RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
शालू: क्या बोल रहे थे, मेरे बारे में अंकल?
निलू: यही की आह क्या मस्त मलायी की तरह चूतहै शालू की और उसकी गाँड़ तो मक्खन है,जितना चाटो कम है।पापा धक्के मारते हुए तेरी तारीफ़ कर रहे थे तो मैं ग़ुस्सा होके बोली की जाओ उसी को चोद लो मुझे छोड़ो। तब वो हँसके बोले अरे बेटी तुम तो स्पेशल हो,तुम्हारा किसी से क्या मुक़ाबला?
शालू: सच बोलूँ, जब तुम्हारे पापा ने मुझे सोफ़े पर बैठाकर मेरी टांगों को उठाकर और फैलाके, नीचे ज़मीन मेंबैठ कर जो चुसायी की वो तो मुझे पागल ही बना दिए थे। आह क्या मज़ा आया था!
निलू: और चूदवाने में मज़ा नहीं आया?
शालू: आह बहुत मज़ा आया , अंकल का लंड बहुत मस्त है,और मुझे तो चूसने में और चूदवाने में भी बहुत यमी लगा।ये कहते हुए उसने अपनी जीभ से अपने होंठों को सहलाया।
निलू: अंकल ने मुझे भी बहुत मज़ा दिया। अंकल बहुत caring हैं उन्होंने बड़े ही प्यार से मेरी मारी और चूदाइ के समय जो पापा और अंकल बदल बदल के चोद रहे थे हम दोनों को, वो कितना सेक्सी था ना?
शालू: हाँ यार सच में कितना अच्छा लग रहा था जब चूतमेंलंड बदल जाता था।
निलू:यार आज नेहा का फ़ोन आया था वो लोग दो दिन में वापस आ रहे हैं।
शालू: उसने वहाँ की मस्ती के बारे में कुछ बताया?
निलू: हाँ बहुत कुछ, बोल रही थी कि उसके पापा और उनके बॉस ने तो उसको दो दिन तक कपड़े ही नहीं पहनने दिए और ज़बरदस्त चूदाइ किए।उसकी चूत और गाँड़ सूज गए थे।फिर उनको दया आयी और वो काफ़ी घूमे और सिर्फ़ रात को दोनों एक साथ उसकी बजाते थे।
शालू: ओह बेचारी।
निलू: अरे काहे की बेचारी वो तो बहुत मज़ा ली।उन्होंने एक nude बीच में नेहा को अपने साथ नंगी घुमाया।तीनों नंगे थे और बाक़ी सब भी नंगे ही थे।
शालू: सोच के भी अजीब लगता है की सब नंगे घूम रहे हैं?
निलू: उन लोगों ने खुले बीच में भी चूदाइ की।जब वो चूद रही थी तो कई टुरिस्ट्स अपने लंड हिलाके उनको देखके मज़ा ले रहे थे।उनके एक निग्रो था उसका लंड १० इंच का था,वो नेहा को बोला कि अगर ये रंडि(slut) उससे चूदवा ले तो वो उसे १०० डॉलर देगा।नेहा के पापा ने उसको मना कर दिया।
शालू: मुझे तो लगता है की नेहा के पापा वहाँ नहीं होते तो वो उस कालू से भी चूदवा लेती। है कि नहीं?
निलू: अरे नेहा ने उस काले के लंड का जैसे वर्णन किया मुझेलगता है कि मैं होती तो मैं भी उससे चूदवा लेती।
इस पर दोनों हँसने लगी।तभी निलू का सेल बजा, उसके पापा की फ़ोटो आ रही थी सेल पर,वो शालू को आँख मारी और स्पीकर मोड में फ़ोन से बोली: हाय पापा कैसे याद किया?
शेखर: अरे हम तो तुमको हमेशा याद करते हैं और सुनाओ शालू से मिली?
निलू:अरे वो यहीं खड़ी है मेरे पास और आपका फ़ोन सुन रही है।
तब शालू बोली: नमस्ते अंकल कैसे हैं आप?
शेखर: नमस्ते बेटी, तुम कैसी हो मैं तो ठीक हूँ।और कल मज़ा आया हमारे साथ?
शालू शर्मीली हँसी के साथ बोली: जी अंकल आया।
शेखर: मैं कैसा लगा?पसंद आया मैं?
शालू: जी आप बहुत अच्छे हो ।
शेखर: और मेरा कैसा है?
शालू : धातत्तत वैसे भी वो भी बहुउउउउउउत अच्छा है।
शेखर: आह,मेरा वो तो खड़ा हो गया अपनी तारीफ़ सुनके तुम्हारे मुँह से।अब मैं क्या करूँ?
शालू: अभी उसको शांत होने को बोलो और जब निलू घर आएगी तो उसको पूरा शांत कर देगी। ऐसा बोलकर वो हँसने लगी।
निलू: अब तो मैं आपको कुछ नहीं दूँगी क्योंकि आपको तो बस शालू की ही चाहिए।
शेखर हँसते हुए बोला:अरे बेटी तुम तो मेरी जान हो , तुम सबसे ऊपर हो , क्यों शालू सही कहा ना?
शालू: बिलकुल अंकल निलू सबसे ऊपर है आपके लिए जैसे मेरे पापा के लिए मैं सबसे ऊपर हूँ।
शेखर: पर शालू एक बात बात है कि तुम्हारे पापा ने तुम्हारी गाँड़ की सील अब तक नहीं तोड़ी है,वो उनको जल्दी से कर लेना चाहिए, बेबी,गाँड़ मारने का मज़ा कुछ अलग ही है,जो मैं तुमसे ज़रूर लेना चाहूँगा।
निलू: अरे पापा , वो अपने पापा से बोल के मरवा लेगी,आप इतना परेशान ना हो। और आपकी वो प्यारी नेहा भी वापस आ रही है, उसकी गाँड़ भी तो आपको बहुत प्यारी है।
शेखर: हाँ अब नेहा आ जाए तो एक दिन पार्टी रखते है।चलो अब तुम लोग अपना काम करो मैं भी ऑफ़िस जाता हूँ।बाई लव यू बोथ , कहके उसने फ़ोन काट दिया।
उधर राज घर की तरफ़ जाते हुए सोच रहा की शालू की गाँड़ मारनी ही पड़ेगी क्योंकि शिवा भी उसको चोदना चाहता है, और वो उसकी गाँड़ ज़रूर मरेगा।इसलिए वो अगर उसका उद्घाटन पहले नहीं किया तो पता नहीं उसकी नन्ही बच्ची एकदम से गाँड़ चूदाइ बर्दाश्त कर पाएगी या नहीं।तभी उसका सेल बजा,शेखर का फ़ोन था, वो बोला: है शेखर बोलो क्या हाल है?
राज: बस सब बढ़िया है,आप सुनाओ?
शेखर: मैं अभी बच्चों से बात कर रहा था, सबको बहुत मज़ा आया कल, तुमको आया या नहीं?
राज: क्या बात कर रहे हो भाई, कल का सोच के मेरा लंड खड़ा होने लगा अभी के अभी!
शेखर: हाहा सच मेंबड़ा मज़ा आया पर आप लोग जल्दी चले गए,वो शालू थक गयी थी ना, इसलिए।
राज: मैं भी और एक राउंड की चूदाइ और चाहता था, पर चलो कोई बात नहीं फिर कभी सही।
शेखर: हाँ यार एक बात बोलनी थी, अगर तुम बुरा ना मानो तो?
राज: कैसी बात करते हो? बोलो ना, प्लीज़।
शेखर: यार वो तुम ना, मेरा मतलब है, कि तुम शालू की गाँड़ खोल दो,वो क्या है ना,ग्रूप सेक्स में लड़कियों की चूत के साथ गाँड़ भी निशाने पर होती हाँ, तुम समझ रहे हो ना? अब नेहा वापस आने वाली है,अगर उसके साथ ग्रूप सेक्स हुआ तो उसका बाप राजेश तो शालू की गाँड़ ठोकेगा ही, क्योंकि उसको चूत से ज़्यादा गाँड़ चोदने में बड़ा मज़ा आता है!
राज अपने अकड़ते हुए लंड को दबाकर बोला: हाँ यार मैं भी सोच रहा था की आज ही उसकी गाँड़ मार दूँ, देखता हूँ ले पाएगी या नहीं।
शेखर: आज नहीं भी ले पाई तो कल ले लेगी।एक दो दिन में सब सेट हो जाता है। तुम आज से ट्राई करो।
राज: थैंक्स यार, आज से ही ट्राई करूँगा और आज या कल मैं उसकी गाँड़ खोल ही दूँगा।
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