RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-17
गतान्क से आगे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
रश्मि: साली कमला…इसकी तो गांद मर्वाऊन्गि………………………..वो भी नंगी करके…उसे किसने कहा था कि राजेश के बारे मे किसी को बोलने को. हज़्बेंड मेरा खोया है…और गांद मे दर्द इसे हो रहा है?
स्मृति: कूल डाउन बेबी……वैसे कमला ने काफ़ी सहयोग किया है …हमे और तुम्हे सो कम है क्या….?
रश्मि: सहयोग नही किया है…..खुद को बचाया है….अपने हज़्बेंड के भयानक लंड से….
स्मृति: हाआआआआ….वो तो है
रश्मि: ज़रा सोचो अगर मे और तुम ना होती तो राज इसे चोद चोद कर अधमरा कर देता.
स्मृति: चाहे जो भी हो तुम्हे ऐसा नही बोलना चाहिए था….
रश्मि: पर ये मम्मी को क्यो बताया…अभी आएगी तो मे बताऊँगी…इसे अच्छी तरह से…अपने भाई के पास गयी है चुद्वाने……………..साली रंडी….
स्मृति: चुप….? अब बहुत हो गया…..मे रखती हू…कूल रहो…और इलाज़ कर्वाओ..
रहस्मी: ठीक है…रखती हू………………….
फोन रखते ही उसे बहुत गुस्सा आ रहा था…पर वो करे क्या….तभी दरवाजे की घंटी बजी…..
रश्मि ने अपने आपको ठीक किया और एक गाउन पह्न लिया….और दरवाजा खोला….
दरवाजे पर पोलीस को देखते ही वो चौक गयी और डर भी गयी….
रश्मि: जी…आप????
पोलीस: मे इनस्पेक्टर शर्मा हू, इस एनडीएस थाने का इंचार्ज……
रश्मि: जी बताए?
पोलीस: मुझे एक लाश मिली है …जो कि आपके हज़्बेंड से मिलती है….थाने आकर देख ले…और सिनाख्त कर ले….आपके आने के बाद ही उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जाएगा….चलता हू.
रश्मि:के काटो तो खून नही…उसे समझ मे नही आ रहा कि मे क्या करू……वो घबरा गयी…..तभी उसने राज को फोन मिलाया….तुम जल्दी घर आ जाओ…..और सारी बाते उसे फोन पर ही बता दी…….सुनते ही राज ने बोला…डॉन’ट वरी मे देख लूँगा…मेरा आने का वेट करो…..साथ साथ पोलीस स्टेशन चलेंगे…..
एक अग्यात भय के साथ रश्मि और राज न्ड्स पोलीस स्टेशन पहुँचे….इनस्पेक्टर शर्मा ने कहा… हम आप ही की राह देख रहे थे…..कम वित मी…..और वो पीएस के पिच्छवाड़े मे पहुँच गये…जहा 2 लाशें रखी हुई थी…..एक पर टॅग लटका हुआ था और दूसरा ब्लॅंक था …यानी इस लास की सिनाख्त नही हो पाई थी……….
इनस्पेक्टर शर्मा: दरशाल ये लास यमुना रिवर के ईक गाव से मिली है…..ऐसा लग रहा है कि इसे रिवर मे गिरे हुए करीब 4-5 डेज़ हो चुके है…पानी काफ़ी भर जाने और लास के सड़ने से वन्हा बदबू आ रही थी. रश्मि, राज और इनस्पेक्टर शर्मा ने अपनी नाक पर रुमाल रख लिए……………………
जब इनस्पेक्टर शर्मा ने चादर को एक झटके मे हटा दिया….रश्मि अपने चेहरे को ढँक ली…..और फिर गौर से धीरे धीरे अपनी आँखे खोली…..देखा…तो वो काँप गयी…ये क्या??? ये सख्स तो काफ़ी मोटा है….जबकि मेरा पति काफ़ी पतला युवक था……तभी इनस्पेक्टर शर्मा ने बोला:
इनस्प शर्मा: दरशाल पानी मे 5 डेज़ रहने से ये काफ़ी फूल गया है…पर आप बॉडी को देखकर सिनाख्त कर सकते है…कोई कटे का निशान, तिल, वग़ैररः…..वग़ैररः…और ये देखिए जब ये पोलीस को लास मिली थी तक की चीज़े है………………………………………………………..
रश्मि ने देखते ही पहचान लिया…..ये तो वही शर्ट पॅंट है …..पर ये लाश का शरीर काफ़ी फूला है….जबकि मेरा पति एक पतला आदमी था….
राज: तुम और गौर से सिनाख्त करो….और वो पूरी बॉडी को देखने लगी…..चेहरे पर एक दाग था जो कि रश्मि से ही चाय पिलाते वक़्त चाय गिर गयी थी…वो दाग ढूँढने लगी…………………ढूँढने पर उसे वो दाग नही मिला…………………उसने इनस्पेक्टर से ये बात कह दिया…
इनस्प शर्मा: देखिए…पानी मे इतने दिन रहने से स्किन काफ़ी पिलपिला हो चुक्का है…..और हो सकता है दाग मिट या इरेज हो गया हो…आप ऐसी चीज़े देखे जो कि सिर्फ़ आप को ही मालूम हो…यानी इंटर्नल पार्ट्स.
रश्मिने शरमाते हुए पूरे शरीर को देखा…उसे याद था कि राजेश के लंड पर एक तिल था…वो उसे देखना चाहती थी पर राज और इनस्प शर्मा की वजह से नही देख पा रही थी…..तभी वो राज के कान मे कुच्छ बोली……राज ने इनस्प शर्मा को बोला…सर प्लीज़ थोड़ा इधेर आएँगे….वो ठीक से सिनाख्त नही कर पा रही है………….दोनो लास के थोड़ी दूर पर आ गये….रश्मि प्युरे बॉडी को चेक करने लगी…..लंड और उसके आंडो को अच्छी तरह देख रही थी..फिर उसके लंड को देखा….और देखते ही उसके दिल की धड़कने ज़ोर ज़ोर से चलने लगी…और फिर अंततः वो ज़ोर ज़ोर से वही पर रोने लगी…..और अंततः वही पर बेहोस हो गयी…इनस्पेक्टर शर्मा और राज ने उसे अपनी बाँहो मे थामा और उसे वही एक टेबल पर लिटा दिया……इनस्पेक्टर शर्मा ने एक हवलदार को पानी लाने को कहा और फिर राज को कहा आप यही रहिए मे अभी आया….और वो चला गया….थोड़ी देर बाद रश्मि को होश आ गया ….होश मे आते ही राज से लिपट कर रोने लगी……राज उसे हौसला दे रहा था…… तभी इनस्पेक्टर शर्मा वापस वन्हा आ गया……
इन्स शर्मा: आइ आम सॉरी मिसेज़. रश्मि…आपको कन्फेस करनी होगी…..कुच्छ क्वेस्चन का जवाब देना होगा …तभी लाश का पोस्टमॉर्टम हो सकता है…और उसके बाद लाश को आपके हवाले किया जाएगा…..रश्मि ने कहा पुच्हिए जो पुच्छना है….पर राज ने आपत्ति जताई…..वो पूछा….इनस्पेक्टर शहाब…ये तो बाद मे भी पूछा जा सकता है…अभी ये इस अवस्था मे नही है कि आपके प्रश्न का जवाब दे सके….पर रश्मि ने कहा…नही भैया…पुच्छने दीजिए….जो पुच्छना है…मे बिल्कुल ठीक हू और सभी क्विरीस का जवाब दे सकती हू…………………….
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