RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
रश्मि फोन रखने के बाद राज के पास आ गयी और फिर सारे लोग ऑटो करके घर आ गये.
राज अब ठीक हो चुक्का था…पर अभी भी उसके पीठ पर घाव हरे थे और दर्द कर रहे थे.
राज ने सबसे पहले अपने नौकर छ्होटू को फोन किया और बिज़्नेस का हाल जाना….और फिर वो बोला…अब से रश्मि आया करेगी शॉप पर….तुम लोग अच्छी तरह काम करो…बहुत अच्छे से तुमलोगो ने देखा है सब कुच्छ…और हो सके तो 2-3 स्टाफ और बढ़ा लो……तुम पेपर मे एड निकलवा लो….इंटरव्यू कल का रखो……..छ्होटू….ठीक सर….मे कल ही एड. निकलवा दूँगा…
इनस्पेक्टर शर्मा एक बार फिर रश्मि के घर आ गया अपने पोलीस फोर्स के साथ……और फिर से तहकीकात करने लगा…….रश्मि गौर से देख रही थी कि वो बार बार चोर नज़र से उसे घुरे जा रहा था….रश्मि थी भी काफ़ी खूबसूरत….और आज तो वो कयामत लग रही थी…एक लाइट येल्लो कलर की शिलक की साड़ी वित छ्होटी ब्लाउस उसके पेट और नाभि काफ़ी दिख रहे थे…चुचिया आँचल से बाहर झाँक रही थी…उसके होंठ सुर्ख और रसीले लग रहे थे..जिसे देख कर इनस्पेक्टर शर्मा काफ़ी गरम हो जाता था….उसने किसी तरह अपना काम किया …फिर वो बोला…ओके रश्मि जी…मे चलता हू….कोई इन्फ़ॉर्मेशन. मिलेगी तो बता दूँगा………रश्मि उसे गेट तक छोड़ आई…….जब दरवाजा के पास आए तो इनस्पेक्टर शर्मा ने उसके कान मे बोला…..आप बहुत सेक्सी और सुंदर लग रही है………….रश्मि बुरी तरह शर्मा गयी और दरवाजा बंद कर अंदर आ गयी……….
राज: लगता है ये इनस्पेक्टर तुम-मे काफ़ी रूचि ले रहा है….क्या बात है?
रश्मि: हां…मे भी देख रही हू कई दिन से…..पर मे क्या कर सकती हू
राज:क्यो…? तुम अफेर बढ़ाओ…
रश्मि: मे आप जैसी नही हू…. एक पैर यान्हा और एक पैर वन्हा.
राज: तो क्या हुआ…मज़ा तो आता है?
रश्मि: ऐसा मज़ा किस काम का….अपनी हालत तो देखो?
राज: अरे यार तुम भी ना….अगर केले के छिल्के पर पैर रखोगे तो गिरोगे ही….और अब गिरने के डर से केला ना खाया जाए?????? बताओ….
रश्मि: वाह वाह….क्या लॉजिक दिए हो….शरम नही आती…अपनी बहू को किसी और से रीलेशन जोड़ने को बोल रहे हो????
राज: तुम भी ना…और औरतो की तरह सोचती हो…
रश्मि: मे जो भी सोच रही हू ठीक सोच रही हू….
राज: अरे भाई…..मे तो ये कह रहा था कि अगर थोड़ा इंटरॅक्षन हो भी जाए तो क्या ग़लत है…बंदा अच्छा है….आराम से……………………………..
रश्मि: शॅट अप……………………… फिर कभी ऐसा मत बोलना….तुम सभी को अपने जैसा सोचते हो.
राज: तो तुम भी कौन सी दूध की धूलि हो…अपने हज़्बेंड के रहते हुए मेरे से सेक्स किया…
रश्मि: आप से रीलेशन करना और बात थी….आप मेरे पति के ब्रदर हो…मेरे पति समान हो…और फिर मेने आपको अपना पति माना है……पर तुम किसी और की बाँहो मे क्यो भेज रहे हो.
राज: देखो भाई…मे जैसा हू…..ठीक हू….मे तो तुम्हारी आज़ादी की बात कह रहा था….तुम्हारा हज़्बेंड अब तुम्हारे पास नही आने वाला….मे भी पार्ट टाइम ही रहूँगा…तो कोई तो हो …जिससे तुम अपना सेक्स शेर करो………………..
रश्मि: पर वो मॅरीड है…और 1 बच्चा भी है..
राज: तो क्या हुआ….सेक्स करने को कह रहा हू…..शादी करने को नही….तुम समझती नही हो यार.
तभी स्मृति आ गयी और दोनो चुप हो गये…………………..
क्रमशः................................रश्मि फोन रखने के बाद राज के पास आ गयी और फिर सारे लोग ऑटो करके घर आ गये.
राज अब ठीक हो चुक्का था…पर अभी भी उसके पीठ पर घाव हरे थे और दर्द कर रहे थे.
राज ने सबसे पहले अपने नौकर छ्होटू को फोन किया और बिज़्नेस का हाल जाना….और फिर वो बोला…अब से रश्मि आया करेगी शॉप पर….तुम लोग अच्छी तरह काम करो…बहुत अच्छे से तुमलोगो ने देखा है सब कुच्छ…और हो सके तो 2-3 स्टाफ और बढ़ा लो……तुम पेपर मे एड निकलवा लो….इंटरव्यू कल का रखो……..छ्होटू….ठीक सर….मे कल ही एड. निकलवा दूँगा…
इनस्पेक्टर शर्मा एक बार फिर रश्मि के घर आ गया अपने पोलीस फोर्स के साथ……और फिर से तहकीकात करने लगा…….रश्मि गौर से देख रही थी कि वो बार बार चोर नज़र से उसे घुरे जा रहा था….रश्मि थी भी काफ़ी खूबसूरत….और आज तो वो कयामत लग रही थी…एक लाइट येल्लो कलर की शिलक की साड़ी वित छ्होटी ब्लाउस उसके पेट और नाभि काफ़ी दिख रहे थे…चुचिया आँचल से बाहर झाँक रही थी…उसके होंठ सुर्ख और रसीले लग रहे थे..जिसे देख कर इनस्पेक्टर शर्मा काफ़ी गरम हो जाता था….उसने किसी तरह अपना काम किया …फिर वो बोला…ओके रश्मि जी…मे चलता हू….कोई इन्फ़ॉर्मेशन. मिलेगी तो बता दूँगा………रश्मि उसे गेट तक छोड़ आई…….जब दरवाजा के पास आए तो इनस्पेक्टर शर्मा ने उसके कान मे बोला…..आप बहुत सेक्सी और सुंदर लग रही है………….रश्मि बुरी तरह शर्मा गयी और दरवाजा बंद कर अंदर आ गयी……….
राज: लगता है ये इनस्पेक्टर तुम-मे काफ़ी रूचि ले रहा है….क्या बात है?
रश्मि: हां…मे भी देख रही हू कई दिन से…..पर मे क्या कर सकती हू
राज:क्यो…? तुम अफेर बढ़ाओ…
रश्मि: मे आप जैसी नही हू…. एक पैर यान्हा और एक पैर वन्हा.
राज: तो क्या हुआ…मज़ा तो आता है?
रश्मि: ऐसा मज़ा किस काम का….अपनी हालत तो देखो?
राज: अरे यार तुम भी ना….अगर केले के छिल्के पर पैर रखोगे तो गिरोगे ही….और अब गिरने के डर से केला ना खाया जाए?????? बताओ….
रश्मि: वाह वाह….क्या लॉजिक दिए हो….शरम नही आती…अपनी बहू को किसी और से रीलेशन जोड़ने को बोल रहे हो????
राज: तुम भी ना…और औरतो की तरह सोचती हो…
रश्मि: मे जो भी सोच रही हू ठीक सोच रही हू….
राज: अरे भाई…..मे तो ये कह रहा था कि अगर थोड़ा इंटरॅक्षन हो भी जाए तो क्या ग़लत है…बंदा अच्छा है….आराम से……………………………..
रश्मि: शॅट अप……………………… फिर कभी ऐसा मत बोलना….तुम सभी को अपने जैसा सोचते हो.
राज: तो तुम भी कौन सी दूध की धूलि हो…अपने हज़्बेंड के रहते हुए मेरे से सेक्स किया…
रश्मि: आप से रीलेशन करना और बात थी….आप मेरे पति के ब्रदर हो…मेरे पति समान हो…और फिर मेने आपको अपना पति माना है……पर तुम किसी और की बाँहो मे क्यो भेज रहे हो.
राज: देखो भाई…मे जैसा हू…..ठीक हू….मे तो तुम्हारी आज़ादी की बात कह रहा था….तुम्हारा हज़्बेंड अब तुम्हारे पास नही आने वाला….मे भी पार्ट टाइम ही रहूँगा…तो कोई तो हो …जिससे तुम अपना सेक्स शेर करो………………..
रश्मि: पर वो मॅरीड है…और 1 बच्चा भी है..
राज: तो क्या हुआ….सेक्स करने को कह रहा हू…..शादी करने को नही….तुम समझती नही हो यार.
तभी स्मृति आ गयी और दोनो चुप हो गये…………………..
क्रमशः................................
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