RE: Maa ki chudai मॉं की मस्ती
आरती ने कहा कि नही ऐसी कोई बात नही है,बस सिर मे कुछ दर्द सा महसूस हो रहा है और शरीर भी कुछ गिरा-2 लग रहा है,इसलिए ये प्रोग्राम किसी और दिन के लिए रख लेते हैं,प्लीज़. आप बुरा मत मान-ना.किसी और दिन चलते हैं.
ये कह कर आरती ने फोन काट दिया,अब रमण जो सुबह से बहुत ही जॉली मूड मे था उसका तो एकदम से फ्यूज़ ही उड़ गया,कहाँ तो उसने प्लानिंग कर रखी थी कि आज मर्डर-2 की टिकेट्स ला रखी हैं,वहाँ पर आरती जो कि किसी सेक्सी ड्रेस मे होगी,उसको र्थोड़ा सा गरम करेगा और फिर उसकी सोई हुई भावनाए जो कि मनु के सामने होने के कारण बाहर नही आती थी उनको भड़काएगा और उस-से मज़े लेगा,ज़्यादा नही तो आज वो आरती के मम्मे तो दबाएगा ही,और फिर जब मनु की मोटरसाइकल पर उसको ले जाएगा तो बार-2 ब्रेक लगा कर उसके मम्मे फील करेगा,तो आरती भी थोड़ा और ज़्यादा खुल जाएगी,फिर आगे बढ़ने के लिए रास्ता बन जाएगा.
पर उसके सारे अरमानो पर पानी पड़ गया था,अब तो आरती को फँसाने के लिए दुबारा से कोई और चारा लगाना पड़ेगा,है तो वो भो तैयार पर पता नही कहाँ पर क्या अटक रहा है?पता नही कैसे ऐसे ही केएलपीडी होती रहेगी.
ये सोच कर रमण ने सोचा कि अब की बार मनु को भी प्लान मे खुल कर कोई रोल देना होगा,जिस-से कि आरती की जीझक भी ख़तम हो जाए और जैसे वो और मनु खुल गये हैं वैसे ही वो और आरती भी खुल जाएँ
अब रमण ने सोचा कि आगे जो भी करना है वो पूरी तरह से प्लॅनिंग करके ही करेगा,ऐसे जल्दी मे कोई भी कदम उठाने से बनी हुई बात बिगड़ सकती है,आज ट्यूशन ना होने के बावजूद उसने मनु से मिलने की तैयारी कर ली ,ताकि वो उस-से बात करके आगे क्या करना है ये तय करेगा,जिस से कि आज जो हुआ है वो आगे फिर कभी ना हो.
ये सब सोच कर उसने मनु को उसके मोबाइल पर आज जो हुआ वो एसएमएस के द्वारा बता दिया,और स्कूल के बाद मिलने का भी लिखा.
मनु स्कूल से सीधा घर गया,घर पर उसने अपनी मा को कहा कि रमण भैया आज भी ट्यूशन के लिए आएँगे.कोई लेसन रह गया था जो कि कल क्लास टेस्ट के लिए ज़रूरी है.
ये सुन कर आरती जो कि इतमीनान से बैठी थी उसको एक झटका लगा ,क्यूंकी वो तो सोच रही थी कि आज के दिन तो उसको रमण का सामना नही करना पड़ेगा,क्यूंकी आज तो मनु की क्लास ही नही है,अब आरती सोचने लगी कि रमण का सामना कैसे करेगी,और क्या कहेगी कि उसने उसके साथ जाने के लिए क्यों मना किया,अब तो आरती फिर एक कशमकश मे पड़ गयी.
ये बात मनु भी भाँप गया,पर वो बोला कुछ नही,वो चाहता था कि पहले पूरी बात का पता रमण से चले फिर आगे क्या करना है ये सोचा जाएगा.
चाहता तो मनु ये था कि उसकी मा जल्दी से जल्दी रमण के साथ सेट हो जाए जिस-से कि मनु को भी कुछ तो प्रिया के साथ मस्ती करने का मौका मिले ही और सबसे बड़ी बात है कि उसका खुद का दिल आज कल अपनी मा पर फिदा था और वो ये चाहता था कि रमण तो उसकी मा से मज़े ले ही ,वो भी अपनी मा की चूत मार सके.
आल कल तो ये हाल था कि आरती कोई भी आउटफिट पहनती थी,अगर उसमे उसकी थोड़ी सी भी क्लीवेज़ नज़र आती थी तो उसी टाइम मनु का लंड अपनी मा की चूत के नाम पर सलामी देने लगता था.वो अब अपनी मम्मी को सेक्स की नज़र से देखने लगा था,और उसके नाम की मूठ मारने लगा था.
आरती आज के दिन रमण का सामना नही करना चाहती थी ,इसलिए वो जल्दी से रेडी हो कर मनु से कहती है कि आज वो अपनी एक सहेली के यहाँ जा रही है.
मनु तो सब समझ रहा था कि आरती मनु का सामना नही करना चाहती है इसलिए वो यहाँ से जा रही है,पर ये उसके लिए भी अच्छा था ,क्यूंकी उसके ना होने पर वो दोनो आपस मे आराम से बाते कर सकते थे,और आगे के प्लान के बारे मे सोच सकते थे.
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