RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
ये कहकर ताबू ने खुद को इनायत के ऊपर आकर उसके लंड को अड्जस्ट किया
ताबू:"उफ़फ्फ़, इनायत मेरी जान तुम्हारा लंड तो मेरी चूत को फाड़ देगा, हाआआआआआआआययययययययययययययईई उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मेरी मा, आआर तुमने कैसे इसे अपनी चूत मे लिया है अब तक"
और ये कहकर वो ऊपर नीचे उछलने लगी और उसके मूह से सीईईईईईईईईईईईई अहह उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ मर गयी हाआआआआयययययययययययईईईई. इनायत अब ताबू की चूचिया दबा रहा था और नीचे से धक्के लगा रहा था.
मैं भी अब शौकत की ऊपर बैठ चुकी थी और मेरी गीली चूत मे एक बार फिर शौकत का लंड आ चुका था और मैं भी उछलने लगी थी.
मैं:"उफफफफफफफफफफफ्फ़ शौकत कितने अरसे बाद मेरी चूत मे तुम्हारा लंड आया है, अब तो खुश हो ना मेरी जान अब जब तुम्हारे मन करे मुझे चोद लेना"
शौकत:" ये तो ताबू की वजह से मुमकिन हुआ है अगर वो ना मानती तो शायद ये कभी ना होता"
मैं:"ताबू और इनायत दोनो की वजह से, ताबू सच मे बड़ी अच्छी लड़की है, उसकी खूबसूरती आज मेरे शौहर को मज़ा दे रही है"
ताबू:"ओये इतना सेंटी होने की ज़रूरत नही है, ये तो एक हाथ से ले और एक हाथ से दे का रूल है, मुझे इनायत का लंड चाहिए था और शौकत को तुम्हारी चूत तो फ़ैसला हो गया"
मैं हैरान हो गयी, कहीं ये ताबू का प्रिप्लॅन्न्ड खेल तो नही था.
ताबू मुझे देख कर हंस रही थी.
ताबू:"ये मेरा और इनायत का प्लान था मेरी जान और ये प्लान तो शादी के पहले से "
इस बार तो मैं और शौकत दोनो ही शॉक्ड हो गये थे.
ताबू:"मैं इनायत की गर्ल फ्रेंड थी और उसकी जब ज़बरदस्ती आरा से शादी हुई तो हम ने प्लान किया था कि हम एक दूसरे को दोबारा पाने की कोशिश करेंगे, लेकिन थोड़े दिन बाद इनायत का मूड चेंज हो गया था, वो अब आरा से मोहब्बत करने लगा था और आरा उससे, मैं अपने आप को धोके मे समझने लगी और मेरी फ्रस्टेशन बढ़ने लगी थी, तब मुझे ये रिलाइज हुआ कि मैं शायद इनायत की तरफ फिज़िकली अट्रॅक्टेड थी और कुछ दिनो मे मेरा मूड सही हो गया, फिर मैने फ़ैसला किया कि मैं कैसे भी कर के इनायत के घर मे जाउन्गि और देखूँगी कि वो कौन सी औरत है जिसमे इतना दम है कि मुझसे इनायत को छीन ले,तभी मुझे शौकत की शादी करने के प्लान का पता लगा और मैने हां कर दी लेकिन फिर जब मैने शौकत के साथ कुछ दिन बिताए तो मुझे लगा कि मैं ये क्या कर रही हूँ
और मुझे शौकत से मोहब्बत हो गयी. मुझे मालूम पड़ा कि लुस्ट और लव में ज़मीन आसमान का फ़र्क है. तब मैने ये सोचा क्यूँ ना हम एक बार फिर लुस्ट का मज़ा लें और ऐसे मैने ये प्लान बनाया"
शौकत:"कसम से तुम लोगो ने हम को क्रोस किया और हम को ये लग रहा था कि हम तुम लोगो को क्रॉस कर रहें हैं"
ताबू:"ये सब सच है लेकिन मैं आज भी दिल की गहराई से तुमसे ही मोहब्बत करती हूँ"
शौकत:"मैं तुमसे झूट नही कहूँगा मैं तुमसे और आरा दोनो से प्यार करता हूँ लेकिन तुमसे वादा करता हूँ कि तुम्हारी मर्ज़ी के बिना मैं कभी भी कुछ नही करूँगा"
मैं जो अब चुप चाप बैठी थी, मुझे लगा कि कहीं इन लोगो का मूड ऑफ ना हो जाए इस लिए मैने इनका ध्यान पलटा
मैं:"उफ़फ्फ़ यार ये सब बाद मे कर लेना अब जो कर रहे हो वो करो और मेरा पानी निकालो"
अब रूम मे हम सब की सिसकारििया गूँज रही थी थोड़ी ही देर में मैं फिर झाड़ गयी और मैने फ़ैसला किया कि मैं शौकत को अपने पानी का स्वाद चखाउन्गि इसलिए मैने अपनी चूत शौकत के मूह पर रगड़ दी और मुझे देख कर ताबू ने भी यही किया.
हम लोग इसी तरहा ना जाने कितनी देर तक सेक्स करते रहे और जब और ताक़त ना रही तो हम थोड़ी देर एक दूसरे पर लेटे रहे और फिर फ्रेश हो कर डिन्नर के लिए चल दिए.
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