RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
मैं होटेल पहुँच कर सीधे इनायत से मिली. इनायत किसी से बात कर रहा था. मेरे पहुँचते ही उसने फोन कट कर दिया. मैने पूछा तो बोला कि ताबू का फोन था. मैं थोड़ा हैरान सी हुई लेकिन फिर मैने गौर नही किया. इनायत मेरी बात सुनने के लिए बेताब लग रहा था. उसने खिड्खी खोली और बाहर की रोशनी अंदर आई. हमारा कमरा होटेल के पिछले हिस्से मे था. यहाँ से पीछे की हरी भारी वादियाँ दिखती थी. इनायत ने मुझसे आते ही सवाल कर दिया.
इनायत:"क्या हुआ, शौकत ने क्या कहा"
मैं:"वो राज़ी है और मेरे ताबू से बात करने के लिए भी"
इनायत:"ताबू को मैने कह दिया है कि तुम उससे कुछ ज़रूरी बात करना चाहती हो, वो अब आती ही होगी"
मैं:"क्या बात है, बड़ी जल्दी में हो और ये ताबू अब सीधे तुमसे बात कर लेती है, बड़ी कॉन्फिडेंट हो गयी है"
इनायत:"हां अब काफ़ी खुल सी गयी है."
इतने ही देर में डोर पर नॉक हुई. मैने पूछा तो बाहर से ताबू की आवाज़ आई. मैने इनायत से कहा कि वो थोड़ी देर के लिए बाहर जाए. ताबू और इनायत की आँखें मिली और फिर झुक सी गयी. मुझे लगा कि इन दोनो मे ज़रूर कुछ खिचड़ी पक रही है. जैसे ही इनायत बाहर गया मैने झट से दरवाज़ा बंद किया और ताबू को बैठने के लिए कहा.
मैं:"क्या बात है, कुछ पक रहा है तुममे और इनायत में ,नज़रो ही नज़रो मे कुछ खेल हो रहा है"
ताबू:"नही यार, ऐसा नही है, खैर तुम बताओ क्या ज़रूरी बात है"
मैं:"ना जाने तुम कैसे रिक्ट करोगी लेकिन मैं तुमसे सिर्फ़ कुछ सवाल पूछना चाहती हूँ और तुम उसका सही जवाब देना"
ताबू:"हां पूछो"
मैं:"लास्ट टाइम जब मैने तुमको कॉल किया था जब तुम और शौकत सेक्स कर रहे थे, ये उस टाइम की बात है"
ताबू:"फिर से सेक्स की बात"
मैं:"हां, मैने अब्ज़र्व किया कि इनायत उस टाइम बहुत एग्ज़ाइटेड था और शौकत भी"
ताबू:"तो"
मैं:"मैने शौकत से इस बारे मे पूछा तो उसने कहा कि वो मुझे इमॅजिन कर के तुमसे सेक्स कर रहा था और इनायत तुम्हे इमॅजिन करके मुझसे सेक्स कर रहा था"
ताबू:"ओह माइ गॉड"
मैं:"तुम शॉक्ड क्यूँ हुई, तुम भी तो कहीं इनायत को इमॅजिन तो नही कर रही थी?"
ताबू:"कम टू दा पॉइंट, कहना क्या चाहती हो"
मैं:"मैं चाहती हूँ कि हम सभी मे एक दूसरे से ईमानदारी की उम्मीद की जाए, अगर शौकत या इनायत दूसरे पार्ट्नर के बारे मे सोच रहा है तो ये खुल कर क़ुबूल करे और अगर हम औरतो मे से कोई किसी दूसरे पार्ट्नर के बारे मे सोचे तो फिर वो अफेन्सिव ना फील करें."
ताबू:""तुमने शौकत से डाइरेक्ट्ली पूछा, लेकिन कब ? और वो मान भी गया, मुझे समझ मे नही आ रहा.
मैं:"देखो ये थोड़ा कॉंप्लिकेटेड है, शौकत अभी भी मेरे लिए एक सॉफ्ट कॉर्नर रखता है, ये तुमको मानना ही होगा"
ताबू:"ये मैं जानती हूँ, लेकिन ये सब आक्सेप्ट करके क्या होगा"
मैं:"हम खुल कर सेक्स डिसकस कर सकते हैं और ये बहुत एग्ज़ाइटेड भी होगा, मैं चाहती हूँ कि वापस घर मे जाने से पहले हम एक दूसरे से सेक्स के टाइम बात करें, इससे हमारी नज़दीकी बढ़ेगी"
ताबू:"तुमको नहीं लगता कि हम बहुत आगे बढ़ रहे हैं कहीं फिर हमारे हज़्बेंड्स हमे स्वेप करने की ज़िद ना करने लगे"
मैं:"इनायत ने तो पहले ही ये आज़ादी मुझे दे रखी है लेकिन मैने इसके बारे मे कभी सोचा नहीं, अगर शौकत तुमको ये आज़ादी दे तो क्या तुम इनायत के साथ सोना नहीं चाहोगी?"
ताबू:""शौकत ऐसा कभी नही करेगा और वैसे भी मुझे ये बिल्कुल प्रॅक्टिकल नही लगता.
मैं:"क्यूँ, क्या मैं शौकत से पूछु"
ताबू:"फॉर गॉड'स सेक, प्लीज़ थोड़ा प्राइवसी दो शौकत और मुझ को, प्लीज़ तुम सिर्फ़ एक फ्रेंड की तरहा ही रहो,मुझे तुम्हारा शौकत से चिपकना अक्चा नही लगता"
मैं:"ओ.के बाबा, ओ.के. मैं उससे बात भी नही करने वाली यार"
ताबू:"देखो, आइ आम सॉरी यार, लेकिन ये समझो कि शौकत मेरा हज़्बेंड है और उससे हर चीज़ सबसे पहले मुझसे शेअर करनी चाहिए."
मैं:"यू आर आब्सोल्यूट्ली राइट. मुझे मालूम है, मैं अबसे तुम्हारे और उसके बीच में नहीं बोलूँगी, अच्छा अब तो मुस्कुराओ"
ताबू:"मुझे थोड़ा टाइम दो, मुझे लगता है कि छेड़ छाड़ मे कोई हर्ज़ नही है लेकिन अपने प्राइवेट मोमेंट्स को भी शेअर करना थोड़ा सा अनीज़ी है"
मैं:"वी ऑल आर अडल्ट्स, हम ऐसा कुछ भी नही करने वाले जो किसी और को हर्ट करे"
ताबू:"थॅंक्स, मैं जाती हूँ"
मुझे लगा कि मैने कार स्टार्ट होते ही 5थ गियर डाल दिया था. मुझे थोड़ा पेशेंट होना होगा और खुद भी सोचना होगा कि कहीं मैं किसी ग़लत डाइरेक्षन मे जाकर अपना सब कुछ बर्बाद तो नहीं कर रही.
मैने वापस जाकर इनायत को सब हाल सुना दिया, इनायत ने मुझे वही कहा जो ताबू ने कहा था. अगले दिन हम फिर घूमने गये और इस वक़्त हम मे ज़्यादा कुछ बात नही हुई. मुझे लगा कि मैने जल्दी मे अब कुछ स्पोइल कर दिया है.
रात को जब इनायत मुझे डिप्रेस्ड देख कर समझा रहा था कि तभी ताबू का फोन आया
ताबू:"क्या कर रही हो"
मैं:"सोने जा रही थी, क्यूँ क्या हुआ"
ताबू:"क्यूँ आज मूड ठीक नही है क्या, मेरी वजह से नाराज़ हो, अच्छा यार सॉरी, ये सब तुमने इतना जल्दी जल्दी कहा कि मुझे कुछ समझ मे नही आया"
मैं:"नही इट्स ओके, मैं शायद ज़्यादा जल्दी मे थी और शायद तुमको हर्ट कर गयी"
ताबू:"अच्छा जानती हो मैं क्या कर रही हूँ ?"
मैं:"नही"
ताबू:"मैं इस वक़्त शौकत के लंड का मज़ा ले रही हूँ"
मैं:"अच्छा, इट्स गुड"
ताबू:"चलो अपने गेम शुरू करते हैं"
मैं:"ताबू इस वक़्त मूड नही है"
ये कहकर मैने फोन लाइन कट कर दी और इनायत से भी सोने को कहा.
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