RE: क्या ये धोखा है ?
हट बदमास कहीं की गंदी,मैं तुम दोनो का सेक्स देखूँगी. मैं उसे एक चपत लगाते हुए बोली. अरे नहीं रे मैने अपने सेक्स का वीडियो बनाया हुवा हैं, तुझे दिखाऊँगी,जब आएगी तो.वो मेरे कान में धीरे से बोली. हट गंदी मैं नहीं आऊँगी तेरे घर….मेरे मन में तो उस समय अमित ही समाया हुआ था.
सुहाग रात…आपलोग भी पूरी सुहाग रात की बात सुनना चाह रहे होंगे.तो चलो सुना देती हूँ,मेरा दावा हैं कि जो भी औरत मर्द इसे सुनेंगे उन्हे ज़रूर अपनी सुहागरात की याद आ जाएगी.मैं दुल्हन बनी बेड पर बैठी थी.मैने लहनगा चोली पहन रखी थी. घूँगट तो था ही. मेरा मन धक धक कर रहा था ये सोच कर आज़ क्या होगा,आज़ मुझे अपने सपनो का साथी पहली बार मेरे बदन को टच करेगा. आपलोग मेरे बारे में सोच रहे होंगे कि मैं कैसी दिखती होगी,मेरी हाइट 5’6” हैं,रंग गोरा हैं,ज़यादा मोटी नहीं पर आवरेज सरीर था,चेहरे या बॉडी से अगर मिलाया जाए तो मैं थोड़ी थोड़ी विद्या बालन आक्ट्रेस की तरह लगती थी उस समय,अब तो वो सरीर सिर्फ़ याद में ही हैं. फिगर उस समय 34 28 34 का था…जो अब 36 30 34 हो गया हैं.ये सब पिक्चर उसी समय के हैं जब हम हनिमून मनाने मसूरी गये थे.अमित ने ये सारी पिक्स ली थी.आप जानते हैं कि मैं अपना चेहरा नहीं दिखा सकती.इसलिए उपर से चेहरा काट दिया हैं मैने.पर अब मुझे अच्छा लग रहा हैं कि मेरी बॉडी अमित के अलावा इतने लड़के देखेंगे और उस बारे में बात करेंगे.
हां तो अमित रूम में आए और आकर दरवाजा अंदर से बंद कर दिया. एक बात बता दूं की उनके घर में कोई नहीं हैं, उन्हे एक दूर की बुआ ने पाला था. अच्छा ही था मेरे घर में प्यार के लिए डिस्टर्ब करने वाला कोई नहीं था. अमित आकर मेरे पास बैठ गये और मुझसे बोले “सपना हम दोनो आज़ से अपनी नयी ज़िंदगी शुरू करने जा रहे रहे हैं,हमने जो अब तक अकेली ज़िंदगी जी हैं उसे भूल जाओ और मेरे साथ आज़ से नयी ज़िंदगी मेरे साथ शुरू करो.”ये कह कर अमित ने एक अंगूठी मेरे हाथ में पहनी दी और मेरा घूँगट उपर कर दिया. मैं आँखें बंद कर सर नीचे झुकाए चुप चाप बैठी रही.वो और नज़दीक आकर मेरे चेहरे को अपने हाथ में लेकर उपर उठाया. मेरी धड़कन बहुत तेज़ हो गयी थी. मेरे होठ कपकपाने लगे थे,उनके हाथों का स्पर्श यूँ लगा जैसे पूरे सरीर में तेज़ करेंट दौड़ गया हो.उनके कहने पर मैने आँखें खोली,तो उनका चेहरा अपने चेहरे के इतने पास पाकर शर्मा गयी और सर नीचे झुका लिया. वो मेरा सर हाथों से उपर कर बोले अब मेरे साथ पूरी ज़िंदगी गुज़ारनी हैं तो शरम कैसी ?क्या मैं इतना बदसूरत हूँ कि तुम मुझे देख भी नहीं सकती?मैने झट से अपना हाथ उनके मूँह पर रख दिया और झट से बोली ऐसा मत कहिए,आप से सुन्दर तो कोई भी नहीं होगा. ये कह कर मैं ही शर्मा गयी और आँखें बंद कर ली. सच सपना,पर तुम जानती हो तुम कितनी सुंदर हो, ये तुम्हारी बंद पॅल्को में तुम्हारी आँखें,कहते हुए उन्होने मेरी आँखों पर अपने होठ रख दिए. उनके गरम होंठो का स्पर्श अपनी
पॅल्को पे पाकर धधकान बहुत तेज़ हो गयी, फिर धीरे से उन्होने ने अपने होठ मेरे दाहकते गालों पर रख दिए..उफफफफ्फ़ मैं तो इतने में मदहोश हुई जा रही थी. मुझे लग ही नहीं रहा था कि मुझपे मेरा अब कोई बस हैं. फिर मेरे चेहरे को हाथों में लिए हुए मेरे दूसरे गाल को चूमा…
तब तक मुझे अहसास हुआ कि अब वो मेरे होंठो तक जाएँगे ,इस एहसास ने ही मुझे कपा दिया..वो मेरे होंठो को चूमने वाले ही थे ,उनकी गरम साँसे मेरे सांसो में घुलने लगी थी,मेरे होठ बिलकूल काँप रहे थे…पूरा सरीर जैसे की बुखार से तप रहा था..उनके होठ मेरे गुलाबी होंठो को छुने वाले ही थे कि मैने उनके होठों पर अपने मेहन्दी लगे हाथ रख दिए,उफ़फ्फ़ उनके होठ भी बिलकूल गरम थे…वो तो एक दिखावा था वरना मेरा दिल चाह रहा था कि उनके गरम होंठो को अपने गुलाबी अधरों के बीच लेकर उन्हे अपने बाहों में जाकड़ लूँ या उनके चौड़े सीने में च्छूप जाऊं..
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