RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
इस बार उसने आँखें बंद नही की और टीवी देखती रही. थोड़ी देर बाद मैंने एक हाथ को धीरे से उसके एक मम्मे पर रखा तो वह सिमट सी गयी पर टीवी की ओर ही देखती रही. हाथ को उसके मम्मे पर रखे थोड़ी देर उसके चेहरे को देखता रहा फिर दूसरे हाथ को दूसरे मम्मे पर रख हल्का सा दबाया तो उसने फिर आँखे बंद कर ली.
मैंने दो तीन बार दोनो मम्मों को धीरे से दबाया और फिर उसके निपल को पकड़ मसला तो वह मज़े से सिसक गयी. दोनो निपल को चुटकी से मसल बोला, “सिमरन, लगता है तुमको फिल्म अच्छी नही लग रही, जाओ तुम किचन मे मैं अकेला देखता हूँ.”
इतना कह उसके मम्मों को छोड़ दिया और उसे अपनी गोद से हटाने की कोशिश की तो वह जल्दी आँखे खोल मुझे देखती घबराती सी बोली, “हाये न्न्न नही तो भैया बहुत अच्छी फिल्म है, हाये भैया देख तो रही हूँ. आप भी देखिए ना मैं भी देखूँगी.”
वह फिर लेट गयी और सर मोड़ कर टीवी देखने लगी. मैंने उसका चेहरा अपनी ओर करते कहा, “सिमरन.”
“जी भैया देखूँगी फिल्म मुझे भी अच्छी लग रही है.”
“हाये सिमरन तू कितनी खूबसूरत है. हाये तेरे यह कितने प्यारे हैं.”
“क्या भैया?”
“तेरे मम्मे ?”
वह अपने मम्मों को देखती बोली, “हाये भैया आपने इनको नंगा कर दिया हाये मुझे शरम आ रही है.”
“कोई नही आएगा. तुझे बहुत मज़ा आएगा.” और दोनो मम्मों को पकड़ लिया और दबा दबा उसे मस्त करने लगा.
वह मेरे हाथो पर अपने हाथ रख बोली, “भैया मम्मी हैं.”
“वह तो किचन मे है. तू डर मत उनको अभी बहुत देर लगेगी खाना बनाने मे.”
फिर उसके दोनो मम्मों को मसलता रहा और वह टीवी की ओर देखती रही. वह बहुत खुश लग रही थी. 10 मिनट तक उसके मम्मों को मसल्ने के बाद झुककर दोनो मम्मों को बारी बारी से चूमा तो उसके मुँह से एक सिसकारी निकल गयी.
“क्या हुआ सिमरन?’
"कुछ नही भैया हाआहह भैया.”
“क्या है सिमरन?”
“भैया.”
“क्या है बता ना?”
“भैया मम्मी तो नही आएँगी?”
“अभी नही आएँगी, अभी उनको आधा घंटा और लगेगा खाना बनाने मे.”
“भैया इनको..”
“क्या बताओ ना तुम तो शरमा रही हो.”
और मैने झुककर उसके होंठो को चूमा. होंठो को चूमने पर वह और मस्त हुई तो मैंने उसके होंठो को अपने मुँह मे लेकर खूब कसकर चूसा. 3-4 मिनट होंठ चूसने के बाद अलग हुआ तो वह हाँफती हुई बोली, “ऊऊहह आआहह स भैया आहह बहुत अच्छा लगा हाये भैया इनको मुँह से करो.”
“क्या करें?”
“भैया मेरे मम्मों को मुँह से चूस चूस कर पियो.”
मे खुश होता बोला, “लाओ पिलाओ अपने मम्मों को.”
फिर मैं उसको अलग कर लेट गया तो वह उठी और मेरे ऊपर झुक अपना एक चुची अपने हाथ से पकड़ मेरे मुँह मे लगा बोली, “लो भैया पियो इनका रस्स.”
मैं उसके मम्मे को होंठो से दबा दबा कसकर चूस रहा था. वह अपने हाथ से दबा पूरा चुची को मेरे मुँह मे घुसाने की कोशिश कर रही थी. 3-4 मिनट बाद उसने इसी तरह दूसरा चुची भी मेरे मुँह मे दे दिया. दोनो को करीब दस मिनट तक चुसाती रही और मैं उसकी गाँड पर हाथ लगा उसके चूतड़ सहलाता रहा और चुची पीता रहा.
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