Porn Kahani भोली-भाली शीला
01-07-2018, 02:06 PM,
#28
RE: Porn Kahani भोली-भाली शीला
पंडित & शीला पार्ट--27

***********
गतांक से आगे ......................

***********

पंडित ने दरवाजा बंद कर लिया ..और नंगा ही आकर अपने बेड पर आकर लेट गया ..अपनी फेक्ट्री की सफाई करके शीला भी उनके साथ आकर सो गयी ...दोनों थक चुके थे ..रात के बारह बजने वाले थे ..इसलिए वो जल्दी ही सो गए ..इतनी चुदाई के बाद दोनों थक चुके थे ..पर पंडित और शीला ने सहमति से ये डिसाइड किया की तीन बजे उठ कर एक बार और चुदाई करेंगे ..


दूसरी तरफ, माधवी और गिरधर अपने घर की तरफ जा रहे थे ..और जाते - २ भी गिरधर माधवी को परेशान करता हुआ , उसकी गांड पर हाथ मारता हुआ, उसे गन्दी-गन्दी गालियाँ देता हुआ चल रहा था ..उसने अपनी जेब से एक पव्वा निकाला और पीने लगा ..उसकी गालियाँ नशे के साथ बढती चली जा रही थी ..


गिरधर : "भेन की लोडी ...आज तूने अपना रंग दिखा ही दिया ..किसी के भी आगे अपनी टाँगे खोल कर लेट जाती है भूतनीकी ..भेन चोद ..ये बता तुझे मेरा लंड कम पड़ता है क्या ...जो पंडित के सामने अपना भोसड़ा खोल कर बैठ गयी ...बोल हरामजादी ...''


कहते हुए गिरधर ने उसकी गांड पर एक करारा हाथ दे मारा ...माधवी दर्द से तिलमिला उठी .


''आयीईई ...बस करो ....अब और कितना जलील करोगे ...मुझे तो लगा था की तुम भी यही चाहते हो ..इसलिए ...इसलिए ..''


एक और चांटा आकर उसके गाल पर पड़ा :''भेन चोद ...जबान लड़ातीहै ..उल्लू की पट्ठी ..कौन सा पति ये चाहता है की उसकी बीबी का किसी और के साथ सम्बन्ध हो ..पर तुझे तो इन सब बातों का कोई असर ही नहीं है ..तेरी चूत में तो खुजली हो रही थी ..लंड चाहिए था तुझे तो ..मेरी बातें समझने की इतनी ही अकल है तुझमे तो ये नहीं समझी की मैं रितु के साथ क्या करना चाहता हु ..''


माधवी : "पर ...वो आपकी बेटी है ..''


गिरधर : "बेटी गयी तेल लेने ...जैसी रंडी तू है ..वैसी ही वो भी बनती जा रही है ..आजकल उसके तेवर देखे हैं तूने ..कैसे गांड मटका कर चलती है ..ऐसे कपडे पहनती है की मन करता है बीच चोराहे पर उसे घोड़ी बना कर चोद डालू ...साली ...रंडी की औलाद रंडी ..''


माधवी (रोते हुए ) : "भगवान् के लिए ऐसा मत बोलिए ..अपनी बेटी के लिए ..उसे इन सब बातों की समझ नहीं है ..''


गिरधर : "वो तो तुझे मैं दिखा दूंगा ..किन बातों की समझ है उसमे और किन बातों की नहीं ..''


माधवी बेचारी असहाय सी होकर उसकी बातें सुनती रही और वो दोनों चलते रहे ..


रात काफी हो चुकी थी ..अँधेरा भी काफी था .


एक बड़े से चोराहे पर पहुंचकर जब वो दोनों सड़क क्रॉस कर रहे थे तो पीछे से एक आवाज आई : "क्या भाव है इसका ...''


गिरधर को तो एक पल लगा कोई उससे सब्जी का भाव पूछ रहा है ..वो नशे में था ..पर तभी उसे ध्यान आया की उसके पास ठेला तो है नहीं ..फिर किस चीज का भाव पूछ रहा है कोई ..


उसने मुड कर देखा ..एक पचास साल का मुसलमान (उसकी बिना मूंछ की लम्बी दाड़ी थी) खड़ा था ..उसने फिर से पूछा : "क्या रेट है तेरी आइटम का ..बोल साले भड़वे ''


ओह तेरी की ...अब गिरधर की समझ में आया ..दरअसल वो जिस चोराहे से गुजर रहे थे वो वहां का रेड लाइट एरिया था ..जहाँ सड़क पर रंडियां और उनके दलाल घूमते रहते थे ..पर रात काफी होने की वजह से वहां अब लगभग सन्नाटा था ..पर इस मुल्ले को लगा होगा की माधवी कोई रंडी है और गिरधर उसका दल्ला .


माधवी ने उसकी बात को नरन्दाज किया और आगे चल दी ..पर गिरधर वहीँ खड़ा हुआ कुछ सोचने लगा ..उसके शेतानी दिमाग ने काम करना शुरू कर दिया ..


वो उस मुल्ले से बोला : "ये कोई ऐसा वैसा माल नहीं है साब ..एकदम कड़क है ये ..''

और ये मुसलमान कोई और नहीं ..इरफ़ान था ..नूरी का पिता . जो अपनी बीबी के मरने के बाद अक्सर इस इलाके में आता और अपनी संतुष्टि करके वापिस चला जाता ..


पर इरफ़ान और गिरधर / माधवी एक दुसरे को नहीं जानते थे .


इरफ़ान : "वो तो लग ही रहा है ..इसे आजतक मैंने पहले नहीं देखा यहाँ ..और तो और ऐसा माल ही नहीं देखा आज तक इस इलाके में ..''


वो अपने पायजामे में खड़े हुए लंड को मसलने लगा ..


गिरधर को ऐसी बातें करता देखकर माधवी के पैरों के नीचे से जमीन ही निकल गयी ...उसने गिरधर को अपने पास बुलाया और बोली : "ये क्या कर रहे हो आप ...मुझे रंडी समझ कर वो भाव पूछ रहा है और आप भी उसका साथ दे रहे हैं ...चलो जल्दी से यहाँ से ..ये इलाका इन्ही बातों के लिए बदनाम है ..''


गिरधर गुर्राया : "चुप कर भेन की लोडी ...तू मुझे न समझा की मैं क्या करू और क्या नहीं ..जब अपने यार पंडित से अपनी माँ चुदवा रही थी तब तुझे इन सब बातों का पता नहीं था क्या ..वो भी तो रंडीपन ही था ...और ये भी वही है ..तू उसे फ्री में अपनी चूत बांटती फिर रही थी ..अब वही चूत के पैसे मिलेंगे तो तुझे अखर रहे हैं ..चुप चाप खड़ी रह और वही कर जैसा मैं कहता हु ..वरना कल ही तुझे तलाक दे दूंगा और सभी को तेरी और पंडित की करतूत के बारे में बता दूंगा ..''


गिरधर की धमकी सुनकर बेचारी माधवी सिसक - २ कर रोने लगी ..वो समझ चुकी थी की वो गिरधर के सामने पूरी तरह से असहाय है ..''


गिरधर वापिस इरफ़ान भाई के पास गया .


इरफ़ान : "क्या हुआ मियां ...कोई परेशानी है क्या ..''


गिरधर : ''अरे नही साब ...नयी है न इस धंधे में ...अभी एक कस्टमर बैठ कर गया है ... इसलिए मना कर रही है ..''


इरफ़ान : ''एक दिन में सिर्फ एक बार ...साली की टाईट होगी तब तो ...''


उसकी आँखों से हवस टपक रही थी ..


गिरधर बोल : "आप बताओ साहब ....कैसी लगी आपको ..''


इरफ़ान : "तभी तो पुछा था ..क्या रेट है ..जल्दी बोल ..''


गिरधर समझ गया की वो उसकी बीबी के जिस्म को देखकर मस्त हो चूका है ..


वो बोला : "पुरे पांच हजार ''


इरफ़ान : "भाई ये तो बहुत ज्यादा है ...कुछ तो कम करो ..''


गिरधर : "साब ...ऐसा माल आपको दोबारा नहीं मिलेगा ...सोच लो ..''


इरफ़ान : "यार बात तो तू सही कह रहा है ...चल ठीक है ..तू भी क्या याद रखेगा ..''


इतना कहकर उसने अपनी जेब से हजार के पांच नोट निकाल कर उसके हाथ में रख दिए ..


गलियों में सब्जी बेचने वाले गिरधर ने एक साथ इतने पैसे नहीं देखे थे ..वो फटी हुई आँखों से उन नोटों को देखता रह गया ..


इरफ़ान : "पर तुम्हारा अड्डा कहाँ है ...कहाँ लेकर जाऊ इसको ''


गिरधर : "साब ...अब तो सरे अड्डे बंद हो चुके हैं ..हम भी बस वापिस ही जा रहे थे ..इसलिए आपको यहीं कहीं झाड़ियों में ..या फिर सडक किनारे करना पड़ेगा ..''


इरफ़ान : "तेरी आइटम के बदले और कोई होता न तो अभी मना कर देता ..पर अब रुका नहीं जा रहा ..चल उधर चल ..वहां काफी घनी झाड़ियाँ है ..''


गिरधर ने हक्की बक्की होकर खड़ी हुई माधवी का हाथ पकड़ा और इरफ़ान के पीछे चल दिया ..


वो जानती थी की उसके पति ने एक रात के लिए उसका सौदा कर दिया है ..और वो भी 50 साल के एक मुसलमान के साथ ..पर वो गिरधर की धमकी से सहम चुकी थी ..इसलिए कुछ नहीं बोल पा रही थी .


वहीँ मेन रोड के बीचो बीच एक सरकारी नर्सरी थी ..जहाँ काफी पेड़ पोंधे रखे हुए थे ...उसके दोनों तरफ पांच फुट ऊँची झाड़ियाँ थी ..
और अँधेरा भी था ..

वहां जाकर इरफ़ान बोला : "ये जगह सही है ...किसी को कुछ दिखाई भी नहीं देगा ..''


माधवी उसकी बात सुनकर भोचक्की रह गयी ..वो उसे बीच सड़क पर चोदना चाहता था ..एक तो पहले से ही उसकी हालत खराब थी और ऊपर से बीच चोराहे पर चुदने के ख़याल से ही वो भयभीत होकर वापिस गिरधर के पास पहुंची और धीरे से बोली : "सुनिए ...ये ...ये ..क्या कर रहे हैं आप. ..ये इंसान आपकी पत्नी को एक रंडी समझ रहा है ..और उसे बीच रास्ते में चोदना चाहता है ..आपको इसका कोई असर नहीं पड़ रहा है ..''


गिरधर चिल्लाया : "चुप कर हरामखोर ..ये देख रही है न क्या है ...पैसा ..पैसा है ये ..पुरे पांच हजार ..और वो भी तेरी फटी हुई चूत के बदले ..जिसमे तूने मेरे और पंडित के अलावा और ना जाने कितने लंड लिए हैं ..वही समझ के एक और ले ले ..मजे तो तुझे आते ही हैं ..मेरी खातिर एक बार और मजे कर ..''


उसने पैसे जेब में वापिस डाल लिए .


दूसरी तरफ इरफ़ान अपना पायजामा खोलकर खड़ा हो चुका था ..और अपने लंड को हथेली के बीच दबा कर मसल रहा था ..


माधवी कुछ और भी कहना चाहती थी ..पर तभी उसकी नजर इरफ़ान की तरफ चली गयी ..और उसके लंड का साईज देखकर वो पलकें झपकाना भी भूल गयी ..इतना लम्बा ...इतना मोटा लंड उसने आज तक नहीं देखा था ..उसकी चूत में कंपकंपी सी छूट गयी ..मुल्ले की उम्र को देखकर लग नहीं रहा था की उसके पायजामे में तोप बंद होगी, जो किसी की भी चूत के परखच्चे उड़ा सकती है ..एक गीले रस की लहर माधवी की चूत को भिगोती हुई बाहर छलक पड़ी .


इरफ़ान ने उसे अपनी तरफ आने का इशारा किया ..वो किसी रोबोट की तरह चलती हुई उसके पास जाकर खड़ी हो गयी ..


इरफ़ान : "वाह ...क्या माल है तू ..साली ..कहाँ थी पहले ..''


उसने अपना दांया हाथ उसके बांये मुम्मे पर रखकर जोर से दबा दिया ..उसकी पकड़ इतनी तेज थी की वो चिल्ला पड़ी ...''आअयीईई ....ये ...क्या ....कर रे हो ...धीरे ...''


इरफ़ान : "साली ...पुरे पांच हजार दिए हैं तेरे दल्ले को ..धीरे करने के लिए नहीं दिए ..समझी ..''


और उसने अपना दूसरा हाथ रखकर उसकी दूसरी ब्रेस्ट को भी दबा डाला .


वो बेचारी दर्द के मारे अपने पंजों पर खड़ी होकर सिसकने लगी ..उसके चेहरे को अपने करीब पाकर इरफ़ान ने अपने पान से भीगे होंठ उसके गुलाबी होंठों पर रख दिए ..और उन्हें पीने लगा ..


माधवी को घिन्न सी आ गयी ..पान की खुशबू उसे काफी पसंद थी ..पर उसके साथ ही तम्बाकू और सुपारी के टुकड़े जब उसके मुलायम होंठो से टकराए तो उसे उलटी सी आने को हुई ...


वो छटपटा कर इरफ़ान से अलग हो गयी ..और गिरधर की तरफ दयनीय दृष्टि से देखा ..पर वो हरामी आराम से एक पत्थर पर बैठकर अपने मोबाइल से उन दोनों की मूवी बना रहा था ..और माधवी को अपनी तरफ देखता पाकर चिल्ला कर उससे बोला : "देख क्या रही है कुतिया ...चल वापिस जा ..''


वो खून का घूंट पीकर रह गयी ..


इरफ़ान ने पीछे से आकर उसके कुर्ते को पकड़कर उसकी गर्दन से निकाल दिया ..और पीछे से ब्रा भी खोलकर नीचे गिरा दी ..


माधवी एक पत्थर की मूर्ति की तरह खड़ी हुई अपने पति को घूर रही थी ..


इरफ़ान ने उसके कंधे पकड़कर नीचे धकेला ...और सीधा अपने लंड के सामने लाकर पटक दिया ..और अपना चाशनी से भीगा हुआ क्रीम रोल उसके मुंह में डालकर धक्के मारने लगा और उसका मुंह चोदने लगा ..


माधवी के होंठ उसके लंड के चरों तरफ ऐसे फंस गए थे मानो इरफ़ान उसका मुंह नहीं गांड मार रहा हो ..


उनकी सारी हरकतें गिरधर रिकॉर्ड कर रहा था ..

अब इरफ़ान से भी सब्र नहीं हो पा रहा था ..उसने माधवी के मुंह को पांच मिनट तक चोदने के बाद उसे खड़ा किया और उसकी कमर में बंधा हुआ सलवार का नाड़ा खोलकर उसे नीचे से भी नंगा कर दिया ..उसने पेंटी नहीं पहनी हुई थी ..

उसकी सफाचट चूत देखकर उसके मुंह में पानी आ गया ..और उसने झुककर उसकी चूत से मुंह लगा दिया ...वो तड़प उठी ..


''अह्ह्ह्ह्ह्ह .......ओफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ ....''


उसकी जगह पंडित होता तो वो उसे अब तक चबा जाती ...पर अपनी तरफ से सेक्स के लिए वो कोई पहल नहीं करना चाहती थी ..


पर उसके हाव भाव और उसकी सिस्कारियां सब बयां कर रही थी ..


उसने मुल्लाजी के सर के बाल पकड़ लिए और उसके मुंह पर अपनी चूत को रगड़ - २ कर मूली की तरह से घिसने लगी ..


उसकी चूत के अन्दर उसका और पंडित का मिला जुला रस था ..जो सीधा इरफ़ान के मुंह में जाने लगा ..पर उसे शायद उसका एहसास भी नहीं हुआ ..


माधवी हवा में थी और इरफ़ान के मुंह के ऊपर अपने पंजो के बल बड़ी मुश्किल से खड़ी थी .. उसने इधर उधर देखा की कोई पकड़ने का साधन मिल जाए पर कुछ न था वहां ...उसने ऊपर देखा तो एक झुके हुए पेड़ की टहनी थी ऊपर ..उसने उचक कर उसे पकड़ लिया और अब वो अपने दोनों हाथ ऊपर करके इरफ़ान के मुंह पर नाच रही थी ..अब उसे भी मजा आने लगा था ..उसने सोचा जब चूत को लंड मिल ही रहा है तो रोते हुए क्यों करवाए ..वो भी अब खुलकर इरफ़ान का साथ देने लगी थी ...


अचानक वो डाली टूट गयी और माधवी लडखडाती हुई नीचे मिटटी पर जा गिरी ...वहां की जमीन गीली थी ..इसलिए उसे कोई चोट नहीं लगी ..उसका सर अब गिरधर की टांगो के बीच में था ..वो आराम से उसके चेहरे के एक्सप्रेशन अपने मोबाइल में कैद कर पा रहा था ..


इरफ़ान अब उसकी टांगो के बीच लेट सा गया ..उन दोनों को गन्दी और गीली जमीन से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था ..दोनों पर हवस बुरी तरह से चढ़ चुकी थी .


इरफ़ान ने उसकी टांगों को अपने कंधे पर रखा और उसकी चिकनी चूत के अन्दर अपनी तनी हुई जीभ किसी लंड की तरह से पेल दी ..माधवी ने एक जोरदार चीख मारते हुए उसके सर के बाल फिर से पकड़ लिए ..


''अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ......ओफ़्फ़्फ़्फ़ ......उम्म्म्म .....चुसो .....अह्ह्ह ...हां न… ...ऐसे ही ..चुसो ...मेरी फुद्दी ....उम्म्म्म ....आअय्य्य्य .....मैं ...तो गयी .....''


और उसकी चूत से गर्म पानी का फव्वारा सा निकल पड़ा ...और गीली जमीन और गीली हो गयी ..


अपने ओर्गास्म तक पहुंचकर माधवी ने उत्तेजनावश इरफ़ान का चेहरा पकड़ कर उसे अपने ऊपर खींच लिया ...और उसके होंठों को अपने होंठों से सटाकर जोर जोर से चूसने लगी ...अब उसे ना तो पान वाले मुंह से कोई घिन्न आ रही थी और ना ही कोई शर्म ..वो उन्हें तब तक चूसती रही जब तक उसकी चूत से एक - २ बूँद निकल कर बाहर ना आ गयी ...


फिर उसने अपनी नशीली आँखे खोली ..और बड़े ही प्यार से मुल्लाजी की आँखों में देखा ..और अपना हाथ नीचे करके उसने उनके लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर लगा लिया और धीरे से बोली : "कमाल करते है आप तो मुल्लाजी ..क्या चूसते हो ..अब जरा इस लंड का भी कमाल दिखाओ मुझे ...''


और इतना कहकर उसने ऊपर बढकर फिर से उनके होंठों को चूम लिया और इरफ़ान की गांड पर दबाव डालकर उसके लंड को अपनी चूत पर जोर से दबा दिया ...


इतना मोटा लंड उसकी चूत में पहली बार जा रहा था ..इसलिए दर्द होना स्वाभाविक था ..दर्द के मारे उसका मुंह पूरा खुल गया ..और इरफ़ान को उसके मुंह के अन्दर के टोंसिल तक दिखाई दे गए ..उसने नीचे झुककर अपना बचा खुचा मुसल भी उसकी ओखली में उतार दिया और उसके खुले हुए मुंह में अन्दर अपनी जीभ डालकर उसके अंदरूनी गालों को चाटने लगा ..


थोड़ी देर तक रुकने के बाद उसने धक्के मारने शुरू किये ...


''अह्ह्ह्ह्ह ...ओफ़्फ़्फ़्फ़ उम्म्म्म्म ...मुल्लाजी ........अह्ह्ह्ह ...क्या कमाल का लंड है आपका ...उम्म्म्म ......इतना मोटा ...मैंने कभी नहीं लिया ...अह्ह्ह ...और तेज ....और तेज करो ..फाड़ दो मेरी चूत ....अह्ह्ह्ह ...अह्ह्ह्ह ....''


उसने अपने हाथ ऊपर किये और गिरधर के पैर पकड़ लिए ..ताकि वो इरफ़ान के धक्कों से ऊपर न खिसक जाए ...


इरफ़ान भी अब अपने हाथों को उसके मुम्मों पर रखकर उसे बुरी तरह से पेल रहा था ..


फिर जैसे ही इरफ़ान को लगा की वो झड़ने वाला है ..उसने अपना मुसल बाहर खींच लिया ..


और माधवी को खड़ा होने को कहा ..वो बुरी तरह से मिटटी में सन चुकी थी ...


उसे अपनी हालत का एहसास हुआ ...वो बीच चोराहे पर नंगी होकर एक अनजान आदमी से रंडियों की तरह से चुद रही थी ..और उसका खुद का पति ये सब देख भी रहा था और रिकॉर्ड भी कर रहा था ..


झाड़ियों की वजह से उन्हें कोई देख तो नहीं पा रहा था ..पर सड़क से निकल रही गाड़ियों की रौशनी कभी कभार उनके जिस्म पर पड़ रही थी .जिसका उनपर कोई असर ही नहीं था .

वो खड़ी हुई तो इरफ़ान ने उसे नर्सरी की दिवार की तरफ मुंह करके खड़े होने को कहा ..और खुद पीछे से आकर उसकी गांड के छेद पर लंड लगाकर खडा हो गया ..


गांड मारना उसे सबसे अच्छा लगता था ..


माधवी ने भी मना नहीं किया ...उसे इतना मजा जो मिल रहा था ...


जैसे ही उसका लंड गांड की सीमा में दाखिल हुआ वो जोर से चीख लड़ी ...उसे लगा की आज उसकी गांड जरुर फट जाएगी ...


पर ऐसा कुछ नहीं हुआ ..औरतों की जादुई गांड होती ही ऐसी है ...जितना भी मोटा लंड अन्दर चला जाए ..कोई असर नहीं होता उनपर ..


पर अभी इरफ़ान ने दो चार धक्के ही लगाये थे की तभी बाहर से एक पुलिस हवलदार अन्दर आ गया ..उसके हाथ में एक डंडा था और हाथ में टोर्च ...


पुलिस को देखकर गिरधर और माधवी की हालत पतली हो गयी ..


पर इरफ़ान निश्चिंत होकर उसकी गांड पेलता रहा ..


इरफ़ान को देखकर वो हवलदार बोला : "अरे मुल्लाजी ...आज बीच चोराहे पर ही शुरू हो गए ...''


वो दोनों शायद एक दुसरे को जानते थे ..


इरफ़ान ने गिरधर की तरफ इशारा करके उससे बात करने को कहा ..वो अपना रिधम खराब नहीं करना चाहता था ..


फिर वो हवलदार गिरधर की तरफ बड़ा ..और बोला : "क्यों बे दल्ले ...तुझे पहले तो कभी नहीं देखा इस इलाके में ...कौन है तू ...''


उसकी कड़क आवाज सुनकर वो सकपका सा गया ..और बोला : "साहब ...मैं बस अभी आया हु ..दो दिन पहले ..''


उसने इरफ़ान की तरफ देखा तो उसने उंगलियाँ मसलकर पैसे देने को कहा हवलदार को ..


गिरधर ने अपनी जेब से एक हजार का नोट निकालकर हवलदार को दे दिया ..वो भी हजार का नोट देखकर हक्का बक्का रह गया ..उसे दल्लों से शायद सौ दोसो रूपए ही मिलते थे ..आज पहली बार किसी ने इतने पैसे दिए थे उसको ..


उसने पैसे जेब में रख लिए और पलटकर फिर से इरफ़ान और माधवी की चुदाई देखने लगा ..


हवलदार को अपनी तरफ घूरते हुए देखकर माधवी का चेहरा शर्म से झुक गया ..पर एक अजीब सा रोमांच भी हुआ ...की एक बीच सड़क पर नंगी चुद रही है वो ..एक अनजान आदमी से ..और एक दूसरा आदमी उसे देख भी रहा है ...


उसने अब अपना चेहरा वापिस ऊपर उठा लिया ..उसके पपीते जैसे मुम्मे हर झटके से बुरी तरह हिल रहे थे ...जिन्हें देखकर हवलदार की पेंट में भी उभार आने लगा ..पर तभी बाहर से पुलिस जिप्सी की आवाज आई जिसे सुनकर वो भागकर बाहर निकल गया ...शायद उसके किसी सीनियर की थी जो राउंड लगा रही थी ..


उसके जाते ही इरफ़ान ने और तेजी से धक्के मारकर उसकी गांड के पेंच ढीले करने शुरू कर दिए ..


और अगले पांच मिनट के बाद जैसे ही वो झड़ने लगा उसने फिर से अपना लंड बाहर निकाल लिया ...और माधवी को नीचे बेठा कर उसके चेहरे के आगे जाकर अपने लंड की पिचकारियों से उसके चेहरे को पूरा सफ़ेद कर दिया ..


वो रस की बोछार किसी गर्म पानी की तरह महसुसू हो रही थी माधवी को ..


और जब वो पूरा झड गया तो हांफता हुआ वो साईड में जाकर बैठ गया ..और फिर थोड़ी देर बाद दिवार पर लगे नल से अपने हाथ और पैरों को साफ़ किया ..और फिर अपने कपडे पहनकर खड़ा हो गया ..


वो गिरधर के पास आया ..और अपनी जेब से एक हजार का नोट और निकाला और उसे दे दिया ..और बोला : "मुझे पता है ये कोई रोज के धन्दे वाली नहीं है ..जब भी अगली बार इसे चुदवाने के लिए निकले तो मुझे फ़ोन पर दियो ..''


इतना कहकर उसने उसके हाथ से मोबाइल लेकर उसमे अपना नंबर सेव कर दिया ..मुल्लाजी के नाम से ..और बाहर निकल गया ..


और दूसरी तरफ माधवी नंगी पुंगी सी अपनी चूत और गांड पिलवाकर किसी रंडी की तरह से मिटटी में लिपि पुती सी जमीन पर बैठी थी ..


गिरधर ने उसे जल्दी से खड़ा होकर चलने के लिए कहा ...उसने बिना अपना जिस्म साफ़ किये कपडे पहने और बाहर निकल आये ..रात में उन्हें देखने वाला कोई नहीं था ..वो वापिस घर जाकर आराम से नहाना चाहती थी ..
Reply


Messages In This Thread
RE: Porn Kahani भोली-भाली शीला - by sexstories - 01-07-2018, 02:06 PM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,495,257 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 543,736 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,229,267 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 929,838 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,650,389 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,077,677 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,946,166 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,039,896 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,025,515 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 284,343 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)