RE: Maa ki chudai मॉं की मस्ती
अगली बार जब रमण मनु को ट्यूशन देने के लिए आया उस दिन पहले ही उसने मनु को फोन कर दिया कि वो आ रहा है,तो मनु कुछ देर के लिए बाहर चला जाए,कि जब रमण आए तो उसकी मा घर मे अकेली हो,मनु समझ गया और रमण के आने से थोड़ी देर पहले ही अपनी मा को बोला कि उसको कुछ बुक लानी हैं जो रमण भैया ने बोली हैं वो ले कर आता है,अगर रमण भैया आएँ तो वो उनको बिठा लेना.
आरती ने कहा कि ठीक है ,पर तुम जल्दी आ जाना.
मनु के जाने के थोड़ी ही देर बाद रमण आ गया,आरती ने दरवाज़ा खोला तो रमण ने कहा कि आज मनु कहाँ गया.
आरती बोली कि वो कह कर गया था कि आप ने कुछ बुक्स के लिए कहा है वो लेने जा रहा है ,जल्दी आ जाएगा ,आप बैठो वो आने वाला होगा.
आरती ने आज एक डीप गले की नाइटी पहनी हुई थी,जिसमे से उसका जिस्म छलक के बाहर आने को हो रहा था.रमण ने सोचा कि आज तो उसकी किस्मत ही खुल गयी है.
रमण अंदर आ गया,आरती ने कहा कि आप बैठो मे कुछ ले कर आती हूँ.
फिर आरती दोनो के लिए पीने को कोल्ड ड्रिंक ले कर आ गयी,रमण ने कहा कि भाभी जी आप फॉरमॅलिटी मत किया करो.
आरती बोली नही ऐसे कोई बात नही है.
फिर रमण और वो कोल्ड ड्रिंक पीने लगे,रमण ने कहा कि मनु ने बहुत देर लगा दी,आप भी मेरे साथ बोर हो रही हो.
आरती-अरे ये क्या कह रहे हो ऐसी कोई बात नही है.मुझे आपसे कोई बोरियत नही होती.
रमण ने कहा कि ऐसा है तो फिर आप हमारे साथ बैठी क्यूँ नही.
आरती अब क्या बोलती,कि वो लोग ऐसी -2 बाते करते हैं कि उसको वहाँ पर बैठने मे शरम आती थी.पर वो बोली नही.
फिर रमण ने कहा कि क्या आपको मेरो कंपनी अच्छी नही लगती.
आरती-नही ऐसे बात नही है,आप और मनु दोनो मिल कर जब मेरी खिंचाई करते हो ,इसलिए मे अब आप दोनो के साथ नही बैठती.
रमण-अर्रे मैने ऐसा कब किया.
आरती-वो जब पार्टी के अगले दिन आप और मनु बोल रहे थे तो मुझे ऐसा ही लगा.
रमण बोला कि भाभी जी आप क्या कह रही हो,ऐसा कुछ भी नही था,बल्कि मे तो मनु के सामने बोला नही ,उस दिन तो आप गजब की सेक्सी लग रही थी,और अगर आप अरविंद साब की बीवी नही होती,तो मे वहीं पर कुछ कर बैठता,सही कह रहा हूँ,मैने आपने आप पर कैसे कंट्रोल किया मैं ही जानता हूँ,उस दिन जो बिजली मेरे पर गिरी मे बता नही सकता.
ये सुन कर आरती शरम के मारे लाल हो गयी,और बोली ये आप क्या कह रहे हो.
रमण-आप को मेरी बात झूठ लग रही होगी ,पर ये सच है उस दिन आप मुझे बिल्कुल अप्सरा की तरह लग रही थी,उस ड्रेस मे आप का जलवा ही अलग था,मैने तो उस रात आपकी इतनी सारी फोटुस ली कि मेरे मोबाइल की मेमोरी ही जवाब दे गयी.
ये सुन कर आरती का लाल मूह और लाल हो गया.पर वो बोली कि ये आप क्या बोले जा रहे हो,ऐसी बाते करना ठीक नही है.
ये सुन कर रमण समझ गया कि आरती के दिल मे तो हां है,पर मूह पर जमाने और पति,बेटे की वजह से ना है,अब उसने इस हालत का पूरा फ़ायदा उठाने का मन बना लिया था.
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