RE: Gandi Kahaniya सहेली के पापा
रीता का कहना सही था. चूत चटवाने वाला मज़ा तो कभी नही मिला
था. वह जीभ को अंदर तक पेल कर चाट रही थी. मेरी भी झड़ने
वाली थी और 1 मिनिट बाद जो फल्ल से पानी उसके मुँह पर फेंका तो
रीता बोली,
"निकाल दो पानी, बड़ा मज़ेदार है तेरा पानी नमकीन- नमकीन." और वह
मेरी चूत को चाटती रही. पहली-पहली बार मज़ा पाकर मेरी चूत
झड़ी थी. चूत और राने लसलसा गयी थी. रीता की चूत से गाढ़ा
पानी निकला था पर मेरी चूत से पतला. रीता ने टवल मुझे देते कहा,
"लो पोछ लो. जानती हो पापा पहले लड़कियों की चूत को इसी तरह गीला
करते है फिर गीली चूत को चोद्ते हैं. पापा चुदवाने वाली लड़कियों
से ही अपने लंड पर तेल लगवाते हैं. पापा कहते हैं तुम जितनी भी
सयानी सहेलियों को लाओगी, सबको बारी-बारी से चोद्कर मज़ा देंगे. पापा
ने बताया है कि 14 से 17 साल की लड़कियों को चुदवाने मे बहुत मज़ा
आता है. पापा कहते हैं कि हर बाप को अपनी बेटी की चूत को शादी
से पहले चोदना चाहिए जिससे ससुराल जाने पर उसे परेशानी ना हो."
मैं अभी मस्त थी. झाड़ चुकी थी. टवल से चूत पोछ बोली,
"रीता क्रीम दो मैं भी सॉफ कर के चिकनी कर लूँ."
"ओह पापा को आने दो, हो सकता है तुम्हारी अपने हाथ से सॉफ करके चोदे."
"तुम्हारी चूत कोपापा ने साफ करके चोदा था?"
"हां पापा ने मेरी चूत को अपने हाथ से चिकनी करके चोदा था. तुम भी अपने
पापा को फँसाओ. मेरे पापा कुच्छ दिनो मे तुम्हारी भी बड़ी कर देंगे."
"कितनी देर मे आएँगे तुम्हारे पापा."
"बस आते ही होंगे. तुम ज़रा मेरी चूत सहलाओ." उसने अपनी मोटी-मोटी
राने खोली तो मैं रीता की चूत देख निहाल हो गयी. उसकी पूरी
औरत की तरह बड़ी हो गयी थी. फाँक खुले थे. मैं एक हाथ से
रीता की चूत सहलाते हुवे उसकी चूची को दूसरे हाथ से पकड़ बोली,
"ईस्को भी?"
"हां." मैं उसकी चूत और चूची सहला रही थी. सहेली के नंगे
बदन से लड़के की तरह खेलते अनोखा मज़ा आ रहा था. धीरे-धीरे
मेरी उंगली उसकी चूत मे घुसती जा रही थी. वह टाँग फैलाए बेड
पर लेटी थी. मैने उससे कहा,
"रीता अपने पापा को कैसे फँसाऊं कोई रास्ता बताओ."
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