RE: Antarvasna Chudai विवाह
मैं समझ गया कि इन दो मा बेटी के मन मे क्या चल रहा है. मेरे पीछे बहू की ये कैसी खातिर करेंगी मुझे मालूम है. क्या क्या खेल सूझते हैं इन दोनों को, वैसे आपस मे खेलती रहती हैं पर अगर मैं घर पर हुआ तो मिलकर मेरे पीछे पड़ जाती हैं. अब नया खिलाड़ी मिल गया है ... या मिल गयी है, अब सारे प्रयोग उसके उपर होंगे. मैने उनसे फिर वही कहा जो उस दिन लड़की पसंद करने के बाद घर पर आकर मैने कहा था कि दीदी, ज़रा संभाल कर, मुझे डर लगता है कि जोश जोश मे तुम उस बेचारी का ना जाने क्या हाल कर दो. मुझे तुम दोनों पर तनिक भी भरोसा नही है इस मामले मे, आख़िर मैने भी तो बचपन से सहा है .. मेरा मतलब है कि बहुत सुख भी पाया है मैने पर फिर भी अपनी जो हालत हुई थी वह मैं कैसे भूल सकता हूँ!
ममी बोली कि मेरे राजा बेटा, तू चिंता ना कर. हम ठीक से सब संभाल लेंगे. पहले पहले बहू की पसंद से ही करेंगे पर कुछ कुछ बातें जो कब से मन मे हैं, वे फिर धीरे धीरे बाद मे करेंगे, ज़ोर ज़बरदस्ती करनी पड़ी तो वो भी करेंगे, बहू यहाँ ठीक से हम दोनों मे घुल मिल जाए उसके बाद. अगर रोएगी धोएगी तो मना लेंगे प्यार से बाद मे. आख़िर यहाँ इतने सुख भी तो हैं. तुझे भी तो मालूम है कि जो जो सीडी या डीवीडी वग़ैरहा तू हर बार जर्मनी से लाता है उसमे कैसे कैसे मजेदार खेल होते हैं. मुझे कैसा कैसा लगने लगता है वो देखकर, वैसे ही प्रयोग करने की इच्छा होती है पर करें किस पर, ये नीलिमा तो अब घाट घाट का पानी पी चुकी है इन बातों मे, अब मज़ा आएगा जब कोई नया सदस्य मिलेगा ये सब करने को. अब मौका मिला है, कब से मै मना रही थी कि कोई सुंदर सी सीधी साधी बहू आए घर मे. और तू सीडी और डीवीडी के साथ वो जो तरह तरह के यन्त्र और खिलौने लाता है, वे भी वैसे ही पड़े हैं, किसी पर अभी तक इस्तेमाल भी नही किए.
मैं मान गया कि मैं लीना को उन दोनों के पास छोड़कर जर्मनी चला जाऊन्गा. वैसे मुझे मालूम है कि मा और नीलिमा मन की अच्छी हैं, बहुत ज़्यादती नही करेंगी, लीना की सेहत पर आँच नही आने देंगी.हां इस प्यार के अनोखे खेल मे लीना को थोड़ा बहुत तो सहना पड़ेगा, आख़िर बहू बन कर आ रही है इस घर की. बीच मे एक दो बार मैं लीना के घर मिलने को गया था. लीना से बातें की पर मेरा ध्यान असल मे अक्षय की ओर था. पहली बार लीना सामने थी इसलिए जिस तरह से बोलना चाहता था वैसे बोल नही पाया. दूसरी बार लीना घर पर नही थी. मौके का फ़ायदा उठाकर अक्षय के साथ खूब गप्पें लड़ाईं. सच मे मस्त चिकना छोकरा है, लीना का भाई बनने लायक है. लड़कियों के कपड़े पहना दें तो लगेगा नही कि लड़का
है. साला उस दिन एक टाइट जींस पहनकर बैठा था. उसके उस गोल मटोल बबल बॉटम का आकार उसकी जींस मे से दिख रहा था. मन तो हो रहा था कि उसे सहलाऊ या दबा दूं, फिर सोचा कि अभी जल्दी करना ठीक नही है, कहीं बिचक ना जाए, बाद मे तो आएगा ही पकड़ मे. उस दिन सिर्फ़ खेल खेल मे उसकी जाँघ पर हाथ रखा था तो कैसे मुझे देख रहा था!
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