RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-6
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का छठा भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.............
कमला ने पॅटर्न चेंज करते हुए कहा…..इस बार हम लोगो को कही घूमने जाना चाहिए…..अगर राजेश होता तो मंसूरी जाते…………..
राज: तो ये कौन सा मुस्किल है…मे कल ही टिकेट लाता हू…चलो मंसूरी…
बेचारे राजेश को क्यो तकलीफ़ देते हो….वो मुंबई मे मज़े ले रहा है..
रश्मि: ठीक है मंसूरी चलो…..क्यो दीदी?
कमला: हा…हा. क्यो नही…पर तुम्हारी शॉप का क्या होगा?
राज: वो मेरा स्टाफ देख लेंगा…कल से एक स्टाफ और रख लिया है ….काफ़ी आक्टिव लड़की है…संभाल लेगी…शॉप को………
कमला; बस से चलते है…. तुम टिकेट ले लो…..
और फिर सभी की रज़ामंदी हो गयी…..राज फोन द्वारा 2 रूम्स बुक करवा लिए होटेल हनिमून मे…जिसका चार्ज एक दिन का 8000/- होता है……..रश्मि काफ़ी खुस हुई……वो प्लान करने लगी…अब इस सफ़र का पूरा का पूरा फयडा उठाऊंगी…क्योकि अब तो कमला भी साथ है……अगर राज के साथ सारिरिक संबंध बनाती है तो कमला कुच्छ नही कहेगी…..ये सोच कर मुस्कुरा दी……
दूसरा दिन मंडे था……राज ने फोन करके भोला को बोल दिया कि मे 2-3 दिन के लिए बाहर जा रहा हू…तुमलोग दुकान संभाल लेना…और हां आज से अनिता भी आ रही है…उसे काम सिखाना और उसे हेल्प लेना………ओके???
भोला: ओके सर….नो प्राब्लम?
राज: और हां डॉक्टर. नेहा को भी बता देना…की हमलोग मंसूरी घूमने जा रहे है….थर्स्डे तक आ जाऊँगा……टेक केर?
भोला: ठीक है सर……
राज सुबह 5 वजे एक ऑटो ले आया….रश्मि ने ब्लू जींस और वाइट कुर्ता पहन लिया और कमलाने रेड कलर की सारी….राज नेभी एक जींस और एक टी-शर्ट पह्न लिया….
ऑटो से आइ एस बी टी आ गये और वन्हा से ए सी बस द्वारा मंसूरी के लिए रवाना हो गये…करीब 5 घंटे के सफ़र के बाद मंसूरी पहुँच गये……
मंसूरी की वादियाँ और उँचे उँचे पेड़, पहाड़ को देख कर रश्मि तो पागल हो गयी…उसे बहुत अच्छा लग रहा था….वही कमला को मंसूरी का पानी सेट नही हुआ…..वो बीमार हो गयी…उसे विराल फीवर हो गया. राज ने डॉक्टर को दिखाया…..तो वो बेड रेस्ट करने को बोल दिया….अब तीनो मायूस हो गये….आए थे घूमने पर अब क्या करे……
रश्मि: कोई बात नही हम लोग वापस घर चलते हाँ…ऐसे मे दीदी को छोड़कर जाना भी ठीक नही होगा…हमलोग किसी और दिन आ जाएँगे..
कमला: अरे नही…तुमलोग घूम आयो…मे होटेल मे आराम कर लूँगी….दवाई तो चल ही रही है………………….कोई प्राब्लम नही
राज: पर डार्लिंग…तुम्हारे वगैर कैसे घूमू…अच्छा नही लग रहा
कमला: तो क्या करे…..?? इतने दूर से आए है…बिना घूमे जाना भी ठीक नही होगा.
राज: हमलोग कल सुबह निकल रहे है…..
कमला: अरे सुनो…तुम लोग बेकार की चिंता करते हो……उसने रश्मि को पास बुलाया और कहा…तुम राज के साथ चली जाओ..यॅन्हा पास मे कुच्छ टॅपल है, लिफ्ट है और यू एंजाय वित हिम…….और एक आँख दबा दी….रश्मि शर्मा गयी …पर बोली कुच्छ नही……………
थोड़ी देर बाद 3 चाय आई ….तीनो चाय पीने लगे…चाय पीने के बाद आपस मे बाते करने लगे……..राज भी चाह रहा था कि उसे रश्मि का साथ ज़्यादा से ज़्यादा मिले…तभी उसने रश्मि के हाथ पकड़ कर दबा दिया और बोला….चलो चलते है….रश्मि एक वाइट शुत पहने ली और निकल गयी राज के साथ.
राज और रश्मि दोनो मंसॉरी की सड़को पर घूमने लगे....काफ़ी शॉपिंग भी की... होटेल मे खाया.....और लास्ट मे लिफ्ट का आनंद लेने लगे...लिफ्ट पर सवार हो गये...लिफ्ट चल दी....ये एक उँची पहाड़ी पर जाना था....लिफ्ट बॉक्स मे सिर्फ़ 4 लोग थे....यानी 2 जोड़े.....एक तो राज, रशमी और दो न्यू कपल..
राज: हाई...आइ आम राज आंड शी ईज़ मी वाइफ रश्मि
...रश्मि ने भी हाई कहा...
कपल्स ने भी अपना इंट्रो दिया.....आइ आम मनोज आंड शी ईज़ माइ वाइफ ज्योति, आइ जस्ट मॅरीड फ्यू डेज़ बॅक....आंड हॅव टू कम इन हनिमून....
राज: ओके.....ग्रेट ..एंजाय युवरसेल्फ...आंड कोंग्रथस...
मनोज: थॅंक्स सर....
राज: नोट से सर...आइ आम युवर फ्रेंड दट शिट
मनोज ने मुस्कुराते हुए हाथ मिलाया...दूसरी तरफ रश्मि ने भी ज्योति से गले लगा...
दोनो का अनौपचारिक इंटरॅक्षन होने के बाद लिफ्ट मे आनंद लेने लगे....
वाइ दा वे वेर आर यू स्टेयिंग मनोज...आइ आम हनिमून होटेल..विथ माइ वाइफ'स एल्डर सिस्टर....
मनोज: आइ आम इन विशाल होटेल....प्लीज़ कम सर....आइ वुड लाइक टू स्टे हियर 2 डेज़ मोर.....वित माइ स्वीट वाइफ..और अपनी वाइफ को राज के सामने चूम लिया...
ज्योति लजा गयी...वही दूसरी तरफ राज का लंड खड़ा हो गया.....वो भी रश्मि को अपनी बाँहो मे खींच लिया और उसके आँखो के सामने ही उसके होंठो की चूसने लगा.....दोनो अवाक होकर दोनो को देखने लगे....और फिर तालियो से उनका अभिवादन करने लगे......राज और रश्मि दोनो अलग हुए......सो मनोज एंजयो...विथ मंसूरी...और बताओ करते क्या हो.
मनोज: आइ आम सॉफ्टवेर एंगग.इन इन्फ़ोसयस
आंड ज्योति ईज़ टीचर इन देल्ही
राज:ओके तुम लोग दिल्ली के हो
रश्मि: अरे दिल्ली से तो हमलोग भी आए है
मनोज: दिल्ली मे कहाँ?
रश्मि: साउत एक्स
मनोज: ग्रेट...प्लेस....स्पौसे एरिया
तभी एक झटके के साथ लिफ्ट रुक गयी.....शायद लाइट चली गयी थी....दोनो जोड़े डर गये
राज ने कहा डरने की कोई ज़रूरत नही है....दरशाल लाइट चली गयी है...अभी आ जाएगी....मे तो कहता हू कि इस पल का मज़ा लो.....मनोज अगर तुम्हे बुरा ना लगे तो मे अपनी वाइफ के तुम्हारे सामने होंठ चूसना चाहता हू.....मनोज और ज्योति स्तब्ध हो गये.......पर बोले कुच्छ नही
राज ने रश्मि को गौर से देखा और उसे खींच कर इस बार पूरे शरीर को अपनी बाँहो मे लिया और उसके चुचियो को पकड़ते हुए उसके होंठो को, गालों को चूमने और चूसने लगा.....इस सीन से इनस्पाइर होकर मनोज ने भी अपनी वाइफ को खींच लिया और वो भी वैसे ही करने लगे.....दोनो जोड़े एक दूसरे मे खो गये....आसमान की उँचाई मे फँसे ये दो जोड़े सेक्स के गोद मे सो गये...करीब 15 मीं बाद लिफ्ट एक झटके के साथ सुरू हो गयी....दोनो एक दूसरे के बाँहो से आज़ाद हो गये और खुले वातावरण का मज़ा लेनेलागे.......अब दोनो जोड़ो मे काफ़ी इंटरॅक्षन हो चुका था......ज्योति एक नाटि किस्म की लड़की थी...पर उसकी गांद और चुचिया सूट मे काफ़ी बड़ी दिख रही थी....राज ने नोटीस किया कि ये काफ़ी गरम औरत होगी....वो उसे गौर से देखते हुए रश्मि को चूस रहा था...और रश्मि भी उसके बाँहो का हार डाले हुए किस का जवाब दे रही थी...जब लिफ्ट धरती पर आ गयी तो दोनो अलग हो गये और फिर लिफ्ट से उतर कर अपनी अपनी आँखो पर चस्मा लगा लिया और एक ऑटो मे बैठ गये.....
गोरखधाम के लिए दोनो जोड़े चल गये....वन्हा एक बंदर रश्मि के दुपपत्ते पर झपट पड़ा...रश्मि काफ़ी डर गयी...पर राज ने उसे सांत्वना दी..कोई बात नही....तुम वगैर दुपट्टे मे ही अच्छी लगती हो....वो अब बिना दुपट्टे के ही घूमने लगी......उसकी चुचिया काफ़ी बड़ी और बाहर दिख रही थी.........राज ने रश्मि के कान मे बोला...यार मुझे ना पेशाब लगा हुआ है.....पर सही जगह नही दिख रही है...
रश्मि: पेशाब तो मुझे भी लगी हुई है....ये तो मौसम और दूसरे आप का यू किस करना.....चूत मे पेशाब तो भरेगी ही? आज पहली बार रशमी के मुँह से चूत सब्द निकला....फिर रश्मि लजा गयी....राज ने उसे लजाते हुए देखकर खुस होते हुए कहा.....डार्लिंग अब तुम मेरी बीबी हो.....मज़े लो....आज रात मे मे तेरी चुदाई करूँगा.....मेरा लंड काफ़ी दिनो से भूखा है........................उस दिन तो सिर्फ़ किस किया था...आज तो मे तुम्हारी चूत की सैर करूँगा......तैयार रहना....अब तो कोई डर भी नही है.............................
पैदल चलते चलते एक जगह आ गये...जहा कुछ सांत एरिया था...वन्हा दोनो रुक गये....मनोज और ज्योति कुछ आगे निकल चुके थे.......रश्मि ने कहा कि आप यही पर पेशाब कर लो......पहले आप करो फिर मे......करूँगी...
राज ने उस बड़े से पत्थर के पास जा कर पूरा लंड बाहर निकाला और ज़ोर लगाकर रश्मि की तरफ देखते हुए मुतने लगा...पेशाब काफ़ी दूर तक जा रहा था ...रश्मि शरमाते हुए उसके लंड के टोपे को देखने लगी.....और बोली: क्या लंड है? राज ने लंड को ज़ोर ज़ोर से हिला दिया....जो कि पेशाब ख़तम होने के बाद करते है....रश्मि काफ़ी करीब आ गयी....लाओ मे लगाती हू पॅंट की चैन.
राज: रहने दो..उस दिन लगाया था.....कि मेरा चैन ही खराब हो गया...अभी खराब हो जाएगा तो पता न्ही क्या हो जाएगा.......राज ने आगे कहा अब तुम करो
ठीक है पर तुम दूसरी तरफ देखो....................
राज: क्यो मे देखु दूसरी तरफ....क्या तुमने देखा दूसरी तरफ.
मे भी देखूँगा तुम्हारी गांद, चूत और मूत
रश्मि लजा गयी फिर थोड़ी देर सोचने के बाद अपना सलवार का नाडा खोला और वही पर पॅंटी सरकाते हुए बैठ गयी......रश्मि की गांद राज के बिल्कुल आँखो के सामने थी.....पेशाब करने से सीईईईईई की आवाज़ आने लगी.
रश्मि ने और ज़ोर लगा कर पिछे मूड कर राज को देखते हुए कहा: क्यो मेरे जेठ जी.......कम माइ हज़्बेंड हाई.....कैसी लगी मेरी गांद...?
राज: बिल्कुल खूबसूरत...मे तो इस गांद को चूसना चाहूँगा......
तो रात मे कर लेना अब तो मे भी आपके वगैर नही रह सकती.
तभी राज ने देखा कि मनोज उसकी तरफ आ गया था...रश्मि अपनी सलवार बाँध चुकी थीऔर दोनो उसके आने से पहले नॉर्मल हो गये...
मनोज: कहाँ रह गये थे भाई???
राज: अरे यार मेरी वाइफ को पेशाब लगी हुई थी...वही करा रहा था...कि कही कोई आ ना जाए...कि तुम आ गये...
मनोज: तब तो मुझे चला जाना चाहिए था....
राज: अरे नही वर्क ईज़ ओवर...चलो
मनोज: अरे यार मेरी वाइफ को भी पेसाब लगी है और मुझे भी....
राज: तो तुम लोग करो मे चलता हू....आओ.... रस्मी
मनोज: थॅंक्स यार....वैसे तुम यही पर पास मे ही रहो.....कही कोई गड़बड़ ना हो जाए....तभी देखा कि ज्योति आ गयी..वो जींस पहनी हुए थी....
राज: अरे यार टाइट जींस मे पेशाब करना मुस्किल होगा.....
ऐसा करो होटेल चले जाओ...वही कर लेना
मनोज: नही यार बोल रही है ज़ोर से लगी है...
राज ने देखा कि ज्योति शर्मा रही थी....राज से......तो राज ने भी बोला...तो भाभी जी सुरू हो जाओ...मे देख रहा हू...और रश्मि और राज थोड़ी दूरी पर आ गये और देखने लगे...वैसे इस जगह पर कोई तो आता नही.
मनोज ने भी वैसा ही किया जैसे राज और रश्मि ने किया था.....मनोज और ज्योति ने जम कर पेशाब वाले एपिसोड का लुफ्त उठाया.....जब दोनो फ्री हो गये तो राज ने कहा....
राज: दोस्त....ये जिंदगी है जो कि भगवान ने तुम्हे दी है...मेरा मानना है कि इसे दिल्खोल कर जियो.........किसी चीज़ का टेन्षन मत पालो....क्योकि जिंदगी ना मिलेगी दुबारा.
रश्मि: ने भी हामी भरी....अब ये देखो ये मेरी वाइफ है....मे इसे रात मे 3-4 बार चोद्ता हू और ये भी दिल खोलकर चुदति है....यान्हा तक ये शादी से पहले भी अपने यारो से चुद चुकी है...और मुझे पता है ...फिर भी मुझे कोई ऐतराज न्ही.....
मनोज: ये आप क्या कह रहे हो...दोस्त.
राज: वही जो तुम सुन रहे हो....अगर पार्ट्नर चेंज करनी हो तो बोलना...ये बात थोड़ा धीरे से बोला.......जिससे ये बात ना ही रश्मि ने सुनी और ना ही ज्योति ने.......जब ज्योति फ्री हो गयी तो चारो चल दिए....
मनोज ने कहा...मेने कल अपने होटेल मे एक पार्टी दी है....आ जाना कल 8 पीयेम....सबकुच्छ रहेगा....और एक आँख मार दी....राज समझ गया.....
तो ठीक है तुम तैयार करना अपने माल को.............मे भी आऊंगा...तब तक.
अब दोनो काफ़ी थक चुके होंगे....राज को कमला की याद आने लगी...वो रश्मि को बोला...डार्लिंग अब हमे चलना चाहिए.......कमला अकेली होगी............
रश्मि: हां हां चलो....और चल दिया होटेल हनिमून......
वैसे आज की रात दोनो की हनिमून ही तो है...
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होटेल मे आते ही रश्मि ने अपनी दीदी से सब कुच्छ ईमानदारी से बता दिया,,,,,कैसे राज उसे किस किया, मनोज और ज्योति का मिलना…..लिफ्ट के मज़े……पेशाब वाली बाते सब कुच्छ बता दी…….कमला ने खुस होते हुए रश्मि को गले लगा लिया……….
कमला: थॅंक्स …..रश्मि ….वस्तुतः लोग इन बातो को दबा देते है…...मे खुस हू कि तुम्हारा अफेर राज से हो रहा है……कीप इट अप……मे तुमसे नाराज़ नही हू…बल्कि मेने तो पहले ही कहा था कि जो समय प्यार से कट जाए वही प्यारा है समय…………………….समझी…..
रश्मि: जी दीदी….दरशाल्ल्ल मे आप से ही सीखी हू कि कैसे बोल्ड रहना चाहिए…आपकी वजह से ही आज मे मज़े ले रही हू……देखना आप भी ठीक हो जाएँगी…और हमलोग साथ साथ रहेंगे…और मज़े करेंगे.
कमला ने खुश होते हुए रश्मि को गले लगा लिया……………….तभी वन्हा राज आ गया….क्या चल रहा है…काफ़ी छ्होटी बहन की तरीफ्फ हो रही है……..
कमला: हां तुम्हारी तारीफ कर रही थी….कि कैसे इसे तुमने वो पेशाब वाली बात………………रश्मि वन्हा से भागना चाही…पर राज ने उसे पकड़ लिया और वही उसे अपनी बाँहो मे लेलिया और किस करते हुए कमला से कहा. कमला बेड पर लेटे हुए मुस्कुराते हुए सब देख रही थे
राज: जानती हो….इसने भी काफ़ी मज़े लिए है…और हां…आज की रात हम लोग पति –पत्नी है…आज हमारा हनिमून है..सो डार्लिंग उसके लिए हमारा बेड तैयार करो……………रश्मि सुनते ही बुरी तरह शर्मा गयी……धत्त???? और वन्हा से दूसरे कमरे मे भाग गयी….दोनो ठहाका मार कर हस्ने लगे…..रश्मि के जाने के बाद कमला ने कहा
कमला: मुझे कोई ऑब्जेक्षन नही है….आपका हनिमून है…तुम लोग जाओ मज़े लो….सुबह बताना …पर हां….वो अभी नयी लड़की है…सो समझ बुझ कर इंसानो की तरह पेश आना……यू नही जैसे मेरे साथ आते हो.
राज: मे समझता हू डार्लिंग…तुम चिंता मत करो…..वो मेरे लंड के लिए पागल हो रही है………………………………बस तुम उसे आशीर्वाद दे दो………………………………….
ठीक है आप जाओ अपने बेड पर मे उसे भेजती हू……….और रश्मि को आवाज़ लगाई…………………………………………..कमला ने इंटरकम पर दूध का ग्लास, कॉटन, टिश्यू-पेपर और कुच्छ दवाए मंगवाली…जो कि स्टोर से आ गयी….उसे रश्मि को देते हुए कहा…हॅपी हनिमून……..
रश्मि लजा गयी……कमला ने उसे गले लगाते हुए कहा….तुम ये कपड़े पह्न लो ये वो कपड़े है जब हमारी शादी हुई थी….राज खुस हो जाएँगे…………………………………….रश्मि ने उलट पुलट कर देखा….काफ़ी बड़ी रेड-सिल्क की सारी थी…रश्मि सारी के सेट को लेकर बाथरूम मे जाने लगी…तो कमला ने कहा…कि तुम यही मेरे सामने बदलो…अब काहे की शरम.? रश्मिने शरमाते हुए अपने सलवार का नाडा खोल दिया और उसे अपने पैरो से बाहर निकाल दिया…फिर सूट निकाला…फिर वो अपनी ब्रा निकाली…..ब्रा निकलते ही 36डी की चुचिया च्चालछला गई…..
कमला: अरे वाह क्या चुचिया है.??? मज़ा आ गया…रश्मि शर्मा गयी…अभी बुलाऊ…..राज को….
रश्मि: प्लीज़ दीदी …उन्हे मत बुलाओ…मे शर्म से मरी जा रही हू.
कमला: अरे डार्लिंग अब कहे की शर्म…मज़े लो डार्लिंग……………
अब चलो पॅँति निकालो….और ये दो जोड़े पहनो……………
रश्मि ने अपनी पॅंटी भी निकाल दी…अब वो बिल्कुल नंगी हो गयी…..जैसे ही वो नंगी हुई…उसने दौड़ कर एक टवल अपनी कमर मे बाँध ली….
कमला: ये क्या किया….निकालो..इसे…मुझे भी देखने दो कि मेरी बहन कैसी दिखती है…वैसे तुम काफ़ी सुंदर हो…आज तो राज जन्नत की सैर करेगा… ये लो शरमाओ मत…इन्हे पह्न लो
रश्मि ने दौड़ कर पॅंटी और ब्रा पहन लिए….पॅंटी नही ये तो थॉम्ब था…जिससे उसकी पूरा पिच्छवाड़ा नंगा ही था….सिर्फ़ पीछे एक छोटा सा धागा था…जो कि उसके आस-होल को ढके हुए था….कूल्हे तो नंगे थे….फिर ब्रा बाँधी…फिर पेटिकोट और ब्लाउस…..ये कपड़े बिल्कुल फिट आए…फिर अंत मे सारी पह्न ली…..फिर अपने बालो को सही किया …और अब आईने मे अपने आप को देख कर शर्मा गयी……………….
क्रमशः...................................
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