RE: Mastram Kahani यकीन करना मुश्किल है
इनायत ने अपना टी शर्ट और पाजामा उतार दिया और सीधा बेड पर साना की टाँगो के दरमियाँ जाकर लेट गया. मैने अपनी सास को अपने नज़दीक खेच लिया. इनायत अब साना की बुर में अपनी ज़ुबान फेर रहा था और दोनो हाथो से साना की बूब्स भी दबा रहा था.
मैने खुद अपनी और सासू जी की नाइटी उतार दी और हम भी बेड के कोने मे बैठ गये.
मैने साना से कहा कि वो अपनी मा की फुद्दि चाटे और मेरी सास मेरी.इस तरह हम एक सर्कल मे आ गये थे.
कुछ देर इसी तरहा चलता रहा फिर एक एक करके हम सब झाड़ गये.
थोड़ी देर सुस्ताने के बाद अब वर्जिनिटी लॉस सेरेमनी की बारी आ गयी. मैं और मेरी सास साना के दोनो तरफ बैठ गये, इनायत ने अपने हथियार पर प्रोटेक्षन चढ़ा लिया था और वो पेनेट्रेशन के लिए रेडी था. साना टेन्स नज़र आ रही थी.
सास:"बेटा टेन्षन मत लो, बड़े आराम से हो जाएगा"
साना:"कैसे आराम से हो जाएगा,भाई ने किसी वर्जिन की सील कहाँ तोड़ी है, इनको एक्सपीरियेन्स नहीं है"
इनायत:"देखो साना घबराओ नही, बस तुम रिलॅक्स हो जाओ"
इनायत धीरे धीरे अपने लंड का टोपा साना की चूत में डालने लगा, साना खुद भी थोड़ा उचक कर अपनी एल्बोस के सहारे ये देख रही थी, अभी इनायत ज़रा सा भी अंदर नहीं डाल पाया था कि साना ने इनायत का लंड पकड़ लिया,इनायत ने उसका हाथ हटाया और एक ज़ोर दार धक्का उसकी चूत मे दिया जिससे उसका लंड पूरी तरहा साना की चूत में घुस गया.साना ज़ोर से चीख पड़ी लेकिन इनायत ने पहली ही उसके मूह पर हाथ रख दिया था, अब इनायत ने ज़ोर दार धक्के लगाने शुरू कर दिए थे,साना की चूत में पहले से ही पानी था और ज़ोर दार धक्को की वजह से पूरे रूम में पच पुच की आवाज़ आ रही थी,साना अब बेड पर लेट गयी थी और उसने अपनी टाँगो से इनायत की पीठ को जाकड़ सा लिया था वो लगातार आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उफफफफफ्फ़, ओह की आवाज़ निकाल रही थी.मैने अपनी सास को देखा वो अपनी चूत में उंगली कर रही थीं.
साना ने उनको देख लिया.
साना:"अम्मी मेरे बाद आपका नंबर है, आप को ज़्यादा देर इंतेज़ार नही करना होगा,,
मैं:"मैं सोच रही हूँ कि ससुरजी के पास चली जाउ"
इनायत:"इस हालत में"
इनायत धक्के भी लगा रहा था लेकिन चारो तरफ नज़र भी रखे था.
मैं:"हां तुम बिज़ी हो और साना के बाद अम्मी का नंबर है, मैं वेट नही कर सकूँगी"
साना:"आप क्या कहना चाहती हैं?"
मैं:"मैने आपसे एक बात शेर नहीं की और वो ये है कि अब्बू से भी चुद चुकी हूँ"
ये तो एक बॉम्ब था, जिसने एक धमाका कर दिया. साना और इनायत दोनो सकते में रह गये और रुक कर मेरी तरफ देखने लगे.
साना:"भाभी क्या कोई और राज़ भी है जो आपने छुपा रखा है"
इनायत:"आरा तुम आज कल काफ़ी कुछ कर रही हो"
मैं:"आइ आम रियली सॉरी जान, लेकिन ये सब इतना जल्दी हुआ कि आप लोगो को बताने का टाइम ही नही मिला"
सास:"हां बच्चो, मैने ही आरा से कहा था कि वो मेरे मिया के साथ सेक्स करे"
साना:"क्या अम्मी आपने खुद ये कहा?"
सास:"हां बेटा, अगर ऐसा नहीं करती तो मुझे इनायत का प्यार कैसे मिलता"
साना:"तो फिर मुझे इस खेल में शामिल क्यूँ किया?"
मैं:"वो इसलिए कि मैं चाहती थी कि मैं खुल कर बिना रोक टोक के ससुरजी की तमन्ना को पूरा कर सकूँ"
साना:"लेकिन क्या इन सब के बारे में शौकत भाई और ताबू भाभी को मालूम है आआअहह भाई ज़ोर से करो, मैं नज़दीक हूँ"
इनायत ने अब धक्को मे मज़ीद तेज़ी ला दी थी और वो पूरे जोश से साना की चूत को चोद रहा था.
मैं:"नहीं उनको ये सब नही मालूम है लेकिन ताबू ने ज़रूर मुझे नंगी हालत मे सुबह अब्बू के साथ देख लिया था, मैने उसको कह दिया है कि मैं उसको ये सब बात में बताउन्गि"
साना:"भाभी, क्या उनको कोई हैरत नही हुई ये सब देख कर"
मैं:"मैं और इनायत जब हनिमून पर गये थे, तब हम सब एक दूसरे से खुल से गये थे, ताबू तो इनायत की वो गर्ल फ्रेंड है
जिससे वो शादी करना चाहता था, इसलिए इन लोगो ने ये प्लान बनाया कि शौकत और मुझे फिर मिलवाया जाए ताकि वो एक दूसरे से शादी कर लें, लेकिन मुझे इनायत से मोहब्बत हो गयी थी और इसलिए इनायत ने प्लान बदल दिया"
सास:"हाय मैं मर जाउ,,, आरा क्या कुछ ऐसा भी है जो मुझे नहीं मालूम"
मैं:"हां और वो ये है कि हनिमून के टाइम पर हम सब देवर भाभी,जेठानी देवरानी सब एक कमरे मे एक दूसरे को प्यार किया करते थे, इसलिए अब उनको कोई प्राब्लम नही होगी , उल्टा ससुरजी को साना और ताबू की चूत मिल जाएगी जैसा कि वो चाहते हैं और अम्मी को शौकत का लंड भी मिल जाएगा"
साना:"क्या, अब्बू मुझे चोदना चाहते हैं"
सास:"हां मेरी बच्ची, अब तो मैं चाहती हूँ कि तुम और आरा अपने अब्बू के कमरे मे चली जाओ"
मैं:"और आप इनायत का केला खा सके हााआआहाहहाहाः"
साना भी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी.
इनायत ने जब अपना लंड साना की चूत से पूरा बाहर निकाला तो उसका लंड खून से भरा था. साना को ये देख कर हैरत सी हुई कि इतना खून कैसे निकला.
उसने अपनी चूत पोछी और मैं और साना ससुरजी के रूम की तरफ बढ़ने लगे. हम दोनो पूरी तरहा नंगे थे. साना की आँखो
मे चमक सी थी और वो अब बिल्कुल भी शर्मा नहीं रही थी.
मेरे ससुर अभी भी टीवी देख रहे थे लेकिन जैसे ही उन्होने अपनी जवान बेटी को बिल्कुल नंगी देखा तो वो जैसे बेड से उछल पड़े. उनकी आँखें हैरत से भरी थीं और वो सिर्फ़ इतना कह सके
ससुर:"साना,,त....तू....तूमम्म्मम"
साना अब बेजीझक आगे बढ़ रही थी, उसने सीधा अपने बाप को स्मूच करना शुरू कर दिया. ससुरजी ने भी किसी भूके भेड़िए की तरहा उसको दबोच लिया और उसके बूब्स को ज़ोर से मसल दिया
साना:"आहह अब्बू धीरे, उखाड़ ही देंगे क्या आप"
मैं:"साला लार टपक रही है भडवे की अपनी बेटी को नंगी देख कर"
साना ने मूड कर मेरी तरफ हैरत से देखा लेकिन फिर ससुरजी ने उसका मूह अपनी तरफ कर लिया और कहा
ससुर:"मेरी बच्ची मुझे सेक्स के वक़्त ऐसी बातें अच्छी लगती हैं"
साना:"आरा सही कह रही है, तू तो साला है ही भड़वा, लेकिन साले बेटीचोद अगर तुझे अपनी बेटी इतनी ही सेक्सी लगती है तो तूने मुझे कोई इशारा भी नही किया आज तक, क्यूँ साले कुत्ते"
साना की लॅंग्वेज से मैं थोड़ा हैरान सी हुई लेकिन मुझे अच्छा लगा उसका अंदाज़ और अब वो भी सबाब पर आ गयी थी.
मैं:"साना अपने बाप को खूब तरसाना, साले का लंड सिर्फ़ जवान लड़कियो को सलामी देता है लेकिन अपनी बीवी के लिए कमज़ोर पड़ जाता है, पता नहीं ये सूअर अगर ताबू की चूत को देखेगा तो क्या करेगा, कहीं इसको हार्ट अटॅक ना आ जाए"
ससुर:"क्यूँ उसकी चूत में ऐसा क्या है"
साना ने एक ज़ोर दार थप्पड़ मार दिया अपने बाप को. ससुरजी को हैरत सी हुई
साना:"साले, सामने जवान बेटी अपनी फ्रेश चूत लेकर आई है और तुझे अपनी बहू की चूत देखनी है,चल साले बैठ नीचे और चाट मेरी बुर को,इतनी चाट कि मैं झाड़ ही जाउ तेरे मूह में"
मैं:"मैं तो इस गान्डू को अपना मूत भी पिला चुकी हूँ"
साना:"अच्छा तो मैं भी पीछे क्यूँ रहूं, एक काम कर मैं बिस्तर पर बेड पर पीठ के बॅल लेट जाती हूँ और तू मेरी टाँगो के
बीच में आकर मेरी बुर को चाट और भाभी आप बेड को पकड़ मेरे मूह पर अपनी चूत रख दो, इस तरहा दोनो का काम
साथ में होगा"
हम लोगो ने ऐसा ही किया. ससुरजी कुत्ते की तरहा अपनी बेटी की चूत चाट रहे थे और मैं अपनी चूत साना के मूह पर रगड़ रही थी.
मैं:"साना इस झान्टू को अपनी चूत के लिए इतना तरसाना कि वो साला अपनी बीवी की मजबूरी को याद करे"
ससुरजी को जैसे कोई दौरा पड़ गया था, अब वो साना के जिस्म के हर हिस्से को चूम रहे थे, मैं बैठे बैठे थक सी गयी थी इसलिए मैं ससुरजी के पीछे आई और एक ज़ोर दार लात ससुरजी की गान्ड पे मारी, वो बेड से नीचे गिरते गिरते बचे
मैं:"अब बस कर भोसड़ी के, पेल ना अपनी बेटी को, क्या सारी रात मैं अपनी चूत मे लंड के लिए वेट करूँ, साला उधर तेरा बेटा अपनी मा चोद रहा है और तू यहाँ अपनी बेटी, जल्दी कर फिर मेरा नंबर कब आएगा"
ससुरजी ने अपने टेबल की ड्रॉयर से कॉंडम निकाला और पहेन कर सीधा अपनी बेटी की टाँगो के बीच मे बैठ कर लंड उसकी चूत मे घुसा दिया. साना फिर एक बार कराह उठी लेकिन ससुरजी ने अब धक्के लगाना शुरू कर दिए थे और साना भी अपनी चूत उछाल उछाल कर अपने बाप का साथ देने लगी. ससुरजी के लौडे में ना जाने आज कहाँ से ताक़त आ गयी थी वो बिना रुके लगातार अपनी बेटी की बुर मे अपना लॉडा अंदर बाहर करते ही जा रहे थे, साना भी किसी रंडी की तरहा ज़ोर से बोल रही थी.
साना:""हाआँ हाां और चोद साले बेटी चोद और ज़ोर से धक्का लगा,साला अपनी बहू बेटियो पर नज़र रखता है, साले तेरे खून मे ही कुछ ऐसा है कि तेरा बेटा भी मादरचोद है और तू भी ठर्की साला औरत बाज़ है,,,,उफफफफ्फ़ और ज़ोर सीई आआहह आआहह हायययययययी मेरी मा कैसा कुत्ता है ये तेरा मिया,,,,अया अपनी ही बेटी चोद रहा है साला कमीना..
थोड़ी देर में ससुरजी झाड़ गये और अपनी नंगी बेटी से लिपट गये. जब मैने दरवाज़े की तरफ देखा तो सासूजी और इनायत दोनो बाहर नंगे खड़े हम को मुस्कुरा कर देख रहे थे.
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