RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-3
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आगे का पार्ट लेकर हाजिर हूँ अब आगे..........................
रश्मि: बोलो मत…धक्के लगाओ…….आआआआआआअहह मज़ा आ रहा है
राजेश और ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा……हालाँकि उसे दर्द हो रहा था फिर भी चोदे जा रहा था….और अंत-तह वो झाड़ गये रश्मि भी झाड़ गयी…दोनो यू ही एक दूसरे मे समाए हुए हाँफ रहे थी…..फिर उठ कर दोनो शावर के नीचे आ गये और नहाने लगे………………………………………रेफ्रेश होकर दोनो बाथरूम से बाहर आ गये….रश्मि किचन मे चली गयी और वो अपने बेडरूम मे…….
करीब 2.00 पीयेम पर राज और कमला भी आ गये…..और फिर सारे लोग मिलकर खाना खाए…………………………………….डिन्निंग टेबल पर
कमला: अरे तुमलोग अंदर कैसे आए….चाभी तो मेरे पास थी
रश्मि: इन्होने ताला खोला और हम अंदर आ गये
कमला: अरे वाह….देवेर्जी ताला खोलने मे एक्षपरट हैं मुझे पता ही नही चला
रश्मि: वो तो दिख ही रहा है……अगर आपका भी कोई ताला पुराना हो तो दो ये खोल देंगे…वो धीरे से बोली
कमला: मेरे तो नही है पर मेरी सहेली कांता का है……..उसका ताला नही खुल रहा है…चाभी कही खो गयी है और ताला काफ़ी कीमती है…..इस द्वी-अर्थ भरे डाइलॉग सुन सुन के राज को चक्कर आ रहा था….वो बोला अब बस करो यार खाना खाओ….मे जा रहा हू………….और वो उठ कर बास बेसिन के पास चला गया हाथ धोने के लिए
कमला: अब इन्हे क्या हो गया….
रश्मि : शिरफ़ मुस्कुरा दी….बोली कुच्छ नही….राजेश भी बेसिन की तरफ बढ़ गया
रश्मि और कमला दोनो जुठे बर्तनो को बटोरने लगी…………………………….
आज रश्मि रेफ्रेश अनुभव कर रही थी…क्योकि 2 दिन से चुदाई नही हुई थी और दूसरे अपने जेठ जी के शरीर की गर्मी उसे परेशान कर रही थी……पर वो भी क्या करती…..सेक्स है ही ऐसी चीज़……
शाम को 5 पीयेम पर राज अपनी बाइक लेकर कॉलेज आ गया…रश्मि पहले से उसका इंतेज़ार कर रही थी…इस समय वो एक गुलाबी सूती सूट पहने हुए थी..वो काफ़ी रेफ्रेश लग रही थी…चेहरा देख कर ऐसा लग रहा था कि एग्ज़ॅम का बोझ उसके सिर से उतर चुका था…उसने स्माइल देकर राज को स्वागत किया…राज ने उसके पास बाइक रोक दी….वो बैठ गयी …राज ने यू टर्न लेकर बाइक बढ़ा दी……………..
करीब 20 मीं बाद उसने एक सुन-सान जंगल की तरफ बाइक बढ़ा दी….
राज: तुम्हे जल्दी तो नही….?
रश्मि: क्यो?? हम कहाँ जा रहे है
राज: एक दोस्त से मिलना है….पैसे लाना है….यही एक गाओं मे रहता है
रश्मि: कितनी देर लगेगी…
राज: बस 15 मीं……
रश्मि: ठीक है….शाम होने को है…देर मत लगाना
राज ने धीमे करते हुए एक पेड़ के किनारे बाइक रोक दी…….रश्मि ने पूछा क्या हुआ…राज ने अपने छ्होटी उंगली निकालकर कहा…………अभी आया…पेशाब लगी है
रश्मि शर्मा गयी वो भी बाइक से उतेर गयी और वही पर चहलकदमी करने लगी…………..करीब 50 गज पर ही राज एक झाड़ी के निकट अपनी चैन खोलकर पूरा लंड बाहर निकालकर मुतने लगा…………………..लंड बिल्कुल काला और लंबा था….रश्मि उसे तिर्छि निगाहो से देख रही थी…पर लंड दिखाई नही दे रहा था सिर्फ़ उसे पेशाब की धार दिखाई दे रही थी…जो कि झाड़ियो मे जा रही थी …वो उसके लंड को देखना चाहती थी…पर वो करे तो क्या करे…..राज भी जान रहा था कि रश्मि उसके लंड को ज़रूर घूर रही होगी पर वो उसकी तरफ नही घुमा पर पेशाब करने लगा…….जब पेशाब ख़तम हुआ…और राइट टर्न हुआ…रश्मि उसे घूरते हुए दिख गयी…रश्मि शर्मा गयी….उसने लंड को बाहर ही रहने दिया और उसे देखने लगा……वो मुस्कुरा कर अपने लंड को पॅंट के अंदर करने लगा…और चैन बंद करने लगा…पर चैन बंद नही हो रहा था…..वो कहने लगा…..रश्मि मेरा हेल्प करो…ये चैन नही बंद हो रहा है….रश्मि हैरान होकर इधर-उधर देखने लगी…पर वन्हा कोई नही था…वो शर्म हया छोड़कर राज की तरफ बढ़ गयी…..वो देखी….उसके पॅंट की जीप खुली थी…उसने गौर से पॅंट की जिप को देखा……और बोली….ये तो वन-साइडेड हो गया है…यानी जिप एक पटरी से उतर गया था……अब इसका कुच्छ नही हो सकता ……ऐसे ही घर चलो…..शर्ट को बाहर निकाल लो और इशे अंदर अच्छी तरह कर लो……….
राज: इशे ….किशे???
रश्मि: वो बुरी तरह शर्मा गयी……और बोली….जैसे आपको पता ही नही
राज: वाकई मुझे नही पता….बोलो ना मुस्कुराते हुए कहा
रश्मि: अब छोड़ो चलो…..जिनसे मिलना है…पर मिलकर क्या करोगे…देखेगा तो क्या कहेगा….इस पॅंट मे नही जाओ…किसी और दिन आना
राज ने भी सोचा सही तो कह रही है…और फिर वो जिस चीज़ के लिए उसे लेकर आया था वो तो पूरा हो गया…रश्मि उसके लंड को देख चुकी थी…उसने अपना शर्ट बाहर निकाल कर पॅंट को अच्छी तरह किया और बाइक स्टार्ट कर यू टर्न कर लिया……….
रास्ते मे हवा चलने से उसका जिप इधेर उधेर हो रहा था……….उसने रश्मि से कहा….
राज: रश्मि….मेरा दरवाजा तो बंद कर दो
रश्मि: कौन सा दरवाजा.
राज: वही जी तुम्हारे हाथो के नीचे है….
ये समझेते ही रश्मि शर्मा गयी…..वो बोली
रश्मि: नही मुझे डर लगता है….
राज: किस बात का डर
रश्मि: वन्हा काला नाग है…डस लेगा
राज: कुच्छ नही होगा….. शहर आने वाला है…लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे
रश्मि: कुच्छ नही कहेंगे…आज-कल फैशन है…..लोग सोचेंगे कि ये भी फैशन है….और फिर मे हू ही……………………आप आराम से चलो……
रश्मि और राज ने रास्ते भर ऐश किया……बाइक पर कभी रश्मि उसके पेट को पकड़ती तो कभी उसकी कमर को…….पर सबसे सफीसीएंट जगह थी राइट पॉकेट……रश्मी ने अब अपना हाथ राइट पॉकेट मे डाल दिया और वही से लंड का अंदाज़ा लगाने लगी….राज को लगा कि वो बाइक पर ही झर जाएगा…पर वो कंट्रोल किए हुए था…तभी एक हल्का सा जुर्क हुआ…दोनो उचक गये…..रश्मि का हाथ पेट से निकल कर आगे राज के लंड पर आ गया….लंड पहले सेबाहर था ही....अब उसकी हथेली मे लंड का टोपा आ गया…उसने झट से हाथ हटा लिया…..और मुस्कुराते हुए शर्मा गयी…..राज ने भी मिरर मे सब देख लिया….कि रश्मि उसके लंड टच से शर्मा गयी है……………………………उसे एक अद्भुत मज़ा मिल रहा था…..अब शहर का भीड़ वाला इलाक़ा आ रहा था….दोनो संभाल कर बैठ गये….थोड़ी देर मे घर आ गया….राज ने घर के दरवाजे के थोड़ी देर पहले ही बाइक रोक दी….रश्मि उतर गयी और घर के अंदर चली गयी…….राज भी अंदर आ गया ….वो सीधे अपने बेडरूम मे चला गया…..पैंट शर्ट खोलने के बाद वो नहाने चला गया….थोड़ी देर मे फ्रेश होकर बाहर आ गया……दूसरा पैंट शर्ट पह्न कर शॉप जाने लगा…तभी पिछे से रश्मि आ गयी……चाय बना रही हू पी कर जाइए….
राज रुक गया….ठीक है बना लो….और हां कुच्छ खाने को भी लाना/////तभी कमला सब्जी की टोकरी के साथ आ गयी..
कमला: अरे तुमलोग आ गये…..
राज: हां……काफ़ी भीड़ थी ……और फिर गाड़ी भी खराब हो गयी………
कमला; गाड़ी मे क्या हो गया
राज: स्टार्टिंग प्राब्लम……….इसे ठीक करना होगा…..
कमला: खाना बना दू……..?
राज: खाना तो रात को ही लूँगा….डिन्नर….रश्मि चाय और पकोडे बना रही है……..बैठो…चाय तुम भी पी लो….
कमला: कैसी रहा पेपर रश्मि का
राज: मुझे क्या पता उसी से पुच्छ लो
कमला:नाराज़ क्यो होते हो…तुम्हे तो बताई होगी
राज: ठीक हां….बोली कि पास हो जाऊंगी
कमला: आपकी बहुत इज़्ज़त करती है
राज: वो करेगी ही….मेने कितने प्यार से इन दोनो की शादी करवाई है…..ऐसी बहू है पूरे मोहल्ले मे?
कमला; बात तो आप ठीक कह रहे हो जी….भगवान ने हमे औलाद नही दी…अब ये दोनो ही मेरी औलाद है…….और एमोशनली हो गयी कमला……
राज: अरीरीए….ये क्या तुम तो रोने लगी……अरे भाई हम बुड्ढे नही हुए और ना ही तुम बुढ़िया….अभी भी हम कोशिश कर सकते है बच्चे के लिए…..
कमला: अब नॉर्मल हो गयी…तभी रश्मि चाय लेकर आ गयी…….
रश्मि ने दोनो को चाय दी और अपनी चाय लेकर अपने बेडरूम मे आ गयी….चाय पीने के बाद वो सोने लगी…..क्योकि वो काफ़ी थक चुकी थी….
राज भी चाय पी कर अपनी शॉप चला गया……
राज के जाने के बाद रश्मि आज के घटना क्रम पर सोचने लगी…..वो सोची …क्या इंशान है…..लंबा, सांवला, खूबसूरत शरीर का मलिक…और फिर लंड के बारे मे अनुमान लगाने लगी…..करीब 9” का ज़रूर होगा…..और फिर मोटा कितना था…मेरे हाथ मे नही आ रहा था…..इस से चुद्वाने मे दीदी को काफ़ी मज़ा आता होगा…….ये सोचते हुवे शर्मा गयी कि……………अगर जेठ जी उसे चोद्ने लगे तो…………………उसके गालो पे लाली आ गयी…वो अपना सिर तकिये मे च्छुपाकर नींद के आगोश मे चली गयी…………
आज काफ़ी रात हो चुकी थी….राज और डॉक्टर. नेहा ऑपेरेशन मे बिज़ी थे…समय का पता नही चला….तभी घर से कमला का फोन आया….
कमला: कहाँ है….11 बज गये
राज: हाम्म आ रहा हू भाई…….ऑपेरेशन था और फिर शॉप मे भी कोई नही….1/2 घंटा लगेगा तुम खाना खा कर सो जाओ…मे खा कर ही आऊंगा…..राजेश आ गया क्या?
कमला: कहाँ आया है वो भी नही आया है….हम-दोनो कैसे खाए….आप जल्दी आओ
राज : ठीक है ….आ रहा हू….और फोन काट दिया….
सॉरी मेडम …हमे निकलना होगा…आप भी घर जाओ….काफ़ी थक गयी होंगी.
डॉक्टर. नेहा: थॅंक्स …अरे हां…कल मेरा बर्तडे है…आपलोगो को आना होगा….प्लीज़
राज: अरे वाह हॅपी बर्तडे टू यू इन अड्वान्स….
डॉक्टर. नेहा: जी नही ऐसे नही….आपको पार्टी मे आना होगा..और दीदी को भी लाना
राज: तुम्हे घर जा कर बोलना चाहिए ना
डॉक्टर. नेहा: अभी चले????
राज: चलो…….
डॉक्टर. नेहा: पर रात काफ़ी हो चुकी है/////सुबह आती हू….बाइ
राज: बाइ..और बाइक स्टार्ट कर घर आगेया…………………
दरवाजा रश्मि ने खोला…..
राज: अरे वाह अभी तब सोई नही…??? राजेश आ गया क्या?
रश्मि: फोन आया था ……ऑफीस मे ही रहेगे कल आएँगे
राज: तुम लोग खाना खा लिए हो क्या?
रश्मि: आप का वेट कर रहे थे….
राज: ठीक है खाना लगाओ….कमला कहाँ गयी
रश्मि: वो सो रही है…
राज: खाना खा ली है क्या?
रश्मि: जी नही….अभी उठाती हू
राज: तुम खाना लगाओ मे उसे उठाता हू….
राज अपने बेडरूम की तरफ चला गया….और अटॅच्ड बाथरूम मे फ्रेश होने चला गया….थोड़ी देर बाद कमला और राज डाइनिंग टेबल पर आ गये
रश्मि पहले से ही 3 प्लेट्स मे खाना लगा चुकी थी…..इस समय रश्मि एक वाइट नाइटी पहने हुए थी….वी शेप मे उसकी चुचिया सॉफ दिख रही थी…वो नाम के लिए दुपट्टा सीने पर रखे हुए थी….पर राज को अंदर सब कुच्छ दिख रहा था….और रश्मि भी उचक उचक कर अपनी चुचिया दिखा रही थी……करीब 20मीं मे डिन्नर ख़तम होने के बाद राज और कमला अपने बेडरूम मे सोने चले गये…..रश्मि भी अपने कमरे मे चली गयी…..वो अपने को कोस रही थी कि क्यो राजेश से शादी की….जिसे अपनी वाइफ का थोड़ी सी भी परवाह नही है…..
सुबह 7.00 बजे वो उठ गयी और किचन मे चाय बनाने लगी…तभी कमला आ गयी…..
रश्मि: गुड मॉर्निंग दीदी
कमला: गुड मॉर्निंग ….लगता है तुम रात मे सोई नही
रश्मि: कहाँ नींद आती है….आदत जो लगा दी है आपके देवेर ने
कमला: तो फिर घर से जाने क्यो देती हो….उसे बाँध कर रखो..
रश्मि: मे तो कई बार कहा…कि 6 पीयेम के बाद घर पर रहो…..पर उसे मेरी फ़िक्र कहाँ है………रात भर कारबटें लेते लेते सो गयी… ….आप की तो ऐश है ना?
कमला: अरे मेरी कहाँ…….ये इतने थक जाते है कि कहाँ हो पाता है…..
रश्मि: अरे क्यो??? मे तो समझ रही थी कि अब तक 3 बार हो चुका होगा….भैया तो अच्छे है………
रश्मि: तुम्हे कैसे पता कि ये अच्छे है…..
कमला: पूरा की पूरा….सॅंड है……..एक बार देने बाद दुबारा के लिए स्टॅमिना नही रहता………उसकी बातो को सुनकेर रश्मि हस्ने लगी…….धात….कैसी बाते करती हो.
रश्मि:मर्द कभी सांड़ नही हो सकता……वो तो इतने आराम से करते है कि मज़ा आ जाता है…….
कमला: तुम्हारा पति हो सकता है…पर ये नही….तुम्हे पता है….10 इंच का है इनका……और 3 इंच मोटा, काला……………………
रश्मि: चिईिइ दीदी ऐसी बाते हमे क्यो बोल रही हो.
कमला;क्यो तुम्हारा मन नही करता देवेर्जी के लिए
रश्मि: करता तो है पर किया भी क्या जा सकता है…नौकरी भी तो ज़रूरी है ना
कमला: पर सेक्स तो उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है…..रश्मि मायूस हो गयी…बोली कुच्छ नही…………….ये तो अपना अपना मुक़द्दर है……सिर्फ़ इतना ही रश्मि ने कहा और वन्हा से उठ कर चल दी……….कमला उसे जाते हुए देखती रही…….उसने ठान लिया था कि राजेश से बोलूँगी…..ऐसे नही चलेगा…….अगर शादी की है तो निभाओ….रश्मि का पूरा हक़ दो………………………………………………………………………………………..
कमला चाय की प्लेट लिए राज के पास आई..और चाय का कप देते हुए कहा….
कमला:पता नही इस लड़के का क्या होगा/?? रा त रात भर गायब रहता है….
राज: क्यो क्या हुआ?
कमला: रात भर से गायब है…एक फोन आया कि मे सुबह आउन्गा…पर अभी तक नही आया…आप कुच्छ क्यो नही बोलते……..शादी की है रश्मि से …..कुच्छ तो उसकी भी ड्यूटी बनती है…………….बेचारी
राज: अरे तो इसमे मे क्या बोलू?? पति-पत्नी के बीच का मामला है….मुझे बीच मे मत लेजाओ…….और फिर तुम क्यो नही बोलती..वो तो तुम्हारा प्यारा लाड़ला देवेर है……. तभी राजेश आ गया….अपना बॅग रखते हुए कहा………..
क्या चल रहा है……सॉरी भैया…….रात मे मीटिंग 2पीयेम तक चली…और फिर ऑफीस के स्टाफ लोगो ने बोला कि यही पर सो जाओ सुबह चले जाना तो मे रुक गया….
फोन तो कर ही दिया था……………….
राज: जाओ अपने कमरे मे..फ्रेश हो लो…फिर बातकरते है.
राजेश: ठीक है अभी आया फ्रेश होकर….रश्मि कहाँ है.
राज: बेडरूम मे होगी………………..और राजेश चला गया….
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