RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
मैं:"हां है तो निजी लेकिन मेरा मामला निजी नही है, तुम्हे पता है तुम्हारी मा तुम्हारे अब्बा के सामने डॅन्स करती हैं वो भी सेक्सी स्टाइल में"
इनायत:"अब बस भी करो ये सब, तुम तो मेरी मा और बहेन के पीछे ही पड़ गयी"
मैं:"ऐसा नही है,मुझे अपनी सास और ननद दोनो का ख़याल है, ख़ास कर अपनी गुलाबी चूत वाली ननद का जिसका जिस्म देखकर तो मेरी भी चूत खुजली करने लगती है"
इनायत:"अच्छा, कमाल है"
मैं:"क्यूँ तुम्हे अच्छी नही लगती साना"
इनायत:"अच्छी लगती है लेकिन वैसी नज़रो से नही"
मैं:"तुम मेरे सामने छुपा रहे हो, मैं क्या तुम्हे ब्लॅक मैल करूँगी"
इनायत अब फिर से जोश मे आ गया था और मुझे उठा कर बेडरूम मे ले गया और मेरी टाँगो को उठा कर सीधा मेरी चूत मे अपना हथियार डाल दिया.
मैं:"जोश मे आ गये लेकिन मेरी बात का जवाब नही दिया"
इनायत:"देखो क्या कहूँ तुमसे, तुम मेरे बारे मे क्या कहोगी"
मैं:"तुम्हे पता है उस मूवी के बारे मे जिसमे रोल प्ले था,मेरी फॅंटेसी है कि मेरा शौहर मुझे किसी और की याद मे चोदे"
इनायत:"रोल प्ले, क्या बात है"
मैं:"अच्छा ज़रा सोचो कि मैं साना हूँ "
इनायत:"मूड ऑफ मत करो"
मैं:"तुम यार अब थोड़े पुराने टाइप के होते जा रहे हो, बिल्कुल शौकत की तरहा, वो सेक्स भी खाना खाने की तरहा जल्दी जल्दी ख़तम करके सोना चाहता है"
इनायत:"ये थोड़ा ज़्यादा नही हो रहा?"
मैं:"अर्रे सिर्फ़ रोल प्ले ही की तो बात है कौनसा असली मे साना की चूत तुम देख पाओगे"
इनायत:"ठीक है फिर मेरी एक शर्त है"
मैं:"क्या"
इनायत:"तुम फिर मेरी जगह अपने भाई आरिफ़ के बारे मे सोचो गी"
मैं:"आरिफ़"
इनायत:"क्यूँ झटका लगा ना"
मैं:"मैने कभी उसको इन नज़रो से इमॅजिन नही किया"
इनायत:"तो मेरा भी यही हाल है"
मैं:"लेकिन तुम्हारा लंड खड़ा हो जाता है साना की बॉडी के बारे मे सुनकर"
इनायत:"तुम ये कैसे कह सकती हो"
मैं:"मैने ये अब्ज़र्व किया है"
इनायत:"अच्छा तो भूल जाओ रोल प्ले"
मैं:"अच्छा ठीक है,तुम आरिफ़ हो और मैं साना, हे मुझे आइडिया आया है क्यूँ ना आरिफ़ और साना की शादी करवा दी जाए?"
इनायत:"जो घर के हालात है तो ऐसा कभी नही होगा"
मैं:"अच्छा आरिफ़ ये सब छोड़ो और अपनी बाजी की चूत मे अपना लंड डालो जल्दी से"
इनायत:"साना, थोड़ा अपने पैरो को फैलाओ, आज जम कर तुम्हारी चूत की धज्जिया उड़ा देता हूँ"
मुझे यकीन नही हुआ, इनायत को सिर्फ़ कुछ ही मिनिट्स लगे अपना पानी निकालने में. मैं भी बड़ी जल्दी ही झाड़ गयी. आरिफ़ के लंड को अपनी चूत मे इमॅजिन करने के बारे में. लेकिन ये सिलसिला यहीं
नही रुका, अब मैं अपने ससुर के बारे मे भी रोल प्ले करने लगी और इनायत अपनी मा के बारे में. हम को इसमे इतना मज़ा आता कि हम अब अपनी बनाई हुई सारी बाउंड्रीस तोड़ रहे थे, मालूम नही
था कि ये रोल प्ले अब असल मे हक़ीक़त की तरफ हमारे अंजान कदम हैं.
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