RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
शेखर बोला-आज राज कितना मस्त चूसतीं हैं दोनों।
राज बोला- हाँ यार सच में लंड चूसने की तो एक्स्पर्ट हो गयी हैं दोनों।
थोड़ी देर बाद शेखर ने उनको बोला-चलो अब बेडरूम में चलते हैं।
फिर दोनों ने अपनी अपनी नंगी बेटियों को गोद में उठाया और उनके होंठ चूमते हुए उनको बेडरूम में लेकर उनको एक दूसरे के पास लिटा दिया।फिर शेखर शालू के ऊपर आ कर उसके दूध दबाने लगा और उधर राज निलू के ऊपर आके उसके होंठ और दूध चूसने लगा।
अब शेखर नीचे आया और उसकी चूतमें एक ऊँगली डालके बोला-राज तुम्हारी बेटी मस्त टाइट माल है,आह इसकी चूत तो बहुत टाइट है।
राज बोला- मैं भी निलू की फूली हुई चूत पर मर मिटा हूँ, देखो इसकी चूत भी बहुत टाइट है, दो उँगलियाँ भी मुश्किल से फँस कर जा रही हैं।
फिर राज ने उसकी टांगों को फैलाकर उसकी टांगों को उसके कंधों पर रखा और अपने लंड को उसकी गीली चूत में रगड़ने लगा।निलू ooohhhh चिल्ला उठी, हाय मर जाऊँगी अंकल, अब डाल दो ना अंदर।
राज बोला-बोलो शेखर डाल दूँ?
शेखर बोला- ठहरो मैं तुम्हारा लंड ख़ुद अपनी बेटी की चूत में डालता हूँ।
ऐसा कहकर उसने राज के लंड को निलू की चूत पर सेट किया,और राज को बोला- मारो हल्का सा धक्का।
राज ने कमर अंदर को दबाया और उसका आधा लंड उसकी टाइट चूत में दाख़िल हो गया।निलू आहआव कर उठी।और उसने राज के कमर को पकड़के अपनी ओर दबाने लगी।फिर राज ने एक धक्का मारा और पूरा लंड अंदर पेल दिया।
शेखर बोला- बेटी मज़ा आया? अंकल मज़ा दे रहे हैं? ऐसा बोलते हुए उसने निलू की छातियाँ दबा दिन।
निलू सी सी करके बोली- जी पापा, बहुत अच्छा लग रहा है।
शेखर बोला-बोलो अंकल क्या कर रहे हैं?
वो बोली- आह अंकल मुझे चोद रहे हैं पापा।
इन बातों को सुनकर राज मस्त हो गया और बोला-आह शेखर तुम शालू को क्यों नहीं चोद रहे हो? सिर्फ़ ऊँगली क्यों डाल रहे हो उसकी चूत में?
शेखर बोला-यार जैसे मैंने अपनी बेटी के अंदर तुम्हारा लंड किया तुम भी अपनी बेटी के अंदर मेरा लंड डालो ना।राज हँसते हुए बोला- लाओ मैं भी वही करता हूँ।
अब राज ने शेखर का लंड पकड़कर शालू की चूत के छेद पर रखा और शेखर को बोला- चलो अब इसको चोद के मस्त कर दो,इसपर शेखर ने भी एक करारा झटका मारा और अपना लंड क़रीब क़रीब पूरा अंदर पेल दिया।शालू की चीख़ निकल गयी और बोली- अंकल धीरे से करो बहुत दुःख गया।
शेखर बोला- सारी बेटी ज़रा ज़्यादा उत्तेजित हो गया था, अब आराम से करूँगा।और फिर वो आधा लंड निकालके फिर अपनी कमर को दबाया और इस बार उसका पूरा मोटा लंबा लंड उसके अंदर था।अब दोनों मर्द चूदाइ में लीन हो गए।अब दोनों बाप अपने दोस्त की बेटियों को चोद रहे थे.और उनकी बेटियाँ उनके सामने उसी बिस्तर पर दूसरे से चूद रहीं थीं।फिर उस कमरे में चारों की आह ओह मरगाइइइइइइ हाऽऽऽऽऽयय्यय और ह्म्म्म्म्म्म फ़च फ़च की आवाज़ों से कमरा गुंजने लगा।
फिर शेखर ने अपना लंड बाहर निकाल लिया,शालू चिल्लायी-आह अंकल क्यों निकाल लिया?
शेखर हंस कर बोला-अब अपने पापा से थोड़ी देर चूदवाओ।
राज समझ गया कि वो क्या चाहता है,उसने भी अपना लंड निलू की चूत से बाहर निकाला और शालू के ऊपर आ गया।उधर शेखर निलू के ऊपर आकर उसकी चूत में अपना लंड पेल दिया।अब राज ने भी अपना लंड शालू की चूत में अपना लंड पेल दिया।अब दोनों अपनी बेटियों को चोदने लगे।
शेखर ने निलू को बोला-बेबी कौन ज़्यादा अच्छा चोदता है पापा या अंकल?
निलू ने आह आह करते हुए बोला-आप दोनों ही मस्त मज़ा दे रहे हो, और वो नीचे से कमर उछालके अपने पापा के धक्कों का जवाब देने लगी।उधर शालू भी ओह और ज़ोर से पापा और मारो कहते हुए नीचे से अपने गोल गोल चूतरों को उछाल रही थी और अपने पापा से मस्ती से चूदवा रही थी।
क़रीब ५ मिनट बाद शेखर बोला- राज आओ चलो फिर स्वाद बदलो, और फिर दोनों ने अपनी जगह बदली और फिर एक दूसरे की बेटियों के ऊपर आ गए और इसबार धमाकेदार चूदाइ शुरू कर दी।अब पलंग भी ज़ोर ज़ोर से हिल रहा था ,चारों के मुँह से निकलते हुए मादक आवाज़ों से और फ़च फ़च और थप थप की आवाज़ जोकि उनके जाँघों और चूतरों के टकराने से आ रही थीं ,कमरा गूँज रहा था।अब लड़कियों के होंठ चूसते हुए उन दोनों ने उनकी चूचियों के निपल्ज़ को उमेठने लगे,और धक्कों की गति बढ़ा दी।
अब दोनों लड़कियाँ चिल्ला रही थीं- आह्ह्ह्ह्ह्ह मर्र्र्र्र्र्र्र गाइइइइइइइइ ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मैन्न्न्न्न्न jhaaaaaadiiiiiii और फिर दोनों अपनी कमर उछालके एक के बाद एक झड़ गइ।
और उधर शेखर भी झड़ने के क़रीब था और वो हाँपते हुए बोला- आओ इनकी छातियों पर झड़ते हैं।और फिर अपना लंड निकलके शालू की चूचियों पर अपना वीर्य गिराने लगा, पहला फ़ौवारा उसके दोनों दूधों पर गिराया। फिर दूसरा फ़ौवारा उसकी गर्दन पर और बाक़ी का उसके मुँह पर गिरा दिया।शालू के लिए ये नया अनुभव था।उसने अपने मुँह पर आए रस को साफ़ किया, और शेखर ने उसकी वीर्य से सनी शालू की ऊँगलियों को वापस उसके मुँह में डाल दिया, जिसे शालू बड़े प्यार से चाटने लगी।फिर शेखर ने उसके मुँह में अपना लंड दे दिया और बोला- बेटी इसका भी बचा हुआ रस चाट लो।शालू उसके लंड को चूसकर चाटने लगी।राज ये देखकर बहुत गरम हो गया कि कैसी उसकी बच्ची अब एक रंडि जैसे व्यवहार कर रही थी, उसका लंड भी झड़ने लगा और उसने भी उसको बाहर निकालके निलू के पेट , चूचियों और बाद में उसके मुँह पर किश्तों में अपना वीर्य गिराया।निलू एक पक्की रंडिकी तरह अपने मुँह में लगे वीर्य को हाथ से साफ़ की और चाट ली। तभी राज ने उसके मुँह में अपना लंड डाल दिया जिससे वो आख़िरी की बूँद भी निचोड़कर चाटने लगी।
फिर चारों थकके एक दूसरे के बग़ल में लेट गए।
शेखर बोला- राज कैसी लगी हमारी बिटिया की चूदाइ?
राज बोला-यार सच कहूँ बहुत मस्त। आज तो तुमने मुझे जन्नत की सैर करा दी।तुमको भी मज़ा आया ना शालू की चूदाइ में?
शेखर- अरे मत पूछो यार ये दोनों मस्त माल बन गयीं हैं और एकदम रंडियों की तरह चूदवाने लगी हैं।
राज - हाँ हमने इनको मस्त ट्रेन कर दिया है। और दोनों हँसने लगे।
शालू बोली- मुझे बाथरूम जाना है।
शेखर बोला- हम सबको जाना है। फिर चारों बाथरूम पहुँचे।शालू कोमोड पर बैठकर सु सु करने लगी,उसकी सिटी की मस्त आवाज़ गुंजने लगी।
शेखर उसको अपनी कमर उठाने को बोला और कहा- बेबी उठकर अपनी चूत से निकलती हुई सु सु की धार दिखाओ ना।
शालू आधी उठ गयी और अब उसकी पेशाब की धार उन तीनों को दिखने लगी।शेखर ने उसकी चूत को मसला और उसके हाथ उसकी पेशाब से सन गए।फिर वो उठ गयी,अब निलू को सीट पर बैठने को कहा गया।उसने शुरू से ही अपनी कमर उठाकर अपनी चूत से निकलती पेशाब की धार सबको अच्छे से दिखायी।राज ने भी शेखर की नक़ल करते हुए उसकी चूत को मसला और उसके गरम पेशाब को अपने हाथ में महसूस किया।शेखर ने भी अपने हाथ मैं उसका पेशाब लिया।फिर वो भी उठ गयी।
अब शेखर शालू को बोला- चलो तुम मुझे पेशाब कराओ। इसके पहले कि वो समझ पाती निलू ने राज के लंड को पकड़ लिया और उसका निशाना कोमोड की ओर किया और उसको पेशाब करने का इशारा किया।अब शालू को भी समझ में आ गया और वो भी शेखर जा लंड पकड़के उसको कोमोड की तरफ़ किया और वो दोनों मुँतने लगे।दोनों लड़कियाँ मज़े से लंड से निकलते धार को देख रही थीं,और उनको इधर उधर करके मज़ा ले रही थीं।फिर निलू ने राज के लंड को हिलाके आख़िरी बूँद गिरायी और फिर लंड को सामने से दबाया और पेशाब की कुछ बूँदों से अपने हाथ को गिला किया। शालू ने भी उसकी नक़ल की।फिर चारों शॉवर के नीचे आ गए ।शेखर ने दोनों लड़कियों को शॉवर कैप पहनाया ताकि उनके बाल ना गिले हों।अब चारों एक दूसरे से लिपटे पानी में भीगने लगे।कभी शालू तो कभी निलू शेखर या राज की बाहों में होती।सब ने ख़ूब चुम्मा चाटी की एक दूसरे की,और इस दौरान दोनों के लंड फिर सर उठाने लगे।फिर एक दूसरे को तौलिए से पोंछके सब बेडरूम में आए,निलू ने एक गाउन डाला और एक शालू को भी दिया पहनने को।मर्दों ने भी लूँगी डाल ली। अब सबको भूक लगी थी।सो बाहर से मँगाए हुए भोजन को लेकर सब बातें करते हुए खाना खाने लगे।
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