RE: Antarvasna Chudai विवाह
लीना (दुल्हन)
ये अक्षय कहाँ चला गया आज, बिन बताए, मुझे उसकी बहुत ज़रूरत है. मन काबू मे नही है, वह होता तो उसे ऐसा .... इतनी उत्तेजित मैं कभी नही हुई. डर लग रहा है, मन अब कहाँ कहाँ भटकता है, कैसे कैसे ख़याल मन मे आते हैं पर साथ ही मन मे जो अजीब आनंद उभर रहा है वैसा मैने आज तक महसूस नही किया. परसों अक्षया मुझे चिढ़ा रहा था, जब मैने उसे नीलम दीदी की हरकत के बारे मे बताया तो. मुझे भी समझ मे नही आता यह क्या चल रहा है, ऐसा तो किसी भी बहू के साथ नही हुआ होगा पर मेरा मन भी इतना मचलता है, कि क्या कहूँ, उसे ये सब बातें लगता है बहुत अच्छी लगती हैं. अक्षय को जब मैने अपनी सारी पुरानी ब्रा और पैंटी देने के बारे मे कहा तो क्या खुश हुआ वह बदमाश लड़का!
उसके तो प्यारे खिलौने हैं ये. वैसे सब ब्रा और पैंटी पुरानी हैं, सस्ती भी हैं, पर बेचारा अक्षय, मेरा प्यारा छोटा भाई, उन्हीमे
इतना खुश है कि देख कर मेरा मन भर आता है. अक्षय मेरा भैया, मेरा बहुत कुछ, कैसे रहूंगी रे तेरे बिना मैं!
इसलिए मैने सोच लिया है कि बचे दिनों मे उसका जितना साथ मिले, उसका आनंद उठा लूँ. आज कल मैं उसे एक पल अकेला नही छोड़ती, पास ही रखती हूँ. याने जब मामा मामी घर मे ना हों तब! वे बेचारे शादी की तैयारी मे जुटे हैं, अक्सर बाहर रहते हैं इसलिए मेरी और अक्षय की बन आती है. मस्त एकांत मिलता है. अक्षय भी खुश है पर बेचारा थक जाता है, कभी कभी भूनभुनाने लगता है कि दीदी अब छोड़ो ना, मैं थक गया. पर मैं मुझे जो करना है करती रहती हूँ जब तक मेरा
मन ना भर जाए.
अक्षय को मैने नीलिमा दीदी के बारे मे बताया कि कैसे वह मेरी ब्रा के बारे मे पूछ रही थी और कैसे बातों बातों मे उसने मेरे स्तन को छू लिया. पर अक्षय को मैने यह नही बताया कि नीलिमा ने ना सिर्फ़ मेरे स्तन को छुआ, बल्कि टटोल कर दबा कर भी देखा कि ब्रा ठीक से फिट होती है या नही. फिर बोली कि लीना, तेरी ब्रा अच्छी है पर दुल्हन को तो सब नयी चाहिए, ऐसा करते हैं कि पूरा नया सेट ले लेते हैं तेरे लिए. वह शायद महँगे ब्रांड याने एनमोर, लवबल आदि के बारे मे बोल रही होगी.
मैने तो आज तक वे पहनी नही, बेचारे अक्षय ने ही एक बार शौक से अपना जेब खर्च बचाकर मेरे जन्मदिन पर जॉकी ला दी थी, बस वही एक अच्छी है मेरे पास. अब तो सब नयी ले डालून्गी, मुझे अच्छी ब्रा और पैंटी पहनने का बहुत शौक है, मुझे मालूम है कि मैं सुंदर हूँ और इन अच्छे कपड़ों मे और निखर कर दिखेगा मेरा रूप. वैसे उसका क्या फ़ायदा होगा भगवान जाने. यायाह ये अनिल, मेरी होने वाला पति ना जाने किस मिट्टी का बना है! उसके बर्ताव से लगता नही है कि उसे मुझमे ज़्यादा इंटेरेस्ट है. पर उसकी कमी ननद और सास करा देती हैं, मुझे बहुत प्यार करती हैं लगता है दोनों.
एक और बात मैने अक्षय को नही बताई, वह बहक जाता. वैसे ही वह बदमाश अब धीरे धीरे नीलिमा दीदी के अलावा माजी के बारे मे भी इंटरेस्ट लेने लगा है. उसे इस बात के बारे मे बताया तो पागल ही हो जाएगा मस्ती से. असल मे हुआ यह कि परसों मैं जब वापस आने को उठी तो माजी बोलीं कि लीना ज़रा रुक, मैं भी साथ चलती हूँ मुझे भी बाहर जाना है, तुझे घर के पास छोड़ दून्गी. वे अपने बेडरूम मे चली गयीं कपड़े बदलने को. नीलिमा दीदी अपनी सहेली के यहाँ निकल
गयीं.
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