RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राजेश ने अपने सास और ससुर के पाँव छुए....स्मृति किचन मे जा कर चाय बनाने लगी....राजेश ने अपने सास-ससुर से आने की वजह बताई, ख़ैरियत बताई...और उनसे समाचार पूछा........................................
ससुर: बेटा....सब कुच्छ ठीक है पर मे इसके (स्मृति) के लिए परेशान रहता हू.
अभी मे हू तो देख-भाल करता हू...कल की डेट मे मे नही रहूँगा तो इसका ख़याल कौनरखेगा.............तुम ही समझाओ इसे..........कई ऑफर आए...............पर ये मानने को तैयार नही.....अब तुम ही बताओ...कोई साए के सहारे तो नही चल सकता ना.....................
राजेश: बाबूजी..मेने काफ़ी समझाया है स्मृति को....आप चिंता ना करे वो ज़रूर कोई स्टेप लेगी......और वैसे भी ये दिल का मामला है......कोई भी विडो इतनी आसानी से किसी दूसरे के साथ शादी केलिए तयार नही होगी.....................
तभी स्मृति आ गयी....सभी लोग चुप हो गये............स्मृति चहकते हुए.....अरे ये क्या कर रहे हो ...पहले कुच्छ खा लो......
स्मृति के मा-बाप काफ़ी खुस हुए...जो बेटी गुम्सुम और खामोस रहती थी आज वो चाहक-चाहक कर बाते कर रही थी...सभी का हाल पुच्छ रही थी....और हो क्यो ना...घर मे नया दामाद जो आया है..............स्मृति ने मत्ठि देते हुए कहा...
स्मृति: लो इसे खाओ....
राजेश ने स्मृति के पापा और मा से ख़ैरियत पूछी और वो भी उसके और रश्मि के बारे मे ख़ैरियत पुच्छे.....राजेश ने बताया कि वो कंपनी के काम से देहरादून आया है...आना अचानक हो गया नही तो रश्मि को ज़रूर लाता.......उसके मा बाप ने कहा...कोई बात नही बेटे....तुम यही रुक जाओ और यही से ऑफीस चले जाना....
राजेश ने कहा....कि मे एक होटेल मे ठहरा हुआ हू...समान भी वही है...अफीशियल विज़िट है तो मे ऑफीस छोड़ नही सकता.............................................
स्मृति तब तक अपना ड्रेस चेंज कर चुकी थी..पर अभी भी उसके चेहरे और बाल बारिश के पानी से गीले थे...वही हाल राजेश का था.........उसको देखते हुए
स्मृति के पापा ने कहा...बेटे इसके लिए टवल और मेरा पयज़ामा और कुर्ता निकाल दो.
राजेश: नही बाबूजी...ठीक हू...सिर्फ़ एक टवल दे दीजिए मे थोड़ा फ्रेश होना चाहूँगा. स्मृति राजेश को लिए हुए अपने रूम मे आ गयी....वो दरवाजा बंद कर दिया और बोली......आप फ्रेश हो लो...मेरा बाथरूम इस्तेमाल कर लो...ये लो टॉवेल...उसने अपना टॉवेल दे दिया...........................................
राजेश ने टॉवेल लिया और स्मृति के सामने ही सूंघने लगा...स्मृति लजा गयी और वन्हा से चल दी.......................राजेश बाथरूम मे चला गया...फ्रेश होने के बाद अपना ब्रीफ वही पर टांग दिया जहा स्मृति की पॅंटी तंगी हुई थी.....स्मृति की एक पॅंटी को उठा कर उसने सूँघा...बहुत अच्छी गंध आ रही थी.................फिर वो टवल पह्न कर बाथरूम से बाहर आ गया........आईने के पास आ कर टॉवेल से अपना शरीर को पोच्छने लगा...तभी स्मृति आ गयी....राजेश को नंग धारंड देखते ही वो शर्मा गयी...वो मूड कर जाना चाह रही थी पर जा ना सकी ...उसकी गांद और लंड को देखते ही बुत बनी देखती रही....जब राजेश ने देखा कि उसे स्मृति घूर रही है तो अपने उपर टॉवेल्ल डाल लिया और फिर मुस्कुराते हुए कहा...
राजेश: क्या देख रही है...............ऐसे किसी दूसरे मर्द को देखना गुनाह है........और मुस्कुरा दिया
स्मृति: भी मुस्कुरा दी...........आप दूसरा मर्द कहाँ है............आप इस घर के दामाद है......और मेरी छ्होटी बहन का पति...............
राजेश: वो तो हू ही...पर आप मेरी बड़ी साली है......छ्होटी होती तो सब चलता है.................और साली आधी घरवाली होती है
स्मृति: तो फिर साली की शादी क्यो करवा रहे हो.
राजेश: इसलिए कि शादी ज़रूरी है तुम्हारे लिए. तुम अड्जस्ट होजाओगी.................
स्मृति: पर मेरी नौकरी????
राजेश: छोड़ दो.............देल्ही मे तुम्हे कई नौकरी मिल जाएगी
स्मृति: मुझे कुच्छ वक़्त दो......सोचने के लिए......................
राजेश: ठीक है...पर ना मत कहना....लड़का बहुत अच्छा है...देल्ही का है...उसके मा बाप नही है...अकेले रहता है...एक छ्होटी बहन है ...जो मॅरीड है.
आप कहो तो मे बात करू.
स्मृति: मेने कहा ना कि वक़्त दो..............
राजेश: ठीक है....खाना बन गया क्या?
स्मरीत: मा बना रही है......1/2 घंटा. लगेंगा...
राजेश: ठीक है...आप भी फ्रेश हो लो......मेने आपका बाथरूम और टवल इस्तेमाल किया....थॅंक्स
स्मृति: थॅंक्स की ज़रूरत नही....ये आपका ही है..........
राजेश: आप बहुत खूबसूरत है.
स्मृति: आप फ्लर्ट कर रहे है.......?
राजेश: नही.....हक़ीकत बता रहा हू.
स्मृति: थॅंक्स..............रश्मि जान जाएगी तो बुरा होगा
राजेश: तुम उसकी फ़िक्र मत करो....वो एक समझदार बीबी है.
सरिती: कैसे?
राजेश: मेने कई लड़कियो से संपर्क किया है...जिसका पता रश्मि को भी है.
स्मृति: आप कई लड़कियो से???मतलब?
राजेश: यही कि अफीशियल विज़िट होती रहती है....वाइफ साथ रह नही सकती...तो एंटरटेनमेंट के लिए सेक्स करता हू.
स्मृति: पर रश्मि को बुरा नही लगता.
राजेश: बुरा तो लगता होगा...पर वो कुच्छ नही बोलती..............मे आदत से मजबूर जो हू
स्मिति: आप बहुत बदमास है.
राजेश: क्या करू? सेक्स चाहिए....सेक्स के वगैर एक रात भी गुज़ारना मुस्किल है. अब देखो ना अगर रश्मि होती तो आज की रात रंगीन होती......लगता है आज की रात मूठ मार कर ही सोना होगा...
स्मरती:हूऊऊऊऊओ और अपने मुँह पर हाथ रखते हुए बुरी तरह शर्मा कर भाग गयी.................................................
राजेश भी ठहाका मार कर हस्ने लगा....फिर कुर्ता और पयज़ामा पह्न लिया और फिर डिन्निंग टेबल पर आ गया............................
डिन्नर करने के बाद स्मृति के पापा ने कहा कि बेटा राजेश बेटा को उपर वाला रूम मे ले जाओ......और हां सॉफ चादर और बेड लगा देना......
स्मृति: जी पापा............
राजेश: नही बाबूजी मे होटेल चला जाता हू
स्मृति के पापा: अरे बेटा एक रात हम लोगो के साथ सो जाओ....सुबह चले जाना.
राजेश कुच्छ नही बोला...............वो तो चाहता ही था कि स्मृति का कंपनी मिले आज की रात............उसने स्मृति को देखते हुए कहा....ठीक है.....सुबह 9 बजे ऑफीस जाना है.......तो अभी सो जाना होगा.....
स्मृति और राजेश उपर आ गये................लॉक खोलने के बाद स्मृति ने कहा...ये रूम रश्मि का है....जब वो आती है तभी ये रूम सॉफ सफाई होती है...पर 2 दिन पहले मेने ही सॉफ किया है...सिर्फ़ बेड चेंज करने होगे...एक वाइट चादर और बेड लगा दिया...........................
राजेश:तुम कहाँ सोवोगि.......
स्मृति:मेरा कमरा बगल मे है...अगर किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बता दीजिएगा.....गुड नाइट
राजेश: ने उसका हाथ पकड़कर कहा...अभी गुड नाइट नही....बाते करते है..नींद नही आएगी........................
स्मृति: पर मुझे आ रही है.....कल स्कूल भी जाना है.................मे चलु
राजेश: ठीक है भाई..................
स्मृति वन्हा से चली गयी..पर फिर वो क्या सोचकर नीचे किचन मे आ गयी वन्हा से एक ग्लास दूध लेकर फिर राजेश के रूम मे आ गयी.दरवाजा खटखाया
राजेश ने दरवाजा खोला......................
स्मृति: अरे ये क्या....आपने तो कपड़े खोल दिए..............और वो शर्मा गयी
राजेश: मुझे नंगा सोना अच्छा लगता है....
स्मृति: पर किसी औरत के सामने नंगा रहना ठीक नही है...........
राजेश: अब हमे क्या मालूम कि आप दुबारा आएँगी..............
राजेश ने पास पड़ा एक टॉवेल लपेट लिया.
स्मृति: ये दूध लाई हू............ये लीजिए.....
राजेश ने दूध स्मृति के हाथो से ले लिया...इसी बहाने उसका हाथ स्मृति से टच हो गया....स्मृति को करेंट सा लगा...............राजेश दूध को अपने हाथो मे लेकर दूध पीने लगा....एक शिप लेने के बाद स्मृति के हाथो मे देते हुए कहा............तुम भी तो एक शिप लो...............
स्मृति: ये तो आपके लिए है...मे ले चुकी हू...और वैसे भी मेरा पेट खराब है. दूध नही पी सकती...........
राजेश: क्या हुआ......................
स्मृति: सुबह से लूस मोशन हो रही है.
राजेश: अरे तो दवाई क्यो नही ली
स्मृति: दवाई ली है.......तभी तो कंट्रोल है.................
राजेश: पर तुम तो खाना खा चुकी हो.....इसमे तो खाना नही खाते है
स्मृति: मे हल्की ली हू...और दही पी है....
राजेश: ओह............और दुबारा शिप लेने लगा....तभी उसे एक शरारत सूझी...उसने दुबारा स्मृति को शिप लेने को दबाब डाला......डार्लिंग एक शिप प्लीज़....
राजेश की आँखो मे नशा तेर गया था.....
स्मृति चौंकी...फिर मुस्कुराते हुए एक शिप ले ली.........अब खुस
राजेश: काफ़ी मीठा हो गया ये दूध...तुम्हारे होंठो की शिप से.
स्मृति: धात...............क्यो रश्मि के होंठ अच्छे नही हैं क्या
राजेश: वो तो है ही...पर तुम बहुत नमकीन हो
स्मृति: ओह........हो................और अपने होंठ गोल बना लिए.
राजेश: आपसे एक रिक्वेस्ट है..........
स्मृति: क्या?
राजेश: आप यही सो जाओ................
राजेश: सोफे पर सो जाऊँगा और तुम बेड पर........कोई दिक्कत नही होगी
स्मृति: पर क्यो??? आप गेस्ट है...दिक्कत होगी......और फिर मेरा पेट खराब है....बार बार टाय्लेट जाना होता है...इस रूम टाय्लेट है नही...........मेरे रूम मे अटॅच्ड बाथरूम है..........
राजेश: जब ज़रूरत होगी तो मे ले जाऊँगा टाय्लेट...प्लीज़ लेट जाओ यही...और अपना हाथ जोड़ लिया............स्मृति हस दी..........उसे राजेश का फ्लर्ट करना अच्छा लग रहा था.........................
स्मृति: ठीक है...पर कोई शरारत नही
राजेश: शुवर...............नतिंग टू वरी
स्मृति: ह्म्म्म तो मे अपना बेड लेकेर आती हू
राजेश: थॅंक्स..........चलो मे भी चलता हू
दोनो स्मृति के कमरे मे आ गये...और फिर बेड ले कर वापस रश्मि के कमरे मे आ गये..............................अब खुस.
राजेश मुस्कुरा दिया.........आप वाकई बहुत अच्छी है....रश्मि काफ़ी तारीफ़ करती है.
स्मृति: ह्म्म्म और क्या कहती है रश्मि मेरे बारे मे
राजेश: कहती है मेरी दीदी काफ़ी नमकीन है..सेक्सी है.
स्मृति: आप फिर सुरू हो गये...........और फिर अपने बेड पर सोने लगी
पीठ के बल सोने का नाटक करने लगी. राजेश उसके सिरहाने पर बैठ गया और अपना एक हाथ को उसके सिर पर रख दिया और सहलाते हुए आगे कहा............
राजेश: नही ऐसी बात नही आप वाकई बहुत अच्छी है...तभी तो ब्रजेश भाई ने आपसे शादी की..............................
ब्रजेश का नाम सुनते ही उसकी आँखे नम हो गयी.....वो उठ कर बैठ गयी और अपना सिर घुटने मे दबा कर सिसकने लगी. राजेश को लगा कि वो क्या कह गया....वो स्मृति को पुच्कार्ते हुए है....सॉरी...आप के मन के तार को छेड़ दिया...मुझे ऐसा करना आपके मन को ठेस पहुँचाना नही था..................आपको खुस देखना चाहता था....................
स्मृति: कोई बात नही...........मे ठीक हू
राजेश: तो फिर ये लो...आखरी घूँट....दूध का....
स्मृति: अरे आप अभी तक पिया नही?
राजेश:मे आक्च्युयली दूध नही पीता.....मे कुच्छ और पीता हू.
स्मृति: कुच्छ और मीन्स?
राजेश: मे वो दूध पिता हू...जो औरत के पास होती है....रश्मि होती तो मिल सकती थी...पर अब तो........
स्मृति:बुरी तरह शर्मा गयी...............बोली कुच्छ नही.
अब स्मृति लाइट बंद करने लगी............तो राजेश ने उसे मना कर दिया.....
स्मृति: अरे लाइट मे मुझे नींद नही आएगी
राजेश: मुझे आती है ...तुम सोने की कोशिश करो
स्मृति: बोली कुच्छ नही.....स्मृति इस समय वाइट साड़ी पहने हुई थी
राजेश: तुम कपड़े चेंज नही करोगी
स्मृति: नही कोई बात नही...ये सूती साड़ी है....कंफर्टबल
राजेश: मेरे कहने का मतलब है नाइटी पह्न लेती
स्मृति: मेरी नाइटी मा के कमरे मे है.....नीचे जाना होगा...
राजेश: तो फिर साड़ी उतार दो....डरते हुए कहा.
स्मृति:क्यो????
राजेश: कंफर्टबल के लिए....ब्लाउस और पेटिकोट तो है ही.....सीने पर टवल रख लेना....और अगर बुरा ना लगे तो टवल मत रखना.
स्मृति: मुझे शर्म आती है...
राजेश: ऐज यू विश....चलो सोते है....
स्मृति: ठीक है उतार देती हू...और खड़ी हो गयी और फिर अपनी साड़ी को उतारने लगी...........थोड़ी देर मे ही वो एक ब्लाउस और पेटिकोट मे आ गयी....अंदर एक ब्लॅक ब्रा और पॅंटी थी.....जो कि बाहर से दिख रही थी.....एक तो स्मृति गोरी चित्ति....मांसल चुचिया और मोटी गांद...उसपे ब्लॅक पॅंटी और ब्रा ...ग़ज़ब की दिख रही थी....स्मृति को शर्म आ रही थी......राजेश उसके बदन को देखे जा रहा था...तभी उसने भाग कर लाइट स्विच ऑफ कर दिया.....और बोली....सो जाओ................
राजेश भी कुच्छ नही कह सका...और वो सोने का नाटक करने लगा......................
क्रमशः...................
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