RE: Hindi Porn Kahani अदला बदली
थोड़ी देर बाद सलमान ने रूबी का मुँह उठाया अपने लंड के ऊपर से,रूबी ने ऐसे देखा जैसे किसी बच्चे के मुँह से लॉलीपॉप खींचलिया हो।उसने बड़े प्यार से सलमान के चिकने सुपारे को जीभ से चाटा और बोली: क्या हुआ अंकल? क्या ठीक से नहीं चूस रही हूँ? वो बोला: अरे बेबी तुम तो बहुत मस्त चूसती हो ।फिर उसने अपने लंड को उसकी चूतके पूरे छेद के ऊपर रगड़ने लगा।रूबी हाय्य्य्य्य्य कर उठी और बोली: अंकल डाल दो ना, क्यूँ तड़पा रहे हो? सलमान मुस्कराया और बोला: हाँ बेबी,लो मेरा लंड और धक्का मारके अपना सुपारा उसकी चूत के छेद मेंघुसेड़कर उसको मस्त कर दिया।फिर उसने अपना आधा लंड उसकी चूतमें डाल दिया और वो मस्त होकर हाऽऽऽऽय्यय करके अपनी चूत ऊपर को उछलके उसका लंड अंदर कर ली।सलमान इस भरी बदन वाली लड़की जो उसका मोटा लम्बा लंड कितनी आसानी से निगल गयी पर मर मिटा था। वो भी मस्ती में आकर उसकी छातियाँ चूसने लगा और धक्के मारने लगा।रूबी भी उसकी पीठ को अपनी हाथों से दबाकर और ज़ोर से चोदने का मज़ा ले रही थी।
उधर राज नूरी की चूतमें अपना लंड डाल चुका था और मस्ती से उसकी गरम चूत का मज़ा ले रहा था।नूरी भी राज के धक्कोंका बराबर से जवाब दे रही थी,और फ़च फ़चकी चूदाइ वाली आवाज़ ज़ोरों से आ रही थी।नूरी की बड़ी बड़ी छातियाँ उसने पंजों मेंदबोच रखी थीं और ज़ोर ज़ोर से धक्के मार कर नूरी को मस्त कर रहा था।
और अब शिवा भी शालू के ऊपर था और उसकी नाज़ुक सी चूतपर अपना लंड सेट करके उसने हल्का सा धक्का लगाया,अब उसका आधा लंड अंदर घुस गया।शालू आह्ह्ह्ह्ह करके मस्त हो गयी।फिर उसने अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया।शिवा को अचरज हुआ की बच्ची सी दिखने वाली हे लौंडिया उसका लंड आसानी से गटक गयी।वो समझ गया की ये भी उसकी बेटी के जैसी रंडि का मज़ा देगी।फिर वो निडर होके उसकी धुआँधार चूदाइ में जुट गया।
महोल काफ़ी गरम था, तीनों लड़कियाँ मर्दों से मज़े से चूदवा रहीं थीं और उनकी सिसकारियाँ और आऽऽहहह और हाय्य्य्य्य से वो जगह गूँज रही थी।फिर एक के बाद एक सब झड़ गए और शांत हो कर लेट गए।
सबसे पहले सलमान बोला: यार शिवा क्या मस्त लौंडिया है ये तेरी बेटी, क्या रंडि जैसे चूदवाइ है, आह मज़ा आ गया,और देख कैसे भर गया है इसका बदन! कहते उसकी बड़ी चूचियाँ दबा दिया।
शिवा: यार सच बोला तू, मस्त माल है रूबी और ये देख इस शालू को,इसको मैं बच्ची समझता था, क्या चुदक्कड निकली,मेरा लंड मज़े से ले ली।फिर एक ऊँगली उसकी गाँड़ में डालके बोला:मुझे तो लगता है की ये अब गाँड़ भी मरवा लेगी।
शालू आह करके बोली: अंकल उँगली सुखी तो मत डालिए दुखता है ना।शिवा ने हँसते हुए ऊँगली निकाल ली और उसको सूँघने लगा।
राज बोला:यार शालू की गाँड़ का उद्घाटन मैं कर चुका हूँ, थोड़ा चिकनायी लगाने से वो मज़े से गाँड़ मरवा लेगी।वैसे सलमान भाई तुम्हारी बहु भी क्या मस्त जवान माल है।भरपूर मज़ा मिला इससे चूदाइ में।कहते उसके मोटे नितम्बों को दबाने लगा।
फिर सब शॉवर लिए और बदन सुखाकर अंदर हाल में आए। सलमान बोला: कोई भी अंडर गर्मेंट नहीं पहनेगा ,सब हँसने लगे।मर्दों ने अपने सामान से लोअर निकालके पहने और लड़कियाँ एक गाउन पहनके आयीं, बिना ब्रा के उनकी छातियाँ मस्त लग रही थीं।
फिर लड़कियाँ किचन में गयीं और खाना गरम करके लायीं।सब टेबल पर बैठके बातें करते हुए खाना खाने लगे।
बाद में जब सब एक साथ बैठे तो शालू को सलमान ने अपनी गोद में बैठाया, इसका मतलब था की वो अब उसे चोदेगा,राज ने रूबी को गोद मेंखिंच लिया और शिवा कीगोद में नूरी बैठ गयी।
राज ने सलमान से कहा: तुम्हारा बेटा अमेरिका में है तो नूरी उसके साथ क्यों नहीं गयी?
सलमान: असल में पहले वीज़ा नहीं मिला और अब ये जाना ही नहीं चाहती,क्यूँ ठीक कहा ना, नूरी मैंने?
नूरी: जी डैडी, बिलकुल ठीक कहा आपने।पहले तो मैंने बहुत लड़ायी की नज़ीर से(उसका पति),कि मुझे भी साथ जाना है उसके,पर अब तो डैडी(ससुर) के बिना मैं रह ही नहीं सकती।
सलमान: हाहा ऐसे बोलो की डैडी और उसके दोस्तों के बिना नहीं रह सकती। तुम्हारी जैसी मस्त जवानी मेरे अकेले से कहाँ सम्भलेगी मेरी रानी बच्ची।
नूरी शर्माके: डैडी आप भी ना, कुछ भी बोलते हो।
शिवा नूरी की चुचि दबाते हुए बोला: यार सलमान ये ये तो बताओ कि तुमने इसको पटाया कैसे? जब मैं इन दोनों की शादी में शामिल हुआ था तब तो ये बड़ी शर्मीली सी लड़की थी,ये इतना बड़ा परिवर्तन इसमें आया कैसे? ऐसा बोलते हुए उसने नूरी का गाउन उठा दिया और उसकी जाँघें सहलाने लगा,जो मस्त गोरी और गदरायी दिख रही थी।
सलमान: ये एक लम्बी कहानी है, तुम लोग सुनोगे या अभी चूदाइ का राउंड चालू करोगे।
राज: अरे भाई चूदाइ तो होगी ही, पर तुम्हारी कहानी सुनने की भी इच्छा है।ऐसा कहते हुए राज ने रूबी को अपनी गोद मेंउलटा लिटा दिया और उसके गाउन को ऊपर करके उसके मस्त गोल बड़े नितम्बों को दबाने लगा।
सलमान ने भी शालू की चुचि उसके गाउन के ऊपर से दबाते हुए बोला: ठीक है मैं शुरू से सुनता हूँ कि नूरी कैसे मेरी बहू से मेरी रंडि बनी? फिर नूरी को बोला: बता दूँ ना सबको ?
नूरी भी शिवा की उँगलियों के छेड़ छाड़ से गरम हो रही थी,उसने हाथ नीचे लाके शिवा का लंड उसके लोअर के ऊपर से पकड़ लिया और उसको दबाते हुए बोली: आह डैडी सुना दीजिए अब तो ये सब अपने ही हैं ना ।
सलमान ने शालू का गाउन ऊपर किया और उसकी चूतमसलते हुए बोलना शुरू किया-----------
अब ये कहानी सलमान की ज़बानी-------
मेरा एक ही बेटा है नज़ीर और उसकी माँका देहांत तभी हो गया जब वो १६ साल का था। मैंने उसे एक बोर्डिंग स्कूल में डाला और वो engineer बन गया और उसने बंगलोर मेंएक कम्पनी में नौकरी कर ली।जब वो २४ साल का था तो मैंने उसकी शादी के लिए लड़कियाँ देखनी शुरू कीं। यहाँ ये बता दूँ कि पत्नी के देहांत के बाद मैंने अपनी ऑफ़िस की औरतों को पटा के चोदने का काम जारी रखा।मैंने कभी किसी के साथ ज़बरदस्ती नहीं की,मैं ऐसी औरतों को पटाता था जो की किसी कारण से दुखी होती थीं।ज़्यादातर औरतें अपनी पतियों से शारीरिक या मानसिक रूप से असंतुष्ट थीं और कुछ को पैसा चाहिए था। मेरा काम चल रहा था मुझे ज़िंदगी से कोई शिकायत नहीं थी।बस नज़ीर के लिए एक अछी सी लड़की चाहिए थी।
एक बार मैं अपने ऑफ़िस की एक औरत को घर लाया चोदने के लिए।वो अपने पति से नाराज़ थी कि वो वेश्याओं के पास जाता है।मैंने उसको सहानुभूति दिखाकर पटा लिया।वो क़रीब ४० साल की मस्त औरत थी, भरा हुआ बदन और गोरी chitti उसका नाम नग़मा था।मैंने दो बार उसकी चूदाइ की और जब हम नंगे लेते हुए थे और वो मेरा लंड सहला रही थी, तो वो बोली:आपका बेटा तो जवान हो गया है। उसकी शादी कब करेंगे?
मैं बोला: अरे कोई ढंग की लड़की मिले तो मैं कल ही कर दूँ।
इस पर वो बोली:अगर आप चाहो तो मेरी छोटी बहन की लड़की है ,BSc किया है,और बहुत सुंदर और शरीफ़ लोग हैं।उसके पापा आर्मी में हैं।मैं बोला: ज़रूर क्यों नहीं, तुम बात चलाओ।
वो हँसते हुए बोली: आपका मेरा ये वाला रिश्ता सबको बता नहीं देना , नहीं तो मैं तो गयी।
मैं हँसते हुए बोला: अरे तब तो तुम मेरी समधन हो जाओगी, और रिश्ते की चूदाइ में और मज़ा आएगा।फिर मैंने उसकी चूत चाटी और एक राउंड और चोदा। वो इस बारे में जल्दी बताने का बोलके चली गयी।
तीन दिन बाद वो मेरे ऑफ़िस में आइ और सामने बैठ गयी।मैंने उसको कहा: आज तो मस्त दिख रही हो, तुमको देखकर मेरा खड़ा हो गया।
वो हंस कर बोली: आज मैं आपसे नज़ीर की शादी की बात करने आइ हूँ, मेरी बहन ने ये फ़ोटो भेजी है, आप इसको देख लो और चाहो तो बेटे को भेज दो अगर पसंद आए तो फिर आगे की बात की जाएगी।
मैं फ़ोटो देखातो बहुत ख़ुश हुआ,सच मेंलड़की बहुत प्यारी भोली सी दिख रही थी।मैंने कहा : ठीक है मैं इसको स्कैन करके नज़ीर को मेल भेज देता हूँ,आगे की बात फिर देखते हैं।
नग़मा: ठीक है फिर मैं चलती हूँ। आप जो भी हो मुझे बता देना।
मैं बोला: अरे ऐसे कैसे मेरा लंड खड़े करके चली जाओगी?
नग़मा:अरे लेकिन ये तो ऑफ़िस है यहाँ कैसे?
मैं: अरे ये देखो ये मेरा बाथरूम है, वहाँ सब बढ़िया से हो जाएगा। ऐसा कहते हुए मैंने दरवाज़े की कुंडी लगाई और एक रेड लाइट का बटन ऑन कर दिया।मैं जब खड़ा हुआ तो मेरी पैंट का उभार देखकर वो बोली: हाय रब्बा, ये तो पूरा तना हुआ है,और उसने पैंट के ऊपर से उसे दबा दिया। मैं उसे लेकर बग़लवाले बाथरूम में गया और उसको बाहों में भींचकर उसके होंठ चूसने लगा।फिर उसकी साड़ी का पल्लू गिराके उसकी चूचियाँ चूमने लगा। फिर मैं अपना लंड बाहर निकाल लिया और वहाँ रखे कोमोड पर बैठ गया। वो झुक कर नीचे होकर मेरा लंड चूसने लगी।बार बार अपनी जीभ से मेरे सुपारे को चाट रही थी।मैंने उसके ब्लाउस और ब्रा खोलकर उसकी छातियाँ मसलनी चालू की।फिर उसने खड़े हो कर अपनी पैंटी उतार दी और साड़ी पेटीकोट के साथ ऊपर करके मेरे लंड पर बैठ गयी और उसको धीरे से अंदर करने लगी। जब वो पूरा बैठी तो लंड उसकी चूत में जड़ तक चला गया था,फिर उसने जो उठा पटक की मैं तो मस्त ही हो गया।मैं एक हाथ से उसकी चुचि दबा रहा था और उसकी दूसरी चुचि मेरे मुँह मेंथी।और मेरा दूसरा हाथ उसके पिछवाड़े का मज़ा लेते लेते मैंने एक ऊँगली उसकी गाँड़ में डाल दी। वो मस्ती से भरकर और ज़ोर से ऊपर नीचे होकर चूदाइ का मज़ा लेने लगी।क़रीब २० मिनट के बाद हम दोनों झड़ गए।फिर उसने मेरे सामने पेशाब किया और मैंने उसके सामने। फिर कपड़े पहनकर वो बाहर चली गयी ,और मैं भी नज़ीर को मेल किया और थोड़ी देर बाद उससे फ़ोन पर बात की।वो बोला:डैडी मुझे लड़की की फ़ोटो तो अछी लगी।फिर मैंने उसको दो दिन बाद इतवार को फ़्लाइट से आने को कहा ताकि वो लड़की को देख ले,और मैंने नग़मा को भी ये बता दिया।
अगले इतवार को नज़ीर के साथ हम नग़मा के घर पहुँचे,वहाँ नग़मा,उसके पति शकील और नग़मा की बहन सलमा ने हमारा स्वागत किया।सलमा को देख कर मेरा लंड खड़ा होने लगा,नग़मा से भी वो ज़्यादा हसीन और जवान लग रही थी।उसके पति फ़ौज में थे इसलिए वो नहीं आ सके थे।थोड़ी देर बाद उनकी बेटी शर्माते हुए हमारे लिए चाय लायी, और हम दोनों बाप बेटे उस सुंदर लड़की को देखते ही रह गए, परी सी लग रही थी वो सलवार कुर्ती में।कुछ देर इधर की बात करने के बाद हमने लड़का लड़की को अकेला छोड़ दिया।बाद में उन्होंने हमसे कहा कि वो दोनों इस शादी के लिए तय्यार हैं।हम सब बहुत ख़ुश हुए और जल्द ही सगाई और शादी करने का फ़ैसला करके वापस आये।नज़ीर वापस चला गया और मैं शादी की तय्यारियों में लग गया।अब मेरी मुलाक़ात नग़मा से अक्सर होती और हम समय निकाल के चूदाइ भी कर लेते थे,फिर मैंने नग़मा से कहा की तुम्हारी बहन सलमा यानी मेरी होने वाली समधन भी मस्त माल है, एक बार उसको भी चूदवा दो हमसे।वो हंस दी पर मेरे बार बार कहने से वो बोली:हाँ ये सच है की उसका पति फ़ौज में है और वो चूदाइ के लिए हमेशा तरसती थी,पर उसने अपना एक पक्का इंतज़ाम कर लिया है।
मैं चौंक कर पूछा: कैसा इंतज़ाम?
वो बोली:आप किसी को बतायिगा मत, वो एक कॉलेज में पढ़ाती है,और उसने एक जवान लौंडा ड्राइवर रखा है, वो उसके सर्वंट क्वॉर्टर मेंही रहता है, और रात को उसका जब मन करता है, वो उससे चूदवा लेती है।रामू बड़ा वफ़ादार ड्राइवर है, वो दिन मेंउसको पूरी इज़्ज़त देता है, और रात मैं उसका मर्द बनकर ज़बर्दस्त चूदाइ करता है।
मैंने पूछा: क्या तुम भी उससे चूदवा चुकी हो?
वो शर्मा कर बोली: जी कई बार,वो पक्का जवान मर्द है, वो रात में हम दोनों बहनों की २/३ बार बजा लेता है।
मैं बोला: तब तो तुम अपनी बहन को मुझसे भी चूदवा सकती हो।
वो बोली: ये रिश्ते का चक्कर नहीं होता तो मुश्किल नहीं थी,पर पता नहीं वो मानेगी या नहीं। चलो मैं कोशिश करती हूँ।
मैं ख़ुश हो गया, मुझे लगा कि शायद बात बन जाएगी।
पर कुछ नहीं हुआ। नग़मा बहाने बनाकर समय निकाल दी और नज़ीर की शादी हो गयी।शादी मेंसलमा के पति से मेरी मुलाक़ात हुई।
शादी के बाद हमारी बहु घर आ गयी, और इस तरह नूरी हमारी बहु बन गयी।
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