RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-14
कमरे मे आते ही रश्मि ने स्मृति को गले लगाया और पूछा:
रश्मि: कैसी रही रात मे......
स्मृति: क्या मतलब?
रश्मि: जान कर अंजान मत बनो दीदी...बताओ ना कैसा लगा मेरे जेठ जी का लंड
स्मृति: शरमाते हुए....धत्त्त..
रश्मि:प्ले. दीदी बताओ ना
स्मृति: ठीक था......पर मुझसे ग़लती हो गयी...
रश्मि: वो क्या दीदी
स्मरती: मेने उस बेचारे को थप्पड़ मार दिया था
रश्मि: क्या?????
स्मरती: ह्म्म्म्म मेने सॉरी भी माँगी थी...पर उसने कुच्छ नही किया सिर्फ़ चुदाई की
रश्मि: यही तो पनिशमेंट है....
स्मरीत: ये कैसा पनिशमेंट है.....?? पनिशमेंट मे तो पेन मिलता है....ना कि आनंद
रश्मि: आपको कैसा लगा...ये पनिशमेंट
स्मरीत: मत पुछो बहना...मे बहक जाऊंगी.
रश्मि: तो बहक जाओ ना...कौन मना करता है.
स्मृति ने रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और बोली:
स्मरती: अब तुम बताओ कि तुम्हारी चुदाई कैसी चल रही है
रश्मि: मस्त.....जब मेने पहली बार होटेल हनिमून मे चुदाई कराई थी तो मे काफ़ी मस्त हो गयी...ऐसा लगता था कि लंड को हमेशा अपने चूत मे डाले रखू.
पर पोलीस ने सब गड़-बॅड कर दी.
स्मरती: कैसी गड़-बॅड?
रश्मि: अरे पोलीस की रेड पड़ी होटेल मे...हमे यानी फीमेल्स को धंधे वाली समझ रहे थे...बहुत मुस्किल से वन्हा से भागे हमलोग...क्योकि रिश्ते तो इल्लीगल है ही.
और फिर जब घर मे ही मलाई मिले तो बाहर जाने की क्या ज़रूरत....तभी से हमलोग घर मे ही हनिमून मनाते है...जी भर के....और फिर तुम्हारी चुदाई भी तो यही हुई......ये (राज) तो चाहते थे कि किसी होटेल मे तुम्हारी चुदाई करी जाए...पर मेने मना कर दिया..........
स्मरीत: धत्त......
रश्मि: अब काहे को शरमाती हो....सील टूटने के बाद औरत को बेशर्म बन जाना चाहिए.
स्मरती: वो तो बन ही गयी हू...और फिर मेरी सील बहुत पहले ही टूट चुकी थी....
रश्मि; वो तो जीजू ने तोड़ी थी..पर भर भी तो गया होगा इतने दिन के बाद.....अब ठीक होगी तुम्हारी चूत....अभी तो दर्द कर रही होगी.
स्मरती: हां...दर्द तो कर रही है अभी भी...
रश्मि: आज की रात भी करवा लो...जम के...फिर नही करेगी
स्मरीत: अरे नही बाबा...अब हिम्मत नही है...
रश्मि: फिर वही??? अरे करा के तो देखो....
स्मरीत: ठीक है पर एक शर्त है.................
रश्मि: शर्त??? वो क्या?
स्मृति: तुम्हे भी बेड पर बिल्कुल नंगी आना होगा...मे चुड़वाऊंगी...पर तुम्हे भी मेरे साथ होना चाहिए...
रश्मि: वाउ....तब तो मज़ा आ जाएगा.....पर ये प्रोग्राम कल रखते है....तुम भी रेस्ट करो.....और वैसे भी ये (राज) नेहा के घर जाएँगे...दीदी रहेगी नही...
भाई वाह मज़ा आ जाएगा....
स्मृति: ह्म्म्म्ममममममममम............तुम ठीक कहती हो.....लेट्स सेलेब्रेट..................और उसने आगे बढ़कर अपनी बहन को चूम लिया .
राज अपनी शॉप आ गया था…..वह 3 दिन के बाद शॉप पे आया था …काम ज़्यादा था….पैसे की रिकवरी आंड स्टाफ को सॅलरी भी देनी थी…वो पहले बॅंक गया फिर शॉप पे आ गया… ……शॉप पर काफ़ी भीड़ थी..क्योकि कई दिन से डॉक्टर. नेहा नही आ रही थी….पास वाले डॉक्टर के पास काफ़ी भीड़ उमड़ पड़ी थी..इस वजह से राज की दुकान पर भी काफ़ी भीड़ थी…..राज ने खुद भीड़ को हॅंडल किया….करीब 3 पीएम वो फ्री हुआ…अपने ऑफीस मे आ गया…..इस वजह से वो लंच के लिए घर नही आ सका…..अनिता आज काफ़ी बन-ठन कर आई थी….क्योकि आज अनिता का बर्तडे था और उसका बी.फ़ार्मा के 1स्ट एअर का रिज़ल्ट भी आना था…सो वो सुबह से काफ़ी एग्ज़ाइट्मेंट थी. आज वो वाइट सिल्क साड़ी और मॅचबल ब्लाउस और पेटिकोट पह्न रखी थी….काफ़ी खूबसूरत लग रही थी….आज पता नही राज को क्या हो गया था…आज ज़रूरत से ज़्यादा ही खूबसूरत लग रही थी….उसे देखकर उसका लंड ज़्यादा ही एरेक्ट हो चुक्का था…जब अनिता झुकती थी तो उसके दोनो कबूतर ब्लाउस से बाहर झाँक लेते थे…..जिसे देखकर राज काफ़ी रोमांचित हो रहा था….वो एक टक अनिता को देखे जा रहा था.आ..आज वो उसे गौर से पढ़ रहा था….कि ऐसी क्या बात है इस लड़की मे….जो ना चाहते हुए भी ये इतनी गर्म लग रही है…..
अनिता: ऐसे क्या देख रहे है सर…….(शरमाते हुए) और वो राज के बगल वाले चेर पर बैठ गयी.
राज: तुम आज ज़्यादा ही खूबसूरत लग रही हो…..इसकी क्या वजह है?
अनिता: इसकी दो बजह है…एक तो आज मेरा बर्तडे है …और दूसरा आज मेरा 1स्ट एअर बी.फ़ार्मा का रिज़ल्ट आने वाला है….
राज:अरे……आपने मुझे बताया नही…..मेनी हॅपी रिटर्न्स ऑफ दा डे “जन्म दिन मुबारक हो” और खड़े होकर अनिता के गले लग गया और उसके गाल पर एक पप्पी ले ली……………..
अनिता बुरी तरह लजा गयी…वाउ आहा से भाग कर काउंटर पर आ गयी….उसे जाते देख कर राज ने उसे रोकने की कोसिस की…पर तब तक छ्होटू आ चुक्का था….वो वाक़्य को बदलते हुए…..
राज: छ्होटू….सॅलरी वाउचार बन गया है…
छ्होटू: जी सर…..ये लीजिए……वो गौर से फाइल देखी………और फिर वो छ्होटू को बोला…सभी को बुला लो…
पर स्टाफ तो सिर्फ़ 3 ही थे…..छ्होटू, अनिता और एक सफाई कर्मचारी…………………..
राज इन दोनो को सॅलरी देने के बाद अनिता के पास आया….अनिता बुलाने पर भी ऑफीस मे नही आई …..तभी राज आगे बढ़ा और अनिता के हाथ पकड़ कर बोला……ये लो सॅलरी…..
और एक पॅकेट पकड़ा दिया…………………….अनिता ने उसे रिसीव किया ……फिर वाउचार पे साइन भी कर दिया….
पर वाउचार देख कर चौंक गयी…..ये क्या सॅलरी से तो आज 2000/- ज़्यादा मिल रहा है….हर महीने उसे 10,000/- मिलता था …..पर आज तो उसे 12000/- मिल रहा है….
अनिता: थॅंक यू सर……………सर आज मे आपसे एक बात कहने वाली थी…
राज: हां हां बोलो….क्या कहना चाहती हो….?
अनिता: सर मे आगे कंटिन्यू नही कर पाऊँगी……क्योकि मेरा रिज़ल्ट आने वाला है…मे 2न्ड यियर मे आ जाऊंगी…..समय न्ही मिलेगा…मेने आपसे काफ़ी कुच्छ सीखा है…..जिसके लिए थॅंक्स…..
राज: पर मे चाहता हू कि तुम जॉब को कंटिन्यू रखो…सिर्फ़ तुम्हे मॅनेज करने है……बाकी का हम देख लेंगे…..सॅलरी तुम्हारे घर पहुँच जाएगी…सिर्फ़ 2 दिन आने होंगे इन ए वीक…..और वो भी 2 घंटे के लिए…………………….क्या इतना कर सकती हो…?
अनिता: जी…..मे सोच के बताऊँगी……………..
राज: थॅंक्स…….और ये लो बोनस……5000/- का एक चेक़ देते हुए कहा…
अनिता: सर इसकी क्या ज़रूरत थी……सर ये मे नही ले सकती…
राज: देखो…मे तुमपे कोई उपकर नही कर रहा हू…ये तुम्हारा हक़ है…और ये सिर्फ़ तुम्हे ही नही सभी स्टाफ को दे रहा हू……….मेरे 4 शॉप्स है…और जिस तरह से तुम मॅनेज करती हो वो क़ाबिले-तारीफ है.
अनिता: थॅंक यू सर……
सर…..मे आपको आज शाम को इन्वाइट करना चाहती हू…आपको और आपकी फॅमिली को अपने बर्तडे पर….आज शाम के 8 बजे मेने घर पर एक छ्होटी सी पार्टी रखा है…आपको आना ज़रूरी है.
राज: थॅंक्स….पर मे नही आ पाऊँगा…क्योकि मे और मेरी वाइफ डॉक्टर. नेहा के घर जा रहे है….डॉक्टर. नेहा काफ़ी बीमार है…उसे देखने के लिए जाना होगा…..फिर कभी तुम्हारे घर पर आएँगे....................
अनिता: थॅंक यू सर......फिर वो ऑफीस से जाने लगी.....तभी राज ने उसका हाथ पकड़ लिया.....और बोला...
राज: सॉरी.........आइ आम सॉरी फॉर दट
अनिता: सॉरी....?? किस चीज़ के लिए?
राज:मेने तुम्हारी इज़ाज़त के वगैर किस जो कर लिया......
अनिता: शर्मा गयी.....पर बोली कुच्छ नही....और ना ही राज ने उसका हाथ छोड़ा.....मौके को देखते हुए राज ने उसे यू टर्न किया और उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए और बुरी तरह चूमने लगा......अनिता इसके लिए तैयार नही थी और ना ही एक्सपेक्टेशन था.....राज का एक हाथ उसकी चुचियो पर आ गया और उसे बुरी तरह दबाने लगा.......अनिता को कुच्छ समझ मे नही आ रहा था कि इसे धक्का दू...या थप्पड़ मारू.......क्योकि ये उसका बॉस था....
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