RE: Indian Sex Kahani मिस्टर & मिसेस पटेल (माँ-बेटा:-एक सच्ची घटना)
मेरी इस बात पे माँ झट से मेरे चेहरे के तरफ देखि और कुछ न समझ के एक सरप्राइज्ड लुक लेकर मुझे देखते रहि. मेरे होठ पे एक हलका स्माइल आया. और तब नानी हमें पीछे मुड़के देख के कहि
" मंजू..बेटा तू थोडा प्रेशर लगा दे" बोलके फिर काम पे बिजी हो गई. माँ मेरी तरफ देखि और समझ गयी मेरी बदमाशी. वह और शर्म में लाल हो गई. कुछ पल वह वैसे ही बैठि रहि. और मैं उन पे नज़र टिकाके देख रहा हु. थोडे टाइम बाद माँ उनके गोल गोल हाथ बढाके सूटकेस के उप्पर रखी और घुटनोँ के बल बैठके अपनी बॉडी को थोडा उठाके सूटकेस के पास लायी. इसमें मेरे और उनके बीच और कोई दूरि नहीं रही. मैं प्रेशर लगाने की एक्टिंग करते रहा और वह बस वैसे करके धीरे धीरे प्रेशर देणेलगी. मैं उनके तरफ देखा वह बिलकुल नज़र नहीं उठा रही है. मैं मेरे हाथ क्लैप छोड़के धीरे धीरे ऊपर लाया और उनके लम्बी लम्बी नरम उँगलियाँ पे मेरे उँगलियाँ टच करने लगा. उनकी उँगलियों में हल्कि गुलाबी नैलपोलिश लगी हुई है. मैं मेरी कुछ उँगलियो से उनकी उंगलिया पकड़ने की कोशिश कर रहा हु पर वह अपनी उंगलिया मोड़ के हाथ धीरे धीरे खिसका के दूर कर रही है. मेरा सर उनके सर को टच कर रहा है. मैं इंटेंशनली मेरे सर को उनके माथे पे लगाके उनके ऊपर हल्का सा प्रेस करने लगा. और मेरा राईट शोल्डर उनके लेफ्ट शोल्डर को छुने को जा रहा है. कुछ पल बाद माँ उनके हाथ को मेरे हाथ के टच से और दूर नहीं लेगई. वह उनका हाथ छुने में रोकी नही मेरा कन्धा अब उनके कंधे से रगड़ने लगा. उनके ब्लाउज के स्लीव के ऊपर से थोड़ी थोड़ी हल्की गर्मी मेरे शरीर में आने लगी. एक हप्ते बाद हम एकदूसरे का टच महसुस कर रहे है. अब हम दोनों ही समझ गए की हम दोनों का मन और तन एक दूसरे का प्यार पाने के लिये, उसको महसुस करने के लिए तरस रहा है. बस थोड़ी देर बाद हल्दी होगी . हम कानूनी पति पत्नी बनने की तरफ कदम रखना शुरू करेंगे. उस बात पे दोनों के मन और तन में एक अजीब अनुभुति छाई हुइ थी इस लिए दोनों ही नानी के प्रजेंट पे चोरी चोरी एक दूसरे को ऐसे मेहसुस करनेलगे. मैं मेरी नाक उनके काण के ऊपर बालों में हल्का टच करके उनके बालों की खुशबि लेने की कोशिश कर रहा हु. अचानक डोर पे नॉक हुआ. ब्रेकफास्ट लेके मैनेजर और एक लेडी खडी है. और उनको देखते ही माँ झट से सूटकेस के ऊपर से अलग हो गई. नानी उन लोगों को अंदर आकर ब्रेकफास्ट रखने को कहा. तभी में क्लैप खुल गया ऐसे एक्टिंग करके खड़ा हो गया. और नानी को बोला
" सूटकेस के साइड में कपडा फसके टाइट बंध हो गया था"
नानी मेरी तरफ देखके थोड़ी स्माइल किया और शायद कुछ बोलने गई , तो मैनेजर मुझे देखके एक स्माइल देके बोले
" सर्, मिस्टर. पटेल इस नोट इन हिज रूम.वुई वांट टू मीट हिम वन्स??.
मै समझ गया वह अब पेमेंट की बात करने के लिए आया है. मैं उनसे कहा
?? नो नो. ही इस देअर. ही हॅस जस्ट गोन टू बी फ्रेशन उप??
बोलके में वहां से जाने लगा. जाते वक़्त एकबार माँ को छुप के देखा.वह वहि बैठके सूटकेस खोल रही है. और मुझे ऊपर से उनके शोल्डर और बूब्स का ऊपरवाला हिस्सा ब्लाउज के उप्पर पोरशन से दिखाइ दिया. मेरे अंदर उनको अपना बनाके पाने की चाहत बहुत तेज बढ्ने लगा.
मैन मेरे रूम में आतेहि देखा नानाजी बाथरूम से बाहर है. नए कुरता पाजामे में नानाजी को अच्चा लग रहा है. मैनेजर उनसे पेमेंट की बात किया. नानाजी ब्रेकफास्ट के बाद ऑफिस में जाकर देकर आएंगे बोले. मैनेजर बोला की वह वहि रहेंगा.
नास्ता करके नानाजी के जाते टाइम में बोला
?? पापा??मैं भी आता हूँ??
वो मेरे तरफ देख के हँसे और वहि शांत आवाज में बोले
?? अरे तुम रेस्ट करो. अभी फिर हल्दी के लिए तैयार होना है. मैं बस यह सब चुक्का के आजाता हु??
फिर और एकबार स्माइल देके चले गये. मैं रूम में अकेला बेड पे आँख बंध करके सो गया. और थोड़ी देर पहले माँ के स्पर्श की अनुभुति मेहसुस करने लगा. मुझे आज स्पष्ट यह पता चल गया की वह भी मेरा स्पर्श पाने के लिये, मेरा प्यार पाने के लिए खुद को पूरी तरफ समर्पण करने के लिए तैयार है. मेरे प्यार को उनके हर रोम रोम में मेहसुस करने के लिए खुद को सजा के रखी है. मुझे उनके जैसी खूबसूरत प्यारी बीवी पाकर ,मै सच मुच अपने आप में खोने लगता हु.
शायद मेरी आँख लग गया था अचानक नानी की आवाज़ से नीद तूट गया. नानीने झुक के चेहरे पे एक स्माइल लेके मुझे जगाते हुए कहा
?? उठ जाओ बेटा. मैं तुम्हारा नया कपड़ा वहां रख दिया. जल्दी से तैयार हो जाओ. ??
बोलके हस्ते हस्ते मेरे बेड पे बैठ गई. मुझे दोनों चीज़ों से शर्म आई. एक तो पिछली रात ट्रैन में न सोने के कारण अब में सो गया था दूसरी बात यह है की नानी मुझे इस तरह स्माइल करके हल्दी की रसम के लिए बुलाने आई इस लिये. मैं उठ के बैठा. और एक्सक्यूस देणे के जैसे बोला
?? सॉरी नानी..वह..??
नानि अब उनका राईट हैंड से मेरे गाल छुंए और आँखों में एक माँ की ममता मिलाकर प्यार से वैसा ही स्माइल करते हुए एकदम धीरे से बोली
?? अब तू मेरा दामाद बनने जा रहा है. और दामाद अपनी साँस को क्या कहते है? उम् .??
मै शर्म के मारे पाणी पाणी हो गया. मैं सर झुका लिया. और नानी एक चिंतित माँ की तरह उनके आवाज़ में एक इमोशन मिलाके फिर बोलि
??मैं मेरी एक लौती बेटी को तुझे दे रही हु. अब तुझे उसका ख्याल रखना है. ज़िन्दगी भर उसको खुश रखना है. रखेगा न मेरी बेटी को???
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