुस्कुरा रही थी …
लेकिन मैं नही मेरे दिमाग में और भी कुछ चल रहा था ..
“आप फिक्र मत करे मेडम ,रश्मि के अलावा भी बहुत लोग है मेरे पास ,कुछ को प्यार दिखाना है ,तो कुछ से बदला लेना है ..”
|