RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
जब वह झड़ कर नॉर्मल हुई तो उसने आँखे खोल मुझे देखा. मैं भी उसे ही देख रहा था. उसने मुस्कराते हुए अपने पैर मेरे कंधे से हटाए और रानो को चौड़ा किया तो मैंने अपनी उंगली उसकी चूत से बाहर निकाली. वह उसकी चूत के रस से सराबोर थी. मैंने उंगली उसे दिखाई फिर अपने मुँह मे ले अपनी उंगली चाट ली और बोला, “हम्म क्या मज़ेदार रस है मेरी बहन का.”
वह यह देख मुस्काराई और बोली, “भैया मुझे भी चटाओ रस.”
तब मैंने उसकी चूत मे उंगली डाल घुमाया और फिर उंगली निकाल उसके मुँह के पास कि तो उसने मेरी उंगली मुँह मे ले चूसी और बोली, “हां भैया बहुत प्यारा टेस्ट है.”
फिर मैंने उसे गोद मे उठाया और बाथरूम मे गया. फिर उसकी चूत और अपना लंड धोकर साफ किया और वापस आया. मैं बेड पर लेटा तो वह मेरी बगल मे लेट मुझसे चिपकती मेरे होंठो को चूम बोली, “भैया आप बहुत अच्छे हैं.”
“तू भी बहुत अच्छी है मेरी जान.”
“भैया अब मैं अपने रूम मे जाती हूँ.”
“हाये अभी तो 2 बजे है अभी और रूको ना.”
“भैया आज नही. कल फिर आऊँगी.”
“कल दिन मे तो तुम कॉलेज जाओगी ना?”
“जी तभी तो अभी जा रही हूँ. भैया कल पूरी रात अपने भैया के पास रहूंगी.”
“सच?”
“और क्या मैं अपने भैया से झूठ बोलूँगी? भैया कल आपकी बहन रात भर आपके बेड पर आपकी बाँहों मे रहेगी.”
“रात भर बिना कड़ों के पूरी नंगी अपने नंगे भैया की बाँहों मे रहना होगा और लंड को चाट कर चूत चटवानी होगी?”
“जी भैया जो जी मे आए करिएगा पर अब आज नही, कल.”
“ओके.”
फिर उसे अपने से अलग किया तो उसने अपना कुर्ता पहना और ब्रा लेकर पैंटी उठाने लगी तो मैं बोला, “इसे छोड़ दो यही हाये रात भर यह तुम्हारी याद दिलाएगी.”
वह मुस्काराई फिर बिना पैंटी पहने नीचे से नंगी अपनी गाँड मुझे दिखाती दरवाज़े तक गयी और पलट कर मुझे देखा और मुस्काराकार मुझे देखा और दरवाज़ा खोला और फिर बाहर देखा फिर चुपके से निकल गयी.
अगले दिन सुबह मैं देर से उठा. सिमरन कॉलेज जा चुकी थी. मैंने फ्रेश होकर नाश्ता किया. कुछ देर बाद मौसी आई और मुस्कराकर बोली, “क्यों बेटा खूब मज़ा लिया रात भर नये माल का?”
“मौसी आप भी.”
“मैंने उसे तुम्हारे रूम मे जाते और वापस आते देखा था.”
“जी मौसी पर चोदा नही है.”
“क्या क्या किया?”
“अभी मम्मों को चूस कर चूत को चाटा और उंगली से चोदा है.”
“अपना माल दिखाया या नही?”
“दिखाया अरे मौसी अपना उसके मुँह मे दे दिया है.”
“अरे तुम दोनो तो एक दिन मे ही बहुत आगे तक जा चुके हो.”
“हां मौसी अब आप उसे चुद्वा दीजिए. वह चुद जाएगी, कह रही थी कि उसे शरम आती है. ओह्ह मौसी उसकी चूत इतनी प्यारी है कि क्या बताऊ.”
“अरे बेटा 15 साल का कसा माल है, अनछुआ भी है. मज़ा तो आएगा ही. आज ही कोशिश करूँगी तेरा काम बनाने की.”
“मौसी उसकी पैंटी मेरे रूम मे है.”
“बस बन गया काम, तू पैंटी मेरे रूम मे रख दे.”
मैंने पैंटी मौसी के रूम मे रख दी और यूनिवर्सिटी चला गया.
दिन मे जब सिमरन वापस आई तो मौसी ने उसे बुलाया और उसे घूरने लगी. वह डर गयी और चुप रही. मौसी ने उसे घूरने के बाद कहा, “सिमरन.”
“ज्जजई मम्मी.”
“यह तुम्हारी है ना?” मम्मी ने उसकी काली पैंटी उसे दिखाते कहा.
वह पैंटी देख घबरा गयी और हकलाने लगी. तब मौसी ने उसका हाथ पकड़ा और अपने रूम मे ला उसे बैठा खुद उसके पास बैठती बोली, “बेटी यह तेरे भाई के रूम से मिली है.”
“मम्मी मुझे नही पता वहाँ कैसे गयी.”
“ऐसा तो नही तुम गयी हो भाई के रूम मे?”
“न्न्न नही मम्मी.”
“ओह्ह मुझे लगता है तुम्हारा भाई ही इसे ले गया होगा अपने रूम मे. मुझे लगता है वह छुप छुप कर तुमको देखता भी है.”
“ज्ज्ज मम्मी.”
“बेचारा वह भी क्या करे तू है ही इतनी खूबसूरत की कोई भी लड़का तुमको देखना चाहेगा.”
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