Chuto ka Samundar - चूतो का समुंदर
06-06-2017, 11:26 AM,
RE: चूतो का समुंदर
सुबह-सुबह आज़ाद अपनी पत्नी, बेटे और दोनो बेटियों के साथ नाश्ता करने बैठा था....

आज छुट्टी का दिन था इसलिए किसी को कहीं नही जाना था...उस वजह से सब रिलॅक्स होकर गप्पे मारते हुए नाश्ता कर रहे थे.....

आज़ाद- और बच्चो...आज क्या करने का सोचा....आज तो तुम्हारा स्कूल बंद है ना...

अरविंद- पापा जी ..मैं तो अपने दोस्तो के साथ नदी पर जाने वाला हूँ....

आज़ाद- ह्म्म..पर कोई शैतानी नही...ओके...

आरती- और मैं तो आज सहेली के घर जाउन्गी...उसको मेहदी लगाना सीखना है...

आज़ाद-ह्म्म..और आकृति तुम..??

आज़ाद की बात सुनकर आकृति कुछ नही बोली...बस ना मैं सिर हिला दिया और उठ कर चली गई....

थोड़ी देर बाद आरती और अरविंद भी अपने- अपने रास्ते निकल गये.....फिर..

आज़ाद(रुक्मणी से)- क्या हुआ इसे...

रुक्मणी- आप तो जानते है कि बेचारी सारा दिन घर मे रहती है...इसलिए...

आज़ाद- जानता हूँ...वो जबसे फैल हुई तबसे उदास रहती है...उसने फिर से पढ़ाई भी नही की...मैं चाहता था कि वो आगे पढ़े इसलिए मैने गाओं मे कॉलेज बनवाया...बस शुरू होना बाकी है....अब तुम्ही बताओ मैं क्या करूँ..जिससे ये खुश हो जाए...

रुक्मणी- एक बात कहूँ....आप उसकी शादी करवा दो....

आज़ाद- क्या...हाहाहा...शादी...अभी से शादी...अरे बड़ा तो होने दो...

रुक्मणी- आपको तो वो हमेशा बच्ची ही लगेगी...आख़िर पिता है आप...

आज़ाद- मतलब...??

रुक्मणी- मतलब ये कि मेरी बेटी शादी लायक हो गई है...

आज़ाद- अच्छा...तुम कह रही हो तो...

रुक्मणी(बीच मे)- यही सही वक़्त है...आप बस अच्छा सा लड़का देखो...

आज़ाद- पर....

रुक्मणी(बीच मे...)- पर-बार कुछ नही...मैने कह दिया सो कह दिया...

आज़ाद- ठीक है रुक्मणी देवी...आपका हुकुम सिर आँखो पर...आज से ही एक अच्छा सा लड़का देखना शुरू कर देता हूँ...मेरी प्यारी बेटी के लिए...

रुक्मणी- ह्म्म..और जल्दी ढूँढना...अभी एक और बेटी भी है....और फिर मेरा लाड़ला आकाश...उसके लिए भी तो बहू देखनी है...

आज़ाद- बस..बस...आप तो बहुत तेज जा रही है....पहले बेटी के लिए लड़का देख लूँ...वैसे भी आज कल अच्छा लड़का ढूँढना बहुत मुस्किल होता है...

तभी एक आवाज़ आई....तेरी मुस्किल तेरे यार पूरी करेंगे...आख़िर दोस्त कब काम आयगे.....

आज़ाद और रूमानी ने आवाज़ सुनते ही गेट की तरफ देखा और दोनो के चेहरे पर मुश्कान फैल गई...

आज़ाद- अबे..मदन, अली..तुम लोग...वो भी भाभियों के साथ...ऐसे बिना खबर दिए...

मदन- क्यो रे...हम बिना बताए नही आ सकते क्या...

अली- तुझे बुरा लगा हो तो हम जाते है...

आज़ाद- अबे साले...बुरा लगा के बच्चे...क्या बोला...

मदन- अब अंदर बुलायगा कि नही...

आज़ाद- आइए..आइए...दोनो भाभियों का स्वागत है...

अली- और हमारा...??

आज़ाद- तुम्हारा स्वागत करूँ क्या अच्छे से....चल अब आ भी जा...

फिर मदन और अली अंदर आए और आज़ाद के गले मिल कर बैठ गये....वाहा रुक्मणी भी दोनो की बीवियों को अंदर ले आई...

रुक्मणी- आप लोग बैठिए..मैं चाइ-नाश्ता ले कर आई....

मदन- नही भाभी....पहले मेरी बात सुनिए...फिर चाइ-नाश्ता होगा...चलिए बैठिए....

रुक्मणी(बैठते हुए)- जी कहिए..

आज़ाद- हाँ मदन..क्या कह रहा था तू...

मदन- मेरे यार...एक खुश खबरी लाया हूँ...

आज़ाद- ओह हाँ....तूने कल बताया था कि खुशख़बरी है....बता ना क्या हुआ...

मदन- ऐसी खबर है कि तू खुशी से उछलने लगेगा और तेरी टेन्षन भी दूर हो जायगी...


आज़ाद ने आमंजस मे अली की तरफ देखा...कि क्या बात है. .पर अली ने कंधे उचका कर बता दिया कि...मुझे नही पता...

आज़ाद- भाई अब और परेसान मत कर...बता ना...

मदन- भाई मेरे...मैने अपनी प्यारी आकृति के लिए लड़का ढूँढ लिया है...

मदन की बात सुनकर सब खुश हो गये....आज़ाद और रुक्मणी एक-दूसरे को देख कर ख़ुसी ज़ाहिर करने लगे...

मदन- अबे चौंक मत..मुँह बंद भी कर ले...ये सच है...मैने आकृति बिटिया के लिए लड़का ढूँढ लिया है....

आज़ाद- स..सच मे...रुक्मणी...तुमने सुना...ना...

रुक्मणी- जी....मुझे तो विश्वास ही नही हो रहा कि अभी-अभी हमने बात की और अभी ...

मदन- भाभी जी....अच्छे लोगो के साथ अच्छा ही होता है....

आज़ाद- धन्यवाद मदन...तूने तो मेरी प्राब्लम ही ख़त्म कर दी...

मदन- अबे ...धन्याबाद कैसा...वो मेरी बेटी नही क्या...??

आज़ाद- बिल्कुल है...

मदन- तो फिर...मैं जो कर रहा हूँ..अपनी बेटी के लिए...तेरे लिए नही...क्यो बेटी...

मदन ने सीडीयों पर खड़ी हुई आकृति की तरफ देख कर पूछा...

आकृति सकपका गई और शरमा कर रूम मे भाग गई...

(असल मे आकृति नीचे से आ रही आवाज़े सुनकर...नीचे आ रही थी कि तभी उसने अपनी शादी की बात सुनी तो वह सीडीयों पर खड़ी हो कर पूरी बात सुनने लगी थी....)

मदन- हाहाहा....शरमा गई....तो बता आज़ाद...खबर कैसी लगी...

आज़ाद- खबर तो अच्छी है..अच्छी क्या बहुत अच्छी...बस शादी का महूरत निकलवाते है...

मदन- अबे कुछ पूछ तो सही...कि कौन लड़का ..कहाँ का है...क्या करता है..डाइरेक्ट महूरत.. 

आज़ाद- अबे ..तूने सब पता कर लिया होगा...और तुझे अच्छा लगा तभी तू रिश्ता लाया...तो जानने के लिए क्या रह गया...

मदन- तुझे मुझ पर इतना भरोशा है...??

आज़ाद- तुझ पर नही...बल्कि तुम दोनो(मदन और अली) पर....अपने आप से भी ज़्यादा...

आज़ाद की बात सुनकर सब भाबुक से हो गये....सच मे इनकी दोस्ती थी ही इतनी अच्छी...

मदन- बस..बस...अब रुलायगा क्या...मेरी बात सुन..

आज़ाद- ह्म्म..बोल...

रुक्मणी- नही ....पहले चाइ- नाश्ता...बाकी बाते बाद मे...

आज़ाद- हाँ ..हाँ...जाओ...चाइ- नाश्ता ले आओ...

रुक्मणी चाइ-नाश्ता लाई और फिर नाश्ता होने के बाद.....

मदन- तो अब सुनो...लड़के के बारे मे....

और मदन सबको लड़के और उसकी फॅमिली के बारे मे बताने लगा...

लड़के का नाम सुभाष है...मेरे दूर का रिश्तेदार है...उसके माँ-बाप बहुत पहले एक आक्सिडेंट मे मारे गये थे...

उसके दादाजी ने उसे बड़ा किया...और हाँ...उसकी एक छोटी बहिन भी है...

उसके पास बहुत सी पुस्तैनि जायजाद है..और इसके अलावा भी वो थोक मे गारमेंट्स का बिज़्नेस करता है...और उसकी बहेन अभी स्कूल मे है...और अब वो अपनी मामी के साथ रहते है.....

मदन- तो बोलो कैसा रिश्ता है...और हाँ..ये रही लड़के की फोटो....

मदन ने सबको लड़के की फोटो दिखाई...जिसे देख कर सब खुश हुए...लड़का सबको पसंद आ गया...

आज़ाद- मदन...सच मे बहुत अच्छा रिश्ता लाया है तू...

मदन- अरे...मेरी बेटी के लिए तो अच्छा ही रिश्ता लाउन्गा ना...

अली- तो अब देर किस बात की बात आगे बढ़ाते है...

आज़ाद- ह्म्म...मैं आज ही पंडित जी को बुलाता हूँ...

मदन- ह्म्म..पर पहले आकृति को फोटो दिखाओ और उसकी राय लो..

सरिता(बीच मे)- अरे उससे पूछने की क्या ज़रूरत है...हम उसके लिए ग़लत फ़ैसला थोड़े ना लेगे...

मदन- हाँ..पर लड़की से पूछना सही होता है....समझी...

अली- सही कहा...लड़की की पसंद जानना ज़रूरी है...

आज़ाद- ह्म्म..मैं भी यही सोचता हूँ कि लड़का-लड़की एक-दूसरे को पसंद करे तभी बात आगे बढ़नी चाहिए...

( सबकी बात सुनकर सरिता चुप रह गई...और झूठी मुस्कान लिए बाते सुनने लगी..)
Reply


Messages In This Thread
RE: चूतो का समुंदर - by sexstories - 06-06-2017, 11:26 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,297,211 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 521,974 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,149,967 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 871,236 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,540,985 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,985,676 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,794,748 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,508,438 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,823,099 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 265,913 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 9 Guest(s)