RE: Gandi Kahaniya सहेली के पापा
गतान्क से आगे.........
रीता के चोदु पापा मेरी तनी-तनी कुँवारी
चूचियों को देखकर मस्ती से भरे और उनका लंड तनाव लेने लगा.
अपनी लड़की की नंगी चूची को एक हाथ से दबाए वह मेरी ओर बड़ी
मस्त नज़रो से देख रहे थे. मैं भी उनको अपनी लड़की की नंगी चूची
को दबाते हुवे हाथ मे लंड थमाए देखकर बुरी तरह से बेचैन
हो गयी थी. वो उसी तरह मेरी दोनो चूचियों को घूरते मेरी कुर्सी
के पास आए. कमरे मे बहुत उजाला था इसलिए सब साफ-साफ दिख
रहा था. मेरे बदन की झुनझुनी रीता के मुठ्ठी के लंड को देख तेज़
हो गयी. पहले जो सिक्युडा था अब काफ़ी खड़ा हो गया था. मेरे पास आ
मुझे देखते हुए रीता से बोले,
" बेटी तुम्हारी पक्की सहेली है?"
"हाँ पापा इसी की बात तो आपसे कर रही थी. पापा इसे भी मेरी तरह
जवान कर दीजिए ना?" रीता ने बड़े प्यार से अपने पापा के लंड को
छ्चोड़ अपना हाथ मेरी चूचियों पर हाथ लगाया. अब मैं उसके बाप के लंड को
आँखे नीची कर देख रही थी. वह बहुत मोटा लंबा नही था पर
हमलोगो के लिए एकदम सही साइज़ का था. सूपड़ा लाल था. मैं रीता की
बात सुन थोड़ा शरमाई तो उसके पापा ने मेरी एक चूची पर हाथ लगा
पूचछा,
"चुदी नही हो क्या बेटी?" सहेली के पापा के हाथ मे करेंट था.
मैं सनसना उठी. चूत ने फल्ल से पानी बाहर फेंका और चूचियाँ
मचल उठी. पापा ने नीचे से चूची पर हाथ लगाया था. मेरी
चूची पर हाथ लगाने से उनका लंड और भी खड़ा हुवा. मेरी चूत
रीता के पापा की च्छेड़च्छाद से मस्ती से भरने लगी. मैं चूत को
हाथ से च्छुपाए थी. उनके सवाल पर शर्मा गयी तो रीता मेरे गाल
को हाथ से सहलाकर बोली,
"बताओ ना पापा को शरमाती क्यों हो?"
"बोलो बेटी चुदी हो या नही?" रीता के पापा ने पूरी चूची को पकड़
फिर पूछा तो मैं शरमाती हुई कुर्सी से लगकर धीरे से बोली,
"जी अभी नही."
"रीता से कम उमर की हो?" और चूची को धीरे से दबाया तो मेरी
जवानी दीवानी हो गयी. रीता के पापा से चूची डबवाने मे अनोखा
मज़ा आया. चूत की धड़कन तेज़ हुई और अपने लंड को मेरे सामने कर
कुर्सी पर बैठे ही मेरी दोनो चूचियों को एक साथ मसल्ते हुवे पूचछा,
"बताओ रीता के बराबर की हो?"
|