RE: Gandi Kahaniya सहेली के पापा
"पहले तो किसी तरह से अपने पापा का लंड देखो. कितना लंबा और मोटा
है. फिर मैं तरीका बताउन्गि. अगर तुमको शरम लगे तो बताना मैं
खुद चलकर तुम्हारे पापा को फसाउन्गि. अभी तुम नादान हो." फिर हम
दोनो आपस मे मज़ा लेते रहे. 30-40 मिनिट बाद रीता मेरे गाल
सहलाते हुए बोली,
"अब पापा आते ही होंगे, चलो तैय्यार हो जाओ." फिर हम दोनो बाथरूम
मे जा पेशाब करने लगे. हम दोनो एक दूसरे की चूत से गिरते पेशाब
को देखते रहे तो रीता ने कहा,
"पापा चोदेन्गे तो थोडा दर्द होगा. घबराना नही, पहली बार दर्द होता
है फिर मज़ा आने लगता है."
"खून भी निकलेगा क्या रीता, सुना है पहली बार मे खून भी
निकलता है."
"ईसीलिए तो तुम्हारी चूत को उंगली से नही चोदा. जब पापा अपने लंड से
तुम्हारा खून निकालेंगे तो तुम दोनो को खूब मज़ा आएगा."
"रीता मुझे तो चुदवाना आता नही है."
"जब पापा मुझे चोदे तो पास बैठकर ध्यान से देखना. वैसे पापा
तुमको सिखा देंगे. एक बार मे मज़ा ना आए या मंन ना भरे तो
बताना पापा से फिर चुदवा दूँगी." फिर हम्दोनो मूत्कर कमरे मे आए
और जब मैं कप'डे पहन'ने लगी तो रीता बोली,
"क्या फायेदा. पापा बिना नंगी किए चोद्ते नही हैं. बस शरमाना नही.
जैसे कहे वैसे करना." फिर मुझे नंगी ही एक कुर्सी पर बिठा मेरे
हाथ को मेरी चूत पर रखकर कहा,
"चूत को छुपा लो, जब पापा कहे तभी दिखाना." रीता की हर्कतो से
बहाल हो चुकी थी. नंगी होकर गदराई चूत को हाथ से ढॅक कर
बैंठी थी. चूचियाँ फदक रही थी. मैं आज बहुत मस्त थी. रात
के 9 बज चुके थे और हम्दोनो एकदम रेडी थे. रीता की चूत चिकनी
थी पर उसके पापा ने चोद्कर फैला दिया था. तभी उसके पापा रोज़ की
तरह मज़ा लेने की नियत से नीचे से तैय्यार हो लूँगी पहन कर ऊपर आए.
वो जानते थे कि रीता ऊपर कमरे मे होगी ही. आहट पाने पर रीता
मेरी लेफ्ट चूची को मसल्ति बोली,
"पापा आ रहे हैं." और खुद नंगी ही दरवाज़े से बाहर निकल गयी.
ईस बात से मेरा नंगा बदन सनसना गया . चूत की फाँक खुलने
लगी. रीता के पापा के साथ आने वाले मज़े की बात सोच पूरा बदन
सनसना गया . मैं चूत को हाथ से ढके कुर्सी पर बैठी रही.
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