RE: Bhai Behen Sex Kahani साला बहन्चोद कहीं का
अशोक अंधेरे मे यहाँ वहाँ हाथ चलाता है ऑर मनीषा भी ऑर दोनो के हाथ टकरा जाते है फिर अशोक मनीषा का हाथ पकड़ के उसकी सीध मे आ कर खड़ा हो जाता है...... ऑर फिर रॅपर खोलने की आवाज़ आती है.... मनीषा सोच मे पड़ जाती है कि साला सच मे ये कोई लोलिगम तो नही लाया है ना.....?
ऑर फिर अशोक कहता है
अशोक- पहले अपनी जीब बाहर निकालो.....
मनीषा हाँ बोल कर अपनी जीब बाहर निकालती है ओर फिर अशोक उसकी चिन को पकड़ कर उसकी टंग पे कुछ रगड़ता है.....
मनीषा भी अपनी जीब से टटोलने की कोशिश करती है कि वो क्या है.... लंड है या सचमुच का लोलिगम है......
फिर मनीषा के ज़ुबान पर कुछ गोल गोल ऑर चिकना चिकना महसूस होता है ऑर फिर वो हट जाता है.....
ऑर फिर मनीषा अपनी टंग जब वापिस अपने मुँह के अंदर लेती है तो उसे स्ट्रॉबेरी का टेस्ट मिलता है.... ऑर फिर मनीषा अपने मन मे कहती है....
मनीषा- चूत मेरिका साला.... भोसड़ी के को अभी थोड़ी देर पहले इतने हिंट दिए थे अपनी चूत मरवाने के साले को फिर भी समझ नही आया कि मैं चुदने के लिए तैयार हूँ.... अपनी चूत भी दिखा दी अब साला ऑर क्या करूँ....????
मनीषा का मूड खराब हो जाता है.... वो लंड चूसना चाहती थी पर इसका भाई लोलिगम चूसा रहा था.....
अशोक- केसा है....?
मनीषा- स्ट्रॉबेरी फ्लेवर है......
ऑर फिर अशोक मनीषा को मुँह खोलने के लिए बोलता है
ऑर फिर उसके मुँह मे लोलिगम डाल देता है......
उसका रॅपर उसके होंठो पे लगता है अंदर डालने के समय
मनीषा को एहसास होता है कि लोलिगम के आगे का रॅपर ठीक से नही निकाला है अशोक ने वो उसको ज़ुबान से टच कर के देखती है कि प्लास्टिक की फीलिंग आती है या नही.... अगर प्लास्टिक होगा तो वो उसे निकाल देगी..... पर उसमे से भी उसको स्ट्रॉबेरी जेसा लगा......
फिर उसने ज़्यादा दिमाग़ ना चला कर अपना मुँह बंद करने लगी.....
ऑर बंद करते हुए ही उसने महसूस किया कि नॉर्मल लॉलिपोप से ये अलग है...... ये गोल नही था कुलफी की तरह लंबा था...... उसने थोड़ा ऑर अंदर लिया तो उसको लॉलिपोप का एंड नही मिल रहा था..... अब उसकी चूत मे भी धीरे धीरे लहर उठने लगी थी ऑर वो दुआ करने लगी कि ये लंड ही हो.... ऑर फिर उसने अपनी आपको यकीन दिलाने के लिए उसने थोड़ा ऑर अंदर ले लिया ऑर अपनी ज़ुबान से टटोलने लगी......
अपनी ज़ुबान को लोलिगम के चारो तरफ घुमाने लगी.... ऑर थोड़ा अंदर लिया फिर अपने होंठो से पकड़ के ऑर अपने गालो को पिचका कर चूस्ते हुए उसे बाहर निकाला.... अब वो समझ गयी थी कि वो ऑर कुछ नही था वो लंड ही था अशोक ने स्ट्रॉबेरी फ्लेवर वाला कॉंडम पहना था......
जैसे ही उसे समझ आ गया कि ये लंड है वैसे ही उसकी चूत छटपटाने लगी..... उसने अपनी चूत को गहरी सास लेते हुए अपनी चूत को अपनी मुट्ठी मे दबा लिया ऑर लंड को चूस्ते हुए अपनी चूत भी सहला रही थी.......
वो अपने भाई को भी मज़ा देना चाहती थी लंड को मुँह मे अंदर बाहर कर के..... पर उसको कुछ सूझ नही रहा था कि वो क्या करे जो उसको भी मज़ा दे पाए.......
फिर उसने लंड बाहर निकाला ऑर कहा कि भैया ये तो ख़तम हो गया अब टेस्ट नही बचा है इसमे........
तब अशोक ने कहा अभी पीछे का बाकी है पूरा अंदर तक लो.....
मनीषा भी अपनी चूत को मसल मसल कर पानी गिरने के मुकाम तक ला चुकी थी.... अब तो सेक्स उस पर इतना हावी हो गया था कि वो थोड़ी बींदास हो गयी थी.... उसने अपने एक हाथ से लंड को पकड़ लिया ऑर फिर अपनी उंगली ऑर अंगूठे से पकड़ के लंड मुँह मे ले कर अपने हाथ को आगे पीछे करने लगी.... वो पूरी तरह से अशोक को हिंट दे रही थी कि वो जानती है कि वो लोलिगम नही लंड ले रही है.... ऑर जैसे लंड को चूसा जाता है ठीक उसी तरह लंड चूसने लगी.....
कुछ देर बढ़ अशोक ने अपना लंड बाहर निकाला ऑर कहा
अशोक- लगता है अब इसका असर ख़तम हो रहा है...... अब ये तुम्हे रब्बर जेसा लगेगा...... इतना कहने के बाद उसके मुँह मे वापिस डाल दिया...... पर इस बार कॉंडम उतार दिया था.....
मनीषा मुँह मे लेने के बाद....
मनीषा- ह्म्म.... ( ऑर फिर लंड को अपने मुँह मे दबा कर अपने गालो को पिचका कर मुँह मे वॅक्यूम पैदा कर के उसको अंदर खीच रही थी ऑर चूस्ते हुए लंड को मुँह से बाहर निकालती है.... उसके हॉट वॅक्यूम की वजह से उसके सुपाडे पे चिपक गये थे..... ऑर फिर एक पक्क की आवाज़ से लंड का सुपाडा होंठो की पकड़ से छूट गया......ऑर फिर मनीषा कहने लगी) हाँ अब रब्बर जेसा लग रहा है......
ऑर फिर उसको मुँह मे ले लिया.... अशोक के लंड की स्किन उसके सुपाडे से नीचे उतर आई थी मनीषा ने फिर बाहर निकाला ऑर उसको हाथ मे पकड़ के उसकी स्किन पीछे करने लगी...... ताकि अशोक को समझ आ जाए कि वो इतनी भी बेवकूफ़ नही है कि लंड ऑर लोलिगम मे फरक ना पहचान पाए..... ऐसा कर के वो अशोक को ये बताना चाहती थी कि वो अंजान बनने का नाटक कर रही है उसे भी पता है ये लंड है.....
अशोक ने भी हालात को समझ कर ऑर उसकी बहन को खुल कर लंड चूस्ते देख वो भी शर्मो हया छोड़ कर उसके मुँह मे ही झड गया......
मनीषा उसके लंड का पानी अपने मुँह मे डाल कर बाथरूम मे जाने के लिए उठ गयी ऑर दीवारो का सहारा ले कर बाथरूम मे पहुँच गयी........
अशोक ने बाहर जाते समय जो मेन स्विच ऑफ किया था लाइट का वो ऑन कर के बैठ गया सोफा पे......
उसकी बहन उसके लंड का पानी उगल के अपने रूम मे जाने लगी तो अशोक ने आवाज़ दी....
अशोक- दीदी यहाँ आओ अच्छी पिक्चर चल रही है......
मनीषा- उसके पास बैठ जाती है.....
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