RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
मेरे ससुर को अब मज़ा आ रहा था, वो पानी लेकर आराम आराम से मेरी चूत मसल रहे थे, काफ़ी देर
तक उन्होने यही किया यहाँ तक कि मुझे कहना पड़ा कि अब बस, फिर वो मुझे लेकर वापस बेडरूम में
आ गये और मुझे मेरे बेड पर लिटाने के बाद वो काफ़ी देर तक मेरी चूत को देखते रहे और मैने भी
कोई ऐतराज़ नही जताया. मैने उनसे फिर बात करना शुरू कर दी
मैं:"पेशाब की वजह से सारी क्रीम धूल गयी है, अगर आप बुरा ना मानें तो क्या आप क्रीम लगा देंगे"
ससुर:"हां क्यूँ नही"
मैं:"मेरी वजह से आपको देर हो रही है"
ससुर:"कोई बात नही, जबतक साना और ताबू नही आते मैने तुम्हारे साथ ही रहूँगा"
मैं:"ठीक है"
अब मैने अपनी नाइटी पूरी तरहा अपनी टाँगो के उपर कर ली थी और अपनी चूत अपने हाथो से फैला कर
अपने ससुर को क्रीम लगाने को कहा. वो अब भी मेरी चूत को एक भूके जानवर की तरहा देख रहे थे
और उनकी हार्ड बीट्स काफ़ी तेज़ हो चुकी थी. उन्होने क्रीम लेकर मेरी चूत के अंदर लगाना शुरू कर दिया
और मेरे मूह से आअहह सीईईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ें निकलने लगी, मैं जान बूझ कर और
ज़्यादा आवाज़ निकाल रही थी. मैने देखा कि पॅंट के उपर से मेरे ससुर जी का खड़ा हो चुका था.
मैं:"आपके हाथ मे तो जादू है, उफ़फ्फ़ क्या असर हो रहा है"
ससुर:"तुम बहोत खूबसूरत हो, तुम्हारे चुतड और बुर तो वाकई शानदार है, इनायत बहुत ख़ुसनसीब है"
मैं:"तो आप भी तो ख़ुसनसीब हैं, मैं आपकी भी तो बहू हूँ"
ससुर:"लेकिन बीवी तो नही हो"
मैं:"आप मेरे ससुर हैं, मैं आपकी हर तरहा से खिदमत करने को तैय्यार हूँ"
ससुर:"बहू लेकिन कुछ खिदमत तो सिर्फ़ बीवी ही कर सकती है"
मैं:"आप कह कर तो देखिए, मैं हर तरहा से आपकी खिदमत करूँगी"
ससुर:"अच्छा तो क्या मैं तुमको अपनी बीवी की तरहा प्यार कर सकता हूँ"
मैं:"हां बिकुल, अभी कीजिए ना, वैसे भी आपकी उंगलियो ने मुझे दीवाना कर दिया है"
ये सुनते ही ससुरजी ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और मुझे बहुत ख़ुसी हुई कि एक स्टेप और आगे
बढ़ चुकी हूँ.
मैने भी अपनी नाइटी उतार दी. मेरे ससुर जो जैसे मुझपर टूट ही पड़े. उन्होने मेरे सीने को दबोच लिया
और मेरे होंठ चूसने लगे. उनकी हालत देख कर मुझे हसीं आ रही थी.
मैं:"धीरे धीरे मेरे राजा, आराम से, मैं यहीं हूँ, आराम से करो"
ससुर:"तुम जानती नही आरा जबसे तुम यहाँ आई हो मेरे दिल में तुम्हे नंगी देखना का मन था"
मैं:"नंगी क्या मेरे यार आज जी भर कर चोद भी लो"
ससुर:"मुझे लगता है कि तुम तो जैसे पहले से ही तैय्यार थीं"
मैं:"हां शूकर कीजिए कि ये सब हुआ वरना मैं कभी भी आपसे चुद नही पाती"
ससुर:"तो पेल दूँ तुम्हारी चूत मे अपना लंड"
मैं:"हां बरकत, मेरे यार चोद दे आज अपनी बहू को, रंडी बना ले साले"
ससुर:"और बोलो तुम्हारे मूह से ये अच्छा लगता है"
मेरे ससुर ने ज़्यादा टाइम वेस्ट नही किया और सीधा अपना दुबला पतला लंड मेरी चूत मे घुसा दिया.
मैं:"रुक यार साले तुझे बड़ी जल्दी है मेरी चूत मारने की, ज़रा फोन तो उठा ड्रेसिंग टेबल से"
ससुर:"क्यूँ, क्या हुआ"
मैं:"मेरी वीडियो बना तू, मुझे चोद्ते हुए ताकि खाली टाइम मे मैं इसको देख कर अपना टाइम पास कर सकूँ"
ससुर:"ऐसा मत करो किसी ने फोन में देख लिया तो"
मुझे अब अपने ससुर से गंदी बात करने मे मज़ा आ रहा, मैने सोचा कि उनको थोड़ा और तडपाऊ और अपना गुलाम
सा बना लूँ, मैने सोचा कि चलो थोड़ा और गंदे लहजे में बात करूँ
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