RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-8
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का आठवाँ भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.....
रास्ते मे:-------
रश्मि: आप मनोज और ज्योति को फोन करके बोल दीजिए…कि हमलोग देल्ही मे मिलेंगे…
कमला:कौन है ये मनोज और ज्योति?
रश्मि: दीदी …ये देल्ही के रहने वाले है..जब हम-लोग घूमने गये थे तो ये लिफ्ट मे मिले थे…..इन्वाइट भी किया था अपने बर्तडे पर….आज ही है…
कमला: अरे तो तुम्हे जाना चाहिए…..
रश्मि: छोड़ो ना दीदी…फिर कभी….अभी सिर्फ़ घर चलो बस…
कमला खामोस हो गयी और दूसरी तरफ राज रश्मि को घूर रहा था….वो सोच रहा था कि इसे अचानक देल्ही जाने का इरादा और मनोज और ज्योति के प्रति सहानुभूति कैसे जाग गयी…पर वो किसी स्त्री के मन को कैसे पढ़ सकता है…..जब बड़े बड़े ऋषि मुनि भी नही जान सके तो बेचारा राज कैसे जान सकता है. और फिर 5 घंटे के जर्नी के बाद वे लोग घर आ गये…………………………………………………………….
========================================================= फ्रेश होने के बाद राज अपनी शॉप चला गया और रश्मि खाना खाने के बाद अपने कमरे मे आ गयी…और बीती रात की घटनाओ के बारे मे सोचने लगी….वो सोचते सोचते काफ़ी गरम हो गयी….उसका हाथ चूत पर चला गया….जो कि काफ़ी रो रही थी….चूत सूज गयी थी रात की चुदाई से….सोची…कितनी हसीन रात थी…पर पोलीस ने सब किरकिरा कर दिया……..उसका मूड खराब कर दिया पोलीस ने….बट चुदाई सेशन तो कंप्लीट हुआ….ये सोचते हुए उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी……
उसने फोन मिलाया….राज को…पर राज का फोन स्विच-ऑफ था…उसने ठान लिया कि अगर समय मिलेगा तो रात को राज के साथ सेक्स का आनंद लिया जाएगा…अब तो कमला से भी कुच्छ च्छूपा हुआ नही है…तभी वो मन्सूरि से वापस आ गयी…अगर घर मे ही रेबाड़ियाँ मिले तो बाहर क्यो जाए…………………..???????
दूसरी तरफ आज राज काफ़ी खुस था…रात की जबरदस्त चुदाई से …काफ़ी दिन बाद उसे रश्मि की चूत मिली थी…पर वही…पोलीस………उसका मन तो ज्योति को भी चोद्ने का था पर रश्मि इसके लिए तयार नही थी..और हो भी क्यो…कोई भी घरेलू महिला इसके लिए तयार नही होगी…क्योकि इस्मा काफ़ी बदनामी थी….और वो भी होटेल मे…..तभी रश्मि भड़क गयी और वन्हा से कुछ कर गयी……बात को समझते हुए वो मुस्कुरा दिया….
कोई बात नही अब तो उसका लंड भूका नही रहेगा….कम से कम कम रश्मि की चूत तो उसे मिलेगी…………रोज……..
तभी अनिता उसके पास आई….
अनिता: लगता है आप काफ़ी खुस है सर…..कैसा था मंसूरी विज़िट
राज:आह….वो हां ग्रेट……काफ़ी एंजाय किया…मज़े किए पर काम भी तो देखने थे…तो बीच मे ही आ गये…….तुम्हे कैसा लगा 1स्ट डे.
कोई दिक्कत तो नही….
अनिता: नही सर…..भोला भैया ने मुझे शॉप का सारा काम सिखा दिया है…..पर मे पब्लिक डीलिंग अभी नही कर सकती…
राज: कोई बात नही…पब्लिक डीलिंग…भोला और मे देख लूँगा…तुम अफीशियल वर्क और मार्केटिंग का काम देख लो.
अनिता: मार्केटिंग मीन्स सर?
राज: मार्केटिंग मीन्स…दवाई का होल-सेल्लर कहाँ है….कौन सी दवाई कहाँ मिलती है…वग़ैरह-वग़ैरह…और हां….तगड़े मे भी जाना होगा…..हॉस्पिटल्स मे….क्योकि इस शहर के 4 हॉस्पिटल मे मेरी शॉप चल रही है….तुम सभी के मॅनेजर से नेटवर्क बढ़ाओ….और उनसे बिज़्नेस डेवेलपमेंट का काम करो……और कोई परेशानी होगी तो बताना.
अनिता: थॅंक यू सर….आंड नो सर…कोई परेशानी नही है…
मे एंजाय कर रही हू यान्हा………………………..
राज ने अनिता को गौर से वाच किया…..क्या शबाब था….गोरी चित्ति, ब्लू जींस और वाइट टॉप्स मे तो काफ़ी मादक लग रही थे…चुचिया और हिप्स काफ़ी उभरे हुए थे…पर उसने नोटीस किया कि ज़रूर अनिता कोई खाई-खेली युवती है…..क्योकि बात बात पर काफ़ी झुक झुक कर बाते करना…अपनी चूचियो को दिखना….सोचा….कोई बात नही अगर मौका मिलेगा तो इसका भी फल खाया जाएगा…………….और एक कातिलाना अंगड़ाई ली…………..
रात को करीब 11 बजे राज घर आया…रश्मि सो चुकी थी..दरवाजा कमला ने खोला….
कमला: आ गये…..कैसा रहा
राज: अरे यार काफ़ी काम था…..दवाइयाँ ख़तम हो चुकी थी…..ऑर्डर दिया और फिर डेलिवरी किया.
क्या करे एक स्टाफ रखा हू….पर उसे अभी सिखाना होगा…… चलो खाना लगाओ
कमला: हा…तुम मुँह हाथ धो लो मे अभी लगाती हू….
राज: रश्मि सो गयी क्या???
कमला: हां वो थक गयी थी…और रात मे सेशन काफ़ी लंबा चला था क्या?
राज: मुस्कुराते हुए…..हा यार….ये चीज़ ही ऐसी है….मस्त और जवान लड़की है…मेरी सारी मुरादे पूरी हो गयी…उसे पा कर….थॅंक्स कमला जो कि तुम्हे उसे मेरे पास लाने के लिए.
कमला: थॅंक्स किस बात की…तुम भूके थे और वो भी भूखी थी…दोनो अपने अपने पार्ट्नर से डिस-सॅटिस्फाइड थे……
राज: पर मे तुमसे कभी डिस-सॅटिस्फाइड नही हुआ…..ये मत कहो प्लीज़….आज भी तुम मुझे एक नयी नवेली दुल्हन लगती हो…
कमला: क्यो मस्का लगाते हो…मे सब जानती हू
राज: तुम ऐसा मत कहो …प्लीज़ डार्लिंग…आइ लव यू.
कमला:मे जानती हू….कि क्या चल रहा है……और चलो डिन्नर कर लो…मे भी नही की हू…
राज: चलो हम लोग साथ साथ डिन्नर करेंगे और फिर सेक्स….
कमला: मुस्कुराते हुए…क्यो रात की खुमारी अभी ख़तम नही हुई क्या?
राज: वो तो कब का ख़तम हो गयी…..ये तो पोलीस ने सब गड़बड़ कर दिया वरना अभी 1 रात और रहता और जम कर रश्मि की चुदाई करता…..
कमला: ओह हो…………………….
राज: तुम्हारी तबीयात कैसी है अब
कमला: ठीक हू……………
और खाना लग गया…कमला ने दो प्लेट मे खाना लगाया……..राज ने कहा…नही एक ही प्लेट मे खाना लगाओ ….हम-दोनो साथ साथ डिन्नर करेंगे……उसके इस बर्ताव से कमला गद-गद हो गयी….और हो भी क्यो ना…कोई भी औरत इतने प्यार के लिए मर मितेगी….
राज भी जनता था कि अगर मज़े लूटने है तो कमला को मिलाना ही होगा…..उसने कमला को खाना खिलाया और फिर बेडरूम मे आकर उसे पूर्ण रूप से नग्न कर दिया और फिर चुदाई करने लगा…पर वो जल्द ही झाड़ गया……………….पता नही क्यो…उसे आश्चर्या हुआ…वही कमला अभी तब भी नही झड़ी…..
कमला: क्या बात है जनाब….टाई-टाई-फिस……………….क्यो?
राज: पता नही…..मुझे भी समझ मे नही आ रहा
कमला: लगता है तुम ज़्यादा ही मिर्च और दही खा लिए हो बाहर
राज: हां….एक जगह दही बड़ा खाया था
कमला: तभी…वरना जो इंसान मुझे पछाड़ पछाड़ कर मारते थे….पहली राउंड मे ही चारो खाने चित हो गया. कोई बात नही नेक्स्ट नाइट. और दोनो चिपक कर सो गये.
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दूसरे दिन सुबह….राज की नज़र रश्मि पर पड़ी….रश्मि काफ़ी शर्मा रही थी…वो पास आकर राज को नमस्ते की….
रश्मि: गूडमॉर्निंग….भैया
राज: मुझे भैया मत कहो
रश्मि:क्यो?
राज: भूल गयी तुम मेरी वाइफ हो…मे तुम्हारी माँग मे सिंदूर और चूत मे लंड डाला था
रश्मि: वो तो रात गयी बात गयी…अब हम- लोग वही पुराने रिस्ते है.
राज: यानी फिल्म ख़त्म?
रश्मि: नही नही ऐसा मत कहो…फिल्म ख़त्म नही है….हां थोड़ा विराम हुआ है….फिर स्टार्ट होगा…आपके मूसल लंड ने मुझे कही का नही छोड़ा…रोज सोचती हू कि अब मे आपसे नही चुद्वाउंगी…पर ये फिर खुजली करने लगती है…बताओ मे क्या करू.
राज: कुच्छ नही आजा जा मेरे लंड पे…
रश्मि; अभी???
राज: क्यो नही….और उसके हाथ पकड़ कर खींच लिया…रश्मि खींची चली आई……
रश्मि: उसके बाँहो मे आते कहा….आपने मनोज और ज्योति को फोन कर दिया था?
राज उसके होंठ चूस्ते हुए…अरे नही यार याद ही नही रहा और फिर तुम्हारा मूड खराब था.
रश्मि: आपने बात ही ऐसा की थी…..गैरो से सेक्स…करना क्या ठीक है?
राज: क्यो??? क्या मे गैर नही हू? बोलो?
रश्मि: नही आप मेरे पहला प्यार है…मेरे पति से भी पहले..क्योकि सबसे पहले मुझे आप ही देखने आए थे….एक बात और है कि मे किसी और की हो गयी….
राज: तुम मेरे छ्होटे भाई की बीबी हो…..उस हिसाब से मे तो गैर मर्द हुआ ना?
रश्मि: नही आप मेरे हज़्बेंड है….आज से…और उसके मुँह मे अपनी जीव डाल दी ताकि उसका आवाज़ रुक जाए…..राज नेभी अब ज़्यादा बोलना उचित नही समझा और वो आगे बढ़ कर उसके दोनो चुचियो को थाम लिया और दबाने लगा…रश्मि उह..आह करने लगी.
राज उसे अपनी बाँहो मे लिए हुए बेड पर आ गया….उस समय रश्मि सिर्फ़ एक गाउन पहने हुए थी…और अंदर सिर्फ़ एक काली पॅंटी…ब्रा तो था नही……
कमला घर पर थी नही………………राज ने उसका गाउन खोलना चाहा…तो रश्मि ने मचलते हुए कहा….अरे ये क्या कर रहे हो…अभी नही…….रात मे…जो भी करना है रात मे….अभी आप ब्रेकफास्ट करो और जाओ…..शॉप पर……दोपहर मे मे आऊँगी आपके लिए खाना लेकर.
राज: अरे यार…तुम भी ना…और वो मन मसोस कर एक अच्छे बच्चे की तरह बाथरूम मे चला गया…और फ्रेश हो कर डिन्निंग टेबल पर बैठ गया…………….रश्मि ने उसे पराठे और चाय दिया…राज ने खाया और रश्मि को एक जोरदार किस लेकर वन्हा से चल दिया….रास्ते मे वो सिर्फ़ रश्मि के लिए ही सोच रहा था……….वो जा रहा था कि तभी एक लड़की से टकरा गया……..
उस ने लड़की गुर्राते हुए कहा….अरे देख कर नही चल सकते.?
ये लड़की कोई और नही डॉक्टर. नेहा थी….?
राज:अरे मेडम आप?? कहाँ थी इतने दिन?
डॉक्टर. नेहा: अरे जीजू….आप? मे तो धर्मेन्दर के साथ गाज़ियाबाद गयी थी…वन्हा पर उनका एक नर्सिंग होमे बन रहा है वही देखने गयी थी….
राज: यानी की शादी की तायारी हो रही है? ह्म्म
डॉक्टर. नेहा: ह्म्म्म और क्या करे…आप ने तो मुझे कुच्छ दिया ही नही
राज: बोलो क्या चाहिए?
डॉक्टर. नेहा: वही जो शादी से पहले चाहिए एक स्त्री को?
राज: क्या?
डॉक्टर. नेहा: आप बताओ..आप तो शादी शुदा हो…और फिर कमला दीदी ने भी तो दी होगी….
राज: वो तो है पहला सेक्स विथ हिज़/हर पार्ट्नर
डॉक्टर. नेहा: अरे नही वो नही?
राज: तो तुम ही बोलो?
डॉक्टर. नेहा: वो कॉंडम….और शर्मा गयी…
राज: डॉक्टर. साहिबा…इतना शरमाओगी तो जल्दी ही 10-12 बच्चो की मा बन जाओगी…..बिंदास बोलो………….कॉंडम……………………………कॉंडम
डॉक्टर. नेहा: जी सर….कॉंडम…खुस…और हां…जल्दी…..अब शादी के 3 दिन बचे है.
राज: तुम चिंता मत करो….मे गिफ्ट मे यही दूँगा..कॉंडम.
डॉक्टर. नेहा: बुरी तरह शर्मा गयी…..
राज: हाई कितनी सेक्सी लगती हो…..खुस रहो.
और फिर दोनो पास ही एक रेस्टोरेंट मे बैठ गये..और दो कॉफी ऑर्डर काइया और फिर शादी की तायारियो के बारे मे डिसकस करने लगे.
डॉक्टर. नेहा: जीजू…कल घर आ जाना…कुच्छ डिसकस करनी है….और हा रश्मि को भी लेके आना.
राज: ठीक है मे बोल दूँगा….वो और कमला आजाएगी…मे डाइरेक्ट आ जाऊँगा…और तुम्हारे घर पर ही रहूँगा…खुस…?
डॉक्टर. नेहा: बिल्कुल…थॅंक्स
राज: थॅंक्स कहने की ज़रूरत नही है….साली हो तो इतना तो करना ही होगा…वरना साधु जी नाराज़ हो जाएगें.
डॉक्टर.नेहा: और बताओ….? कैसा रहा ट्रिप?
राज: ठीक था…पर होटेल मे पोलीस आ गयी…और अपना प्रोग्राम खराब हो गया पर. रश्मि मेरी बाँहो मे आ गयी
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