Vasna Sex Kahani बदनाम रिश्ते
07-03-2018, 11:34 AM,
#65
RE: Vasna Sex Kahani बदनाम रिश्ते
जवान बहन की चुदाई का मज़ा--3

gataank se aage......
पूजा: आह भय् मज़ा आ गया और तेज..........जोर से ..........ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.

मई (हाँफते हुए): हाय क्या मस्त चूत है यार तेरी.....अह्ह्ह पूजा.....मेरी बहन.....आज से तू मेरी है.....

पूजा: हाँ भय्या.....आज से मैं आपकी हूँ.......मुझे रोज चोदा करोगे?

मैं: ये भी कोई ना कहने वाली बात है?

मेरे धक्के और तेज होते चले गए और कुछ देर में ही हम दोनों भाई बहन झड़ गए. मैं हाँफते हुए पूजा के उपर ही लेट गया. थोड़ी देर बाद हम दोनों ने उठकर एक साथ शोवर के नीचे स्नान किया. पूजा की चूत से काफी खून निकला था. हमने चादर रात को ही धो दी. और उसके बाद नंगे ही एक दुसरे से लिपट कर सो गए.

अगले दिन पूजा नें हमारी चुदाई की सारी बात रेखा को बता दी. मैं अब जब भी मौका मिलता तो पूजा को चोद लेता था. पर हम लोगों को घर में चांस बहुत कम मिलता था. मेरी पूजा को चोदने की इच्छा बढ़ती जा रही थी पर घर पर सब लोग होने की वजह से हम चुदाई नहीं कर पाते थे. फिर मैंने रेखा के भाई कमल को भी अपने ग्रुप में लेने का प्लान बनाया. मैंने कमल से कहा कि यार आजकल चुदाई करने का बहुत मन करता है. कमल बोला, उस लड़की को बुला जिस के साथ तुने मेरे साथ चुदाई करवाई थी. मैं हंस कर बहाना बना कर बोला कि वो अपने गाँव चली गयी है. कमल का भी बहुत मन कर रहा था. मैंने उससे कहा कि यार एक काम करते हैं. तू मेरी बहन से सेक्स कर ले और मैं तेरी बहन से सेक्स कर लेता हूँ. ये सुन कर कमल भड़क गया और गुस्से से बोला, साले तेरी इतनी हिम्मत कैसे हुई मेरी बहन के बारे में ऐसा बोलने की. दोस्ती इसको कहते हैं? मादरचोद, मेरी बहन पर बुरी नजर डालता है? कमल नें मुझे और भी बुरा भला कहा. पर मैं शांती से उसकी सुना रहा.

कमल और मैं बचपन के दोस्त थे और एक दुसरे को अच्छी तरह से समझते थे. कमल मेरी बहन को सगी बहन की तरह से प्यार करता था और हर साल उस से राखी भी बंधवाता था. उसका गुस्सा जायज़ था. मैंने कमल को समझाया, यार देख हमारी दोनों बहनें जवान हो चुकी है. उनको भी तो चुदाई की इच्छा होती होगी? वो बाहर कहीं मुहं मारें तो क्या तुझे अच्छा लगेगा? कमल गुस्से में भन्नाया बैठा रहा. मैंने कमल को बहुत समझाया बुझाया और दो बीयर पिलाने के बाद कमल के मन में ये बात बैठा दी कि यही एक आसान सा रास्ता है जिससे हम मज़ा भी कर सकते हैं और घर की बात घर में ही रहेगी. फिर मैंने उसे पूजा के बारे में उसे बताया कि वो कितनी सेक्सी है. उसके बूब्स, चिकनी चूत और गोल गोल चूतड़......ये सब सुन कर कमल गर्म हो गया और वासना से अपना लंड मसलने लगा. मैं बोला कि अगर मुझे मौका मिल जाए तो मैं भी पूजा को चोदना चाहता हूँ.

कमल हैरानी से मुहं फाड़े मुझे देखने लगा. वो बोला, तू पागल तो नहीं हो गया? मैं हंस कर बेशर्मी से बोला, साले तू नहीं समझेगा. तुने कभी मेरी बहन पूजा के हुस्न के बारे में सोचा है? उसकी मस्त चुचियाँ, जांघें, गोरा गोरा बदन और चिकनी चूत देखी है? एक बार उसे नंगी देख लेगा तो तेरा लौड़ा उसे सलाम करने लगेगा. मेरा तो लंड उसे देख कर रोज खड़ा हो जाता है और मैं उसके नाम की रोज मुठ भी मारता हूँ. वो तो मुझे मौका नहीं मिल रहा वरना मैं कब तक उसे चोद चुका होता (मैंने जान बूझकर कमल को नहीं बताया कि मैं अपनी प्यारी सगी बहना पूजा को चोद चुका हूँ, और वो भी अपनी बहन अनजाने में चोद चुका है). ये सब बातें सुन कर अब तक वो वासना और बीयर के नशे में डूब चुका था. उसे अब पूजा का नंगा जिस्म सामने दिखाई देने लगा और सिसकते हुए बोला, हाँ यार.....पूजा वाकई मस्त माल है, मैंने उसे इस नजर से कभी नहीं देखा था.

अगर तुझे कोई प्रोब्लम नहीं है तो मैं उसे जरुर चोदना चाहूँगा. मैंने देखा कि कमल का लंड बुरी तरह से खड़ा हो गया है और वो बीयर के नशे मैं बडबडाने लगा, हाय पूजा कितनी सेक्सी है यार. प्लीज़ अपनी बहन की चूत दिलादे यार. मैं खुशी से बोला, हाँ यार चोद ले मेरी बहना को पर मैं भी तेरी बहन को चोदना चाहता हूँ. कमल थोडा हिचकिचाया पर फिर मान गया. अंत में कमल हथियार डाल के बोला, ओके यार कर डालते है. पर अपनी बहनों को कैसे मनायेंगे? साले मार मत पड़वा देना. मैं बोला, वो सब तू मुझ पर छोड़ दे.

कुछ दिन बाद रक्षा बंधन का त्यौहार था. कमल और रेखा ने हम दोनों को राखी बांधी. पूजा कनखियों से मुझे देख रही थी. मानों पूछ रही थी कि क्या अब भी राखी बंधवाओगे? मैं चुपचाप राखी बंधवा रहा था. रेखा भी खामोश थी. उसे भी बहुत अजीब लग रहा था, क्योंकी वो भी अपने सगे भाई से चुद चुकी थी. कमल पूजा से राखी बंधवाते समय थोडा हिचकिचाया, पर मैंने उसे इशारा कर दिया कि चुपचाप राखी बंधवा ले. इसके बाद हमारी दोनों बहनों ने हमारी आरती उतारी और राखी का गिफ्ट माँगा. मैंने कहा कि गिफ्ट शाम को मिलेगा. हमने एक पार्टी रखी है जिसमें तुम दोनों को शाम को आना है. मैंने अपने दोस्त के एक खाली फ्लैट की चाबी ले ली थी और उसमे बीयर पहले से ही रख दी थी.

शाम को चार बजे हमारी दोनों बहनें सज धज कर हमारी बाईक्स पर बैठ कर हमारे साथ चल पड़ीं. मेरे कहने पर रेखा मेरे साथ और पूजा कमल के साथ बैठी. अभी तक हमने अपना प्लान उन दोनों को नहीं बताया था. मैं रेखा और पूजा को सरप्राइज़ देना चाहता था. हाँ कमल को मैंने सब कुछ बता दिया था और पहले से ही कह दिया था दिया था कि चाहे ज़बरदस्ती करनी पड़े, हम आज दोनों को चोद कर रहेंगे.

कमल बहुत उत्साहित था. वो बड़े कामुक अंदाज़ से पूजा को बार बार दख रहा था. पूजा के बूब्स बहुत तने हुए थे. उसने चुन्नी भी नहीं पहन रखी थी. लाल रंग के सलवार सूट में वो गज़ब की क़यामत ढा रही थी. रेखा नें भी गुलाबी रंग की सूट सलवार पहन कर मेरे अंदर हलचल मचा दी थी.

अपने दोस्त के फ्लैट में आते ही मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया और बीयर की बोतलें निकाल लीं. रेखा बीयर नहीं पीती थी. उसने कमल की तरफ देखा. कमल बोला, आज जश्न का दिन है, इसलिए तुझे थोड़ी सी पीनी पड़ेगी. हमने उन दोनों को जिद करके दो दो ग्लास बीयर के पिला दिए. हमारी दोनों बहनें मस्त हो गयीं और बीयर के नशे में हंस हंस कर बातें करने लगीं. मैं हंस हंस कर बारी बारी से पूजा और रेखा को छेड़ने लगा. कभी मैं उनकी चुचियाँ दबा देता तो कभी गाल पर पप्पी ले लेता. दोनों लडकियां मदहोश हुए जा रही थीं.

मैंने पूजा के बूब्स दबाते हुए कहा, यार कमल देख क्या मस्त जवानी है मेरी प्यारी बहना की. पूजा मचलते हुए मेरे हाथ हटा कर बोली, अरे छोडो न भय्या क्या करते हो? कुछ तो शर्म करो. रेखा भी अपने भाई के सामने ये सब होता देख कर काफी अजीब सा महसूस कर रही थी. हम दोनों दुसरे कमरे में चले गए और हमने अपने सारे कपडे उतार दिए. हमारे तन पर सिर्फ अंडर वीयर बचे थे. हम दोनों के लंड तने हुए थे और अंडर वीयर में उभरे हुए साफ़ दिखाई दे रहे थे. हमदोनों नें एक एक बीयर पी ली. जब हम लोग वापस आये तो वहाँ का नज़ारा देख कर दंग रह गए.

हमारी दोनों बहनें एक दुसरे को लिप्स किस कर रही थीं और एक दुसरे के बूब्स मसल रही थीं. मैं बोला, देख कमल, मैं ना कहता था कि हमारी बहनें जवान हो चुकी हैं? हम दोनों को देख कर पूजा और रेखा छिटक कर अलग हो गयीं. मैं आगे बढ़ा और रेखा की चुचियाँ दबाते हुए बोला, मेरी जान मुझे भी थोड़ी दबाने दो. रेखा भाई के सामने शर्म से पानी पानी हो गयी, और बोली, हाय भय्या छोड़ दो. कमल भी पूजा की तरफ बढ़ा और उसके गालों पर किस करने लग. पूजा हल्का हल्का विरोध का रही थी. मैंने कमल से बोला, यार चल आज हम अपनी बहनों को राखी का गिफ्ट दे देते हैं. इतना कह कर मैंने अपना अंडर वीयर उतार दिया. देखते देखते कमल नें भी अपना अंडर वीयर उतार दिया और पूजा पर टूट पड़ा. पूजा ना ना करती रही, पर कमल नहीं रुका. वो जोर जोर से मेरी बहन की चुचियाँ दबाने लगा. मैं भी रेखा के साथ चिपक गया और उसके लिप्स पर किस करने लगा.

दोनों लडकियां अब थोड़ी थोड़ी उत्तेजित हो रही थीं, पर सब लोग एक कमरे में होने से वो हिचकिचा रही थीं. मैं सब समझ गया. मैंने रेखा को गोद में उठा लिया और उसे दूसरे कमरे में ले गया. रेखा अपने भाई के सामने विरोध का नाटक कर रही थी. हाँ पूजा का विरोध असली था, पर उसमें दम नहीं था.

मैं दुसरे कमरे में रेखा के साथ लिपट गया और उसके लिप्स पर किस करने लगा. रेखा मुझे परे हटाते हुए बोली, कमल भय्या मेरी जान ले लेंगे. मैं हँसते हुए बोला, चिंता मत कर मेरी जान, हमारी डील हो चुकी है. रेखा नें हैरानी से पूछा, कैसी डील? फिर मैंने रेखा को सारी बात बात बता दी. रेखा अब निश्चंत हो कर मेरा साथ देने लगी. मैंने बड़े आराम से रेखा के सारे कपडे उतार दिए. वो मेरे सामने अब पूरी तरह से नंगी खड़ी थी. मैं उसके बदन को बेतहाशा चूमने लगा. रेखा अब सिसकारियाँ भर रही थी.

उधर कमल भी मेरी प्यारी बहना की मस्त जवानी का मज़ा लूट रहा था. पूजा का विरोध समाप्त हो चुका था और वो भी कमल का साथ दे रही थी. मैंने रेखा की मस्त चुचियाँ अपने मुहं में ले लीं और एक एक करके उनको चूसने लगा. रेखा ने भी मस्ती में आकर मेरा लंड पकड़ लिया और उसे हिलाने लगी. रेखा बोली, भय्या एक बात बताऊँ? मैं बोला हाँ बोलो. रेखा बोली, उस दिन कमल भय्या के साथ मज़ा नहीं आया और उसकी सील भी नहीं टूटी. मैं हैरान हो गया और पूछा कि ये कैसे हुआ? रेखा ने बताया कि कमल का लंड जल्दबाजी में पूरा अंदर नहीं गया था और जल्दी झड़ गया था. वो उस दिन प्यासी की प्यासी ही रह गयी थी.

मैं सुन कर मन ही मन बहुत खुश हुआ कि मुझे आज एक कुंवारी चूत चोदने को मिलेगी. मैं उसकी चूत सहलाता हुआ बोला, चिंता मन कर मेरी रानी आज मैं तुझे जी भर के चोदुंगा. मैं उसके पूरे बदन को चूमता रहा. रेखा को बेड पर लिटा कर मैंने उसकी दोनों टांगें खोल दीं. उसकी कुंवारी अनचुदी चूत को देख कर मैं पागल सा हो गया. उसकी शेव की हुई चूत की दोनों फांकों को खोल कर मैंने उनमें अपनी जीभ घुसा दी. मैं बड़ी मस्ती से रेखा की चूत चाटने लगा. रेखा भी चूतड़ उठा उठा मेरा साथ देने लगी. थोड़ी ही देर में रेखा झड़ गयी. मैंने रेखा का सारा रस चाट चाट कर पी लिया.

अब मैं उठ कर दुसरे कमरे में देखने गया कि वहाँ क्या हो रहा है. मैंने देखा कि पूजा बड़े मज़े से कमल का लंड चूस रही है. कमल नें उसके बाल पकडे हुए थे उन दोनों के मुहं से कामुक आवाजें निकल रही थीं. मैंने भी वापस आते ही अपना लंड रेखा के मुहं में ठूंस दिया. रेखा नें थूक लगा कर मेरा लंड गीला किया और फिर मज़े से लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मैं तो जैसे जन्नत में पहुँच गया. करीब दस मिनट में ही मैं झड़ गया. रेखा मेरा सारा माल चाट कर साफ़ कर गयी. अब मैंने रेखा की दोनों टांगें फैला दीं और अपना लंड उसकी चूत के मुहाने पे टिका दिया. रेखा की चूत पहले से ही गीली थी. थोडा सा जोर लगाते ही मेरा लंड अंदर चला गया. रेखा कराहते हुए बोली, जरा आराम से भय्या. मैंने उसकी बात अनसुनी करते हुए पूरा लंड उसकी चूत में पेल दिया और बड़े जोर शोर से उसकी चुदाई करने लगा. कुछ देर तक रेखा कराहती रही फिर बाद में मज़े से चुदाई का आनंद लेने लगी. हमारी आवाजें बाहर तक आ रही थीं. काफी देर अक चुदाई करने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. मैं थक कर रेखा के मखमली बदन पर लेट गया. हम लोग पसीने से तर बतर हो चुके थे.

मैंने बड़े प्यार से रेखा के गाल पर चुम्मा दे कर पूछा, मज़ा आया मेरी जान? रेखा नें शर्माते हुए मझे अपने सीने से भींच लिया और हाँ में गर्दन हिलाई. हमने देखा की चादर खून से लाल हो गई है, यानी रेखा कुंवारी लड़की से औरत बन चुकी थी. हम लोगों ने जल्दी से चादर धोई और एक साथ बाथरूम में नहाये. रेखा थक कर सो गई और मैं उठ कर दुसरे कमरे में गया.

वहाँ पर मैंने देखा कि कमल मेरी बहना पूजा को घोड़ी बना कर चोद रहा है. पूजा के बूब्स लटके हुए आम जैसे दिख रहे थे, जिन्हें कमल बीच बीच में दबा रहा था. मेरे देखते देखते वो दोनों भी झड़ गए. मैंने कमल से पूछा, मज़ा आया मेरे यार? कैसी लगी मेरी बहना की प्यारी चूत? कमल पूरा सन्तष्ट नज़र आ रहा था. वो बोला, हाँ यार, बहत मज़ा आया. तेरी बहन तो सचमुच मस्त है. इसकी चुदाई करके मुझे वो मज़ा आया जो कि मैंने जिंदगी में कभी नहीं लिया. उस दिन तो जल्दबाजी में और घबराहट में मुझे मज़ा नहीं आया था पर तेरी बहन के साथ तो मैं जैसे जन्नत का मज़ा ले रहा हूँ.

पूजा थक कर उल्टी लेटी हुई थी. मैंने बड़े प्यार से पूजा को सीधी लिटा दिया और साथ में बगल में लेट गया. कमल भी दुसरी तरफ लेट गया. हम दोनों बड़े प्यार पूजा की चुचियाँ सहलाने लगे. हमारे दोनों हाथों में पूजा की बांधी हुई राखी थी. ये देख कर मुस्कुरा कर पूजा बोली, क्या भय्या, आप लोग कैसे हो? जिस हाथ में मेरी राखी बंधी हुई है उसी हाथ से मेरी इज्ज़त से खेल रहे हो. आपको तो मेरी रक्षा करनी चाहिए. मैं पूजा के सर पर हाथ फेरता हुआ बोला, मेरी रानी, हम तेरी रक्षा करेंगे. कोई माई का लाल हमारे होते हुए तुझे छू नहीं सकेगा. पूजा बहुत खुश हुई और बाथरूम में नहाने चली गई.

नहाने के बाद पूजा टोवल लपेट कर बाहर आयी. फिर कमल बाथरूम में घुस गया. जाते जाते उसने पूजा का टोवल खेंच लिया. पूजा नंगी मेरे सामने खड़ी थी. कमल बोला, आज सच में रक्षा बंधन मनाना है तो चोद डाल अपने सगी बहन को. क्यों हिम्मत है? है दम तेरे लौड़े में? ये कह कर कमल हँसता हुआ बाथरूम में घुस गया. मैंने तुरंत पूजा को अपनी बाँहों में भर लिया और उसे बेतहाशा चूमने लगा.पूजा भी मुझे यहाँ वहाँ किस करने लगी. मेरा लंड फिर से तन गया. मैंने प्यार से अपनी बहना की आँखों में झांककर देखा और पूछा, क्यों? आज चुदेगी मुझसे? राखी वाले दिन? आज मैं तुझे बहुत प्यार करना चाहता हूँ. पूजा ने हाँ में गर्दन हिलाई और मेरे लंड को सहलाने लगी. अब मैं उसकी बूब्स मसलने लगा और उसकी चूत में उंगली करने लगा.

पूजा बहुत उत्तेजित हो गयी और उसने झट से नीचे झुक कर मेरे लंड का सुपाड़ा अपने मुहं में ले लिया और जोर जोर से उसे चूसने लगी. मैं सिसक उठा, हाय ....चूस मेरी प्यारी बहन.....ये तेरा यार है.....फिर मैंने उसे 69 पोसिशन में कर के उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया.

इस बीच कमल आ गया. हम लोगों को इस तरह देख कर उसका लंड भी खड़ा हो गया. मैंने पोसिशन बदली और पूजा को नीचे लिटा कर उसकी चूत में दनादन अपना लंड पेलने लगा. मैं बडबडाने लगा...ले मेरी जान...राखी का तोहफा....अपने भाई का लंड....देख...कैसे अंदर बाहर आ जा रहा है....अह्हह्ह....ओह्ह्ह्ह....कमल नें भी अपना लंड मेरी प्यारी बहना के मुहं में डाल दिया और उससे चुसवाने लगा.

कुछ देर बाद मैं झड़ गया. मेरे हटते ही कमल ने अपना लंड पूजा की चूत में घुसेड दिया और मैंने अपना लंड अपनी बहना के मुहं में डाल दिया. पूजा मेरे और अपने रस से गीले लंड को जोर जोर से चूसने लगी. मैं थक कर थोड़ी देर के लिए सुस्ताने लगा. पूजा की वासना चरम सीमा पर थी. वो सिसकियाँ भर भर कर बोली...हाय मेरे भाईओ...आज रक्षा बंधन का असली त्यौहार मना है....चोदो मुझे...जी भर के...अपने बहन की चूत फाड़ दो....राखी का फर्ज निभाओ....जोर से करो...आह...मर गयी....मेरा निकल गया....ओह्ह्ह्ह्ह.......पूजा और कमल एक साथ मेरे सामने झडे.
kramashah.....................
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RE: Vasna Sex Kahani बदनाम रिश्ते - by sexstories - 07-03-2018, 11:34 AM

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