RE: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
दोस्तों में खुश था रिकॉर्डर जूली के साथ था मगर अगले ३ घंटे सही रिकॉर्ड नहीं हुए] यहीं आकर यह आधुनिक यंत्र भी फ़ैल हो जाते हैं]
इतनी मिक्स आवाजें थी कि कुछ सही से समझ नहीं आ रहा था]
मगर उसके बाद कुछ ऐसा हुआ कि मुझे काफी कुछ पता चल गया]
घर से निकलने के बाद विजय के बाइक स्टार्ट करने की आवाज]
जब वो आता था तो मेरी बाइक वो ही यूज़ करता था...
विजय: आओ बेठो मेरी जान मेरी प्रेमिका की तरह
जूली: अच्छा जी, अपने भैया के सामने बोलना.. हे हे
विजय: ओह क्या भाभी ओल्ड फैशन, दोनों और पैर करके चिपक कर बैठो ना]
जूली: हाँ हाँ मुझे पता है पर पहले कालोनी से बाहर लेकर चल फिर वैसे भी बैठ जाउंगी]
और आज कैसे यार पैर खोलकर बैठूंगी तो स्कर्ट उड़ेगी, फिर तो सब क्या क्या देखेंगे]
विजय: क्या देखेंगे हो हो ...
जूली: मारूंगी कमीने, तेरे कहने से ही मैंने कच्छी नहीं पहनी, और अब सबको दिखाना भी चाहता है]
विजय: वही तो मेरी जान देखना आज बाज़ार में आग लगने वाली है] और आप तो बस मजे लो]
जूली: हाँ हाँ मुझे पता है मजे कौन ले रहा है]
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जूली: अच्छा अब रोक वैसे ही बैठती हूँ]
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विजय: बिलकुल चिपक जाओ जान,
जूली: और कितना चिपकू, चूत में तेरे जीन्स का कपडा तक चुभ रहा है]
विजय: अह हा हा हाहाहाहा
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विजय: उधर देखो भाभी, वो कैसे देख रहा है]
जूली: हट मै नहीं देखती .....देखने दे उसको जो देख रहा है]
विजय: बहुत देर से पीछे चल रहा है]
जूली: मुझे पता है मेरे चूतड़ देखकर पहले इशारा भी कर रहा था]
विजय: अच्छा कौन सा]
जूली: फ़क का और कौन सा, मै कह ही रही थी तू मुझे रुस्वा करवाएगा]
इतनी तेज चला रहा है स्कर्ट पूरी ऊपर हो जा रही है सोच उसको कितने मजे आ रहे होंगे. थोड़ी धीरे कर न
विजय: लो भाभी....
चटअआआताआआआअक्क्क्क्क्क्क
जूली: आआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआअ
विजय: क्या हुआ भाभी .......
जूली: हरामी, साला तू पकड़ न उसको , मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ मार कर भाग गया] उनून्न्न्नन्न पुरे लाल हो गए]
विजय: हाहाहाहा ह्हह्हाहह देखा इसलिए मैं तेज चला रहा था ..... हा हाहाहा
जूली: अब तू हंसा तो पिटेगा]
विजय: लाओ दिखाओ भाभी मैं सेहला देता हूँ]
जूली: रहने दे तू बस अब चला....
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जूली: चल अब यही रोक दे...
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विजय: क्या हुआ...
जूली: देख उसको कैसे घूर रहा है इसने मुझे उतरते हुए देख लिया था] जब मेरा पैर ऊपर था तो कमीना चूत में ही घुसा था]
विजय: हा हा क्या बात है भाभी तुम्हारे मुह से ऐसी बातें सुन मजा आ गया]
जूली: हाँ हाँ बहुत सुन ली मैंने तेरी अब सबसे पहले तो कच्छी खरीदकर वही पहनती हूँ] बहुत देख ली सबने अब बस]
विजय: नो भाभी, यह चीटिंग है आज तो आप ऐसे ही रहोगी, और डरती क्यों हो मैं हु न]
जूली: हाँ हाँ मुझे पता है तू कितना है आज मेरा रेप करा कर रहेगा] अगर इनके किसी दोस्त ने देख लिया न तो सब हो जाएगा]
विजय: अरे कुछ नहीं होगा भाभी देखना वो भी आपका दीवाना हो जायेगा....
जूली: हाँ हाँ तू तो बहुत कुछ जानता है चल अब
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[b]जूली : विजय आ उस दुकान पे चल]
विजय: नहीं भाभी ये वाली ज्यादा सही है मैंने जो आपको गिफ्ट दी थीं वो यहीं से ली थीं]
जूली: अरे इसमें तो केवल लड़के ही लड़के हैं, क्या इन सबके सामने मैं ब्रा, चड्डी लूंगी]
विजय: क्या भाभी, इतनी बोल्ड तो हो आप] और अब ये दकियानूसी बातें] अरे खुद ही तो ज़िंदगी का मजा लेने की बात करती हो]
अब देखो इनके पास से लेने में आपको बेस्ट चीज़ मिलेगी, और बहुत सही रेट में, आपको मजा अलग आएगा, आज देख लेना आप
जूली: ओह, अच्छा मेरे राजा, ठीक है चल फिर मगर मेरी स्कर्ट के साथ कुछ शरारत मत करना]
विजय: अरे स्कर्ट के साथ कौन कमवख्त कुछ करना चाहता है वही सुसरी मेरे काम की चीज पर पर्दा डाले है] हा हा हा हा ....
जूली: हे हे हे हे ...ओह यहाँ तो और भी लड़कियां हैं मैं तो समझ रही थी कि यहाँ कौन आता होगा]
विजय: और वो देखो भाभी कैसे चेक भी कर रही है]
जूली: हाँ हाँ मगर जीन्स के ऊपर ना] मुझसे मत कहना चेक करने को हा हा ...
विजय: वाओ भाभी मजा आ जायेगा जब तुम चेक करोगी तो....
तुम्हारी नंगी चूत और चूतड़ देख ये सब तो..... हाए मैं मर गया...
जूली: छि .... चल अब .....
१ लड़का : क्या दिखाऊं मेडमजी
जूली: कुछ मॉडर्न अंडरगार्मेन्ट्स
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जूली: हाँ वो वाला....
लड़का: मैडमजी साइज़ क्या है आपका
विजय: कैसे सेलसमैन हो यार तुम, तुम लोगों को तो देखते ही पता चल जाना चाहिए]
लड़का: वूऊऊ हाँ सहाब, ऊपर का तो देख दिया है ना ३६ c है, हैं ना मेमसाब, मगर चड्डी का तो स्कर्ट से पता नहीं चलता, हाँ मैडम स्लैक्स या जीन्स में होतीं तो मैं बता देता] वैसे भी आजकल चड्डी का तो कुछ पता ही नहीं, कई तरह की हैं, सब जगह का नाप पता हो तो बेस्ट मिल पाती है]
विजय: सब जगह मतलब...
लड़का: मतलब साहब पहले केवल हिप और कमर के नाप से ही ली जाती थी] मगर अब तो जांघो की गोलाई, कमर से नीचे तक की लम्बाई और अगर आगे वाली की सही माप पता हो तो आप अपने लिए सबसे बेस्ट चड्डी ले सकते हैं]
विजय: आगे वाली से क्या मतलब है तुम्हारा... क्या चूत का भी नाप होता है]
लड़का: क्या सहाब आप भी... दीदी के सामने कैसा नाम बोलते हो]
विजय: अरे इसमें शर्मा क्यों रहा है तू कुछ और वोलता है क्या अब चूत को चूत ही तो कहेंगे, उसका क्या नाप होता है...
लड़का: अरे सहाब अब तो कई तरह को टोंग और स्टेप चड्डी आ गईं हैं ना... उसके लिए वोव् वोव्व् व् वो चूत का सही नाप पता हो तो ही बस्ट मिलती है...
विजय: हा हा हा हा कितना शरमा रहा है चूत कहने में, तेरा मतलब है उसकी भी लम्बाई, चौड़ाई] यार हमारी बीवी कि तो बॉट छोटी सी है... हा हा हा हा
धपपपपपपपपपप
विजय: उफ्फ्फ्फफ्फ्फ्फ़ क्या करती हो जान सबके सामने मारती क्यों हो .....
लड़का: हा हा हा ह सहाब आप बहुत मजाकिया हो ...मजा आ गया आपसे मिलकर....
लड़का:वैसे मेमसाब नाप सही हो तो ब्रा, चड्डी ऐसी मिलेंगी कि उनको पहनकर ऐसा लगेगा कि वो आपके शारीर का ही एक भाग हो]
जूली: क्या बात है भैया, आपने तो बहुत अच्छी बातें बताईं] हम तो बिना कुछ सोचे जल्दी से ही ये कपडे ले लेते थे]
लड़का: यही तो मैडम जी, जो कपडा आपके अंगों से सबसे ज्यादा पास और सबसे ज्यादा समय के लिए रहता है] उसी को लेने में लापरवाही कभी नहीं करना चाहिए] वो तो बेस्ट होना चाहिए]
विजय: तुम ठीक कहते हो भाई, अब तुम अच्छे से नाप लेकर, मेरी बीवी के लिए बेस्ट ही १०-१२ सेट दो]
मैं चाहता हु मेरी बीवी बेस्ट दिखे]
जूली: भैया अभी तो माप है नहीं, हम ऐसा करते हैं कल आपके पास सही नाप लेकर आ जायेंगे]
विजय: क्या करती हो जान, अभी तो तुम्हारे पास कुछ नहीं है] कुछ सेट तो ले लो न.... और जितना अच्छा नाप ये ले सकते हैं वो तुम कैसे लोगी....
जूली: अरे समझ ना, अभी कैसे....
विजय: अरे इनके पास चेंजिंग रूम तो होगा ना.... फिर नाप ही तो लेना है और तुम हो ही, चलो अभी निपटा दो काम जल्दी, फिर पता नहीं मुझे समय मिले या नहीं....
जूली: पर ..................र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र
विजय: कुछ नहीईइ, भैया आप नाप लेकर हमको बेस्ट ब्रा, चड्डी दे दो....
लड़का: ठीक है साहब, पर हमारे यहाँ चेंजिंग रूम तो नहीं है, हाँ इस परदे के पीछे हम लोग खाना आदि खाते हैं यहीं आ जाईये, वैसे भी हमारी शॉप पर लेडीज ही आती हैं, इसलिए कोई डर नहीं है...
विजय: ओके भाई......
लड़का: आप चलिए अन्दर मैं फीता लेकर आता हूँ...
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जूली: तू क्या कर रहा है पगले....अब क्या इसके सामने मुझे नंगी दिखायेगा....
विजय: कुछ नहीं होगा भाभी, जरा सोचो, आपकी नंगी चूत देख उसका क्या हाल होगा] और जब उसकी उँगलियाँ आपकी चूत पर चलेंगी तो मजा आ जायगा...
जूली: तू तो पाएगा है मैं नहीं कराउंगी ये सब.... मैं जा रही हूँ ....
विजय: ओह रुको तो भाभी.... अच्छा मैं ले लूंगा नाप अब तो सही है .....
जूली: .......... हाँ वो हो सकता है .....
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