RE: Muslim Sex Stories खाला के घर में
गतान्क से आगे......................
मेरी बातो से शरद ओला साहिब का जोश और बढ़ गया और वो अपनी पूरी ताक़त से झटके मारने लगे उन्हो ने 30 मिनट तक मेरी चूत मारी और इस दौरान मे 4 बार झड़ी फिर उन्हो ने अपना लंड मेरी चूत से निकाल कर मेरी गंद मे डाला और ज़ोरदार झटको से मेरी गंद मारने लगे. 25 मिनट तक मेरी गंद मारने के बाद उन्हो ने अपना लंड मेरी गंद से निकाल कर मेरी चूत मे डाला और मेरी चूत को चोदने लगे. फिर 35 मिनट तक मेरी चूत चोदने के बाद उन्हो ने अपना लंड मेरी गंद मे डाल दिया. शरद ओला साहिब अभी तक नही झाडे थे जबकि मेरी हालत बुरी हो गई थी और मैं 22 बार झाड़ चुकी थी. सिर राज शर्मा हंसते हुए बोले अबे शरद ओला गंदू अब तो माफ़ कर्दे ग़ज़ल को तू ने तो इसको चोद चोद कर इस का कबाड़ा कर दिया है. मैं सिसकियाँ भरते हुए बोली, नही सर: शरद ओला साहब को ना रोकिए मुझे बहुत मज़ा आ रहा है. शरद ओला साहिब भी हँसे और बोले, जानेमन ये तो शुरूवात है अभी तुम देखती जाओ मैं किस किस तरह तुम्हारी चुदाई करता हूँ. मैं सिसकियाँ लेकर बोली, उउउउउउउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्
फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ शरद ओला साहिब तो आप को मना किस ने किया है, आप चोदो और चोदो मुझे खूब चोदो चोद चोद कर मेरी चूत और गंद को फाड़ डालो. मेरी बात सुनकर शरद ओला साहिब मुस्कुराए और वो और तेज़ी से झटके मार कर मुझे चोदने लगे. शरद ओला साहिब ने तकरीबन 50 मिनट तक और मेरी चूत और गंद मारी तब कही जाकर वो फारिग हुए. इस चुदाई से मेरा जोड़ जोड़ हिल गया था और मैं लेट कर लंबी लंबी साँसे लेने लगी. 15 मिनट आराम करने की बाद उन दोनो ने मुझे एक साथ चोदने का फ़ैसला किया. शरद ओला साहिब ने मुझे गोद मे उठा कर अपना लंड मेरी चूत मे डाला और सर राज शर्मा ने पीछे से आकर अपना लंड मेरी गंद मे डाल दिया और फिर वो दोनो एक साथ झटके मार कर मुझे चोदने लगे. इतने मोटे मोटे लंड एक साथ मेरी चूत और गंद मे जा रहे थे जिस से मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा मिल रहा था और उन दोनो के झटके मारने की रफ़्तार इतनी तेज थी कि मेरे हलक से ना चाहते हुए भी चीखें निकल रही थी.
फिर शाम 7 बजे तक उन दोनो ने चोद चोद कर मेरी चूत और गंद को सूजा दिया. उन दोनो ने दिल खोल कर मेरी चुदाइ की थी. मेरी चूत और गंद सूज कर फूल गई थी और मैं इतनी ज़बरदस्त चुदाई के बाद सही तरह से चल भी नही पा रही थी. मैं सर से कहने लगी, सर अब मैं घर कैसे जाउन्गि और अब्बू को तो मेरी हालत देख कर शक हो जाए गा. सर राज शर्मा कहने लगे, घबराओ नही मैं तुम्हे घर छोड़ने जाउन्गा और मैं सब संभाल लूँगा. शरद ओला साहिब तो चले गये जब की सर राज शर्मा अपनी कार मे मुझे घर छोड़ने आए. घर पहुचि तो सर राज शर्मा कहने लगे, ग़ज़ल मैं बहुत शर्मिंदा हूँ कि हम दोनो ने चोद चोद कर तुम्हारा ये हाल कर दिया है. मैं मुस्कराई और बोली सर आपको शर्मिंदा होने की ज़रूरत नही है जो हुआ अच्छा हुआ बल्कि मुझे तो बहुत मज़ा आया है. सर मुस्कुराए और बोले जानेमन तुम तो बहुत ख़तरनाक लड़की हो. फिर सर मुझे सहारा दे कर गेट तक लाए और दरवाज़े की बेल बजाई. अब्बू ने मेरी ये हालत देखी तो पूछने लगे कि क्या हुआ? सर राज शर्मा ने अब्बू से बहाना बनाया कि मैं सीढ़ियों से फिसल गई थी और मेरे पावं मे मोच आ गई है. सर राज शर्मा की बात सुनकर अब्बू को ज़रा भी शक ना हुआ कि उनकी बेटी क्या गुल खिला कर आई है. मेरी हालत बहुत खराब थी इस लिए मैं 4 दिनो तक स्कूल नही जा सकी. पाँचवे दिन जब मैं स्कूल पहुचि तो सर राज शर्मा मुझे देख कर मुस्कराने लगे. हाफ टाइम के बाद मेरा स्टाफ रूम मे जाना हुआ तो वाहा सिर्फ़ सर राज शर्मा थे. सर ने मुझे पकड़ कर अपने आप से लिपटा लिया और मुझे चूमते हुए बोले, ग़ज़ल डार्लिंग अभी मेरा तुम्हे चोद कर दिल नही भरा है मैं तुम्हे और चोद्ना चाहता हूँ. मैं मुस्कुराइ और बोली, सर जो आप ने शरद ओला साहिब के साथ मिल जो कबाड़ा किया था उसका क्या. सर ने मुझे ज़ोर से भींचा और बोले, तुम खुद तो कह रही थी कि तुम मेरी गुलाम हो. मैं मुस्कुराइ और बोली, नही सर मैं तो मज़ाक कर रही थी बल्कि मैं तो खुद आप से और शरद ओला साहिब से और चुदवाना चाहती थी. अब मैं तो रोज़ रोज़ आप के घर नही आ सकती अब आप ही कुछ इंतज़ाम करो क्यूँ कि जो मज़ा आप ने मुझे दिया था उस के बाद तो मेरी भूक और बढ़ गई है. सर बोले, एक आइडिया है मे रात को तुम्हारे घर आउन्गा फिर देखना हम रोज़ मज़े कर सकेंगे. मैं ने पूछा कि क्या आइडिया है पर सर ने नही बताया. फिर सर ने थोड़ी देर तक मेरे जिस्म से खेला और फिर मुझे छोड़ दिया.
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